स्टेलांटिस ने जीप और सिट्रोएन समेत दूसरे ब्रांड्स के लिए जारी किया इलेक्ट्रिफिकेशन प्लान
प्रकाशित: जुलाई 09, 2021 02:48 pm । स्तुति
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स्टेलांटिस एफसीए और ग्रुप पीएसए के विलय से बनी कंपनी है।
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कंपनी ने भविष्य के इलेक्ट्रिफिकेशन रोडमैप की रूपरेखा तैयार की है।
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सभी ईवी 500 किलोमीटर से 800 किलोमीटर तक की रेंज तय करने में सक्षम होंगी। इनमें 400 वोल्ट से 800 वोल्ट आर्किटेक्चर के लिए लेटेस्ट फ़ास्ट चार्जिंग कैपेबिलिटी मिलेंगी।
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जीप, सिट्रोएन और मासेराती भारत में एक्टिव एकमात्र स्टेलांटिस ब्रांड है, लेकिन फिलहाल इनके इलेक्ट्रिफाइड मॉडल्स का जल्द भारत आना तय नहीं है।
ऑटोमोटिव कंपनी स्टेलांटिस ने अपनी आगे की इलेक्ट्रिफिकेशन रणनीतियों का खुलासा कर दिया है। कंपनी बैटरी मैन्युफैक्चरिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से संबंधित कॉम्पोनेंट्स के लिए अपने चार फ्लेक्सिबल ईवी प्लेटफार्म और इकोसिस्टम के विकास में निवेश कर रही है।
कंपनी के चार नए ईवी प्लेटफार्म को व्हीकल टाइप और रेंज के आधार पर बांटा गया है :-
प्लेटफॉर्म का नाम |
व्हीकल टाइप |
रेंज |
बैटरी कैपेसिटी |
एसटीएलए स्मॉल |
कॉम्पेक्ट सिटी कारें |
500 किलोमीटर तक |
37 किलोवाट आवर से 82 किलोवाट आवर |
एसटीएलए मीडियम |
प्रीमियम कारें |
700 किलोमीटर तक |
87 किलोवाट आवर से 104 किलोवाट आवर |
एसटीएलए लार्ज |
परफॉर्मेंस कारें |
किलोमीटर तक |
101 किलोवाट आवर से 118 किलोवाट आवर |
एसटीएलए फ्रेम |
यूटिलिटी व्हीकल्स जैसे पिकअप |
किलोमीटर तक |
159 किलोवाट आवर से 200 किलोवाट आवर |
इन चारों प्लेटफॉर्म पर स्टेलंटिस के अलग-अलग ब्रांड की कई कारों को तैयार किया जाएगा। वहीं क्रॉस शेयरिंग कंपोनेंट्स और सिस्टम से ग्रुप के कई ब्रांड्स एक दूसरे से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स तैयार करने का आइडिया भी शेयर कर सकेंगे। हर एक प्लेटफॉर्म मॉड्यूलर और फ्लेक्सिबल है जिसके चलते अलग-अलग ब्रांड्स के विभिन्न प्रकार के मॉडल्स को इस पर तैयार किया जा सकेगा।
कंपनी तीन इलेक्ट्रिक ड्राइव मॉडल्स को भी डेवलप कर रही है जिसे इन प्लेटफॉर्म और फ्रंट व्हील ड्राइव, रियर-व्हील-ड्राइव और जीप 4एक्सई (पुराने 4x4 सिस्टम का इलेक्ट्रिक वर्जन) ऑप्शंस के साथ दिया जाएगा। यह ड्राइव मॉडल्स 95 पीएस से 449 पीएस की पावर जनरेट करने में सक्षम होंगे।
स्टेलांटिस का अनुमान है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओनरशिप कॉस्ट 2026 तक रेगुलर आईसी इंजन के बराबर होगी। हालांकि, यह ईवी कम्पोनेंट्स की घटती कीमत, ज्यादा बेहतर टेक्नोलॉजी और बैटरी पैक की बढ़ी हुई एनर्जी डेंसिटी के साथ ही संभव होगा।
कंपनी की योजना 2021 और 2025 के बीच इलेक्ट्रिफिकेशन और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के लिए 30 बिलियन यूरो से अधिक का निवेश करने की है। चूंकि सभी इलेक्ट्रिक वाहन इंटरनेट से कनेक्टेड होंगे इसलिए ब्रांड ओनरशिप एक्सपीरिएंस को बढ़ाने के लिए ओवर-द-एयर अपडेट की पेशकश भी करेगी।
स्टेलांटिस के सभी 14 ऑटोमोटिव ब्रांड के लिए इलेक्ट्रिफिकेशन रोडमैप अलग-अलग होगा। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 70 परसेंट यूरोपियन सेल्स और इलेक्ट्रिफाइड मॉडल या फिर लो एमिशन व्हीकल्स से 40 परसेंट अमेरिकन सेल्स करने का है।
वर्तमान में ऑपरेट हो रहे स्टेलांटिस ब्रांड में जीप, सिट्रॉन और मासेराती शामिल हैं। कंपनी के लाइनअप के इलेक्ट्रिफाइड मॉडल्स (ईवी और हाइब्रिड) का भारत जल्द आना फिलहाल तय नहीं है क्योंकि ऐसे व्हीकल्स के लिए यहां इंफ्रास्ट्रक्चर फिलहाल शुरूआती स्टेज पर है। जीप कंपास और रैंगलर के हाइब्रिड वर्जन की डिमांड भी यहां शायद ही देखने को मिलेगी।