Login or Register for best CarDekho experience
Login

जानिए किस तरह तैयार होती है महिंद्रा अल्टुरस जी4 एसयूवी

प्रकाशित: मार्च 25, 2019 11:58 am । cardekhoमहिंद्रा अल्टुरस जी4

महिंद्रा ने अपनी प्रीमियम एसयूवी अल्टुरस जी4 को पिछले साल लॉन्च किया था। ये सैंग्यॉन्ग रेक्सटन पर बेस्ड कार है। अल्टुरस जी4 केवल एक वेरिएंट में उपलब्ध है, इसमें दो पावरट्रेन का विकल्प मिलता है। कंपनी ने 4X2 पावरट्रेन वाले वेरिएंट की शुरूआती कीमत 26.95 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) रखी है। वहीं 4X4 पावरट्रेन वाली अल्टुरस जी4 की शुरूआती कीमत 29.95 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) है। भारत में इस प्रीमियम एसयूवी का मुकाबला टोयोटा फॉर्च्यूनर और फोर्ड एंडेवर से है।

भारत में इसे इंपोर्ट करके बेचा जाता है। ये कार कंपनी के पुणे स्थित चाकन प्लांट में एसेंबल होती है। महिंद्रा की अल्टुरस जी4 में लगने वाले लगभग सभी पुर्ज़ें बाहर से मंगवाए जाते हैं।

महिंद्रा द्वारा तैयार की गई अल्टुरस जी4 फीचर लोडेड कार है। कंपनी ने इसे तैयार करने में काफी समय लगाया था। तैयार होने के बाद ये भारत की सबसे शानदार लग्जरी कार बनने में सफल हुई।

महिंद्रा अल्टुरस जी4 की असेंबलिंग प्रक्रिया को करीब से देखने हम महिंद्रा के चाकन प्लांट पर पहुंचे। दुर्भाग्यवश अल्टुरस जी4 को तैयार होते हुए हम देख नहीं पाए। कंपनी ने कुछ समय के लिए इसका प्रॉडक्शन रोक रखा था। हमें इसके लैडर फ्रेम चेसिस के साथ कुछ पुर्जे देखने को मिले। लैडर फ्रेम चेसिस पर इन सभी पुर्जों को फिट करके कार तैयार की जाने वाली थी।

लैडर फ्रेम चेसिस को छोड़कर कार के अधिकांश हिस्से बॉक्स में पैक होकर आते हैं। वहां मौजूद अधिकारियों का कहना था कि कंपनी मांग के अनुरूप कार की 500 यूनिट तैयार कर सकती है। अल्टुरस जी4 की असेंबलिंग महिंद्रा बोलेरो और टीयूवी300 की तर्ज पर की जाती है। इसे लैडर फ्रेम पर असेंबल किया जाता है जो काफी सरल है।

कार के सारे पुर्ज़ों की अच्छी तरह से वेल्डिंग और फिटिंग होने के बाद कार अपना अंतिम रूप लेने लगती है। इसके बाद उन हिस्सों को अच्छी तरह ढक दिया जाता है जहां स्क्रैच लगने की संभावना रह जाती है। कार को विभिन्न डीलरशिप पर रवाना किए जाने से पहले अच्छी तरह से सुनिश्चित किया जाता है कि इस पर कोई निशान ना पड़े।

अल्टुरस जी4 का भारतीय मॉडल साउथ कोरिया में बिकने वाले मॉडल से काफी अलग है। हालांकि दोनों कारों में काफी छोटी-छोटी असमानताएं ही हैं, मगर उन्हें देखा जा सकता है। दोनों कारों में क्या असमानताएं है उस पर डालते हैं एक नज़र:

भारत की अल्टुरस जी4 में कोरियाई मॉडल सैंग्यॉन्ग रैक्सटन के मुकाबले 23 मिलीमीटर का ज्यादा ग्राउंड क्लीयरेंस मिलता है। ये 244 मिलीमीटर ग्राउंड क्लीयरेंस के साथ फोर्ड एंडेवर और टोयोटा फॉर्च्यूनर को भी पछाड़ देती है। भारत में मिलने वाली अल्टुरस जी4 के सस्पेंशन सिस्टम में फेरबदल किया गया है। नतीजतन, इसका ग्राउंड क्लीयरेंस काफी उठा हुआ सा है।

अल्टुरस जी4 के भारतीय मॉडल में 18 इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं। बाहर मिलने वाले मॉडल में 20 इंच के अलॉय व्हील दिए जाते हैं। महिंद्रा का कहना है कि भारतीय परिस्थितियों में छोटे व्हील से राइड क्वालिटी अच्छी हो जाती है।

अल्टुरस जी4 में मिलने वाला 8-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम सैंग्यॉन्ग रैक्सटन में मिलने वाले 9.2-इंच की यूनिट से छोटा है।

कीमत के हिसाब से अल्टुरस जी4 में काफी सारे और अच्छे फीचर मौजूद हैं। मगर, कार में रडार बेस सेफ्टी टेक्नोलॉजी का अभाव है। इसमें ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग एईबी, लेन डिपार्चर असिस्ट,फॉॅरवर्ड कॉलिज़न वार्निंग जैसे फीचर नहीं मिलेंगे। कार में 9 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफोर्स डिस्ट्रीब्यूशन के साथ एंटीलॉक ब्रेंकिंग सिस्टम,हिल डिसेंट,हिल एसेंट,एक्टिव रोलओवर प्रोटेक्शन,आएसओफिक्स और ट्रैक्शन कंट्रोल दिया गया है। इनमें से कुछ फीचर तो मुकाबले में मौजूद कारों में भी नहीं मिलते हैं।

यह भी पढें : हुंडई ने दिखाई क्यूएक्सआई की झलक, मिलेंगे ये काम के फीचर

c
द्वारा प्रकाशित

cardekho

  • 174 व्यूज़
  • 0 कमेंट्स

महिंद्रा अल्टुरस जी4 पर अपना कमेंट लिखें

Read Full News

ट्रेंडिंगएसयूवी कारें

  • लेटेस्ट
  • अपकमिंग
  • पॉपुलर
नई दिल्ली में *एक्स-शोरूम कीमत