मारुति विटारा ब्रेज़ा फेसलिफ्ट : फर्स्ट ड्राइव रिव्यू
Published On मार्च 12, 2020 By भानु for मारुति विटारा ब्रेज़ा
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मारुति विटारा ब्रेज़ा अपने सेगमेंट की सबसे पॉपुलर कारों में से एक है। हालांकि, अभी तक यह कार केवल डीज़ल इंजन में ही उपलब्ध थी लेकिन अब कंपनी ने इसे फेसलिफ्ट अपडेट देते हुए डिज़ाइन में थोड़ा बदलाव कर इसमें बीएस6 पेट्रोल इंजन दे दिया है। तो पहले से और कितनी खास हुई विटारा ब्रेज़ा ये जानेंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू के ज़रिए:-
साइज़
विटारा ब्रेज़ा |
वेन्यू |
ईकोस्पोर्ट |
एक्सयूवी300 |
||
लंबाई |
3995 मिलीमीटर |
3995 मिलीमीटर |
3998 मिलीमीटर |
3993 मिलीमीटर |
3995 मिलीमीटर |
चौड़ाई |
1790 मिलीमीटर |
1770 मिलीमीटर |
1765 मिलीमीटर |
1811 मिलीमीटर |
1821 मिलीमीटर |
ऊंचाई |
1640 मिलीमीटर |
1590 मिलीमीटर |
1647 मिलीमीटर |
1606 मिलीमीटर |
1627 मिलीमीटर |
व्हीलबेस |
2500 मिलीमीटर |
2500 मिलीमीटर |
2519 मिलीमीटर |
2498 मिलीमीटर |
2600 मिलीमीटर |
एक्सटीरियर
नई मारुति विटारा ब्रेज़ा के बाहरी डिज़ाइन को गौर से देखने के बाद ही मालूम चल पाएगा कि कंपनी ने इसमें कुछ बदलाव किए हैं। ऐसे में यहां से यह लगभग अपने पिछले मॉडल जैसी ही लगती है।
नई मारुति विटारा ब्रेज़ा में टर्न इंडिकेटर का भी काम करने वाले एलईडी डेटाइम रनिंग लैंप के साथ ड्यूल बैरल फुल एलईडी हेडलैंप दिए गए हैं। यह फीचर इस कार के वी वेरिएंट्स से मिलना शुरू होता है। इसमें मारुति एक्सएल6 की तरह व्हाइट फॉगलैंप का फीचर भी दिया गया है। जैसा कि मारुति से उम्मीद थी नई विटारा ब्रेज़ा में एक्स्ट्रा शाइन वाली क्रोम ग्रिल दी गई है। इसके अलावा कंपनी ने इसके फ्रंट एवं रियर बंपर और फॉक्स स्किड प्लेट में हल्के से ही बदलाव किए हैं।
साइड प्रोफाइल की बात करें तो न्यू मारुति विटारा ब्रेज़ा में नए डिज़ाइन के 16 इंच अलॉय व्हील दिए गए हैं। इसके अपडेटेड एलईडी टेललैंप को छोड़ दें तो नई विटारा ब्रेज़ा को पीछे से देखकर ये बताना मुश्किल हो जाता है कि ये नया मॉडल है या पुराना! हालांकि, इतना जरूर है कि यदि आप इसका ऑटोमैटिक वेरिएंट खरीदते हैं तो आपको बूट लिड पर हाइब्रिड लिखी हुई बैजिंग जरूर मिलेगी जिसे देखने के बाद पता चल जाएगा कि यह विटारा ब्रेज़ा का 2020 मॉडल है।
क्या कुछ खास बदलाव हुए इसके इंटीरियर में?
फैब्रिक अपहोल्स्ट्री को छोड़कर विटारा ब्रेज़ा के केबिन में कोई बदलाव नहीं हुए हैं। यानी इसका केबिन स्पेस, मैटिरियल क्वालिटी और डिज़ाइन नहीं बदला है।
विटारा ब्रेज़ा के मुकाबले में मौजूद हुंडई वेन्यू जैसी कारों में डैशबोर्ड पर फ्री स्टैंडिंग टचस्क्रीन का फीचर दिया गया है जिसके आगे ब्रेज़ा 2020 का डैशबोर्ड थोड़ा फीका ही नज़र आता है। नई ब्रेज़ा में ट्विन ग्लवबॉक्स, बड़े डोर बिन और कपहोल्डर्स के बीच में काफी अच्छा स्पेस दिया गया है जो उपयोगी भी है।
टाटा ने नेक्सन फेसलिफ्ट की मैटिरियल क्वालिटी में काफी सुधार किया था, मगर विटारा ब्रेज़ा में ऐसा कुछ नज़र नहीं आया है। इसके केबिन में काफी जगह हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है और मारुति की कुछ सस्ती कारों के पार्ट्स भी इस्तेमाल किए गए हैं। हालांकि, इसकी सीटों की क्वालिटी काफी अच्छी है।
पहले की तरह विटारा ब्रेज़ा में आगे की तरफ हाई पोजिशन सीट दी गई है जिनपर कुशनिंग भी काफी अच्छी है। इसमें हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट के साथ टिल्ड एडजस्टेबल स्टीयरिंग व्हील दिया गया है।
विटारा ब्रेज़ा की बैक सीट्स भी पहले की तरह कंफर्टेबल हैं। इनमें पीछे बैठने वाले पैसेंजर्स को अच्छा खासा नी-रूम और हैडरूम मिलता है। विटारा ब्रेज़ा की चौड़ाई इतनी अच्छी है कि इसकी रियर सीट पर तीन लोग आराम से बैठ सकते हैं।
विटारा ब्रेज़ा में 328 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है जो कि ईकोस्पोर्ट, वेन्यू और यहां तक कि टाटा नेक्सन के बूट स्पेस से भी कम है। इसमें ज्यादा बूट स्पेस के लिए कंपनी ने केवल टॉप लाइन वेरिएंट जेड और जेड प्लस में 60:40 के अनुपात में बंटी रियर सीट का फीचर दिया है।
टेक्नोलॉजी और फीचर्स
मारुति सुज़ुकी ने विटारा ब्रेज़ा के इस अपडेटेड मॉडल में केवल दो नए फीचर्स जोड़े हैं जिनमें ऑटो डिमिंग आईआरवीएम और रिट्रैक्टिंग ओआरवीएम शामिल हैं। ऑटो रिट्रैक्टिंग ओआरवीएम फीचर की खासियत यह है कि कार को लॉक करते ही इसके आउटसाइड रियरव्यू मिरर ऑटोमैटिकली बंद हो जाते है, मगर कार को अनलॉक करने पर ये ऑटोमैटिकली खुलते नहीं है। कंपनी ने ऊपर बताए गए ये दोनों फीचर केवल टॉप लाइन वेरिएंट जेड+ में ही दिए हैं।
नई ब्रेज़ा के दो टॉप मॉडल में नई टचस्क्रीन दी गई है मगर इसका साइज़ पहले जैसा ही है। इस नई टचस्क्रीन को सुजुकी की लेटेस्ट स्मार्टप्ले स्टूडियो इंटरफेस का इस्तेमाल करने के काम में लिया जा सकता है। इसमें एपल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो जैसे कनेक्टिविटी ऑप्शन दिए गए हैं। इसके अलावा टचस्क्रीन के साथ 6 स्पीकर से लैस म्यूज़िक सिस्टम भी दिया गया है। वहीं, इसके बॉटम लाइन वेरिएंट्स में 4 स्पीकरों वाला म्यूज़िक सिस्टम दिया गया है। इसके अलावा नई ब्रेजा में लैदर रैप्ड स्टीयरिंग व्हील, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, ऑटो हेडलैंप और रेन सेंसिंग वायपर जैसे फीचर्स भी मौजूद हैं।
ब्रेज़ा की प्राइस को देखकर कंपनी द्वारा इसमें सनरूफ, रियर एसी वेंट्स, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी जैसे फीचर्स को नहीं दिया जाना वाजिब लगता है।
परफॉर्मेंस
न्यू विटारा ब्रेजा में अब 1.3 लीटर डीज़ल की जगह अर्टिगा और सियाज़ वाले 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन ने ले ली है। ऐसे में आगे जानते हैं ये इंजन मुकाबले की दूसरी कारों से कितना है दमदार:-
पेट्रोल |
||||||
विटारा ब्रेज़ा |
ईकोस्पोर्ट |
नेक्सन |
||||
इंजन |
1.5-लीटर |
1.0-लीटर टर्बो |
1.2-लीटर |
1.5-लीटर |
1.2-लीटर |
1.2-लीटर |
पावर |
105पीएस |
120पीएस |
83पीएस |
123पीएस |
110पीएस |
110पीएस |
टॉर्क |
138एनएम |
172एनएम |
114एनएम |
150एनएम |
170एनएम |
200एनएम |
ट्रांसमिशन |
5-स्पीड एमटी/4-स्पीडएटी |
6-स्पीड एमटी/7-स्पीड डीसीटी |
5-स्पीड एमटी |
5-स्पीड एमटी |
6-स्पीडएमटी/6-स्पीड एटी |
6-स्पीड एमटी |
माइलेज |
17.03किमी/ली./18.76किमी/ली. |
18.27किमी/ली. / 18.15किमी/ली. |
17.52किमी/ली. |
15.9किमी/ली. |
17.4किमी/ली. |
17.0किमी/ली. |
नई विटारा ब्रेज़ा में दिया गया 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन बिल्कुल भी शोर नहीं मचाता है। भले ही आपने अपनी कार का म्यूजिक सिस्टम ही बंद क्यों नहीं कर रखा हो, इंजन स्टार्ट करते ही न्यूट्रल रहने पर भी आपको इसके इंजन की आवाज़ सुनाई नहीं देगी। इसका इंजन तो शांत है ही साथ में कार में किसी प्रकार का वाइब्रेशन भी महसूस नहीं होता है।
ब्रेज़ा का क्लच भी काफी हल्का है। इसमें पहले से दूसरे गियर पर कार कब पहुंच जाती है इसक पता भी नहीं चलता है और आप चाहे तो सिटी में इसी गियर पर कार को आराम से चला सकते हैं। सिंगल डिजिट स्पीड से इसी गियर पर ये कार 50 किलोमीटर/घंटे से ऊपर की रफ्तार आराम से पकड़ लेती है। थर्ड गियर पर भी यह कार कुछ इसी तरह का परफॉर्मेंस देती है। बस आपको 15 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से सेकंड से थर्ड गियर पर आईये उसके बाद ये कार सरपट दौड़ने लगती है।
चाहे ऑफिस जाना हो या फिर बाज़ार, सिटी के ट्रैफिक में ब्रेज़ा काफी अच्छा परफॉर्मेंस देती है। आपको इससे ज्यादा पावर की भी जरूरत महसूस नहीं होती है। वहीं, यदि आप हाईवे से होते हुए एक रोड ट्रिप पर जाना चाहें तो भी आपको इसका इंजन काफी पसंद आएगा, जहां आप इसे 80 से 120 किलोमीटर/घंटे की स्पीड में आराम से चला सकते हैं। हालांकि, ओवरटेकिंग के दौरान आपको पांचवे से चौथे गियर पर आना पड़ता है।
नई विटारा ब्रेज़ा का ऑटोमैटिक वर्जन भी कुछ इसी तरह की परफॉर्मेंस देता है। सिटी ड्राइविंग के लिहाज़ से यह भी अच्छी परफॉर्मेंस देता है। सिटी में ड्राइव करते वक्त इसके गियर कब ऊपर नीचे होते रहते हैं इसका पता ही नहीं चलता है। इस दौरान ये ज्यादातर सेकंड गियर पर ही रहती है जिससे इसके माइलेज पर असर जरूर पड़ता है। इसलिए मारुति ने नई विटारा ब्रेज़ा में माइल्ड हायब्रिड टेक्नोलॉजी भी पेश की है। इससे जाम में फंसे होने पर ये फ्यूल की बचत करता है और स्टॉप लाइट पर इंजन को अपने आप बंद कर देता है।
जरूरी नहीं कि कार को स्विच ऑफ करने के लिए आपको न्यूट्रल में शिफ्ट करना पड़े, ये गियर में होते हुए अगर स्थिर खड़ी रहे तो भी इंजन अपने आप बंद हो जाता है। इसके बाद जैसे ही आप ब्रेक पर से अपना पांव हटाएंगे तो इंजन अपने आप शुरू हो जाएगा।
चूंकि यह 4-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स है तो कुछ निर्धारित स्पीड पर इसमें गियर आगे-पीछे होते हैं। जैसे कि 60 से 80 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार के दौरान एक्सलरेट करने पर गियर दूसरे की बजाए तीसरे पर शिफ्ट होता है। 100 की स्पीड क्रॉस कर लेने के बाद एक्सलरेशन काफी स्लो हो जाता है और इस दौरान ओवरटेकिंग के लिए पहले से तैयारी करनी पड़ती है। ढलान वाले रास्तों पर कार निचले गियर की बजाए ऊपर के गियर में रहती है। ध्यान रहे कि मारुति विटारा ब्रेज़ा में स्पोर्ट्स या मैनुलअ जैसा कोई खास मोड और पैडल शिफ्टर का फीचर मौजूद नहीं है।
कुल मिलाकर हमें इसका ऑटोमैटिक वेरिएंट उतना पसंद नहीं आया। विशेषतौर पर हम ये बात मैनुअल वेरिएंट के मुकाबले इसकी 1.40 लाख रुपये ज्यादा कीमत को देखकर कर रहे हैं।
राइडिंग और हैंडलिंग
2020 विटारा ब्रेज़ा की राइड क्वालिटी काफी कंफर्टेबल है। मॉडल अपडेशन के बाद इसके सस्पेंशन सिस्टम भी खराब सड़कों और गड्ढों से आने वाले झटकों को बिना किसी शोर के आराम से झेल लेते हैं। वहीं, इसका इंजन भी काफी शांत रहता है। नई विटारा ब्रेज़ा की राइड क्वालिटी में सुधार का श्रेय इसके अपडेटेड सस्पेंशन और नए टायरों को जाता है।
सिटी ड्राइविंग के लिहाज़ से इसका स्टीयरिंग व्हील हल्का रहता है, वहीं हाईवे पर ये खुद-ब-खुद भारी लगने लगता है और ये काफी चुस्त भी है और कॉर्नर पर कार चलाते वक्त पर आपको ज़रा भी खतरा महसूस नहीं होने देते।
सेफ्टी
2020 विटारा ब्रेज़ा में ड्यूल एयरबैग, एबीएस एवं ईबीडी और आईएओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट का फीचर स्टैंडर्ड दिया गया है। वहीं, रिवर्स पार्किंग सेंसर, सीटबेल्ट रिमाइंडर और हाईस्पीड अलर्ट भी स्टैंडर्ड दिए गए हैं। इसके ऑटोमैटिक वेरिएंट में हिल होल्ड का फीचर दिया गया है।
विटारा ब्रेज़ा में साइड और कर्टेन एयरबैग की कमी महसूस होती है। हालांकि, इसके पिछले मॉडल को ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में 5 में से 4-स्टार रेटिंग मिली थी। तो ऐसे में उम्मीद है कि इसका नया मॉडल भी उतना ही सुरक्षित साबित होगा।
वेरिएंट्स
मारुति सुज़ुकी विटारा ब्रेज़ा कुल चार वेरिएंट एल, वी, ज़ेड, और ज़ेड प्लस में उपलब्ध है। कंपनी ने मैनुअल गियरबॉक्स को स्टैंडर्ड रखा है जबकि ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन वी वेरिएंट से मिलना शुरू होता है।
यदि आपके पास ठीक-ठाक बजट है तो आपके लिए विटारा ब्रेज़ा का बेस वेरिएंट एल अच्छा साबित होगा, क्योंकि कंपनी ने इसमें काफी सारे सेफ्टी फीचर्स स्टैंडर्ड दिए हैं। वैसे विटारा ब्रेज़ा का कौनसा वेरिएंट आपके लिए बेहतर साबित होगा? ये आप यहां क्लिक करने के बाद जान सकते हैं।
निष्कर्ष
2020 विटारा ब्रेज़ा में आपकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने वाली सभी खासियतें समाई हैं। इसका स्मूद पेट्रोल इंजन, ज्यादा केबिन स्पेस और कंफर्टेबल राइड क्वालिटी इसकी मुख्य खासियतें हैं। अगर पिछले मॉडल में दिए गए डीज़ल इंजन की बात करें तो उसके मुकाबले नए मॉडल में दिए गए पेट्रोल इंजन का रिफाइनमेंट लेवल आपको अच्छा लगेगा। पिछले वाले एएमटी गियरबॉक्स के बजाए अब वाला ऑटोमैटिक गियरबॉक्स काफी स्मूद है। नई ब्रेज़ा सिटी ड्राइविंग के लिहाज़ से बहुत अच्छी गाड़ी है, मगर हाईवे पर आपको यह पहले के मुकाबले अब ज्यादा प्रभावित नहीं करेगी।
इसे एक बेहतर पैकेज बनाने की दिशा में कंपनी को इसे थोड़ा और बेहतर अपडेट दिए जाने की जरूरत महसूस होती है। अपडेट होने के बावजूद इसमें अब भी सनरूफ और साइड एवं कर्टेन एयरबैग जैसे सेफ्टी फीचर्स की कमी महसूस होती है। इसके अलावा कंपनी को इसके केबिन की मैटिरियल क्वालिटी में भी सुधार करना चाहिए था।
हालांकि, इन तमाम खामियों के बावजूद नई विटारा ब्रेज़ा की प्राइस आपको वाजिब लगेगी। इसके लोअर मैनुअल वेरिएंट पहले की तरह अब भी वैल्यू फॉर मनी साबित होते हैं।