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    कोरोना के बाद ज्यादातर भारतीय पर्सनल गाड़ी लेना पसंद करेंगे: सर्वे

    प्रकाशित: मई 06, 2020 04:28 pm । भानु

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    • 5 लाख रुपये से लेकर 12 लाख रुपये तक की नई कार लेने वाले ग्राहकों में से 70 प्रतिशत पब्लिक ट्रांसपोर्ट के तौर पर पर्सनल कार को ही दे रहे हैं तव्वजों
    • इन्हीं ग्राहकों में से 0 प्रतिशत नहीं करना चाहते कैब शेयर, वहीं केवल 1 प्रतिशत ही करना चाहते हैं ऑनलाइन कैब बुकिंग
    • कुछ लोगों का कहना बस, मेट्रो और ऑटो की पॉपुलैरिटी में नहीं आएगी कमी
    • 13 लाख रुपये से लेकर 30 लाख रुपये तक की कार खरीदने की इच्छा रखने वाले कस्टमर सेगमेंट में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में पर्सनल कार को मिले 93 प्रतिशत वोट
    • 30 लाख रुपये से ज्यादा की कार खरीदने की मंशा रखने वाले ग्राहकों ने ऑनलाइन कैब बुक कराने को लेकर मंशा जाहिर नहीं की

    वैश्विक महामारी का रूप ले चु​के कोरोनावायरस से कंज्यूमर बिहेवियर के बदलने का सीधा असर पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर भी पड़ेगा। इसे लेकर कारदेखो ने हाल ही में एक सर्वे किया और लोगों की पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जुड़ी प्राथमिकताओं के बारे में जानने की कोशिश की। नतीजतन हमें काफी दिलचस्प आंकड़े  प्राप्त हुए। 

    इस सर्वे में भाग लेने वालों को हमने दो सेगमेंट में बांटा। इसका आधार ग्राहक द्वारा नई कार खरीदने पर किया जाने वाला खर्च रहा। तो क्या रहे इस सर्वे के नतीजे, ये जानेंगे यहां:-

    सेगमेंट 1: 5 लाख रुपये से लेकर 12 लाख रुपये

     

    ऑनलाइन कैब

    पर्सनल कार

    2-व्हीलर

    कैब शेयरिंग 

    बस/मेट्रो/ऑटो

    कोरोना से पहले

    3%

    60%

    30%

    2%

    4%

    कोरोना के बाद

    1%

    70%

    18%

    0%

    4%

    कोरोना बीमारी के आने से पहले भी ऑनलाइन कैब बुकिंग और कैब शेयरिंग को केवल 3 और 2 प्रतिशत लोग ही पॉपुलर पब्लिक ट्रांसपोर्ट मानते थे। कोरोना का काल गुजर जाने के बाद इस सेगमेंट के केवल 1 प्रतिशत लोग ही ऑनलाइन कार बुक करने में रूचि रखते हैं, वहीं 0 प्रतिशत लोगों ने कैब शेयरिंग में रूचि दिखाई है। इस सेगमेंट के 4 प्रतिशत लोगों का मानना है कि बस, मेट्रो और ऑटो जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट ​की डिमांड में कोई बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। 

    यह भी पढ़ें: लॉकडाउन 3.0: रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन ड्राइविंग गाइडलाइन

    कोविड-19 के दौरान 2-व्हीलर की पॉपुलैरिटी भी 30 प्रतिशत से सीधे 18 प्रतिशत पर आ पहुंची है। इस सेगमेंट में कोरोना से पहले के मुकाबले कोरोना काल खत्म होने के बाद पर्सनल कार को 10 प्रतिशत ज्यादा वोट हासिल होते हुए कुल 70 प्रतिशत वोट मिले हैं। 

    यह भी पढ़ें: कोरोनावायरस के बाद कार हाइजीन को सबसे ज्यादा तव्वजो देंगे भारतीय: सर्वे

    सेगमेंट 2: 13 लाख रुपये से लेकर 30 लाख रुपये

     

    ऑनलाइन कैब बुकिंग

    पर्सनल कार

    2-व्हीलर

    कैब शेयरिंग 

    बस/मेट्रो/ऑटो

    कोरोना से पहले

    2%

    83%

    12%

    2%

    2%

    कोरोना के बाद

    0%

    91%

    7%

    1%

    1%

    इतनी महंगी कारें खरीदने वाले सेगमेंट के सभी ग्राहकों से उम्मीदें थी कि वो दूसरे मोड्स के मुकाबले केवल पर्सनल कार को ही ट्रांसपोर्ट का बेस्ट माध्यम मानेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कोरोना से पहले इस सेगमेंट के 83 प्रतिशत लोगों का यही मत था लेकिन कोरोना के बाद ऐसा मानने वाले केवल 91 प्रतिशत ही निकले। साथ ही इस सेगमेंट में 2 व्हीलर की पॉपुलैरिटी का ग्राफ भी 12 प्रतिशत से 7 प्रतिशत पर आ गिरा। 

    इस सेगमेंट के केवल 2 प्रतिशत लोग ही कोरोना से पहले कैब शेयरिंग को बेस्ट ट्रांसपोर्ट मोड मानते थे, वहीं 2 प्रतिशत ने ऑनलाइन कै​ब बुकिंग और 2 ने प्रतिशत बस/मेट्रो/ऑटो को तवज्जो दी है।

    मौजूदा हालातों को देखते हुए इस सेगमेंट में शेयरिंग कैब और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की लोकप्रियता आधी हो गई, वहीं कोरोना के बाद तो इस सेगमेंट से कोई भी ऑनलाइन कैब बुकिंग में दिलचस्पी नहीं रखता है।

    यह भी पढ़ें: लॉकडाउन के चलते अप्रैल महीने में बे-कार रहा ऑटोमोबाइल बाजार, 0 रही सेल्स

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