ग्लोबल एनकैप नहीं करेगी 2024 से भारतीय कारों का क्रैश टेस्ट, एजेंसी ने दिया इस बात का हवाला
ग्लोबल एनकैप भारत एनकैप अथॉरिटी को सपोर्ट और तकनीकी जानकारी प्रदान करना जारी रखेगी
- भारत एनकैप कारों का क्रैश टेस्ट 1 अक्टूबर 2023 से करना शुरू करेगी।
- ग्लोबल एनकैप ने #SaferCarsForIndia कैंपेन 2014 में शुरू किया था।
- ग्लोबल एनकैप अब तक 50 से ज्यादा इंडियन मॉडल्स का क्रैश टेस्ट कर चुकी है, जिसमें कारों को 0 से लेकर 5 स्टार के बीच रेटिंग मिली है।
- क्रैश टेस्ट में महिंद्रा एक्सयूवी 700, टाटा पंच और स्कोडा कुशाक जैसी कारों की परफॉर्मेस बेहद शानदार रही है।
हमें यकीन है कि इस वक्त हर भारतीय अपने वतन पर गर्व कर रहा होगा, क्योंकि हमारे देश ने दो ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाए है: पहला चंद्रयान 3 की चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर लैंडिंग (एक विश्व रिकॉर्ड) और दूसरा भारत एनकैप (न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम) की लॉन्चिंग। इन दोनों क्षेत्रों में सफलता तकनीकी प्रगति के कारण संभव हुई है।
भारत एनकैप ग्लोबल एनकैप द्वारा अपनाए जाने वाले सेफ्टी स्टैंडर्ड और प्रोटोकॉल्स पर ही आधारित है। ऐसे में ग्लोबल एनकैप ने 2024 से भारतीय मॉडल्स के क्रैश टेस्ट नहीं करने का निर्णय किया है और न्यू इंडिया व्हीकल सेफ्टी प्रोग्राम में अपना विश्वास दिखाया है। भारत एनकैप हमारे देश में बेची जाने वाली हर एक कार को सेफ्टी रेटिंग देगा, जिससे खरीदारों को सबसे सुरक्षित मॉडल चुनने में मदद मिल सकेगी।
ग्लोबल एनकैप को यह निर्णय क्यों लेना पड़ा?
ग्लोबल एनकैप के एग्जीक्यूटिव प्रेजिडेंट डेविड वॉर्ड ने बताया कि "हमारे पास पाइपलाइन में 10 अन्य मॉडल भी हो सकते हैं, लेकिन वे यही होंगे। हम बिल्कुल नहीं चाहते कि हमें भारत एनकैप के प्रतिद्वंद्वी प्रोग्राम के रूप में देखा जाए। ये ग्राहकों के लिए बहुत भ्रमित करने वाला होगा और ये किसी के हितों की पूर्ति नहीं करता है।"
आगे के प्लान
हालांकि, ग्लोबल सेफ्टी ऑथोरिटी के साथ हमारा सहयोग पूरी तरह से बंद नहीं होगा, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय संगठन ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर रोड ट्रांसपोर्ट (सीआईआरटी) के साथ एक समझौता (एमओयू) साइन किया है। इस पार्टनरशिप के तहत ग्लोबल एनकैप भारत एनकैप अथॉरिटी को सपोर्ट और तकनीकी जानकारी प्रदान करना जारी रखेगी।
ग्लोबल एनकैप का भारत पर अब तक प्रभाव
ग्लोबल एनकैप को 2011 में लागू किया गया था। इस एजेंसी ने #SaferCarsForIndia कैंपेन की शुरुआत 2014 में की थी जिसके तहत कारों का सुरक्षा आकलन कर लोगों को कार सेफ्टी के बारे में जागरूक करना था। ग्लोबल एनकैप अब तक 50 से ज्यादा मॉडल्स का क्रैश टेस्ट कर चुकी है, जिसमें कारों को 0 से लेकर 5 स्टार के बीच रेटिंग मिली है। ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट के पहले बैच के परिणाम काफी चिंताजनक थे, ऐसे में इसने बड़े पैमाने पर कार कंपनियों को अच्छी सेफ्टी रेटिंग हासिल करने के लिए मजबूत व ज्यादा सुरक्षित कारें बनाने के लिए प्रेरित किया है।
ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में महिंद्रा एक्सयूवी 700, टाटा पंच और स्कोडा स्लाविया-फोक्सवैगन वर्ट्स, कुशाक-फोक्सवैगन टाइगन जैसी कारों की परफॉर्मेस बेहद शानदार रही है। इन सभी कारों को क्रैश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग मिली है।
भारत एनकैप की डिटेल
भारत एनकैप कारों की टेस्टिंग 1 अक्टूबर 2023 से करना शुरू करेगी। इसमें सभी टेस्ट को ग्लोबल एनकैप के सेफ्टी प्रोटोकॉल के अनुरूप डिजाइन किया गया है। भारत एनकैप द्वारा कारों के फ्रंटल ऑफसेट, साइड इम्पेक्ट और पोल साइड इम्पेक्ट जैसे सेफ्टी टेस्ट किए जाएंगे।