टाटा टियागो आईसीएनजी एएमटी रिव्यू: क्या ज्यादा पैसे देकर इसे लेना है फायदे का सौदा?
Published On मार्च 13, 2024 By nabeel for टाटा टियागो
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यदि आप अपनी फैमिली के लिए एक सीएनजी कार लेने की सोच रहे हैं तो टाटा टियागो आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन है। इसके लुक्स काफी अच्छे हैं और ये फीचर लोडेड भी है और रोजाना की ड्राइविंग के हिसाब से ये पावरफुल भी है। सबसे खास बात ये है कि टाटा ने सीएनजी कारों में मिलने वाली दो सबसे बड़ी चुनौतियों को भी खत्म कर दिया है जिनमें बूट स्पेस और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन शामिल है।
हालांकि इसकी शुरूआती कीमत 95,000 रुपये ज्यादा है। मगर क्या इससे सीएनजी का एक्सपीरियंस ज्यादा प्रीमियम हो जाता है? या फिर इसकी कीमत कुछ ज्यादा ही है? ऐसे तमाम सवालों के जवाब आपको मिलेंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू में:
बूट स्पेस


टियागो के सीएनजी टैंक की कैपेसिटी 60 लीटर है जिसमें 10 किलोग्राम तक सीएनजी भरी जा सकती है, मगर इसमें अब समान क्षमता के दो टैंक दे दिए गए हैं। ये सिलेंडर बूट फ्लोर के नजदीक ही रखे गए हैं, जिससे अब इस कार में दूसरी सीएनजी कारों से ज्यादा स्पेस मिलता है। यहां आप एक मीडियम साइज का सूटकेस, एक डफल बैग और एक लैपटॉप बैग एक साथ रख सकते हैं। मगर केवल इतना ही नहीं! टाटा ने इमरजेंसी के लिए एक स्पेयर टायर रखने की भी जगह इसमें बना दी है। ये पैकेजिंग काफी शानदार है और दूसरे मैन्यूफैक्चरर्स को भी ये तरकीब अपनानी चाहिए।
ड्राइव करने में कैसी है ये कार?
टियागो सीएनजी को ड्राइव करते वक्त आपको बिल्कुल नहीं लगेगा कि आप कोई सीएनजी कार चला रहे हैं। ये सीधे सीएनजी पर ही स्टार्ट होती है ना कि पेट्रोल पर और इसके इंजन से कोई एक्सट्रा शोर, वाइब्रेशन या फीडबैक नहीं आता है जो कि आमतौर पर नैचुरल गैस वाली गाड़ियों में देखने को मिलता है। 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर इसको अच्छी खासी पावर मिल जाती है। हाई रेव्य पर ये इंजन थोड़ा हाफने लगता है। इसलिए हाईवे पर ओवरटेकिंग के लिए आपको पहले से प्लानिंग करनी पड़ती है, मगर सिटी में तो आपको पेट्रोल पर स्विच करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
अब एएमटी का ऑप्शन आ जाने से टियागो सीएनजी ड्राइव करने में और भी बेहतर बन गई है। ये एएमटी टाटा की कारों में अब तक का सबसे बेस्ट ऑटोमैटिक ऑप्शन है। इसके अपशिफ्ट काफी फुर्तीले हैं। इसके डाउनशिफ्ट उतने फुर्तीले नहीं है, मगर ये इतने तो स्मूद हैं कि हाई गियर पर होल्ड करके रखते है और कार का मोमेंटम बना रहता है। चाहे कार सीएनजी पर हो या पेट्रोल पर, टाटा ने इस एएमटी को काफी अच्छे से ट्यून किया है। यदि आप ज्यादातर शहर में ही कार ड्राइव करते हैं तो हम आपको इसका एएमटी वर्जन लेने की सलाह देंगे।
कीमत vs रनिंग कॉस्ट
अब बात करते हैं सबसे प्रमुख पहलू पर। आप सीएनजी कार लेने की ही क्यों प्लानिंग कर रहे हैं। उसका आसान जवाब होगा कम रनिंग कॉस्ट के लिए। मगर जब इसे खरीदने के लिए ही इतनी ज्यादा कीमत देनी पड़ रही है तो वो कीमत कब वसूल होगी। तो चलिए समझिये इसका गणित।
फ्यूल |
कॉस्ट |
फ्यूल कॉस्ट |
माइलेज |
रनिंग कॉस्ट |
पेट्रोल एएमटी |
7.95 लाख रुपये |
106.17/लीटर |
19.01 किलोमीटर प्रति लीटर |
5.58/किलोमीटर |
सीएनजी एएमटी |
8.90 लाख रुपये |
88/किलोग्राम |
28.06 किलोमीटर प्रति किलोग्राम |
3.13/किलोमीटर |
अंतर |
95,000 |
- |
2.45/किलोमीटर |
पेट्रोल एएमटी के मुकाबले आप सीएनजी एएमटी के लिए 95,000 रुपये ज्यादा दे रहे हैं जिसकी रनिंग कॉस्ट 2.45 प्रति किलोमीर है। ऐसे में ये एडिशनल कॉस्ट 38,000 किलोमीटर के बाद रिकवर होगी। यदि आप रोजाना 50 किलोमीटर ड्राइव करते हैं तो आपको एक्सट्रा कॉस्ट कवर करने में 2 साल लगेंगे।
निष्कर्ष
फैमिली हैचबैक ढूंढ रहे लोगों के लिए टाटा की टियागो सबसे बेस्ट कार है। इसके लुक्स काफी अच्छे हैं इसमें अच्छे खासे फीचर्स भी दिए गए हैं और ये काफी कंफर्टेबल भी है। साथ ही इसमें इलेक्ट्रिक समेत कई पावरट्रेन ऑप्शंस भी मौजूद हैं। एएमटी के साथ आने वाली ये पहली सीएनजी कार है जिसके लिए टाटा ने काफी शानदार प्रयास किया है।
ये रोजाना के इस्तेमाल के हिसाब से काफी अच्छी कार है, मगर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ ये काफी महंगी पड़ेगी जिससे ये सवाल उठता है कि कम रनिंग कॉस्ट के लिए क्या इतना खर्चा करना है फायदे का सौदा? इसका जवाब तो आप ही को ढूंढना होगा। यदि आप रोज 50 किलोमीटर से ज्यादा कार ड्राइव करते हैं तो 5 से 6 साल का ओनरशिप एक्सपीरियंस काफी इकोनॉमिकल रहेगा। हालांकि यदि आप 20 किलोमीटर ही रोज ड्राइव करते हैं तो फिर आपको इसका पेट्रोल एएमटी वर्जन ले लेना चाहिए।