बेंटले कारों में लगेंगे 20 करोड़ साल पुराने भारतीय पत्थर
ब्रिटिश लग्ज़री कार कंपनी बेंटले अपने फ्लाइंड स्पर और कॉन्टिनेंटल मॉडल के इंटीरियर को अपडेट करने जा रही है। इसमें सबसे खास चीज़ है पत्थर की वो परतें जिनका इस्तेमाल इंटीरियर में किया जाना है। इन परतों को तैयार करने के लिए भारतीय पत्थर चुने गए हैं। 20 करोड़ साल पुराने ये पत्थर राजस्थान और आंध्र प्रदेश से लिए गए हैं।
कारों के डैशबोर्ड में स्लेट के साथ इनका इस्तेमाल किया गया है। स्लेट के ऊपर इन पत्थरों की 0.1 मिलीमीटर पतली परत लगाई गई है, जो इंटीरियर को नया अंदाज देती हैं। इन कारों को खरीदने वाले ग्राहकों के पास टैरा रेड, ऑटम व्हाइट, गैलेक्सी और कॉपर रंग चुनने का विकल्प होगा।
इस बारे में जानकारी देते हुए म्यूलिनर ऑपरेशंस के निदेशक जिऑफ डोअडिंग ने बताया कि ' बेंटले अपने ग्राहकों को हमेशा नए और दुर्लभ चीजों का अनुभव देता है। इन दुर्लभ पत्थरों की परतों का इस्तेमाल तो महज एक शुरुआत है, जो दिखाता है कि हम कैसे इस यूनीक चीज़ का इस्तेमाल कारों में करने जा रहे हैं।' म्यूलिनर दरअसल बेंटले की कारों का केबिन डिज़ायन और तैयार करती है। इससे पहले यह बेंटले की कारों के डैशबोर्ड और अंदर के पैनल्स में दुनियाभर से चुनी गई खास तरह की लकड़ियों के वुडवर्क की पेशकश भी दे चुकी है।
हालांकि बेंटले की ओर से अभी यह जानकारी नहीं दी गई है कि भारतीय पत्थरों की उम्दा परत से सजी ये कारें कब तक भारतीय बाज़ार में उपलब्ध होंगी।