महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक रिव्यू
Published On नवंबर 13, 2024 By भानु for महिंद्रा स्कॉर्पियो
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महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक भारत में सबसे बड़ी और काफी रग्ड एसयूवी कार में से एक है। इसकी कीमत 13.62 लाख रुपये से लेकर 17.42 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है और ये लैडर ऑन फ्रेम रियर व्हील ड्राइव एसयूवी है जिसके लुक्स काफी मस्क्यूलर हैं और इसका केबिन काफी स्पेशियस है। इसके अलावा इसमें इस्तेमाल करने लायक बेसिक फीचर्स ही दिए गए हैं। मार्केट में इसका वैसे तो सीधे तौर पर किसी दूसरी कार से मुकाबला नहीं है मगर ये हुंडई क्रेटा,मारुति ग्रैंड विटारा और फोक्सवैगन टाइगन का एक रग्ड विकल्प है।
एक्सटीरियर
स्कॉर्पियो एक बड़ी कार है और इसकी रोड प्रजेंस काफी दमदार नजर आती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इसे सिटी में ड्राइव कर रहे हैं या हाईवे पर,आपको हमेशा लोग नोटिस करेंगे। स्कॉर्पियो एन के कंपेरिजन में ये उंची है जिससे इसका रोड प्रजेंस काफी शानदार नजर आता है।
अपने लुक्स और साइज की बदौलत लोग आपकी कार से दूर ही रहना पसंद करेंगे। इस कार का ना केवल रोड प्रजेंस अच्छा है बल्कि इस कार को सड़क पर इतनी इज्जत मिलती है जितनी की इसकी कीमत में आने वाली दूसरी कारों को नहीं मिलती है।
बूट स्पेस
स्कॉर्पियो में आपको सामान रखने के लिए काफी सारा स्पेस मिल जाएगा। थर्ड रो की सीट को उठाने के बाद आप आराम से इसमें एक छोटा,एक मीडियम और एक बड़ा सूटकेस रख सकते हैंं और इसके बाद भी कुछ सॉफ्ट बैग्स रखने के लिए जगह बच जाती है।
यदि आपके पास इससे भी ज्यादा सूटकेस हैं या फिर आप स्कॉर्पियो को ट्रांसपोर्ट के काम में इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप सेकंड रो की सीटों को भी पूरी तरह से फोल्ड कर सकते हैं जिसके बाद यहां भी सामान रखा जा सकता है।
इंटीरियर
स्कॉर्पियो एक बड़ी कार है जिससे इसके केबिन में एंट्री लेना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इसलिए इसके बाहर एक साइड स्टेप दी गई है जिसकी मदद से जवान लोग तो आराम से चढ़ जाते हैं मगर बुजुर्ग लोगों को थोड़़ी परेशानी आती है।
इसके केबिन में प्लेन बैज थीम दी गई है जिसके साथ डैशबोर्ड और सेंटर कंसोल पर कुछ वुडन और ग्लॉस ब्लैक एलिमेंट्स भी दिए गए हैं। स्कॉर्पियो एक बॉक्सी और रग्ड कार है और ऐसी कारों में इसी तरह के इंटीरियर की उम्मीद की जा सकती है जिसमें औल्ड और रेट्रो डिजाइन देखने को मिलता है। हालांकि ये चीज बुरी नहीं है क्योंकि इसका केबिन इसके एक्सटीरियर से आराम से मैच कर जाता है।
यहां तक कि इसके केबिन में मैटेरियल्स की क्वालिटी भी कुछ हद तक अच्छी है। डैशबोर्ड के टॉप पर इस्तेमाल किया गया प्लास्टिक स्क्रैची महसूस नहीं होता है और डैशबोर्ड का बाकी हिस्सा टेक्सचर्ड मैटेरियल से तैयार हुआ है जो छूने में अच्छे लगते हैं। यहां तक कि इसके स्टीयरिंग व्हील और सेंटर कंसोल पर दिए गए बटन काफी सॉलिड है।
हालांकि इसमें दो चीजें बेहतर हो सकती थी। पहली तो ये कि इसके केबिन में सॉफ्ट टच पैडिंग का ज्यादा इस्तेमाल नहीं हुआ है वहीं इस कार में आप प्रीमियम मैटेरियल्स की उम्मीद ना करें। इसके डोर पैड्स पर पैडिंग दे दी जाती तो ज्यादा अच्छा होता। दूसरी चीज ये कि इसमें दिए गए इनसाइड डोर हैंडल्स अच्छे मैटेरियल्स से नहीं बने हैं और काफी हल्के लगते हैं। इन दो चीजों पर कंपनी को फोकस रखना चाहिए था और इससे केबिन एक्सपीरियंस पर बुरा असर पड़ता है।
फ्रंट सीट्स की बात करें तो ये काफी कंफर्टेबल और स्पेशियस है और इनसे अच्छा अंडरथाई सपोर्ट मिलता है। कार उंची होने के कारण जब आप इसकी ड्राइवर सीट पर बैठते हैं तो आपको काफी कमांडिंग पोजिशन मिलती है। इसके अलावा ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के लिए अलग अलग आर्मरेस्ट दिए गए हैं।
हालांकि, आपको इन सीटों पर खराब सड़कों पर ड्राइव करते वक्त मूवमेंट महसूस होता है। इसके अलावा इसमें मैनुअल हाइट एडजस्टमेंट का फीचर दिया गया है और इसके डोर और सीट काफी पास हैं इसलिए एडजस्टमेंट लेवल करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है और यदि आप ध्यान नहीं देंगे तो आपके हाथ में चोट लग सकती है।
फीचर्स
स्कॉर्पियो क्लासिक की फीचर लिस्ट ज्यादा लंबी नहीं है और इसमें आपको रोजाना के इस्तेमाल के लिए बेसिक फीचर्स ही मिलेंगे। इसके डैशबोर्ड के सेंटर में एक 9 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है जिसको आप जब पहली बार इस्तेमाल में लेंगे तो आपको लगेगा कि ये कोई बाजार से लगाया गया एंड्रॉयड पर चलने वाला टेबलेट है।
इसकी स्क्रीन काफी स्मूद तरीके से काम करती है जो थोड़ी बहुत ही अटकती है और ये उतनी फुर्तिली और रिस्पॉन्सिव नहीं है। इसकी स्क्रीन एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले को सपोर्ट नहीं करती है मगर ये ब्लूटूथ और स्क्रीन मिररिंग को सपोर्ट करती है जिससे आप म्यूजिक या नेविगेशन रन कर सकते हैं। 2024 में किसी कार में एक बेहतर इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया जाता तो और बेहतर हो सकता था।
इसकी फीचर लिस्ट आपको भले ही बड़ी ना लगे मगर इस एसयूवी का मकसद फंक्शनैलिटी है ना कि सुविधा और इसमें ज्यादा फीचर्स की उम्मीद भी नहीं की जा सकती है। हालांकि स्कॉर्पियो क्लासिक की प्रैक्टिकैलिटी थोड़ी और बेहतर हो सकती थी।
प्रैक्टिकैलिटी और चार्जिंग ऑप्शंस
इसके फ्रंट डोर पर बॉटल होल्डर्स नहीं दिए गए हैं और इसमें छोटा सा ही ग्लवबॉक्स दिया गया है। इसके सेंटर कंसाल में दो कपहोल्डर्स,फोन रखने के लिए एंटी स्लिप पैड और गियर लिवर के पीछे चाबी रखने के लिए ट्रे दी गई है।
इसमें सेकंड रो पैसेंजर्स के लिए डोर पर बॉटल होल्डर्स,सीट बैक पॉकेट्स और रियर एसी वेंट्स के नीचे दो कपहोल्डर्स दिए गए हैं। मगर ये कपहोल्डर्स झुके हुए हैं इसलिए आप यहां कुछ रख नहीं सकते और इसमें लिड भी नहीं दी गई है। इसके अलावा इसकी थर्ड रो में कोई स्टोरेज ऑप्शन नहीं दिया गया है।
इसमें चार्जिंग ऑप्शंस भी बेहतर हो सकते थे। इसके फ्रंट में 12 वोल्ट का सॉकेट और यूएसबी टाइप ए पोर्ट दिया गया है। इसकी सेकंड और थर्ड रो पर कोई चार्जिग ऑप्शन नहीं दिया गया है।
सेकंड रो सीट
इसकी सेकंड रो की बेंच सीट सोफे जैसी लगती है। इसकी कुशनिंग सॉफ्ट है और यहां काफी हेडरूम,नीरूम और लेगरूम स्पेस दिया गया है। इसका सबसे अच्छा पार्ट अंडरथाई सपोर्ट है जो काफी अच्छा है और पैसेंजर्स को कंफर्टेबल रखता है।
स्कॉर्पियो क्लासिक काफी चौड़ी है और इसमें सेकंड रो पर तीन पैसेंजर्स के लिए अच्छा स्पेस दिया गया है और इसकी सीटों पर व्हाइट अपहोल्स्ट्री दी गई है। बड़ी विंडोज और सीट हाइट के कारण आपको बाहर की अच्छी विजिबिलिटी मिलती है।
यहां केवल एक ही दिक्कत है जो कि सेंट्रल आर्मरेस्ट है। ये आर्मरेस्ट काफी नीचे मौजूद है और जब आप इसे खींचते हैं तो आप इसपर ठीक से हाथ नहीं रख पाते हैं जिससे आपको कंफर्ट महसूस नहीं होता है। इसके अलावा सेकंड रो पर आपको और कोई समस्या नजर नहीं आएगी और आप कंफर्टेबल रहेंगे।
थर्ड रो सीट्स
दूसरी तरफ इसकी थर्ड रो उतनी अच्छी नहीं है। ये साइड फेसिंग सीटें हैं जो कि छोटी है और आप यहां बैठना नहीं चाहेंगे क्योंकि आपको कंफर्ट नहीं मिलेगा। इसके अलावा इसकी थर्ड रो पर सीटबेल्ट्स भी नहीं दी गई है जिससे यहां बैठना सेफ साबित नहीं होता है।
हमारी राय में यहां जब आपके पास कोई विकल्प ना हो तभी इन सीटों का इस्तेमाल करें और इन्हें कम दूरी के लिए ही काम में लें।
हालांकि,महिंद्रा ने स्कॉर्पियो क्लासिक में फ्रंट फेसिंग थर्ड रो सीट और 9 सीटर कॉन्फिग्रेशन का ऑप्शन भी दिया है ऐसे में आप अपनी बड़ी फैमिली के लिए इन्हें चुन सकते हैं।
इसकी फीचर लिस्ट की तरह सेफ्टी फीचर लिस्ट भी बेसिक है। इसमें ड्युअल फ्रंट एयरबैग्स,एबीएस,फ्रंट सीटबेल्ट रिमाइंडर्स और रियर पार्किंग सेंसर दिए गए हैं।
ग्लोबल एनकैप की ओर से साल 2016 में इसका क्रैश टेस्ट किया गया था जिसमें इसे 0 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी। ऐसे में महिंद्रा को स्कॉर्पियो क्लासिक की सेफ्टी बढ़ानी चाहिए क्योंकि ये काफी पॉपुलर एसयूवी है।
परफॉर्मेंस
स्कॉर्पियो क्लासिक इस मोर्चे पर काफी अच्छी है और शिकायत का मौका नहीं देती है। इसमें पावरफुल 2.2 लीटर डीजल इंजन दिया गया है जिसके साथ 6 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है।
आपको सिटी में इस कार में पावर की बिल्कुल कमी महसूस नहीं होगी और आप आसानी से किसी भी व्हीकल को ओवरटेक कर सकते हैं। इसके अलावा आप सिटी के अंदर इस कार को दूसरे और तीसरे गियर पर आराम से चला सकते हैं। और हाईवे पर भी आपको पावर की कोई कमी महसूस नहीं होगी और आप फुर्ति से ओवरटेक कर सकते हैं।
जब आप स्कॉर्पियो क्लासिक को टूटी हुई या फिर रेतिली सड़क पर ड्राइव करते हैं तो आप इसकी पावर के मजे ले सकते हैं। ये लैडर ऑन फ्रेम एसयूवी कैसे भी रास्तों पर आराम से ड्राइव कर सकते हैं। मगर ध्यान रहे कि इसमें 4 व्हील ड्राइव नहीं दिया गया है तो इसके साथ ज्यादा एडवेंचर के बारे में ना सोचें।
सिटी में इस कार को ड्राइव करते हुए दो चीजें आपको ध्यान में रखनी होगी और खासतौर से ट्रैफिक और कम स्पीड में। पहला तो इसका क्लच है जो कि काफी हार्ड है और इसे बहुत ज्यादा दबाना पड़ता है। ट्रैफिक में बार बार क्लच दबाने से आपके घुटनों में दर्द हो सकता है। दूसरी चीज इसका स्टीयरिंग व्हील है जो कि कम स्पीड में हार्ड महसूस होते हैं और टर्न लेते वक्त आपको ज्यादा जोर लगाना पड़ता है। इसके अलावा स्कॉर्पियो का ड्राइविंग एक्सपीरियंस आपको अच्छा ही लगेगा।
राइड और हैंडलिंग
दूसरी तरफ इसकी राइड और हैंडलिंग से आप कुछ ज्यादा की उम्मीद करेंगे। हालांकि,ये इस मोर्चे पर पहले से बेहतर हुई है मगर अब भी इसमें कुछ इंप्ररुवमेंट की जरूरत महसूस होती है। भले ही आप इसे सिटी में ड्राइव कर रहे हो या फिर हाईवे पर आपको सड़क के क्रैक्स और उबड़ खाबड़ रास्तों से आने वाले झटके महसूस होंगे। हालांकि,ऐसा भी नहीं है कि आप पूरी तरह से अनकंफर्टेबल हो जाते हैं मगर ये चीजें महसूस होती है।
शहर में टूटी फूटी सड़कों पर इसके सस्पेंशंस जर्क को सोख लेते हैं और कुछ मूवमेंट केबिन के अंदर भी महसूस होता है। केबिन में ड्राइवर और पैसेंजर्स हिलते डुलते रहते हैं जिसके कारण वो अनकंफर्टेबल हो जाते हैं।
हाईवे पर जब आप एकदम से लेन बदलते हैं तो एक भारी बॉडी रोल होता है जो पैसेंजर के कंफर्ट को कम कर देता है। कुल मिलाकर स्कॉर्पियो क्लासिक की राइड क्वालिटी और हैंडलिंग थोड़ी बेहतर हो सकती थी।
निष्कर्ष
किसी दूसरी एसयूवी के बजाए स्कॉर्पियो क्लासिक को चुनना दिल का फैसला है दिमाग का नहीं। यदि आपको एक अच्छे रोड प्रजेंस वाली कार चाहिए जो पावरफुल और दमदार हो तो आपके लिए स्कॉर्पियो क्लासिक काफी अच्छी रहेगी।
मगर रोड प्रजेंस आपके लिए जरूरी नहीं है और एक कार में कंफर्ट,अच्छे फीचर्स और अच्छी सेफ्टी चाहिए तो आपको ये सब चीजें महिंद्रा स्कॉर्पियो एन में मिल जाएगी जिसके आप मिड वेरिएंट्स ले सकते हैं। इस कार से आप और आपकी फैमिली दोनों ही संतुष्ट रहेंगे।