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महिंद्रा बोलेरो बीएस6 : रोड टेस्ट रिव्यू

Published On मई 04, 2021 By nabeel for महिंद्रा बोलेरो

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महिंद्रा बोलेरो को तो हम सभी जानते हैं। इस एसयूवी कार को ज्यादातर व्हाइट कलर शेड में ही देखा गया है। गांवों में यह कार ज्यादा मिलती है और रेतीले रास्तों को यह आसानी से पार कर लेती है। रियर व्हील ड्राइव लैडर फ्रेम आर्किटेक्चर पर तैयार की गई इस एसयूवी कार का मैकेनिकल कंस्ट्रक्शन बेहद सिंपल है, हालांकि इसमें कुछ एडवांस टेक्नोलॉजी की कमी है जिसके यह चलते यह ग्राहकों को थोड़ा निराश करती है।

भारत में अब इसका बीएस6 वर्जन आ चुका है जो पहले से कहीं ज्यादा बेहतर है। हाल ही में हमने बीएस6 बोलेरो को चलाकर देखा है। तो कैसी है ये महिंद्रा कार, जानेंगे इस टेस्ट ड्राइव रिव्यू के जरिये:-

लुक्स :

लुक्स के मामले में बोलेरो अब भी अपने 20 साल पुराने मॉडल जैसी लगती है। इसके बंपर, हेडलैंप्स और साइड ग्राफिक्स में बदलाव जरूर हुए हैं, लेकिन इसकी बॉक्सी शेप अब भी पुरानी ही लगती है। यह भारत की एकमात्र कार है जो मैटल फ्रंट बंपर के साथ आती है। महिंद्रा का दावा है कि यह पेडेस्ट्रियन प्रोटेक्शन नॉर्म्स पर खरी उतरती है। इसके फेंडर बेंडर दूसरी कारों के फेंडर्स को बेंड कर देते हैं, वहीं बोलेरो के मेटल बंपर को बाद में रिप्लेस की बजाए आसानी से सही किया जा सकता है। इसके हेडलैंप्स पर अब कॉर्नरिंग फंक्शन मिलता है।

बोलेरो कार की सबसे बड़ी खासियत इसमें लगे 15-इंच के व्हील्स हैं। इस गाड़ी में 215/75 आर15 साइज़ के व्हील्स लगे हैं जिनकी 16 सेंटीमीटर की साइडवॉल है। वहीं, दूसरी मॉडर्न अर्बन एसयूवीज में लगे व्हील्स की साइडवॉल 12 सेंटीमीटर से 13 सेंटीमीटर के बीच होती है। यही वजह है कि बोलेरो कार गड्ढों और उबड़-खबड़ सड़कों को आसानी से पार कर लेती है। इसके बड़े साइडवॉल्स रिम्स और सस्पेंशन कम्पोनेंट्स को बेहतर कुशनिंग और प्रोटेक्शन देते हैं।

बीएस6 बोलेरो के पीछे वाले हिस्से की बात करें तो यहां साइड से ओपन होने वाला टेलगेट दिया गया है। इसके टेलगेट पर स्पेयर व्हील को फिट किया गया है और इस पर एक प्रोटेक्टिंग स्ट्रिप भी लगी है। इसका यह हिस्सा बाहर की तरफ निकला हुआ है जो कार को पीछे से स्क्रैच से बचाता है। हालांकि इससे गाड़ी को बैक लेते समय दूसरी कार से इसके टच होने की संभावनाएं भी बनी रहती है। कुल मिलाकर, यह बॉक्सी एसयूवी स्टाइलिंग की बजाए यूटिलिटी के हिसाब से अच्छी है।

इसमें मेटेलिक बंपर और बड़ा रियर स्टेप दिया गया है। इस एसयूवी कार में दिया गया एंटीना अब भी मैनुअल फोल्डिंग यूनिट ही है जिसे ए-पिलर पर पोज़िशन किया गया है। इसके अलावा इसमें मैनुअली एडजस्टेबल ओआरवीएम भी मिलते हैं। हमारे अनुसार, कंपनी कुछ इंटरनल एडजस्टमेंट करके इसे इसमें पेश कर सकती थी। इस फीचर के चलते यह कार अब भी आउटडेटेड ही लगती है।

इंटीरियर

महिंद्रा ने नई बोलेरो के इंटीरियर को मॉडर्न बनाने की कोशिश जरूर की है, लेकिन यह इतनी दमदार लगती नहीं है। इसमें डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर एनालॉग डायल्स दिए गए हैं, वहीं सेंटर कंसोल पर वार्निंग लाइट्स और एकदम छोटा डिस्प्ले दिया गया है। इस गाड़ी में दिया गया डिजिटल स्पीडोमीटर और टैकोमीटर बेहद छोटा है और इसके पीछे की तरफ इसमें ऑरेंज बैकलाइट दी गई है जो काफी प्रीमियम लगती है। 2021 बोलेरो में दिया गया स्टीयरिंग व्हील भी एकदम नया है और यह पहले से कहीं ज्यादा बेहतर लगता है।

इसके प्लास्टिक की क्वालिटी अब भी अच्छी नहीं है। इसमें वुडन फिनिश पेंट किया गया है जिसकी फिनिशिंग किसी बच्चे की ड्राइंग की तरह लगती है। इसमें सिंगल डीन ऑडियो सिस्टम दिया गया है जो साल 2000 में आने वाली बजट कारों में देखने को मिलता था। यह केनवुड यूनिट ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ आती है और म्यूज़िक स्ट्रीमिंग के साथ-साथ कॉल्स को रिसीव करने में भी मदद करती है। इसके स्पीकर की क्वालिटी एकदम एवरेज है। इस गाड़ी में एसी और पावर विंडो की सुविधा दी गई है। हालांकि, बोलेरो में ज्यादा कोई कम्फर्ट फीचर नहीं मिलते हैं।

बीएस6 बोलेरो के सेंटर कंसोल पर कपहोल्डर्स और 12 वोल्ट चार्जर के साथ-साथ स्टोरेज स्पेस भी मिलता है। इस गाड़ी में दिया गया ग्लवबॉक्स काफी छोटा है और इसके ड्राइवर डोर पॉकेट में केवल एक बॉटल और कुछ पेपर ही रखे जा सकते हैं।

सेकंड रो पैसेंजर्स के लिए इस कार में साइड स्टेप के जरिए एंटर करना बेहद आसान है। इस गाड़ी में दी गई सीटें कम्फर्टेबल कुशनिंग के साथ आती है। चूंकि इसकी सीटों की पोज़िशनिंग काफी ऊंची है, ऐसे में इसमें पैसेंजर्स को अच्छा अंडरथाई सपोर्ट मिलता है। इसकी रूफ काफी ऊंची है जिसके चलते पैसेंजर्स को इसमें अच्छा हेडरूम स्पेस भी मिलता है, लेकिन सीट माउंटिंग ब्रैकेट के चलते इसमें पैसेंजर्स को पर्याप्त फुट रूम नहीं मिलता है। रियर साइड पर इस एसयूवी कार में तीन पैसेंजर्स आराम से बैठ सकते हैं, हालांकि इसमें मिडिल पैसेंजर के लिए हेडरेस्ट की सुविधा नहीं रखी गई है। वहीं, बाकी दोनों पैसेंजर्स के लिए इसमें एडजस्टेबल हेडरेस्ट मिलते हैं। इसमें आसानी से टूटने वाला खराब क्वालिटी का आर्मरेस्ट दिया गया है, वहीं इसमें कप होल्डर्स, डोर पॉकेट, केबिन लाइट, बॉटल होल्डर और चार्जिंग पॉइंट जैसे फीचर्स नहीं मिलते हैं। इसमें पावर विंडो स्विच को फ्रंट सेंटर कंसोल पर पोज़िशन किया गया है।  

इस गाड़ी में अच्छी क्वालिटी के प्लास्टिक और स्टोरेज, पैसेंजर एयरबैग, मिडल रो पर रिट्रेक्टिंग सीटबेल्ट और रियर सीट पर स्टोरेज स्पेस की कमी काफी खलती है। कंपनी ड्राइवर के लिए इसमें एडजस्टेबल स्टीयरिंग, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल्स और हाइट एडजस्टेबल सीटें जरूर दे सकती थी। यह फीचर हैचबैक कारों में मिलना बेहद कॉमन हो गया है। 10 लाख रुपये की प्राइस में आने वाली एसयूवी में इस फीचर का ना मिलना बिल्कुल सही नहीं लगता है। 

बूट स्पेस

इसमें बूट में दो रियर जंप सीटें दी गई हैं। इस लिहाज से इस जगह पर इसमें दो लोग (खासकर बच्चे) या फिर लगेज को ही रखा जा सकता है। यदि कोई बड़ा व्यक्ति यहां बैठना चाहे तो उनके लिए इसमें सीटबेल्ट, एसी वेंट्स की सुविधा नहीं दी गई है। इसमें विंडो पर फिक्स्ड ग्लास मिलता है। लगेज कैपेसिटी की बात करें तो इसमें बूट में तीन सूटकेस और कई सॉफ्ट बैग्स को रखने की ही जगह मिलती है। 

इंजन व परफॉर्मेंस

बोलेरो कार को जब आखिरी अपडेट मिला था तब इसका साइज़ 4-मीटर तक (फ्लेयर्ड बंपर के चलते) हो गया था, साथ ही इसमें नया 1.5-लीटर डीजल इंजन भी शामिल किया गया था। इस कार के नए अवतार को बोलेरो प्लस नाम दिया गया था। बीएस6 अपडेट मिलने के बाद अब इस कार में केवल डीजल इंजन ही मिलता है। इसमें 3-सिलेंडर एमहॉक डी75 1.5-लीटर डीजल इंजन दिया गया है जिसका पावर आउटपुट 76 पीएस और 210 एनएम है। पावर ट्रांसमिशन के लिए इसमें इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स मिलता है।

महिंद्रा बोलेरो बीएस6 में डीजल इंजन को ज्यादा रिफाइन करके पेश किया गया है। ऐसे में यह इंजन अब ज्यादा साउंड नहीं करता है जिसके चलते इस गाड़ी का केबिन एकदम शांत लगता है। यह कार एकदम इज़ी-टू-ड्राइव है। इसमें सबसे ज्यादा टॉर्क 1600 आरपीएम पर मिलता है। सिटी में यह कार सेकंड और थर्ड गियर पर सबसे अच्छी राइड्स देती है। इस कार में अच्छा टॉर्क मिलता है जिसके चलते सिटी ट्रैफिक में गैप्स से  आगे निकलना आसान रहता है, साथ ही ड्राइवर को ओवरटेकिंग में भी कोई परेशानी नहीं आती है। एक्सलरेट करने पर इंजन की स्पीड 3000 आरपीएम तक एकदम सही रहती है, लेकिन उसके बाद इसमें पावर की कमी महसूस होने लगती है। ऐसे में उम्मीद ना करें कि यह कार स्पोर्टी राइड्स देने में सक्षम होगी। लेकिन, यह कम्फर्टेबल राइड्स जरूर देगी।

यह कार 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को 23.46 सेकंड में तय करती है। इस लिहाज से यह कारदेखो द्वारा टेस्ट की गई सबसे स्लो कार है। लेकिन, राइडिंग के दौरान आपको ऐसा बिलकुल महसूस भी नहीं होगा, क्योंकि आप पूरा थ्रॉटल कभी कभार ही डालेंगे। इसकी वजह यह है कि इसका इंजन लो-मीडियम स्पीड ड्राईवेबिलिटी को ही सपोर्ट करता है, ऐसे में इस कार में ज्यादा लोगों को आसानी से बिठाया जा सकता है और बिना किसी परेशानी के ज्यादा कार्गो को भी रखा जा सकता है। यह गाड़ी सिटी में 15.64 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है, वहीं हाइवे पर इसका माइलेज फिगर 17.36 किलोमीटर प्रति लीटर रहता है। हाइवे पर यह एकदम शांत क्रूज़र कार लगती है। इस कार में सबसे ज्यादा परेशान करने वाली चीज़ जो है वह यह है कि इसमें 100 किलोमीटर प्रति घंटे और उससे ज्यादा की स्पीड पर ए-पिलर से हवा की आवाज़ आने लगती है। इस गाड़ी के जरिये खुली सड़कों पर जल्दी से ओवरटेक भी नहीं लिए जा सकते हैं।

राइड व हैंडलिंग

बोलेरो ने अपनी राइड क्वालिटी को लेकर हमें काफी आश्चर्यचकित किया है। लैडर-फ्रेम पर तैयार की गई इस एसयूवी कार से हमें उम्मीदें कम थी, लेकिन यह अच्छी राइड्स देने में सक्षम रही। इसकी साइडवॉल्स काफी बड़ी हैं और इसमें एब्ज़ॉर्बेंट फ्रंट सस्पेंशन दिए गए हैं जिसके चलते इसमें एकदम कम्फर्टेबल राइड मिलती हैं। यह गाड़ी ख़राब सड़कों के बारे में पैसेंजर्स को बिलकुल ही मालूम नहीं चलने देती है और स्पीड ब्रेकर व गड्ढों से आसानी से गुज़र जाती है। हालांकि, ऐसा खासकर फ्रंट सीटों पर महसूस होता है। रियर साइड पर इसमें लीफ स्प्रिंग सस्पेंशन दिए गए हैं, जिससे मिडल रो पैसेंजर्स को इसमें राइड थोड़ी बाउंसी लगती है। लेकिन, आगे बैठने वाले पांच पैसेंजर्स को इसमें राइड एकदम कम्फर्टेबल मिलती है। वहीं, कंकड़ पत्थर वाली सड़कों पर इस कार को तेज़ चलाने पर भी राइड्स एकदम स्मूद मिलती है।

बीएस6 बोलेरो को हैंडल करना थोड़ा मुश्किल लगता है। रेगुलर स्पीड पर इस एसयूवी की हैंडलिंग सही लगती है, लेकिन स्पीड बढ़ने के बाद यह डगमगाने लगती है। इस कार के केबिन के अंदर पैसेंजर्स का बॉडी रोल भी काफी होता है। सॉफ्ट सस्पेंशन की वजह से इसका फ्रंट इनर व्हील जल्दी से उठ जाता है। ऐसे में हम आपको पहाड़ी इलाकों में इसे बहुत सुरक्षित तरीके से ड्राइव करने की सलाह देंगे। 

निष्कर्ष :

बोलेरो एसयूवी में दी गई पावरट्रेन अपडेटेड है, लेकिन इसके अलावा दूसरे पहलुओं पर गौर करें तो यह कार 20 साल पुरानी एसयूवी कार से कम नहीं लगती है। इसके एक्सटीरियर पर लगा मेटल और इंटीरियर पर लगा प्लास्टिक इतना ज्यादा अच्छा नहीं है। साथ ही इसके केबिन में कम्फर्ट फीचर्स की कमी भी रखी गई है। यह सभी चीज़ें इस बात को दर्शाती है कि बोलेरो उन ग्राहकों के लिए अच्छी है जिनके लिए मैटेरियल की क्वालिटी और एडवांस फीचर्स ज्यादा महत्व नहीं रखते हैं और जो इसे केवल रग्ड अपील को लेकर ही खरीदना चाहते हैं।

हालांकि, इसके टॉप बी6 (ओ) वेरिएंट की प्राइस अब 10 लाख रुपए से ज्यादा है। इस प्राइस पर इस कार में इंटरनली एडजस्टेबल ओआरवीएम, बेहतर एंटीना, अच्छी क्वालिटी का इंटीरियर, सेकंड रो पर रिट्रैक्टिंग सीट बेल्ट जैसे फीचर्स नहीं मिलते हैं। बोलेरो में क्लाइमेट कंट्रोल या वायरलेस चार्जर की सुविधा भी नहीं दी गई है। यह सभी फीचर्स उन लोगों को एक अच्छा एक्सपीरिएंस देता है जो इसे इसके रग्ड नेचर की वजह से खरीदना चाहते हैं। यह सभी फीचर्स नेक्स्ट जनरेशन की बोलेरो में देखने को मिल सकते हैं जो टीयूवी300 कार पर बेस्ड होगी।

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nabeel

महिंद्रा बोलेरो

वेरिएंट*एक्स-शोरूम कीमत नई दिल्ली
बी4 (डीजल)Rs.9.79 लाख*
बी6 (डीजल)Rs.10 लाख*
बी6 ऑप्शनल (डीजल)Rs.10.91 लाख*

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