होंडा जैज को मिला ऐसा ट्रांसफॉर्मेशन, वीडियो देखकर नहीं होगा यकीन
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तस्वीरों में दिखाई दे रही ये कमर्शियल नंबर वाली होंडा जैज कार रेंटल सर्विस के लिए उपयोग में ली जाती थी। चूंकि इसे कई लोग अपने अपने हिसाब से इस्तेमाल किया करते थे और पुणे स्थित ऑटो डिटेलिंग कंपनी ब्रोटोमोटिव ऑटो पहुंचने से पहले इस कार की स्थिति काफी खराब थी, जहां इसके एक्सटीरियर पर जगह जगह डेंट और स्क्रैचेज़ पड़े हुए थे। इसके बाद इस कार को एक्सटीरियर रेस्टोरेशन और इंटीरियर रिफर्बिशिंग के लिए ब्रोटोमोटिव ऑटो कंपनी लाया गया, जिसके बाद इसकी कायापलट ही हो गई। कैसे किया गया होंडा जैस का ट्रांसफॉर्मेशन इस वीडियो में देखिए:
इसके हर पैनल को रिपेयर करते हुए काफी बार पेंट भी चढ़ाया गया। ऑक्सिडेशन के कारण हेडलाइट्स काफी धुंधली नजर आ रही थी और साइड मिरर हाउसिंग पर कोई कवर्स भी नजर नहीं आ रहे थे।
अब कमर्शियल नंबर वाली कारों को उनके रजिस्ट्रेशन की तारीख वाले दिन से हर 5 साल में परमिट रिन्यू करानी होती है। इसके लिए रोड टैक्स भी भरना होता है और फिटनैस सर्टिफिकेट भी रिन्यू कराना होता है। अक्सर ऐसा होता है कि जितनी कार पुरानी होती चली जाती है उतनी ही फिर कार रेंटल सर्विस कंपनी में आने वाले ग्राहक उसे कम पसंद करते हैं। ऐसे में कंपनियां 5 साल इस्तेमाल करने के बाद उसे किसी प्राइवेट कस्टमर को बेच देती है। चूंकि होंडा जैज 2015 में लॉन्च हुई थी तो ऐसा माना जा सकता है कि ये कार करीब 5 साल पुरानी होगी। हो सकता है कि ये 1 लाख किलोमीटर चली हुई हो। इसमें 1.5 लीटर आई डीटेक इंजन दिया गया है, ऐसे में ये अभी और कई किलोमीटर चलने के लिए तैयार है।
इसमें कोई शक नहीं कि रेस्टोरेशन के बाद इस होंडा जैज की वैल्यू और ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे में यदि आप अपनी कार को इसी तरह हमेशा फ्रैश रखना चाहते हैं तो इसके लिए हम आपको नीचे कुछ टिप्स दे रहे हैं।
कार को सप्ताह में एक बार जरूर धोएं: ये कोई विशेष बात नहीं है कि गंदी कार को धोना जरूरी होता है। मगर कार की धुलाई के पीछे एक तकनीकी कारण भी होता है जो हर किसी को पता नहीं होता है। कार को धूल मिट्टी, पक्षियों का मल और कुछ दूसरी चीजें गंदा कर देती हैं जिन्हें साबुन की मदद से साफ किया जा सकता है। हमारी राय में आपको सप्ताह में एक बार कार धोनी चाहिए। इसके लिए आप दो बाल्टी पानी लें जहां एक बाल्टी में कार शैंपू डालें जबकि दूसरी बाल्टी में साफ पानी रखें। कार को साफ करने की शुरूआत रूफ से करें और फिर साफ करते हुए इसके हर साइड को भी अच्छे से शैंपू वाले पानी से साफ कर लेंं। इसके बाद एक साफ सूखा तौलिया या कपड़ा लें और फिर कार को पोंछ लें। इसके बाद साफ पानी से एक बार फिर से कार धो लें जिससे कि शैंपू के झाग उससे हट जाएं। अंत में एक बार फिर से साफ कपड़े से कार को आखिरी बार पोंछ लें और नतीजा आपके सामने होगा।
समय समय पर कार में वैक्स कराते रहें: यदि आपको कार का पेंट डल नहीं पड़ने देना है तो समय समय पर पनी कार में वैक्स की कोटिंग कराते रहें। समय के साथ आपकी कार के हेडलैंप्स और टेललैंप्स पीले डल पड़ने लग जाते हैं। ऐसे में उन्हे सुरक्षित रखने के लिए वैक्स कराने की जरूरत होती है। बाजार में काफी तरह के अच्छे वैक्स उपलब्ध हैं और कई में तो हाइड्रोफोबिक प्रॉपर्टी का इस्तेमाल भी किया जाता है। यदि आप काफी प्रदूषित शहर में रहते हैं जहां धूल मिट्टी ज्यादा उड़ती है तो फिर आप पाएंगे कि आपकी कार की वैक्स उतरने लग रही है। ऐसे में कार के कलर को चमकदार बनाए रखने के लिए कारनौबा वैक्स का इस्तेमाल करें। मेगुइयर और टर्टल जैसे पॉपुलर वैक्स का एक डिब्बा आपको करीब 2000 रुपये तक का पड़ जाएगा। अमेजन पर इनसे भी कुछ ज्यादा अफोर्डेबल ऑप्शंस मौजूद हैं जिनमें फॉर्मूला 1 कारनौबा पेस्ट वैक्स (380 रुपये) और वैक्सपोल हार्ड वैक्स (750 रुपये) शामिल है। वैक्स का एक डिब्बा कई महीनों तक चल जाता है।
फिल्म और कोटिंग: 3एम कार केयर जैसे कार डीटेलिंग सेंटर्स में कार के एक्सटीरियर बॉडी पैनल्स पर यूरीथेन बेस्ड पेंट प्रोटेक्शन फिल्म्स का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि बजट कारों में इनका इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ऐसे में आप सिरेमिक कोटिंग भी करवा सकते हैं जो काफी सस्ती पड़ती है। इससे लंबे समय तक कार में जंग नहीं लगती है।
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