किया सेल्टोस Vs स्कोडा कुशाक Vs फोक्सवैगन टाइगन : टर्बो डीसीटी माइलेज कंपेरिजन
इन तीनों कारों में 1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ 7-स्पीड डीसीटी गियरबॉक्स दिया गया है, लेकिन कौनसे फैक्टर्स इनकी माइलेज को प्रभावित करते हैं? चलिए जानते हैं इसके बारे में आगे
किया सेल्टोस फेसलिफ्ट भारत में हाल ही लॉन्च हुई है। इसमें 1.4-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन की जगह अब नया 1.5-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन शामिल किया गया है। इस इंजन के साथ इसमें 7-स्पीड ड्यूल क्लच ऑटोमेटिक (डीसीटी) गियरबॉक्स दिया गया है। इस नई पावरट्रेन के साथ किया सेल्टोस एसयूवी का मुकाबला स्कोडा कुशाक और फोक्सवैगन टाइगन से है। इन तीनों ही एसयूवी कारों में 1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ 7-स्पीड डीसीटी गियरबॉक्स दिए गए हैं, लेकिन इनकी परफॉर्मेंस और माइलेज के बीच थोड़े बहुत अंतर जरूर है।
पावरट्रेन व माइलेज कंपेरिजन
स्पेसिफिकेशन |
नई किया सेल्टोस |
स्कोडा कुशाक |
फोक्सवैगन टाइगन |
इंजन |
1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल |
1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल |
1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल |
पावर |
160 पीएस |
150 पीएस |
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टॉर्क |
253 एनएम |
250 एनएम |
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ट्रांसमिशन |
7-स्पीड डीसीटी |
7-स्पीड डीसीटी |
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सर्टिफाइड माइलेज |
17.9 किमी/लीटर |
18.86 किमी/लीटर |
19.01 किमी/लीटर |
जैसा कि आप ऊपर दी गई टेबल में देख सकते हैं टाइगन का डीसीटी गियरबॉक्स के साथ आने वाला टर्बो पेट्रोल इंजन सबसे ज्यादा माइलेज देता है, जबकि सेल्टोस को इस मामले में तीसरा स्थान मिलता है। हमारा मानना है कि स्कोडा कुशाक और फोक्सवैगन टाइगन का सर्टिफाइड माइलेज इन दो चीज़ों के कारण ज्यादा हो सकता है:
- सेल्टोस का टर्बो पेट्रोल इंजन ज्यादा पावर और टॉर्क जनरेट करता है, जिससे इसमें फ्यूल की ज्यादा खपत होती है और यह गाड़ी कम माइलेज दे पाती है।
- स्कोडा और फोक्सवैगन की एसयूवी कारों में टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ एक्टिव सिलेंडर टेक्नोलॉजी दी गई है जो ज्यादा माइलेज देने में मदद करती है।
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि नई किया सेल्टोस का टर्बो-डीसीटी इंजन फोक्सवैगन-स्कोडा की कारों में मिलने वाली पावरट्रेन जितना माइलेज नहीं देता है। हालांकि, यह ज्यादा परफॉर्मेंस के बावजूद पुराने टर्बो-डीसीटी इंजन से बेहतर माइलेज जरूर देता है।
किन वेरिएंट्स में दिए गए हैं यह पावरट्रेन ऑप्शन?
सेल्टोस में टर्बो-डीसीटी पावरट्रेन ऑप्शंस टॉप वेरिएंट एचटीएक्स+, जीटीएक्स+ और एक्स-लाइन वेरिएंट के साथ दिए गए हैं। इसमें पावरफुल 1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ 6-स्पीड आईएमटी (मैनुअल बिना पैडल के) गियरबॉक्स भी दिया गया है। हालांकि, यह इंजन-गियरबॉक्स ऑप्शन इसमें केवल एचटीएक्स+ वेरिएंट के साथ ही मिलता है।
स्कोडा कुशाक में यह इंजन-गियरबॉक्स ऑप्शन मिड वेरिएंट एम्बिशन और टॉप वेरिएंट स्टाइल के साथ मिलता है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि इसके स्टाइल वेरिएंट में भी इसे केवल सनरूफ वाले मॉडल में दिया गया है। वहीं, टाइगन एसयूवी में यह इंजन-गियरबॉक्स ऑप्शन केवल परफॉर्मेंस लाइन वेरिएंट जीटी, जीटी+ और जीटी ऐज के साथ मिलता है। इसके अलावा इसमें टर्बो पेट्रोल इंजन (150 पीएस) के साथ 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स भी दिया गया है।
टर्बो वेरिएंट की कीमत
सेल्टोस के टर्बो वेरिएंट्स की कीमत 19.20 लाख से शुरू होकर 20 लाख रुपये तक जाती है, जबकि कुशाक और टाइगन के टर्बो पेट्रोल वेरिएंट्स की प्राइस 16.79 लाख रुपये से 19.69 लाख रुपये के बीच है। इन तीनों कारों में से सेल्टोस की प्राइस सबसे ज्यादा है, यह गाड़ी सेगमेंट में भी सबसे ज्यादा महंगी है।
इन तीनों कॉम्पेक्ट एसयूवी कारों में से आप किसे चुनना पसंद करेंगे? हमें कमेंट सेक्शन में लिख कर बताएं।
यह भी देखें: किया सेल्टोस ऑन रोड प्राइस
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In general, Korean cars cannot be compared with European one. Lot of features will be there.. but future of car is less .