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मारूति जल्द ला सकती है ऑटोमैटिक विटारा ब्रेज़ा

संशोधित: मई 09, 2016 05:33 pm | alshaar | मारुति विटारा ब्रेज़ा 2016-2020

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ऑटोमैटिक हैचबैक सेलेरियो को मिली कामयाबी के बाद मारूति सुज़ुकी ने दूसरे सेगमेंट की कारों में भी यह सुविधा मुहैया कराई। नतीजे अच्छे रहे और ग्राहकों ने  इन कारों को हाथों-हाथ लिया। यही वजह है कि मारूति एक लाख से ज्यादा ऑटोमैटिक कारें बेचने में सफल रही है। इस सफलता को और आगे ले जाने के लिए कंपनी की योजना उन कारों के ऑटोमैटिक वर्जन लाने की है जिनमें फिलहाल यह सुविधा मौजूद नहीं है।

मारूति सुज़ुकी के इंडिया के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (रिसर्च एंड डवलपमेंट) सीवी रमन ने एक इंटरव्यू में इसके संकेत दिए हैं। रमन के मुताबिक कंपनी जल्द ही कुछ और कारों के ऑटोमैटिक वेरिएंट लाएगी।

सीवी रमन के मुताबिक 'टू-पैडल या क्लचलैस टेक्नोलॉज़ी का विस्तार करते हुए हम दूसरे सेगमेंट की कारों में भी यह सुविधा मुहैया कराएंगे। इस सुविधा को हम एजीएस, सीवीटी या एटी के तौर पर देंगे। हमारा मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को इस टेक्नोलॉज़ी का फायदा मिलना चाहिये।'

हालांकि रमन ने इस बारे में कोई जानकारी या संकेत नहीं दिए कि पहले किन मॉडलों में ऑटोमैटिक गियर ट्रांसमिशन दिया जाएगा। हम उम्मीद कर सकते हैं कि विटारा ब्रेज़ा या एस-क्रॉस में जल्द ही यह सुविधा मिल सकती है।

वैसे देखा जाए तो एस-क्रॉस के मुकाबले कॉम्पैक्ट एसयूवी विटारा ब्रेज़ा का ऑटोमैटिक वेरिएंट आने की उम्मीद कहीं ज्यादा है। ब्रेज़ा लॉन्च के साथ ही हिट साबित हुई है। ब्रेज़ा ने आते ही बाजार में पहले से मौजूद फोर्ड ईकोस्पोर्ट को कड़ी टक्कर दी है। फिलहाल ब्रेज़ा को 1.3 लीटर के डीडीआई-200 इंजन के साथ उतारा गया है। यह फ्रंट व्हील ड्राइव वाली गाड़ी है। इसमें 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है।

दूसरी तरफ कंपनी की पहली क्रॉसओवर एस-क्रॉस में 1.3 लीटर के अलावा 1.6 लीटर का डीज़ल इंजन भी मौजूद है। इसमें 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स मौजूद है।

इन दोनों के मुकाबले में मौजूद फोर्ड ईकोस्पोर्ट, महिन्द्रा टीयूवी-300, नुवोस्पोर्ट और हुंडई क्रेटा में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन दिया गया है। ऑटोमैटिक को अहमियत देने वाले ग्राहक इन गाड़ियों की तरफ मुड़ भी रहे हैं। ऐसे में मारूति के लिए वक्त रहते एस-क्रॉस और ब्रेज़ा में यह सुविधा देना अच्छा कदम साबित होगा।

कंपनी ने साल 2014 में सेलेरियो में ऑटो गियरशिफ्ट (एजीएस) की पेशकश की थी। सेलेरियो की बिक्री के मामले में 60 फीसदी हिस्सेदारी इसके ऑटोमैटिक वेरिएंट की रहती है। सेलेरियो के बाद ऑल्टो के-10, वैगन-आर, स्टिंग-रे और स्विफ्ट डिज़ायर (डीज़ल) में एजीएस की सुविधा दी गई। डिज़ायर, मारूति सुज़ुकी की पहली डीज़ल ऑटोमैटिक कार है।

वहीं प्रीमियम हैचबैक बलेनो में कंपनी ने कन्टिन्यूअस्ली वेरिएबल ट्रांसमिशन (सीवीटी) ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया है। इसके अलावा सियाज़ और अर्टिगा में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (एटी) दिया गया है।

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