तस्वीरों से जानिए स्विफ्ट के रेग्यूलर मॉडल से कितना अलग है इसका हाइब्रिड वर्जन
प्रकाशित: फरवरी 06, 2020 02:30 pm । भानु । मारुति स्विफ्ट हाइब्रिड
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मारुति ने ऑटो एक्सपो 2020 में अपने फ्यूचर प्लान से पर्दा उठा दिया है। आने वाले समय में यह कंपनी भारतीय बाज़ार में स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक व्हील्स लॉन्च करने की योजना बना रही है जो कि ईको फ्रैंडली होंगे। मारुति ने ऑटो एक्सपो में फ्यूचूरो-ई कॉन्सेप्ट को शोकेस करने के साथ साथ स्विफ्ट हाइब्रिड को भी शोकेस किया है। मारुति के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में पहले से ही माइल्ड हाइब्रिड और सीएनजी व्हीकल्स मौजूद हैं। मारुति स्विफ्ट के स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वर्जन में माइल्ड हाइब्रिड वर्जन के मुकाबले ज्यादा बड़ा बैट्री पैक और ज्यादा पावरफुल इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। हमनें तस्वीरों के ज़रिए इस हैचबैक के स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वर्जन की बारीकि से जानकारी दी है जो इस प्रकार है:
तस्वीरों पर गौर करें तो स्विफ्ट हाइब्रिड इसके रेग्यूलर मॉडल जैसी ही दिखाई देती है। हालांकि, इसमें मॉडिफाइड बंपर दिया गया है जिसमें ऑटोनॉमस इमरजैंसी का फीचर मौजूद है। इसके अलावा इसमें रेग्यूलर मॉडल की तरह डेटाइम रनिंग लैंप के साथ एलईडी हेडलैंप दिए गए हैं। यदि इसकी विंडशील्ड के उपरी हिस्से को देखें तो यहां लेन डिपार्चर सिस्टम और ऑटो इमरजैंसी ब्रेकिंग के लिए कैमरे का फीचर भी नज़र आएगा। चूंकि यह स्विफ्ट हाइब्रिड का जापानी वर्जन है ऐसे में इसमें अनिवार्य रूप से ड्यूल फ्रंट एयरबैग का फीचर भी दिया गया है।
स्विफ्ट हायरब्रिड को इसके रेग्यूलर मॉडल से अलग दिखाने के लिए कार के पिछले हिस्से पर 'हाइब्रिड' नाम की बैजिंग दी गई है। स्विफ्ट हाइब्रिड की लंबाई और व्हीलबेस इसके इंडियन वर्जन के बराबर ही है मगर, यह चौड़ाई और ऊंचाई के मामले में इससे क्रमश: 40 एमएम और 30 एमएम कम है।
साइड प्रोफाइल की बात करें तो स्विफ्ट हाइब्रिड में फ्रंट फेंडर पर भी'हाइब्रिड' नाम की बैजिंग के साथ नए डिज़ाइन के अलॉय व्हील दिए गए हैं। स्विफ्ट के स्टैंडर्ड मॉडल में 15 इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं जबकि इसके हाइब्रिड वर्जन में 16 इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं।
स्विफ्ट हाइब्रिड के केबिन में भी रेग्यूलर मॉडल जैसी समानताएं ही नज़न आती है मगर हाइब्रिड मॉडल में थोड़े ज्यादा अच्छे फीचर्स दिए गए हैं।
स्टैंडर्ड स्विफ्ट की तरह स्विफ्ट हाइब्रिड में फ्लैट बॉटम स्टीयरिंग व्हील दिए गए हैं। मगर, इसमें क्रूज़ कंट्रोल का फीचर भी मिलता है। इसके अलावा इसमें बलेनो की तरह बड़े साइज की कलर्ड एमआईडी स्क्रीन दी गई है।
स्विफ्ट हाइब्रिड में वेंटिलेटेड ड्राइवर सीट भी दी गई है जो कि स्विफ्ट के रेग्यूलर मॉडल में नहीं मिलती हैं।
स्विफ्ट हाइब्रिड में पैडल शिफ्टर्स के साथ 5 स्पीड एएमटी गियरबॉक्स दिया गया है। जबकि मारुति स्विफ्ट स्टैंडर्ड में 5 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ 5 स्पीड एएमटी गियरबॉक्स का ऑप्शन भी दिया गया है, मगर इसके साथ पैडल शिफ्टर्स का फीचर नहीं दिया गया है।
मारुति स्विफ्ट के रेग्यूलर मॉडल के मुकाबले स्विफ्ट हाइब्रिड में काफी सारे फीचर्स दिए गए हैं। इसमें ड्यूल फ्रंट एयरबैग, ईबीडी एवं एबीएस, रियर पार्किंग सेंसर और पार्किंग कैमरा जैसे स्टैंडर्ड फीचर्स के साथ इमरजैंसी ब्रेकिंग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल और लेन डिपार्चर वॉर्निंग जैसे एक्सट्रा सेफ्टी फीचर्स भी दिए गए हैं। स्विफ्ट हाइब्रिड में ईको मोड का फीचर भी दिया गया है जो कि स्टैंडर्ड स्विफ्ट में नहीं मिलता है।
इस आर्टिकल में जो तस्वीरें आप देख रहे हैं वो स्विफ्ट हाइब्रिड के जापानी वर्जन की है। फिलहाल तो मारुति की ओर से भारत में स्विफ्ट का स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वर्जन उतारे जाने की कोई योजना नहीं है। हालांकि, 2021 तक कंपनी का गुजरात स्थित बैट्री प्लांट शुरू हो जाएगा। ऐसे में अनुमान लगाए जा रहे हैं कि मारुति 2021 तक भारत में स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सिस्टम वाली कार लॉन्च कर सकती है। भारत में बीएस6 नॉर्म्स लागू होने जा रहे है जिसके चलते मारुति ने डीज़ल इंजन वाली कारें नहीं तैयार करने का फैसला किया है। यदि भारत में कंपनी स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कारों को पेश करती है तो ये मारुति के पोर्टफोलियो में डीज़ल इंजन वाली कारों की जगह ले सकती है।
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