रोड टेस्ट कंपेरिज़न: मारुति वैगन-आर Vs हुंडई सैंट्रो Vs टाटा टियागो
Published On मई 29, 2019 By भानु for मारुति वैगन आर 2013-2022
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अगर आप सिटी में इस्तेमाल के हिसाब से कम बजट वाली फैमिली कार ढूंढ रहे हैं, तो आपका ध्यान मारुति वैगन-आर, हुंडई सैंट्रो और टाटा टियागो पर जरूर गया होगा। मारुति वैगन-आर और हुंडई सैंट्रो को अब तक देश की सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैचबैक माना जाता रहा है। मगर, टाटा ने किफायती दामों पर ज्यादा प्रीमियम फीचर वाली टियागो पेश कर इस क्रम को तोड़ डाला है। देखा जाए तो इन तीनों कारों की अपनी एक अलग पहचान है। यहां हमने कई मामलों में तीनों कारों की तुलना कर यह जानने की कोशिश की है कि इन में से कौन सी पैसा वसूल कार साबित होगी:-
डिजाइन
- वैगन-आर को ज्यादा अच्छी दिखने वाली हैचबैक नहीं कहा जा सकता है। टॉल बॉय डिजाइन से इस कार को बॉक्सी शेप मिलती है। इसमें ग्रे व्हील कैप के साथ 14 इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं जो देखने में छोटे और कम आकर्षक लगते हैं। कार के एक्सटीरियर में अच्छी फील देने के लिए डे-टाइम रनिंग एलईडी लैंप या फिर प्रोजेक्टर हैडलैंप की काफी कमी खलती है।
- हालांकि मारुति इस कार के साथ कस्टमाइजेशन पैक की पेशकश भी करती है। कार को स्टाइलिश बनाने के लिए आप अलॉय व्हील और एक्सटीरियर पार्ट्स अलग से खरीद सकते हैं।
- नई सैंट्रो का डिजाइन वैगन-आर के मुकाबले ज्यादा बेहतर नजर आता है। हालांकि इस कार में भी अच्छे अलॉय व्हील, फैंसी हैडलैंप और ड्यूल-टोन कलर विकल्प का अभाव है।
- हुंडई सैंट्रो 2019 और मारुति वैगन-आर से हटकर टाटा की टियागो एक दमदार हैचबैक नजर आती है। इसे हैचबैक कारों के लाइनअप में सबसे शानदार कार कहना भी गलत नहीं होगा। कार को बाहर से शानदार दिखने में ब्लैक कलर के बेजेल वाले प्रोजेक्टर हैडलैंप, 15 इंच के अलॉय व्हील और ब्लैक रूफ मदद करते हैं।
इंटीरियर
कॉमन फीचर
7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम |
ड्यूल एयरबैग |
एंड्रॉयड ऑटो |
ईबीडी के साथ एबीएस |
ऑल-4 पावर विंडो |
रियर पार्किंग सेंसर |
स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल |
की-लैस एंट्री |
इलेक्ट्रिक एडजस्टेबल ओआरवीएम |
फॉग लैंप |
- सैंट्रो और टियागो के मुकाबले वैगन-आर के केबिन में स्पेस की कोई कमी नजर नहीं आती है। इसमें अच्छा खासा हैडरूम मिलता है जिसके चलते कार में लंबी कद के पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं।
- कार के डेशबोर्ड पर कलरफुल लेआउट वाली 7.0 इंच स्मार्टप्ले स्टूडियो डिस्प्ले दी गई है। यह एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी से लैस है। हालांकि इस सिस्टम के साथ फ्रंट डोर पर केवल दो ही स्पीकर दिए गए हैं। ऐसे में कार में साउंड क्वालिटी इतना प्रभावित नहीं करती है।
- कार में छोटे-मोटे सामान रखने के लिए काफी जगहों पर स्टोरेज स्पेस भी दिए गए हैं। इसमें मैनुअल एसी दिया गया है। एसी वेट को इंफोटेनमेंट सिस्टम के दाएं-बाएं पोजिशन किया गया है। वैगन-आर के एसी वेंट साइज में काफी छोटे हैं। इसके कारण भीषण गर्मी के दौर में कार के केबिन को अच्छी तरह ठंडा रखने में मुश्किल होती है।
- सैंट्रो के केबिन में इस्तेमाल किए मैटीरियल की क्वालिटी से लेकर फिटिंग और फिनिशिंग तक सब कुछ अव्वल दर्जे का है। सीटों पर रैक्सिन आउटलाइन देकर केबिन में एक प्रीमियम अहसास होता है।
- सैंट्रो में दी गई 7 इंच की टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट डिस्प्ले दोनों कारों के मुकाबले बेस्ट है। यह एपल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो कनेक्टिविटी से लैस होने के साथ काफी अच्छे से काम भी करता है। इसमें 4 स्पीकर वाला साउंड सिस्टम दिया गया है। कार पार्किंग को ज्यादा आरामदायक और सुरक्षित बनाने के लिए इस में रियर पार्किंग कैमरा का फीचर भी दिया गया है।
- सैंट्रो में एक बात और देखने को मिलती है जो इसे खास बनाती है। वो ये कि इसमें शोल्डर लाइन के ठीक नीचे विंडो लाइन दी गई है और ए पिलर को भी छोटा रखा गया है। इससे ड्राइवर को कार के चारों तरफ का व्यू देखने में मदद मिलती है।
- फीचर देने की बात आती है तो यहां हुंडई ने उच्च क्वालिटी को सर्वोपरि रखा है। सैंट्रो में सबसे अच्छा इंफोटेनमेंट सिस्टम और एसी दिया गया है। मगर, इस कार में इलेक्ट्रिकली फोल्डेबल आउटसाइड रियरव्यू मिरर, ड्राइवर के लिए वन टच ऑटो डाउन विंडो, लेन चेंज इंडिकेटर जैसे बुनियादी फीचर का अभाव है। इसके अलावा कार में दिए गए वाइपर को भी मैनुअली स्टार्ट करना पड़ता है। देखा जाए तो ये फीचर इतने महत्वपूर्ण नहीं लगते हैं मगर कार के केबिन को प्रीमियम बनाने के लिए इनका होना भी जरूरी है।
- सैंट्रो में स्टोरेज स्पेस का भी काफी अभाव है। इसमें केवल एक छोटा फोन और कप रखने जितने ही कबीहोल्स दिए गए हैं।
- केबिन लेआउट के लिहाज से टाटा टियागो एक बड़ी कार नजर आती है। इसके डैशबोर्ड में 7 इंच टचस्क्रीन दी गई है। डैशबोर्ड के ऊपरी हिस्से पर ब्लैक कलर किया गया है जिससे कार के केबिन को काफी प्रीमियम लुक मिलता है।
- टियागो के केबिन में काफी अच्छे स्टैंडआउट फीचर दिए गए हैं। इनमें 4 स्पीकर के साथ 4 ट्वीटर, फ्लिप-की (चाबी) के साथ रिमोट, एडजस्टेबल फ्रंट हैडरेस्ट, कूल्ड ग्लवबॉक्स, ड्राइव मोड, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल और हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट जैसे फीचर शामिल हैं।
- यदि आप एक फीचर लोडेड कार लेने की इच्छा रखते हैं तो टाटा टियागो की फीचर लिस्ट देखने के बाद जरूर आप इस कार को अपनी चॉइस में शुमार करेंगे।
रियर सीट
- दो पैसेंजर के बैठने के लिहाज से तीनों कारों की रियर सीट काफी कंफर्टेबल है। तीनों कारों में आपको लैग, नी और हैडरूम की कोई कमी महसूस नहीं होगी। वैगन-आर में आप अपने पैरों को सीट के नीचे फैला सकते हैं मगर इसके लिए आपको अंडर थाई सपोर्ट से समझौता करना पड़ सकता है। वैगन-आर ही एकमात्र ऐसी कार है जहां रियर सीट पर तीन वयस्क पैसेंजर को बैठाया जा सकता है मगर उन्हें कंफर्ट मिलने की कोई गारंटी नहीं है।
- सैंट्रो की रियर सीट काफी कंफर्टेबल है और इसका सीट बेस भी काफी चौड़ा है। यहां आपको ठंडक देने के लिए रियर एसी वेंट दिया गया है। हालांकि इसमें शोल्डर रूम की थोड़ी कमी खलती है। तीन पैंसेंजर को बैठाने के लिहाज से इसमें भी उन्हें कंफर्ट से समझौता करना पड़ सकता है।
- सैंट्रो और वैगन-आर की तुलना में टाटा टियागो की रियर सीट काफी अच्छी है। इसमें पर्याप्त मात्रा में अंडर थाई सपोर्ट मिलता है। रियर सीट पर बैठकर आप आराम से लंबी यात्राओं पर जा सकते हैं मगर छोटी-मोटी दूरी तय करनी हो तो इसमें दी गई कुशनिंग थोड़ी बाधा पैदा करती है।
- तीनों कारों की रियर सीट पर सेंटर आर्मरेस्ट और कप होल्डर की पेशकश नहीं की गई है। हालांकि, रियर डोर पर एक पानी की बोतल रखने लायक स्पेस मिल जाता है।
इंजन और परफॉर्मेंस
|
मारुति वैगन-आर |
हुंडई सैंट्रो |
टाटा टियागो |
इंजन |
1197सीसी |
1086सीसी |
1199सीसी |
सिलेंडर |
4 |
4 |
3 |
पावर |
83 पीएस @ 6000 आरपीएम |
69 पीएस @ 5500 आरपीएम |
85पीएस @ 6000 आरपीएम |
टॉर्क |
113 एनएम @ 4200 आरपीएम |
99 एनएम @ 4500 आरपीएम |
114 एनएम @ 3500 आरपीएम |
गियरबॉक्स |
5-स्पीड एमटी |
5-स्पीड एमटी |
5-स्पीड एमटी |
एक्सीलेरेशन |
|||
|
मारुति वैगन-आर |
हुंडई सैंट्रो |
टाटा टियागो |
0-100 किमी प्रति घंटा |
12.15 सेकंड |
15.23 सेकंड |
15.24 सेकंड |
30-80 किमी प्रति घंटा (तीसरा गियर) |
10.22 सेकंड |
11.91 सेकंड |
12.66 सेकंड |
40-100 किमी प्रति घंटा (चौथा गियर) |
18.82 सेकंड |
21.31 सेकंड |
22.33 सेकंड |
100-0 किमी प्रति घंटा |
45.26 मीटर |
40.13 मीटर |
43.05 मीटर |
माइलेज (सिटी) |
15.20 किमी प्रति लीटर |
14.25 किमी प्रति लीटर |
15.12 किमी प्रति लीटर |
माइलेज (हाइवे) |
20.73 किमी प्रति लीटर |
19.44 किमी प्रति लीटर |
19.05 किमी प्रति लीटर |
- मारुति वैगन-आर में स्विफ्ट और बलेनो वाला नया 1.2 लीटर इंजन दिया गया है। इस दमदार इंजन के चलते यह कार सेगमेंट की सबसे फास्ट कार भी है। वैगन-आर को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ने में मात्र 13 सेकंड का समय लगता है। अन्य गियर पर भी वैगन-आर परफॉर्मेंस ऐसी ही रहती है।
- सिटी ड्राइविंग के लिहाज से मारुति सुजुकी वैगन-आर काफी चुस्त और बिना किसी परेशानी के चलती है। इसके स्टीयरिंग भी काफी हल्के हैं जिनसे कार चलाना आसान बन जाता है।
- हुंडई सैंट्रो यहां सबसे कम पावरफुल कार है। लोअर आरपीएम पर इसका इंजन अच्छी टॉर्क जनरेट करने में सक्षम नहीं है। ओवरटेकिंग के दौरान इसमें बार-बार गियर बदलने पड़ते हैं।
- 2500 आरपीएम के बाद कार के इंजन की असली एक्सलरेशन परफॉर्मेंस देखने को मिलती है। टियागो के मुकाबले सैंट्रो का एक्सीलेरेशन परफॉर्मेंस ज्यादा अच्छा है। हाइवे पर इसके इंजन से कार को अच्छी खासी पावर मिलती है।
- कागजों में टियागो भी यहां काफी पावरफुल कार साबित होती है। मगर, हमारे द्वारा की गई टेस्टिंग के दौरान इसे 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में कुछ सेकंड ज्यादा लगे।
- टियागो यहां एकमात्र ऐसी कार है जिसके इंजन के साथ 3 सिलेंडर दिए गए हैं। इस कारण कार के केबिन में नॉइस और वाइब्रेशन को अच्छे से महसूस किया जा सकता है।
- माइलेज के मामले में तीनों कारें आसपास हैं। हमारे द्वारा किए गए रोड टेस्ट में हमें वैगन-आर से सबसे अच्छा माइलेज प्राप्त हुआ। ये कार सिटी और हाइवे पर काफी अच्छा माइलेज देती है।
राइड और हैंडलिंग
- वैगन-आर के सस्पेंशन काफी हल्के हैं। सिटी में कार काफी आराम और सपाट तरीके से चलती है। खराब सड़कों और गड्ढ़ों से आने वाले धक्कों को कार के सस्पेंशन केबिन तक नहीं पहुंचने देते हैं। हालांकि, तेज स्पीड होने पर ही कार के फ्रंट सस्पेंशन में हलचल होती है जिन्हें केबिन तक महसूस किया जा सकता है। वैगन-आर की टॉल-बॉय डिजाइन के कारण हाइवे पर कार के पलटने की संभावना हमेशा बनी रहती है। सिटी में इस तरह की कोई समस्या सामने नहीं आती है। वैगन-आर की तुलना में सैंट्रो का सस्पेंशन सिस्टम ज्यादा अच्छा नहीं है। कार के केबिन में खराब रास्तों से लगने वाले झटकों को महसूस किया जा सकता है।
- सैंट्रो के स्टीयरिंग का वजन सिटी ड्राइविंग के हिसाब से काफी अच्छा है। हाइवे पर भी इसे अच्छे से हैंडल किया जा सकता है।
- टाटा टियागो में दिए गए सस्पेंशन खराब सड़कों के लिहाज से काफी अच्छे से काम करते हैं। सिटी में कार को तेज स्पीड में चलाने पर केबिन में धक्के महसूस किए जा सकते हैं। लंबी यात्राओं के दौरान ये समस्या आपको परेशान कर सकती है।
सेफ्टी
तीनों कारों के सभी वेरिएंट में ड्यूल एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक डिस्ट्रीब्यूशन के साथ एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम और रियर पार्किंग सेंसर दिए गए हैं। इन सबके अलावा टियागो में कॉर्नर स्टेबिलिटी कंट्रोल का अतिरिक्त फीचर सभी वेरिएंट में दिया गया है। दोनों कारों के मुकाबले टियागो की बिल्ड क्वालिटी काफी दमदार नजर आती है।
निष्कर्ष
- हमनें तीनों कारों का गहनतापूर्वक परीक्षण किया है। तीनों कारें अपने आप में कुछ अलग विशेषता रखती है। मगर, तीनों कारों में से जब एक कार चुनने की बात आती है तो हमने वैगन-आर को ज्यादा पसंद किया। वैगन-आर में बुनियादी फीचर के साथ प्रीमियम अsहसास देने वाले एलिमेंट भी मौजूद हैं। सिटी के लिहाज से भी ये कार काफी अच्छी साबित होती है। कार में स्पेस की कोई कमी महसूस नहीं होती है। इसमें दिया गया नया इंजन भी काफी दमदार है। हालांकि, इसमें टियागो जितने फीचर नहीं मिलते हैं मगर किफायती कीमत इसे लोकप्रिय बनाने के लिए काफी है।
- यदि टियागो और सैंट्रो की कमियां निकाली जाएं तो एक तरह टियागो के इंजन को रिफाइन किए जाने की जरूरत महसूस होती है। वहीं, सैंट्रो का इंजन इतना चुस्त और फुर्तिला नहीं है।
- यदि आप कार में थोड़ा प्रीमियम अहसास और एक्सट्रा फीचर्स की चाहत रखते हैं तो सैंट्रो और टियागो खरीदने का विचार कर सकते हैं।