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टोयोटा ग्लैंजा रिव्यू: क्या बलेनो से बेहतर है ये कार?

Published On अप्रैल 25, 2024 By भानु for टोयोटा ग्लैंजा

 

मारुति बलेनो का क्रॉस बैज्ड वर्जन टोयोटा ग्लैंजा एक प्रीमियम हैचबैक है। ये टाटा अल्ट्रोज और हुंडई आई20 के सेगमेंट की ही कार है, जिसे भारत में साल 2019 में लॉन्च किया गया था। इस रोड टेस्ट रिव्यू में आप जानेंगे टोयोटा ग्लैंजा की खूबियों और कमियों के बारे में:

चाबी 

किसी भी व्हीकल की ओनरशिप का एक्सपीरियंस उसकी चाबी से मिलता है और ग्लैंजा के साथ एक रेक्टेंगुलर शेप की चाबी दी जाती है जो कि काफी कंफर्टेबल तरीके से आपकी पॉकेट में फिट हो जाती है।

इसकी चाबी में दो बटन दिए गए हैं जिनमें से एक से कार लॉक होती है और दूसरे से अनलॉक होती है। आप इसके फंक्शन को कार की मल्टी इंफॉर्मेशन डिस्प्ले के जरिए भी कॉन्फिगर कर सकते हैं। इससे आप इस बात का भी चुनाव कर सकते हैं कि अनलॉक बटन दबाने के बाद क्या केवल कार के ड्राइवर डोर को अनलॉक करना चाहते हैं या फिर सभी डोर को। इसके अलावा पैसेंजर और ड्राइवर साइड पर आप की लेस एंट्री के लिए रिक्वेस्ट सेंसर भी ले सकते हैं।

एक्सटीरियर डिजाइन

मारुति बलेनो पर बेस्ड होने के बावजूद टोयोटा ने ग्लैंजा को अपनी तरफ से भी कुछ अलग सा डिजाइन देने की कोशिश की है। इसके बंपर को कंपनी ने एक यूनीक स्टाइलिंग दी है जिससे इसके अपीयरेंस को एक स्पोर्टी टच मिल रहा है।

स्लीक एलईडी डीआरएल और ग्रिल एवं फॉग लैंप हाउसिंग पर क्रोम और ब्लैक फ्रंट लिप एलिमेंट के कारण ग्लैंजा को अपना एक डिजाइन मिल रहा है जो काफी आकर्षक नजर आता है। 

बलेनो की तरह ग्लैंजा का साइड प्रोफाइल भी काफी सिंपल सोबर है, जिसमें स्मूद लाइंस और कम से कम कट और क्रीज नजर आते हैं। बलेनो के मुकाबले ग्लैंजा के 16 इंच के अलॉय व्हील का डिजाइन काफी बेहतर है।

इसकी सिंपल स्टाइलिंग रियर पोर्शन में भी नजर आती है। यहां टेललाइट्स में स्लीक इनवर्टेड सी शेप्ड एलईडी एलिमेंट्स और एक क्रोम बार दी गई है, जिससे इस कार को एक प्रीमियम टच मिलता है। दूसरे व्हीकल्स से अलग ग्लैंजा का रियर प्रोफाइल बलेनो जैसा नजर आता है।

कुल मिलाकर ग्लैंजा का डिजाइन सिंपल मगर प्रीमियम है। हालांकि कुछ लोगों को इसमें क्रोम का ज्यादा इस्तेमाल महसूस हो सकता है, मगर ये अलग अलग लोगों के हिसाब से उनका अलग नजरिया हो सकता है। टोयोटा ने तो ग्लैंजा को एक अलग डिजाइन देने की पूरी कोशिश की है जो कि कई लोगों को काफी पसंद भी आएगा।

बूट स्पेस

टोयोटा ग्लैंजा में ऑन पेपर 318 लीटर का बूट स्पेस बताया गया है। हालांकि ये सेगमेंट में सबसे ज्यादा तो नहीं है, मगर इसमें आप एक छोटा, एक मीडियम और एक बड़े साइज का सूटकेस आराम से रख सकते हैं। ऐसे में वीकेंड ट्रिप के लिए आपकी फैमिली की जरूरत का सारा सामान तो इसमें आ ही जाएगा और ​एडिशनल स्पेस के लिए आप रियर सीट्स को फोल्ड डाउन कर सकते हैं।

मगर हाई लोडिंग लिप और डीप बूट बेस होने की वजह से आपको सामान की लोडिंग/अनलोडिंग करने में एक्सट्रा मेहनत की जरूरत पड़ती है।

इंटीरियर

टोयोटा ग्लैंजा का केबिन काफी आकर्षक और स्पेशियस है। इसमें कंफर्टेबल पोजिशन पर आना काफी आसान है, क्योंकि इसकी सीटों की कुशनिंग काफी सॉफ्ट है और इनसे अच्छा साइड सपोर्ट मिलता है। हालांकि लंबे और अच्छी कद काठी के व्यक्ति को सीटों की बोल्सिट्रंग से कुछ परेशानी हो सकती है।

मगर भारी भरकम शरीर वालों को अच्छी ड्राइविंग पोजिशन पर आने से जुड़ी कोई समस्या इसमें नहीं आएगी, क्योंकि ग्लैंजा में टिल्ट और टेलीस्कोपिक स्टीयरिंग व्हील और हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट दी गई है।

इसके केबिन में ड्युअल टोन थीम दी गई है जिसके तहत बैज और ब्लैक कलर का इस्तेमाल किया गया है। इन कलर के साथ ग्लॉसी ब्लैक ट्रिम्स और एसी वेंट्स पर क्रोम का कॉन्ट्रास्ट काफी अच्छा लगता है और केबिन में एक खुलेपन का भी अहसास होता है। हालांकि बैज जैसे लाइट कलर को मेंटेन करने के लिए आपको काफी मेहनत करनी होगी।

डैशबोर्ड पर ग्लॉस ब्लैक ट्रिम स्टीयरिंग व्हील तक भी जाती है और प्रीमियम फील देने के लिए स्टीयरिंग व्हील पर लैदर भी चढ़ाया गया है।

फील की बात करें तो केबिन में क्वालिटी के मोर्चे पर कोई समझौता नहीं किया गया है। इसमें सेंटर आर्मरेस्ट और डोर पैनल्स पर सॉफ्ट टच मैटेरियल्स का इस्तेमाल किया गया है। इसमें डैशबोर्ड पर हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है, मगर इनको टेक्चर्ड फिनिशिंग दी गई है जिससे छूने पर ये चीप महसूस नहीं होता है।

इसके डोर के सेंट्रल पैनल की क्वालिटी में कमी नजर आती है, मगर कुल मिलाकर बात की जाए तो ग्लैंजा की ओवरऑल फिट और फिनिशिंग एक प्रीमियम फील जरूर देती है।

केबिन स्टोरेज और चार्जिंग ऑप्शंस

ग्लैंजा में स्टोरेज स्पेस की कोई कमी नहीं है। इसके चारों दरवाजों पर 1 लीटर बॉटल रखने के लिए पॉकेट्स और एडिशनल हॉरिजॉन्टल स्पेस दिया गया है। गियर लिवर के आगे दो कपहोल्डर्स दिए गए हैं और उसके पीछे वॉलेट या फोन जैसे आइटम्स रखने के लिए भी स्पेस दिया गया है।

इसके सेंट्रल कंसोल में सेंटर आर्मरेस्ट के नीचे स्टोरेज स्पेस दिया गया है, जिसमें सनग्लास केस या वॉलेट रखा जा सकता है। इसके ग्लवाबॉक्स कंपार्टमेंट का साइज भी काफी अच्छा है और इसमें पैसेंजर सीट के पीछे पॉकेट्स भी दिए गए हैं, जिनमें मैग्जीन या न्यूजपेपर रखा जा सकता है।

इसके अलावा स्टीयरिंग व्हील के पास ही छोटा सा स्पेस भी दिया गया है जिसमें वॉलेट या खुल्ले पैसे रखे जा सकते हैं।

इसमें काफी सारे चार्जिंग ऑप्शंस भी मौजूद हैं, जिनमें फ्रंट पैसेंजर के लिए 12 वोल्ट का सॉकेट और यूएसबी एवं रियर पैसेंजर्स के लिए यूएसबी सी और यूएसबी टाइप सॉकेट दिया गया है। हालांकि इसमें फ्रंट पैसेंजर्स के लिए यूएसबी सी पोर्ट नहीं दिया गया है।

रियर केबिन एक्सपीरियंस

टोयोटा ग्लैंजा का रियर केबिन स्पेस अपने सेगमेंट में बेस्ट है। यहां तीन पैसेंजर्स आराम से बैठ सकते है। हालांकि लंबे सफर में तीन लोगों को बैठाना सही नहीं रहेगा, क्योंकि इसमें मीडिल पैसेंजर्स के लिए डेडिकेटेड हेडरेस्ट नहीं दिया गया है।

इसकी रियर सीटों पर अच्छा खासा अंडरथाई सपोर्ट मिलता है और इसमें अच्छा खासा हेडरूम, नीरूम और पैर फैलाने के लिए लेगरूम स्पेस दिया गया है।

मगर इस मोर्चे पर ग्लैंजा में थोड़ी बहुत कमियां नजर आती है। पहली तो ये कि फ्रंट का व्यू थोड़ा अच्छा नहीं मिलता है, क्योंकि फ्रंट सीट के हेडरेस्ट काफी बड़े हैं जो आपकी आगे देखने में बाधा उत्पन्न करते हैं। इसके अलावा छोटे कद के लोगों को इसकी विंडो लाइन ऊंची भी महसूस होगी। मगर इन कमियों को छोड़ दें तो ग्लैंजा की रियर सीट पर आपको सिकुड़ापन या घुटन बिल्कुल भी महसूस नहीं होगी, क्योंकि इसमें लाइट कलर का इस्तेमाल किया गया है ​जिससे केबिन में खुलेपन का अहसास होता है।

फीचर

ग्लैंजा का केबिन एक्सपीरियंस तो काफी प्रीमियम है, मगर इसमें दिए गए कई फीचर्स तो इसकी प्रीमियमनैस को और बढ़ा देते हैं। इसमें मारुति बलेनो की तरह 360 डिग्री कैमरा दिया गया है जो कि बलेनो में सेगमेंट फर्स्ट था।

इसके अलावा ग्लैंजा कार में एंड्रॉयड ऑटो एवं एपल कारप्ले कनेक्टिविटी के साथ 9 इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। इसका डिस्प्ले काफी क्रिस्प है और इंटरफेस भी यूजर फ्रैंडली है। यहां तक कि एंड्रॉयड ऑटो एवं एपल कारप्ले का इंटीग्रेशन काफी स्मूद और यूजर फ्रेंडली है, मगर एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले की कनेक्टिविटी वायर्ड है ना कि वायरलेस। चूंकि बलेनो कार में अब वायरलेस कनेक्टिविटी दे ​दी गई है, ऐसे में टोयोटा भी एक सिंपल सॉफ्टवेयर अपडेट देकर इस कार में ये फीचर उपलब्ध करा सकती है।

ड्राइवर के लिए इसमें सेमी डिजिटल मल्टी इंफॉर्मेशन डिस्प्ले के साथ एनलॉग डायल्स दिए गए हैं। ये डिस्प्ले आपको छोटी लग सकती है, मगर इससे आपको ट्रिप डीटेल्स और औसत माइलेज जैसी जरूरी इंफॉर्मेशन मिलेगी। इसके टॉप वेरिएंट में आईआरवीएम, रिमोट कीलेस एंट्री, रियर एसी वेंट के साथ ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, क्रूज़ कंट्रोल और ऑटो-फोल्डिंग ओआरवीएम जैसे फीचर्स दिए गए हैं।

कुल मिलाकर ग्लैंजा की फीचर लिस्ट काफी अच्छी है, मगर कॉम्पिटिशन को देखें तो इसमें डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, वायरलेस फोन चार्जिंग, कूल्ड ग्लवबॉक्स, लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री और सनरूफ जैसे फीचर्स की कमी नजर आती है। इन सब फीचर के उपलब्ध होने से ग्लैंजा का एक्सपीरियंस और ज्यादा खास हो सकता था।

सेफ्टी 

ग्लैंजा के टॉप वेरिएंट में कंपनी ने छह एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, हिल होल्ड असिस्ट और रिवर्स पार्किंग सेंसर के साथ एक 360-डिग्री कैमरा जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए हैं। अब टोयोटा ने इस कार में मिडिल पैसेंजर के लिए 3 पॉइन्ट सीट बेल्ट का फीचर भी पेश कर दिया है। 

इतने सारे सेफ्टी फीचर्स होने के बावजूद ग्लैंजा का क्रैश टेस्ट होना बाकी है और भविष्य में भारत एनकैप के जरिए इसका क्रैश टेस्ट हो सकता है। बता दें कि ज्यादा सेफ्टी फीचर्स होने से अच्छा क्रैश टेस्ट स्कोर हासिल कर पाना जरूरी नहीं है।

परफॉर्मेंस

बलेनो की तरह टोयोटा ग्लैंजा में 90 पीएस की पावर और 113 एनएम का टॉर्क देने वाला 1.2 लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन दिया गया है, जिसके साथ 5 स्पीड मैनुअल और एएमटी गियरबॉक्स की चॉइस दी गई है। इस कार में सीएनजी किट का भी ऑप्शन दिया गया है। 

अपने कॉम्पिटिशन में मौजूद दूसरी कारों के मुकाबले ग्लैंजा में कम इंजन ऑप्शंस दिए गए हैं, मगर ये इंजन अपने आप में ही इतना अच्छा है कि आपको दूसरे ऑप्शंस की जरूरत ही महसूस नहीं होगी। ये काफी रिफाइंड और रेस्पॉन्सिव है।

इंजन

1.2-लीटर पेट्रोल

1.2-लीटर पेट्रोल + सीएनजी

पावर

90पीएस

77.5पीएस

टॉर्क

113 एनएम

98.5 एनएम

ट्रांसमिशन

5एमटी/ 5एएमटी

5एमटी

शहर में इसका इंजन काफी स्मूद ड्राइविंग एक्सपीरियंस देता है। इस कार को कम आरपीएम पर भी ड्राइव करना काफी आसान है, जिसका मतलब ये हुआ कि कम स्पीड पर ड्राइव करते हुए आपको गियर डाउन करने की जरूरत नहीं है। इस कार से ओवरटेक करना आसान है और हाईवे पर आपको तब तक पावर की कमी महसूस नहीं होगी जब तक कि आपको तुरंत किसी को ओवरटेक ना करना हो।

यदि आप तुरंत ओवरटेक करने के लिए गाड़ी की स्पीड को बढ़ाते हैं तो इसका इंजन आपको काफी स्पोर्टी महसूस होगा। 

हालांकि ये इंजन कॉम्पिटिशन में मौजूद टर्बो पेट्रोल इंजन जितना बहुत ज्यादा फुर्तिला नहीं है, मगर आप एक स्मूद और रिलेक्स्ड ड्राइविंग एक्सपीरियंस चाहते हैं तो ये आपको बिल्कुल निराश नहीं करेगा।

माइलेज के मोर्चे पर ये काफी अच्छी कार है। रियल वर्ल्ड कंडीशन में ग्लैंजा का मैनुअल वेरिएंट सिटी में 17.35 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देता है तो वहीं हाईवे पर ये 21.43 किलोमीटर प्रतिलीटर का माइलेज देता है। इस कार में ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का भी ऑप्शन मौजूद है।

इसका एएमटी वर्जन उतना स्मूद नहीं है और इसके गियर काफी धीरे और देर से बदलते हैं। वहीं मैनुअल वर्जन के मुकाबले इसका सर्टिफाइड माइलेज भी कम है। ऐसे में यदि आप ऑटोमैटिक गियरबॉक्स की सुविधा नहीं चाहते हैं तो आप ग्लैंजा का मैनुअल वेरिएंट ही चुनें। 

ग्लैंजा का इंजन तो अच्छा है मगर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स की कमी है, क्योंकि इसके मुकाबले में मौजूद दूसरी कारों में ज्यादा स्मूद सीवीटी या ​डीसीटी ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की चॉइस दी जा रही है।

बैलेंस्ड राइड और हैंडलिंग 

राइड कंंफर्ट के मामले में भी ग्लैंजा आपको बिल्कुल निराश नहीं करेगी। इसके सस्पेंशन सेटअप काफी अच्छे से बैलेंस्ड लगते है जो कि कंफर्ट और स्पोर्टीनैस दोनों का एक्सपीरियंस देते हैं। नतीजतन स्लो स्पीड में बंप्स एब्जॉर्ब करने के मामले में ये अच्छे हैं और सिटी में आपको कंफर्टेबल रखते हैं।

केवल हाई स्पीड पर ही शार्प बंप्स या स्पीड ब्रेकर्स आने पर केबिन के अंदर झटकों को महसूस किया जा सकता है और एक थड का साउंड भी सुनाई देता है। मगर इस चीज से आपका कंफर्ट लेवल खराब नहीं होता है, क्योंकि कार का मूवमेंट कंट्रोल्ड रहता है।

यहां तक कि हाईवे स्पीड पर ग्लैंजा बिल्कुल स्टेबल रहती है और जहां सिटी में इसका स्टीयरिंग व्हील हल्का महसूस होता है तो स्पीड बढ़ाने पर भारी हो जाता है जिससे ड्राइवर को कॉन्फिडेंस मिलता है। यहां तक कि ग्लैंजा को घुमावदार या पहाड़ी रास्तों में चलाने में भी काफी मजा आता है। 

निष्कर्ष

ग्लैंजा के बारे में अब तक जो हमने बताया उसे देखते हुए तो ​कहा जा सकता है कि अपनी प्राइस रेंज के हिसाब से ग्लैंजा एक आकर्षक पैकेज है। इसमें कमियों से ज्यादा खूबियां नजर आती है। वहीं इसमें जो कमियां मौजूद हैं वो ऐसी नहीं हैं कि आपको इस कार को खरीदने के फैसले को ​प्रभावित कर सके।

इसका डिजाइन काफी अच्छा है, ये एक स्पेशियस कार भी है और केबिन की क्वालिटी भी काफी अच्छी है और इसकी फीचर लिस्ट भी लंबी है, जिसमें कुछ सेगमेंट फर्स्ट फीचर्स दिए गए हैं। ग्लैंजा की कंफर्टेबल राइड क्वालिटी आपकी फैमिली को शिकायत का कोई मौका नहीं देगी।

हालांकि इसमें ज्यादा इंजन ऑप्शंस नहीं दिए गए हैं, मगर इसमें जो इंजन दिया गया है वो काफी अच्छा परफॉर्म करता है और माइलेज व रिफाइनमेंट के मामले में भी ये बेस्ट है। मैनुअल गियरबॉक्स के साथ तो आप इस कार को ड्राइव करने में काफी अच्छा महसूस करेंगे।

एक जैसी प्रीमियम हैचबैक होने के बावजूद बलेनो के बजाए ग्लैंजा को चुनना आपको ज्यादा कंफ्यूज नहीं करेगा। क्योंकि ग्लैंजा में आपको बलेनो वाली ही खूबियां मिलेगी जिसके साथ टोयोटा की बैजिंग का फायदा भी मिलेगा जो कि अपनी बेहतर सर्विस और एक्सटेंडेड वॉरन्टी पैकेज के लिए जानी जाती है। यदि आप बलेनो के लुक्स को छोड़ दें तो ग्लैंजा आपको शानदार ओनरशिप एक्सपीरियंस देने का दम रखती है।

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