होंडा सिटी मैनुअल Vs सीवीटी
संशोधित: जून 20, 2018 04:55 pm | dinesh | होंडा सिटी 4th जनरेशन
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भारतीय कार बाजार में होंडा सिटी अपने सेगमेंट की कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार है। भारत में होंडा सिटी को पहली बार 1998 में लॉन्च किया था। 20 साल के इस सफर में कंपनी कई बार इसे अपडेट कर चुकी है। भारत में फिलहाल तीसरी जनरेशन की होंडा सिटी बिक्री के लिए उपलब्ध है और इसे भी अच्छी खासी प्रतिक्रिया मिल रही है। होंडा सिटी में मैनुअल और सीवीटी गियरबॉक्स का विकल्प रखा गया है। यहां हमने कई मोर्चों पर होंडा सिटी मैनुअल और सीवीटी की तुलना की है, तो क्या रहे इस तुलना के नतीजे जानेंगे यहां...
इंजन और परफॉर्मेंस
होंडा सिटी पेट्रोल और डीज़ल दोनों इंजन में उपलब्ध है। पेट्रोल वेरिएंट में 1.5 लीटर का इंजन लगा है, जो 100 पीएस की पावर और 200 एनएम का टॉर्क देता है। डीज़ल वेरिएंट में भी 1.5 लीटर का इंजन लगा है, इसकी पावर 119 पीएस और टॉर्क 145 एनएम है। दोनों इंजनों के साथ 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स स्टैंडर्ड है, वहीं पेट्रोल में सीवीटी गियरबॉक्स का विकल्प भी रखा गया है।
एक्सीलेरेशन
हमने होंडा सिटी पेट्रोल मैनुअल और सीवीटी का टेस्ट किया, इस टेस्ट में दोनों की परफॉर्मेंस अलग-अलग रही। होंडा सिटी पेट्रोल मैनुअल को 0 से 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पाने में 9.64 सेकंड का समय लगा, वहीं सिटी पेट्रोल सीवीटी ने यह रफ्तार 11.90 सेकंड में हासिल की।
0 से 100 किमी प्रति घंटा | |
होंडा सिटी पेट्रोल मैनुअल | 9.64 सेकंड |
होंडा सिटी पेट्रोल सीवीटी | 11.90 सेकंड |
ब्रेकिंग परफॉर्मेंस
0 से 100 किमी प्रति घंटा | 0 से 80 किमी प्रति घंटा | |
होंडा सिटी पेट्रोल मैनुअल | 43.11 मीटर | 27.11 मीटर |
होंडा सिटी पेट्रोल सीवीटी | 41.14 मीटर | 26.23 मीटर |
दोनों कारों में आगे की तरफ डिस्क और पीछे की तरफ ड्रम ब्रेक लगे हैं। हमारे टेस्ट में दोनों की ब्रेकिंग परफॉर्मेंस अलग-अलग रही। टेस्ट के दौरान सीवीटी वर्जन कम दूरी में रूक गया, जबकि मैनुअल वेरिएंट थोड़ी और दूर जाकर रूका।
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