सुधार के बाद फॉक्सवेगन कारों को दोबारा टेस्ट नहीं करेगी एआरएआई
प्रकाशित: सितंबर 27, 2016 03:43 pm । alshaar
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जर्मन कार कंपनी फॉक्सवेगन को उत्सर्जन घोटाले वाले मामले में भारत में बड़ी राहत मिली है। ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन (एआरएआई) ने कहा है कि कंपनी द्वारा प्रभावित कारों को वापस (रिकॉल) बुलाकर सुधारने के बाद उनकी दोबारा ऑन रोड एमिशन टेस्टिंग नहीं होगी।
ऑन रोड टेस्टिंग में वास्तिवक परिस्थितियों या सड़कों पर चलने के दौरान वाहन कितना उत्सर्जन कर रहा है इसकी जांच की जाती है। संस्था के शीर्ष अधिकारियों के मुताबिक मौजूदा कायदे-कानून और प्रक्रिया में वास्तविक परिस्थितियों में उत्सर्जन जांच का प्रावधान नहीं है।
पिछले साल के अंत में अमेरिका में फॉक्सवेगन का उत्सर्जन घोटाला सामने आया था, जिसे डीज़लगेट नाम दिया गया था। कंपनी ने ईए-189 इंजन लगी डीज़ल कारों में उत्सर्जन मानकों को चकमा देने वाले सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था। यह कारें सड़कों पर तय मानकों से पांच से नौ गुना ज्यादा उत्सर्जन फैलाती थीं। वहीं लैब टेस्ट के दौरान इनकी रीडिंग सही आती थी।
भारत में इस समस्या को सुधारने के लिए कंपनी ने पिछले हफ्ते से कारों को रिकॉल करना शुरू किया है। सबसे पहले पहली जनरेशन वाली स्कोडा सुपर्ब को रिकॉल किया गया। इसके बाद ऑडी की कारें और फिर फॉक्सवेगन ब्रांड नेम की कारों को रिकॉल किया जाएगा।