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रेनो क्विड पर बनी सिटी के-जेडई इलेक्ट्रिक से उठा पर्दा, भारत में भी लॉन्च हो सकती है ये कार

प्रकाशित: अप्रैल 17, 2019 02:21 pm । भानुरेनॉल्ट k-ze

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रेनो ने चीन में आयोजित शंघाई मोटर शो-2019 में सिटी के-जेड इलेक्ट्रिक से पर्दा उठाया है। यह रेनो क्विड पर बेस्ड इलेक्ट्रिक कार है। इसका व्हीलबेस भी क्विड के समान है।

रेनो सिटी के-ज़ेडई को 220 वोल्ट के घरेलू सॉकेट द्वारा चार्ज किया जा सकता है। इसे पूरी तरह चार्ज होने में 4 घंटे का समय लगेगा। फास्ट चार्जिंग द्वारा 50 मिनट के भीतर इसे 80 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है। रेनो ने कार की रेंज को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है। इसके कॉन्सेप्ट मॉडल की न्यू यूरोपियन ड्राइविंग साइकिल द्वारा अनुमानित रेंज 250 किलोमीटर बताई गई थी। उम्मीद की जा रही है कि यह कार सिंगल चार्ज में 200 किलोमीटर की दूरी तो तय कर ही लेगी।

फीचर की बात करें तो सिटी के-जेडई में रिमोट फंक्शन वाली 8 इंच मल्टीफंक्शन टचस्क्रीन, ऑनलाइन नेविगेशन और स्मार्टफोन एप के ज़रिए रियल टाइम कार मॉनिटरिंग जैसे आधुनिक फीचर दिए गए हैं। रेनो इस कार में ईजी कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी जैसे ऑनलाइन एंटरटेनमेंट, 4जी वाई-फाई और स्मार्ट वॉइस रेक्ग्निशन जैसे फीचर भी देगी। बढ़ते प्रदूषण की मार से पैसेंजर को सुरक्षित रखने के लिए कार में पीएम2.5 सेंसर और एयर क्वालिटी कंट्रोल का फीचर दिया गया है। ये दोनों फीचर बाहर और अंदर की हवा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करेंगे। सेंसर को जहां भी अच्छी गुणवत्ता वाली हवा मिलेगी वो उसे केबिन के अंदर पहुुंचा देगा। सिटी के-जेडई में रियर पार्किंग कैमरा और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे काम के फीचर भी दिए गए हैं।

साइज़ के मामले में सिटी के-जेडई, क्विड के भारतीय वर्जन के समान है। इसमें रेगुलर क्विड के समान 300 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। सिटी के-जेड का व्हीलबेस 2423 मिलीमीटर का है। यह क्विड पेट्रोल के मुकाबले महज़ एक मिलीमीटर बड़ा है। सिटी के-जेडई में 150 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लीयरेंस दिया गया है, जबकि रेगुलर क्विड का ग्राउंड क्लीयरेंस 180 मिलीमीटर है।

सिटी के-जेडई में एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप के साथ स्पिल्ट हैडलैंप दिए गए हैं। इन्हें बंपर से जुड़े मुख्य हैडलैंप के ऊपर पोजिशन किया गया है। सिटी के-जेडई का साइड वाला हिस्सा स्कवायर व्हील आर्क, डोर क्लेडिंग और रूफ रेल के साथ रेगुलर क्विड के समान नजर आता है। इसमें रेगुलर क्विड से हटकर ड्यूल-टोन अलॉय व्हील भी दिए गए हैं। भारत में उपलब्ध रेनो क्विड और क्लाइंबर में कंपनी जल्द ही फैक्ट्री निर्मित अलॉय व्हील दे सकती है, अभी इन में इस फीचर का अभाव है। क्विड के एक्सल पर 3 लॉकिंग नट भी दिए जाएंगे। के-जेडई में 4 लॉकिंग नट दिए गए हैं। के-जेडई का पिछला हिस्सा क्विड के समान ही उभरा हुआ रहेगा, हालांकि इसके टैललैंप और बंपर समेत कई जगह बदलाव नज़र आएगा।

रेनो चीन में डॉन्गफेंग, निसान एवं मित्सुबिशी के साथ मिलकर सिटी के-जेडई का उत्पादन कर रही है। सिटी के-जेडई को 2019 के आखिर तक चीन के बाज़ार में उतार दिया जाएगा। इसके बाद कंपनी इसको यूरोपियन बाज़ार में पेश करेगी।

रेनो ने कहा है कि सिटी के-जेडई कंपनी का अंतराष्ट्रीय उत्पाद है। उम्मीद है कि आने वाले समय में कंपनी इसे भारतीय बाज़ार में भी पेश कर सकती है। सिटी के-जेडई रेनो के 'ड्राइव द फ्यूचर' नामक 6 वर्षीय बिजनेस प्लान का हिस्सा है। कंपनी ने अक्टूबर 2017 में इस 6 वर्षीय बिजनेस प्लान की घोषणा की थी।

इस योजना के तहत कंपनी ने कहा था कि वह भारत में निर्मित सीएमएफ-ए प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएगी। इस प्लेटफॉर्म पर चार नए मॉडल लॉन्च तैयार किए जाएंगे। इन चार मॉडल में एक इलेक्ट्रिक कार शामिल है। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यह इलेक्ट्रिक कार सिटी के-जेडई हो सकती है। उम्मीद की जा रही है कि भारत में यह कार आने वाले कुछ सालों में लॉन्च हो सकती है। यहां इसका मुकाबला मारुति सुजुकी की वैगन-आर पर बेस्ड इलेक्ट्रिक कार से होगा। भारत में रेनो सिटी के-जेडई की प्राइस 10 लाख रुपए से नीचे रखी जा सकती है।

यह भी पढें : इलेक्ट्रिक अवतार में आ सकती है टाटा एच2एक्स

रेनो ने चीन में आयोजित शंघाई मोटर शो-2019 में सिटी के-जेड इलेक्ट्रिक से पर्दा उठाया है। यह रेनो क्विड पर बेस्ड इलेक्ट्रिक कार है। इसका व्हीलबेस भी क्विड के समान है।

रेनो सिटी के-ज़ेडई को 220 वोल्ट के घरेलू सॉकेट द्वारा चार्ज किया जा सकता है। इसे पूरी तरह चार्ज होने में 4 घंटे का समय लगेगा। फास्ट चार्जिंग द्वारा 50 मिनट के भीतर इसे 80 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है। रेनो ने कार की रेंज को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है। इसके कॉन्सेप्ट मॉडल की न्यू यूरोपियन ड्राइविंग साइकिल द्वारा अनुमानित रेंज 250 किलोमीटर बताई गई थी। उम्मीद की जा रही है कि यह कार सिंगल चार्ज में 200 किलोमीटर की दूरी तो तय कर ही लेगी।

फीचर की बात करें तो सिटी के-जेडई में रिमोट फंक्शन वाली 8 इंच मल्टीफंक्शन टचस्क्रीन, ऑनलाइन नेविगेशन और स्मार्टफोन एप के ज़रिए रियल टाइम कार मॉनिटरिंग जैसे आधुनिक फीचर दिए गए हैं। रेनो इस कार में ईजी कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी जैसे ऑनलाइन एंटरटेनमेंट, 4जी वाई-फाई और स्मार्ट वॉइस रेक्ग्निशन जैसे फीचर भी देगी। बढ़ते प्रदूषण की मार से पैसेंजर को सुरक्षित रखने के लिए कार में पीएम2.5 सेंसर और एयर क्वालिटी कंट्रोल का फीचर दिया गया है। ये दोनों फीचर बाहर और अंदर की हवा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करेंगे। सेंसर को जहां भी अच्छी गुणवत्ता वाली हवा मिलेगी वो उसे केबिन के अंदर पहुुंचा देगा। सिटी के-जेडई में रियर पार्किंग कैमरा और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे काम के फीचर भी दिए गए हैं।

साइज़ के मामले में सिटी के-जेडई, क्विड के भारतीय वर्जन के समान है। इसमें रेगुलर क्विड के समान 300 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। सिटी के-जेड का व्हीलबेस 2423 मिलीमीटर का है। यह क्विड पेट्रोल के मुकाबले महज़ एक मिलीमीटर बड़ा है। सिटी के-जेडई में 150 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लीयरेंस दिया गया है, जबकि रेगुलर क्विड का ग्राउंड क्लीयरेंस 180 मिलीमीटर है।

सिटी के-जेडई में एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप के साथ स्पिल्ट हैडलैंप दिए गए हैं। इन्हें बंपर से जुड़े मुख्य हैडलैंप के ऊपर पोजिशन किया गया है। सिटी के-जेडई का साइड वाला हिस्सा स्कवायर व्हील आर्क, डोर क्लेडिंग और रूफ रेल के साथ रेगुलर क्विड के समान नजर आता है। इसमें रेगुलर क्विड से हटकर ड्यूल-टोन अलॉय व्हील भी दिए गए हैं। भारत में उपलब्ध रेनो क्विड और क्लाइंबर में कंपनी जल्द ही फैक्ट्री निर्मित अलॉय व्हील दे सकती है, अभी इन में इस फीचर का अभाव है। क्विड के एक्सल पर 3 लॉकिंग नट भी दिए जाएंगे। के-जेडई में 4 लॉकिंग नट दिए गए हैं। के-जेडई का पिछला हिस्सा क्विड के समान ही उभरा हुआ रहेगा, हालांकि इसके टैललैंप और बंपर समेत कई जगह बदलाव नज़र आएगा।

रेनो चीन में डॉन्गफेंग, निसान एवं मित्सुबिशी के साथ मिलकर सिटी के-जेडई का उत्पादन कर रही है। सिटी के-जेडई को 2019 के आखिर तक चीन के बाज़ार में उतार दिया जाएगा। इसके बाद कंपनी इसको यूरोपियन बाज़ार में पेश करेगी।

रेनो ने कहा है कि सिटी के-जेडई कंपनी का अंतराष्ट्रीय उत्पाद है। उम्मीद है कि आने वाले समय में कंपनी इसे भारतीय बाज़ार में भी पेश कर सकती है। सिटी के-जेडई रेनो के 'ड्राइव द फ्यूचर' नामक 6 वर्षीय बिजनेस प्लान का हिस्सा है। कंपनी ने अक्टूबर 2017 में इस 6 वर्षीय बिजनेस प्लान की घोषणा की थी।

इस योजना के तहत कंपनी ने कहा था कि वह भारत में निर्मित सीएमएफ-ए प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएगी। इस प्लेटफॉर्म पर चार नए मॉडल लॉन्च तैयार किए जाएंगे। इन चार मॉडल में एक इलेक्ट्रिक कार शामिल है। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यह इलेक्ट्रिक कार सिटी के-जेडई हो सकती है। उम्मीद की जा रही है कि भारत में यह कार आने वाले कुछ सालों में लॉन्च हो सकती है। यहां इसका मुकाबला मारुति सुजुकी की वैगन-आर पर बेस्ड इलेक्ट्रिक कार से होगा। भारत में रेनो सिटी के-जेडई की प्राइस 10 लाख रुपए से नीचे रखी जा सकती है।

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रेनो ने चीन में आयोजित शंघाई मोटर शो-2019 में सिटी के-जेड इलेक्ट्रिक से पर्दा उठाया है। यह रेनो क्विड पर बेस्ड इलेक्ट्रिक कार है। इसका व्हीलबेस भी क्विड के समान है।

रेनो सिटी के-ज़ेडई को 220 वोल्ट के घरेलू सॉकेट द्वारा चार्ज किया जा सकता है। इसे पूरी तरह चार्ज होने में 4 घंटे का समय लगेगा। फास्ट चार्जिंग द्वारा 50 मिनट के भीतर इसे 80 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है। रेनो ने कार की रेंज को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है। इसके कॉन्सेप्ट मॉडल की न्यू यूरोपियन ड्राइविंग साइकिल द्वारा अनुमानित रेंज 250 किलोमीटर बताई गई थी। उम्मीद की जा रही है कि यह कार सिंगल चार्ज में 200 किलोमीटर की दूरी तो तय कर ही लेगी।

फीचर की बात करें तो सिटी के-जेडई में रिमोट फंक्शन वाली 8 इंच मल्टीफंक्शन टचस्क्रीन, ऑनलाइन नेविगेशन और स्मार्टफोन एप के ज़रिए रियल टाइम कार मॉनिटरिंग जैसे आधुनिक फीचर दिए गए हैं। रेनो इस कार में ईजी कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी जैसे ऑनलाइन एंटरटेनमेंट, 4जी वाई-फाई और स्मार्ट वॉइस रेक्ग्निशन जैसे फीचर भी देगी। बढ़ते प्रदूषण की मार से पैसेंजर को सुरक्षित रखने के लिए कार में पीएम2.5 सेंसर और एयर क्वालिटी कंट्रोल का फीचर दिया गया है। ये दोनों फीचर बाहर और अंदर की हवा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करेंगे। सेंसर को जहां भी अच्छी गुणवत्ता वाली हवा मिलेगी वो उसे केबिन के अंदर पहुुंचा देगा। सिटी के-जेडई में रियर पार्किंग कैमरा और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे काम के फीचर भी दिए गए हैं।

साइज़ के मामले में सिटी के-जेडई, क्विड के भारतीय वर्जन के समान है। इसमें रेगुलर क्विड के समान 300 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। सिटी के-जेड का व्हीलबेस 2423 मिलीमीटर का है। यह क्विड पेट्रोल के मुकाबले महज़ एक मिलीमीटर बड़ा है। सिटी के-जेडई में 150 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लीयरेंस दिया गया है, जबकि रेगुलर क्विड का ग्राउंड क्लीयरेंस 180 मिलीमीटर है।

सिटी के-जेडई में एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप के साथ स्पिल्ट हैडलैंप दिए गए हैं। इन्हें बंपर से जुड़े मुख्य हैडलैंप के ऊपर पोजिशन किया गया है। सिटी के-जेडई का साइड वाला हिस्सा स्कवायर व्हील आर्क, डोर क्लेडिंग और रूफ रेल के साथ रेगुलर क्विड के समान नजर आता है। इसमें रेगुलर क्विड से हटकर ड्यूल-टोन अलॉय व्हील भी दिए गए हैं। भारत में उपलब्ध रेनो क्विड और क्लाइंबर में कंपनी जल्द ही फैक्ट्री निर्मित अलॉय व्हील दे सकती है, अभी इन में इस फीचर का अभाव है। क्विड के एक्सल पर 3 लॉकिंग नट भी दिए जाएंगे। के-जेडई में 4 लॉकिंग नट दिए गए हैं। के-जेडई का पिछला हिस्सा क्विड के समान ही उभरा हुआ रहेगा, हालांकि इसके टैललैंप और बंपर समेत कई जगह बदलाव नज़र आएगा।

रेनो चीन में डॉन्गफेंग, निसान एवं मित्सुबिशी के साथ मिलकर सिटी के-जेडई का उत्पादन कर रही है। सिटी के-जेडई को 2019 के आखिर तक चीन के बाज़ार में उतार दिया जाएगा। इसके बाद कंपनी इसको यूरोपियन बाज़ार में पेश करेगी।

रेनो ने कहा है कि सिटी के-जेडई कंपनी का अंतराष्ट्रीय उत्पाद है। उम्मीद है कि आने वाले समय में कंपनी इसे भारतीय बाज़ार में भी पेश कर सकती है। सिटी के-जेडई रेनो के 'ड्राइव द फ्यूचर' नामक 6 वर्षीय बिजनेस प्लान का हिस्सा है। कंपनी ने अक्टूबर 2017 में इस 6 वर्षीय बिजनेस प्लान की घोषणा की थी।

इस योजना के तहत कंपनी ने कहा था कि वह भारत में निर्मित सीएमएफ-ए प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएगी। इस प्लेटफॉर्म पर चार नए मॉडल लॉन्च तैयार किए जाएंगे। इन चार मॉडल में एक इलेक्ट्रिक कार शामिल है। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यह इलेक्ट्रिक कार सिटी के-जेडई हो सकती है। उम्मीद की जा रही है कि भारत में यह कार आने वाले कुछ सालों में लॉन्च हो सकती है। यहां इसका मुकाबला मारुति सुजुकी की वैगन-आर पर बेस्ड इलेक्ट्रिक कार से होगा। भारत में रेनो सिटी के-जेडई की प्राइस 10 लाख रुपए से नीचे रखी जा सकती है।

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रेनो ने चीन में आयोजित शंघाई मोटर शो-2019 में सिटी के-जेड इलेक्ट्रिक से पर्दा उठाया है। यह रेनो क्विड पर बेस्ड इलेक्ट्रिक कार है। इसका व्हीलबेस भी क्विड के समान है।

रेनो सिटी के-ज़ेडई को 220 वोल्ट के घरेलू सॉकेट द्वारा चार्ज किया जा सकता है। इसे पूरी तरह चार्ज होने में 4 घंटे का समय लगेगा। फास्ट चार्जिंग द्वारा 50 मिनट के भीतर इसे 80 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है। रेनो ने कार की रेंज को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है। इसके कॉन्सेप्ट मॉडल की न्यू यूरोपियन ड्राइविंग साइकिल द्वारा अनुमानित रेंज 250 किलोमीटर बताई गई थी। उम्मीद की जा रही है कि यह कार सिंगल चार्ज में 200 किलोमीटर की दूरी तो तय कर ही लेगी।

फीचर की बात करें तो सिटी के-जेडई में रिमोट फंक्शन वाली 8 इंच मल्टीफंक्शन टचस्क्रीन, ऑनलाइन नेविगेशन और स्मार्टफोन एप के ज़रिए रियल टाइम कार मॉनिटरिंग जैसे आधुनिक फीचर दिए गए हैं। रेनो इस कार में ईजी कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी जैसे ऑनलाइन एंटरटेनमेंट, 4जी वाई-फाई और स्मार्ट वॉइस रेक्ग्निशन जैसे फीचर भी देगी। बढ़ते प्रदूषण की मार से पैसेंजर को सुरक्षित रखने के लिए कार में पीएम2.5 सेंसर और एयर क्वालिटी कंट्रोल का फीचर दिया गया है। ये दोनों फीचर बाहर और अंदर की हवा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करेंगे। सेंसर को जहां भी अच्छी गुणवत्ता वाली हवा मिलेगी वो उसे केबिन के अंदर पहुुंचा देगा। सिटी के-जेडई में रियर पार्किंग कैमरा और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे काम के फीचर भी दिए गए हैं।

साइज़ के मामले में सिटी के-जेडई, क्विड के भारतीय वर्जन के समान है। इसमें रेगुलर क्विड के समान 300 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। सिटी के-जेड का व्हीलबेस 2423 मिलीमीटर का है। यह क्विड पेट्रोल के मुकाबले महज़ एक मिलीमीटर बड़ा है। सिटी के-जेडई में 150 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लीयरेंस दिया गया है, जबकि रेगुलर क्विड का ग्राउंड क्लीयरेंस 180 मिलीमीटर है।

सिटी के-जेडई में एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप के साथ स्पिल्ट हैडलैंप दिए गए हैं। इन्हें बंपर से जुड़े मुख्य हैडलैंप के ऊपर पोजिशन किया गया है। सिटी के-जेडई का साइड वाला हिस्सा स्कवायर व्हील आर्क, डोर क्लेडिंग और रूफ रेल के साथ रेगुलर क्विड के समान नजर आता है। इसमें रेगुलर क्विड से हटकर ड्यूल-टोन अलॉय व्हील भी दिए गए हैं। भारत में उपलब्ध रेनो क्विड और क्लाइंबर में कंपनी जल्द ही फैक्ट्री निर्मित अलॉय व्हील दे सकती है, अभी इन में इस फीचर का अभाव है। क्विड के एक्सल पर 3 लॉकिंग नट भी दिए जाएंगे। के-जेडई में 4 लॉकिंग नट दिए गए हैं। के-जेडई का पिछला हिस्सा क्विड के समान ही उभरा हुआ रहेगा, हालांकि इसके टैललैंप और बंपर समेत कई जगह बदलाव नज़र आएगा।

रेनो चीन में डॉन्गफेंग, निसान एवं मित्सुबिशी के साथ मिलकर सिटी के-जेडई का उत्पादन कर रही है। सिटी के-जेडई को 2019 के आखिर तक चीन के बाज़ार में उतार दिया जाएगा। इसके बाद कंपनी इसको यूरोपियन बाज़ार में पेश करेगी।

रेनो ने कहा है कि सिटी के-जेडई कंपनी का अंतराष्ट्रीय उत्पाद है। उम्मीद है कि आने वाले समय में कंपनी इसे भारतीय बाज़ार में भी पेश कर सकती है। सिटी के-जेडई रेनो के 'ड्राइव द फ्यूचर' नामक 6 वर्षीय बिजनेस प्लान का हिस्सा है। कंपनी ने अक्टूबर 2017 में इस 6 वर्षीय बिजनेस प्लान की घोषणा की थी।

इस योजना के तहत कंपनी ने कहा था कि वह भारत में निर्मित सीएमएफ-ए प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएगी। इस प्लेटफॉर्म पर चार नए मॉडल लॉन्च तैयार किए जाएंगे। इन चार मॉडल में एक इलेक्ट्रिक कार शामिल है। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यह इलेक्ट्रिक कार सिटी के-जेडई हो सकती है। उम्मीद की जा रही है कि भारत में यह कार आने वाले कुछ सालों में लॉन्च हो सकती है। यहां इसका मुकाबला मारुति सुजुकी की वैगन-आर पर बेस्ड इलेक्ट्रिक कार से होगा। भारत में रेनो सिटी के-जेडई की प्राइस 10 लाख रुपए से नीचे रखी जा सकती है।

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