फॉक्सवेगन भारत में बनाएगी 2.0 लीटर के डीज़ल इंजन
प्रकाशित: फरवरी 02, 2016 12:20 pm । sumit
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जर्मन कार कंपनी फॉक्सवेगन अब देश में 2.0 लीटर के डीज़ल इंजन बनाने की योजना बना रही है। यह इंजन कई कारों में लगाया जाएगा। इन इंजनों को फॉक्सवेगन समूह के ब्रांड स्कोडा की ऑक्टाविया और भारत में बेची जा रही ऑडी ए3 में दिया जाएगा। कंपनी पिछले साल से ही 1.5 लीटर का डीज़ल घरेलू स्तर पर बना रही है। इन इंजनों की असेम्बलिंग पुणे स्थित चाकण प्लांट में चल रही है।
फॉक्सवेगन का 2.0 लीटर का डीज़ल इंजन बीएस-6 उत्सर्जन मानकों के अनुरूप है । इसे अभी भारत में लागू किया जाना है। भारत सरकार की योजना 2020 तक बीएस-4 से सीधे बीएस-6 मानक अपनाने की है।
कार कंपनी के लिए घरेलू स्तर पर इंजन बनाना फायदेमंद सौदा होगा। इस सेगमेंट में कारों की बढ़ती बिक्री को देखते हुए कंपनी का यह बड़ा निवेश सही कदम है। इसके साथ ही लंबे वक्त में उसे इंजनों को नए मानकों के मुताबिक अपग्रेड नहीं करना होगा। स्थानीय स्तर पर इंजन बनाने से कारों की निर्माण प्रक्रिया में तेजी के साथ स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई में भी तेजी आएगी।
2.0 लीटर के इंजन को ईए288 इंजन के नाम से भी जाना जाता है। इसे फॉक्सवेगन की आने वाली कारों नई जनरेशन ऑडी ए4 और नई स्कोडा सुपर्ब में दिया जाएगा। एमक्यूबी प्लेटफॉर्म के आधार पर बनी कारें अधिकतर ईए288 इंजन पर दौड़ती हैं। वहीं भविष्य में आने वाले मॉडलों में भी इसी इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा।
अभी फॉक्सवेगन अपनी पहली कॉम्पैक्ट सेडान एमियो को लेकर सुर्खियों में है। इस कार को ऑटो एक्सपो-2016 में भी शोकेस करने की संभावना है। ऐसा माना जा रहा है कि इसमें दो इंजन दिये जा सकते हैं, जो 90 पीएस पावर और 105 पीएस की पावर जनरेट करने में सक्षम होंगे।
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