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कोरोना वायरस के चलते देश के इन 85 जिलों में बिना वैध कारण नहीं कर सकेंगे ड्राइव

संशोधित: मार्च 24, 2020 06:48 pm | nikhil | मारुति बलेनो 2015-2022

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पिछले रविवार को जनता कर्फ्यू की घोषणा करने के बाद, विभिन्न राज्यों की सरकारों ने 31 मार्च तक प्रमुख शहरों में लॉकडाउन का विस्तार करने का फैसला किया है। लॉकडाउन का उद्देश्य लोगो में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकना है। ऐसे में यदि आप अपने या किसी अन्य शहर में जाने की योजना बना रहे हैं, तो एक बार पुनः विचार कर लें कि क्या वास्तव में ये इतना जरुरी है?

जब तक आप अस्पतालों, पैथोलॉजी लैब, पानी और बिजली कंपनियों, हवाई अड्डे, बैंकों या बस स्टैंड जैसे क्षेत्र से नहीं जुड़े हैं तब तक आपको इस लॉकडाउन पीरियड में बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। पुणे और जयपुर जैसे शहरों में, संबंधित पुलिस अधिकारियों ने उन लोगों के लिए परमिट प्रदान करने के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं जिन्हें अपने घरों से बाहर निकलने की जरूरत है।

देश भर में कोरोना के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के चलते दिल्ली, यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु समेत कई अन्य राज्यों के 85 बड़े जिलों में वाहनों की आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा भी रोक लगा दी गई है। जबकि सभी प्राइवेट (निजी) और गैर-जरूरी वाहनों को भी प्रतिबंधित किया गया है। 

अधिकांश सड़कें खुली हैं, लेकिन अनावश्यक लोग अपने वाहन लेकर बाहर ना निकले इसके लिए भारी मोर्चाबंदी की जा रही है। मानदंडों की धज्जियां उड़ाने वालों को आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा 188 के तहत दंडित किया जाएगा। हालांकि, अनाज, डेयरी उत्पादों, दवाओं और सब्जियों जैसे आवश्यक सामान ले जाने वाले ट्रकों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

जानकारी के लिए बता दें कि ओला, उबर जैसी कैब सर्विस को भी कुछ समय के लिए रोक दिया गया है। यदि आपको किराने का सामान व अन्य आवश्यकताओं की जरूरत हैं तो आप अपने नजदीकी दुकानों से इनकी खरीदारी कर सकते हैं।  

कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जरुरी है कि आप अपने घर के अंदर रहें। सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें और बाहर से आने वाले लोगो से ना मिलें। आपको बता दें कि कार निर्माताओं ने भी कुछ समय के लिए अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बंद कर दिए हैं।  साथ ही, आवश्यक सरकारी कार्यालय भी केवल 25% स्टाफ के साथ ही चल रहे हैं। यदि आपको किसी कारणवश अपना निजी वाहन ड्राइव करने की आवश्यकता होती है तो सुनिश्चित करें कि इन चरणों का पालन करते हुए आपने अपनी कार सेनिटाइज़ की है। 

साथ ही पढ़ें: भविष्य में तैयार की जाने वाली कारों में देखने को नहीं मिलेंगे ये 8 फीचर्स

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