2019 फोर्ड एंडेवर में क्या है अच्छा और कहां रह गई कमी, जानिए यहां
संशोधित: मार्च 11, 2019 06:19 pm | sonny
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फोर्ड ने हाल ही में एंडेवर के फेसलिफ्ट वर्जन को लॉन्च किया है। इसकी कीमत 28.19 लाख रूपए से 32.97 लाख रूपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) के बीच है। फोर्ड एंडेवर हमेशा से सेगमेंट में अच्छा प्रोडक्ट साबित हुई है। फेसलिफ्ट वर्जन में कंपनी ने काफी सारे अपडेट किए हैं। यहां हम बात करेंगे 2019 फोर्ड एंडेवर की खासियतों और इस में मौजूद कमियों के बारे में...
2019 फोर्ड एंडेवर को पसंद करने की वजह
फीचर लोडेड: करीब 30 लाख रूपए खर्च करने के बाद हर व्यक्ति चाहेगा की उसकी कार में ज्यादा से ज्यादा फीचर हों। फोर्ड के टॉप वेरिएंट में आपको उम्मीद से ज्यादा फीचर मिलेंगे। इस में पैनारोमिक सनरूफ, लैदर अपहोल्स्ट्री, टेरेन मैनेजमेंट सिस्टम, ऑफ-रोडिंग के लिए लो-रेंज गियरबॉक्स ऑप्शन, तीसरी रो में पावर फोल्डेबल सीटें, सेमी-ऑटोनोमस पार्किंग असिस्ट और फोर्ड का 8.0 इंच सिंक3 टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम समेत कई फीचर दिए गए हैं।
जगहदार केबिन: इस में कोई संदेह नहीं है कि फोर्ड एंडेवर एक बड़ी एसयूवी है। यह मुकाबले में मौजूद टोयोटा फॉर्च्यूनर से भी ज्यादा बड़ी है। लिहाजा इसके केबिन में आपको ज्यादा स्पेस मिलेगा। इस में सात पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं।
सेफ्टी: फोर्ड एंडेवर जितनी अच्छी दिखती है, सुरक्षा के मामले में भी उतनी ही बेहतर है। हाईवे पर यह कार आपके विश्वास को बनाए रखेगी। सुरक्षा के लिए इस में सात एयरबैग, आगे और पीछे की तरफ सेंसर, हिल होल्ड असिस्ट, ट्रेक्शन कंट्रोल और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ईएसपी) जैसे फीचर दिए गए हैं।
ना पसंद करने की वजह
राइड क्वालिटी: अगर कार पैसेंजर से भरी हुई है तो आपको ड्राइव करने में कोई परेशानी नहीं आएगी। यदि कार में एक या दो पैसेंजर बैठे हैं तो यह ड्राइविंग के दौरान ज्यादा उछलती है।
सीटिंग लेआउट में सुधार की गुंजाइश: फोर्ड एंडेवर की आखिरी रो में पावर फोल्डेबल सीटें दी गई हैं। इसकी दूसरी रो की सीटों को इस तरह से डिजायन किया गया है कि तीसरी रो पर जाने और आने में काफी परेशानी होगी। यह 7-सीटर एसयूवी है, लिहाजा फोर्ड एंडेवर इस में और सुधार कर सकती थी। इस में आगे-पीछे एडजस्ट होने वाला स्टीयरिंग व्हील भी नहीं दिया गया है।
इंजन: फोर्ड एंडेवर 2.2 लीटर और 3.2 लीटर दो डीज़ल इंजन में उपलब्ध है। कम क्षमता वाले इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल और ज्यादा क्षमता वाले इंजन के साथ 6-स्पीड ऑटो गियरबॉक्स दिया गया है। ऑटोमैटिक गियरबॉक्स ड्राइवर के अनुरूप काम नहीं करता। 3.2 लीटर इंजन की बात करें तो इस में ऑल-व्हील-ड्राइव की सुविधा दी गई है। कंपनी को चाहिए था कि 3.2 लीटर ऑल-व्हील-ड्राइव के साथ मैनुअल गियरबॉक्स का विकल्प भी रखती, जिससे ये और भी फन-टू-ड्राइव कार बन जाती।
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