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मारुति सेलेरियो 2021: फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On नवंबर 19, 2021 By भानु for मारुति सेलेरियो

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आजकल कार खरीदने के फैसले इस बात पर काफी निर्भर करते हैं कि कंपनी अपने ब्रोशर में कार के बारे में क्या कुछ जानकारी दे रही है। चूंकि महंगी कारों के बारे में जो बताया जाता है वो सबकुछ आपको असल में मिलता भी है, मगर कॉम्पैक्ट हैचबैक कारों के बारे में ऐसा कम ही सुनने को मिलता है। ऐसे में ये बात हमनें नई मारुति सेलेरियो के बारे में भी जाननी चाही। तो क्या वाकई में ब्रोशर से ज्यादा असल में है ये एक प्रेक्टिकल कार, जानेंगे आप इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू में:

लुक्स

सेलेरियो के डिजाइन को एक शब्द में बयां करना हो तो वो शब्द होगा 'बेसिक'। ये ऑल्टो800 की याद दिलाती है मगर उससे बड़ी हैचबैक है। पुराने मॉडल के मुकाबले अब इस कार का नया मॉडल पहले से साइज में बड़ा हो गया है। ये पहले से ज्यादा चौड़ी और लंबे व्हीलबेस वाली कार हो गई है। हालांकि इसका डिजाइन अब भी प्लेन रखा गया है। ये ज्यादा आकर्षक तो नहीं है मगर ऐसा भी नहीं है कि आपको बिल्कुल स्ट्राइक नहीं करेगा। 

इसके फ्रंट में हेलोजन हेडलैंप्स और फॉगलैंप्स के साथ साथ ग्रिल पर कुछ क्रोम की फिनिशिंग दी गई है। इस लुक में कोई स्पेशल बात नहीं है बस ये सोबर लगता है। यदि यहां पर एलईडी डेटाइम रनिंग लैंप्स दिए जाते तो ज्यादा बेहतर होता। यहां तक कि ये एसेसरीज के तौर पर भी उपलब्ध नहीं है। मारुति नई सेलेरियो के साथ दो एसेसरीज पैक दे रही है जिनमें से एक एक्सटीरियर और दूसरा इंटीरियर को हाइलाइट कराने में इस्तेमाल लिया जा सकता है। 

साइड प्रोफाइल को देखें तो यहां 15 इंच के अलॉय व्हील्स सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित करते हैं। हालांकि ये फीचर इस कार के केवल टॉप वेरिएंट में ही दिया गया है। जबकि दूसरे वेरिएंट्स में 14 इंच के टायर्स ही दिए गए हैं। इसमें बॉडी कलर के आउटसाइड रियरव्यु मिरर और टर्न इंडिकेटर्स भी दिए गए हैं। हालांकि इनकी सबसे अच्छी बात ये है कि ये इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल हैं और कार के लॉक होने पर ऑटोमैटिकली फोल्ड हो जाते हैं। इसके अलावा नई सेलेरियो 2022 मॉडल में की लैस एंट्री बटन भी दिया गया है जो ऐसा लगता है कि कंपनी ने शायद बाहर से लेकर लगावाया हो। 

बैक पोर्शन की बात करें तो यहां से इस कार की चौड़ाई और ऊंचाई का तालमेल एकदम सटीक बैठता दिखाई देता और लुक्स काफी सोबर है। हालांकि मॉडर्न कारों की तरह यहां कंपनी को एलईडी टेललैंप्स देने चाहिए थे। लेकिन फिर यहां रियर वायपर, वॉशर और डिफॉगर जैसे मॉडर्न फीचर्स देकर कंपनी ने कुछ कमियों को पूरा कर दिया है। इसका बूट रिलीज हैंडल काफी सुविधाजनक है और यहां पर पैसिव कीलेस एंट्री के लिए बटन भी दिया गया है। 

कुल मिलाकर 2021 सेलेरियो एक सिंपल लुकिंग हैचबैक कार है जो आम कारों की तरह किसी का स्पेशल अंटेशन पाने वाली नहीं लगती है। हालांकि इसका डिजाइन कुछ यंग कस्टमर्स को पसंद आ सकता है जो कम बजट में एक ठीक ठाक लुक वाली कार चाहते हैंं।

इंटीरियर

सेलेरियो कार जितनी बाहर से स्टाइलिश नजर नहीं आती है उतनी वो अंदर से स्टाइलिश है। इसके ब्लैक डैशबोर्ड का डिजाइन और एसी वेंट्स एवं सेंटर कंसोल पर सिल्वर एसेंट्स इसे काफी अपमार्केट बनाते हैं। इसकी बिल्ड क्वालिटी भी काफी इंप्रेसिव है। फिट एवं फिनिशिंग से लेकर प्लास्टिक की क्वालिटी तक सबकुछ इस बजट कार की प्राइस को देखते हुए एकदम परफेक्ट नजर आते हैं। वहीं इसके बटंस, स्टीयरिंग व्हील और गियर शिफ्टर तक सबकी क्वालिटी काफी बेहतरीन नजर आती है।

आपको नई सेलेरियो में सीटिंग पोस्चर यानी पोजिशन भी काफी अच्छी मिलेगी। इसमें अच्छी कुशनिंग वाली ड्राइवर सीट दी गई है जहां हर साइज का ड्राइवर बैठ सकता है। इसमें हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट दी गई है जिससे छोटे कद से लेकर लंबे कद के ड्राइवर को अपने हिसाब से बैठने की सहूलियत मिल जाती है। इसके अलावा एक अच्छी ड्राइविंग पोजिशन पाने के लिए आप इसके स्टीयरिंग को अपने हिसाब से झुका सकते हैं। हालांकि इसमें कंवेशनल हैचबैक कार की तरह ही लो सीटिंग पोजिशन मिलती है। कुल मिलाकर सेलेरियो का साइज अब पहले से अच्छा हो गया है जो इसमें बैठने के बाद मालूम भी चलता है। 

केबिन प्रैक्टिकैलिटी की बात करें तो यहां आपको कुछ कमियां जरूर नजर आ जाएंगी। इसमें केवल दो कपहोल्डर ही दिए गए हैं जिनकी चौड़ाई तो ज्यादा नहीं है, मगरा ये काफी गहरे जरूर हैं। इसमें एक स्टोरेज ट्रे भी दी गई है जिसमें मॉडर्न स्मार्टफोन ही नहीं आ पाते हैं। इसके अलावा इसमें एक डिसेंट साइज का ग्लवबॉक्स और सभी दरवाजों पर डोर पॉकेट्स दिए गए हैं। हालांकि इसके हैंडब्रेक के फ्रंट और रियर में स्टोरेज स्पेस दिया जाता तो और भी बेहतर हो सकता था। वहीं डैशबोर्ड पर भी एक ओपन स्टोरेज की कमी महसूस होती है। 

इसकी फीचर लिस्ट तो ज्यादा बड़ी नहीं है, मगर इसमें काफी काम के फीचर्स दिए गए हैं। टॉप फीचर के तौर पर इसमें एंड्रॉयड ऑटो एवं एपल कारप्ले कनेक्टिविटी से लैस 4 स्पीकर्स से पेयर्ड 7 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। हालांकि स्पीकर्स की साउंड क्वालिटी औसत ही है। इसके अलावा इसमें मैनुअल एसी, पुश-बटन स्टार्ट, इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल बाहरी शीशे, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल और एएमटी ट्रांसमिशन के साथ हिल होल्ड असिस्ट जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं। 

इसकी फीचर लिस्ट भले ही प्रेक्टिकल साउंड करती हो मगर इसमें रियर पार्किंग कैमरा जैसे फीचर की कमी जरूर महसूस होती है जो टाइट पार्किंग स्पॉट्स में कार को पार्क करने के काफी काम आता है। इसके अलावा 7 लाख रुपये के प्राइस ब्रेकेट में कंपनी को इसमें ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल का फीचर देना चाहिए था। 

रियर सीट्स

सेलेरियो भले ही वैगन आर के जितनी ऊंची कार ना हो फिर भी इस कार के केबिन में एंट्री लेना और उससे बाहर निकलना काफी आसान है। हालांकि केबिन में एंट्री करते वक्त थोड़ी बहुत मुश्किल होती है। इसके सीट का बेस काफी फ्लैट है और कुशनिंग इतनी सॉफ्ट है कि सिटी में ट्रेवल करते वक्त आपको जरा भी परेशानी महसूस नहीं होगी। इस कार में 6 फुट तक के लंबे व्यक्ति आराम से सवार हो सकते है। इसमें आपको नीरूम, लेगरूम और हेडरूम स्पेस की कोई कमी नजर नहीं आएगी। वहीं केबिन में खुलेपन का अहसास भी होता है। हालांकि इसका केबिन उतना चौड़ा नहीं है कि रियर सीट पर तीन लोग आराम से बैठ सके। 

जहां इसकी सीटें काफी कंफर्टेबल है तो वहीं एक्सपीरियंस बेसिक ही मिलता है। इसमें एडजस्टेबल हेडरेस्ट नहीं दिए गए हैं और रियर पर कपहोल्डर्स, आर्मरेस्ट्स और फोन को रखने एवं चार्ज करने की भी कोई सुविधा नहीं दी गई है। इसमें सीटबैक पॉकेट का फीचर भी केवल पैसेंजर साइड में ही दिया गया है। हालांकि इसमें डोर पॉकेट्स जरूर दिए गए हैं फिर भी आपको कुछ फीचर्स की कमी जरूर महसूस होने लगेगी। 

बूट स्पेस

नई सेलेरियो में 313 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। इसका शेप काफी चौड़ा और गहरा है जहां बड़े सूटकेस भी रखे जा सकते हैं। इसके अलावा इस कार की रियर सीट 60:40 के अनुपात में बंट सकती है जिससे आप और भी सामान इस कार में लोड कर सकते हैं। 

यहां केवल आपको दो समस्याएं सामने आएंगी। पहली तो ये कि लोडिंग लिप काफी ऊंचा है और उस पर कोई कवर भी नहीं है। ऐसे में भारी बैग लोड करते समय आपको ज्यादा दम लगाना पड़ेगा और इससे आपकी कार पर स्क्रैच भी पड़ सकता है। दूसरी ये कि बूट लाइट का फीचर भी इसमें नहीं दिया गया है, ऐसे में रात को कोई सामान ढूंढने के लिए आपको आपके फोन की लाइट का इस्तेमाल करना पड़ेगा। 

वेरिएंट्स

मारुति सेलेरियो 4 वेरिएंट्स: एलएक्सआई, वीएक्सआई, जेडएक्सआई और जेडएक्स+ में उपलब्ध है। बेस वेरिएंट को छोड़कर सेलेरियो के बाकी सभी वेरिएंट्स में आपको एएमटी ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिल जाएगा। नई सेलेरियो की प्राइस 4.9 लाख रुपये से लेकर 6.94 लाख रुपये के बीच है। इंजन एवं परफॉर्मेंस

सेलेरियो में वीवीटी के साथ ड्युल जेट टेक्नोलॉजी से लैस नया 1.0 लीटर पेट्रोल इंजन दिया गया है। इस इंजन के साथ ज्यादा अच्छी फ्यूल एफिशिएंसी के लिए ऑटो आइडल स्टार्ट/स्टॉप का फीचर भी दिया गया है। ये इंजन 68 पीएस की पावर और 89 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। इसका आउटपुट तो काफी कम नजर आ रहा है, मगर ड्राइविंग के दौरान कैसा रहा हमारा रियल एक्सपीरियंस इसपर आगे होगी बात:

सेलेरियो ड्राइव करने में काफी अच्छी कार है। इसका क्लच काफी हल्का है, गियर काफी आराम से लगते हैं और थ्रॉटल रिस्पॉन्स भी जबरदस्त है। इन खूबियों के दम पर ये कार स्मूदली आगे बढ़ती है। शुरू शुरू में आपको इसके इंजन से काफी अच्छी पावर मिलेगी जहां आप एक अच्छे मोमेंटम के साथ स्पीड गेन करेंगे। ये काफी तेजी से तो नहीं मगर स्थिरता के साथ स्पीड गेन करती है। सिटी में ड्राइव करते वक्त आपको महसूस होगा कि सेलेरियो को आप अपने हिसाब से बिना परेशानी के ड्राइव कर पा रहे हैं। सिटी में ओवरटेकिंग के लिए भी आपको गियर बदलने की जरूरत महसूस नहीं होती है। 

इसके इंजन का रिफाइनमेंट लेवल काफी अच्छा है। ज्यादा आरपीएम और हाईवे ओवरटेकिंग के दौरान ये वैसा ही परफॉर्म करता है जैसा सिटी में करता है। 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर ड्राइविंग स्मूद लगती है, हां मगर ओवरटेकिंग के लिए आपको पावर की कमी जरूर महसूस होगी। ये 1.1 लीटर और 1.2 लीटर इंजन के मुकाबले काफी पावरफुल महसूस होता है। सेलेरियो को बंपर टू बंपर ट्रेफिक में ड्राइव करने के लिए आपको इस कार के इंजन रिस्पॉन्स को थोड़ा समझना होगा। हल्का सा थ्रॉटल इनपुट देने पर आपको थोड़ा जर्क महसूस हो सकता है। इसके मुकाबले आपको वैगन आर में दिया गया 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन का रिस्पॉन्स ज्यादा पसंद आएगा। 

यदि आपको बिना किसी रूकावट या जर्क के गाड़ी ड्राइव करना पसंद है तो हमारी राय में आप इसका एएमटी वर्जन चुनें। इसके शिफ्ट्स काफी स्मूद और क्विक हैं। और चूंकि इंजन से लो एंड टॉर्क काफी अच्छी मिलती है तो गियर को डाउनशिफ्ट्स में जाने की जरूरत ही महसूस नहीं होती है जिससे आपकी कार आराम से ड्राइव होती है। 

सेलेरियो की सबसे बड़ी यूएसपी इसका माइलेज फिगर है। कंपनी का दावा है कि सेलेरियो भारत में सबसे फ्यूल एफिशिएंट कार साबित होगी जो करीब 26.68 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज रिटर्न देगी। हमने इसका असल में माइलेज टेस्ट भी करके देखा और ये कहना गलत नहीं होगा कि ये वाकई में सिटी में 20 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज डिलीवर करने में सक्षम है। 

राइड एंड हैंडलिंग

किसी भी छोटी फैमिली कार में कंफर्ट एक अहम किरदार निभाता है क्योंकि आप अक्सर इन्हें सिटी में ही ड्राइव करते हैं। स्लो स्पीड पर नई सेलेरियो में आपको पूरी तरह कंफर्ट राइड मिलेगी। मगर जैसे ही आप इसे तेज स्पीड में ड्राइव करना शुरू करेंगे इसके सस्पेंशन आपको वो राइड क्वालिटी नहीं दे पाएंगे। टूटी फूटी सड़कों और गड्ढों से आने वाले इंपेक्ट को आप केबिन में महसूस कर सकते हैं और आपको साइड टू साइड मूवमेंट का भी इसमें अहसास होगा। ये आपको उतनी ज्यादा भी अंकफर्टेबल नहीं रखती है, मगर हमारा मानना है कि सिटी कारों में अच्छी राइड क्वालिटी मिलनी चाहिए। 

नई सेलेरियो का हैंडलिंग पार्ट औसत है और सिटी में इसका स्टीयरिंग व्हील काफी हल्का लगता है। ऐसे में सेलेरियो को ड्राइव करना आसान बन जाता है। मगर हमनें एक चीज जो महसूस कि वो ये कि कार को टर्न करने के बाद इसका स्टीयरिंग व्हील ठीक से री सेंटर नहीं हुआ जो कभी कभी आपको काफी परेशानी में डाल सकता है। हाईवे पर जरूर इसके स्टीयरिंग व्हील ने अलग सा कॉन्फिडेंस दिया। 

प्राइस

 

बेस वेरिएंट

टॉप वेरिएंट

वैगन आर

4.9 लाख रुपये

6.5 लाख रुपये

सेलेरियो

5 लाख रुपये

7 लाख रुपये

इग्निस

5.1 लाख रुपये

7.5 लाख रुपये

किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले आपको कुछ जरूरी चीजों से अवगत करा दें। ऊपर प्राइस चार्ट में आप देख सकते हैं कि सेलेरियो को मारुति के पोर्टफोलियो में वैगन आर और इग्निस के बीच पोजिशन किया गया है। वैगन आर एक प्रेक्टिकल और स्पेशियस हैचबैक है और इसका टॉप वेरिएंट एएमटी सेलेरियो से 50,000 रुपये तक महंगा है। वहीं सेलेरियो से ज्यादा फीचर लोडेड कार इग्निस का भी टॉप वेरिएंट इससे मात्र 50,000 रुपये ही महंगा है। ऐसे में यदि आप सेलेरियो के अलावा कोई अच्छा ऑप्शन देख रहे हैं और कुछ फीचर्स से समझौता करने को तैयार हैं तो यहां वैगन और इग्निस को चुनना ज्यादा बेहतर माना जा सकता है। 

कुल मिलाकर सेलेरियो कार खरीदने के लिए किसी के पास एक बहुत बड़ी वजह होनी जरूरी है। 

निष्कर्ष

सेलेरियो एक ईजी टू ड्राइव हैचबैक है। ये वैगन आर से ज्यादा स्टाइलिश कार है। इसमें भी प्रेक्टिकल फीचर्स, कंफर्टेबल सीट्स और अच्छा माइलेज देने वाला इंजन दिया गया है। हालांकि कंपनी को इसके डिजाइन, राइड कंफर्ट और केबिन प्रेक्टिकैलिटी में और सुधार करना चाहिए था। 

सेलेरियो कार लेने का ए​क ही कारण हो सकता है और वो है इसका काफी माइलेज फ्रेंडली होना। यदि आप कुछ और उम्मीद भी करते हैं तो मारुति के पोर्टफोलियो में इसी प्राइस रेंज में आने वाली अन्य कारें भी मौजूद हैं। 

Published by
भानु

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