फोर्ड इंडिया के चेन्नई प्लांट ने दस लाख कारों के निर्माण का आंकड़ा छुआ
प्रकाशित: नवंबर 07, 2015 05:17 pm । अभिजीत
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फोर्ड इंडिया के चेन्नई प्लांट ने दस लाख कारों और दस लाख इंजनों का निर्माण करने में सफलता प्राप्त की है। चेन्नई में सन 1999 में फोर्ड के प्लांट की स्थापना की गई थी । इसके बाद से कार निर्माताओं को यह माइलस्टोन प्राप्त करने में करीब 16 साल का समय लगा है। फोर्ड का दस लाख का आंकड़ा प्राप्त करने वाला व्हीकल ईकोस्पोर्ट होगा।
फोर्ड चेन्नई व्हीकल असेम्बली व इंजन प्लांट के मैनुफेक्चरिंग एक्सक्यूटिव डायरेक्टर बालासुंदरम राधाकृष्णन ने कहा कि ‘चेन्नई से हमने भारत में कार बनाने का कार्य शुरू किया था। फोर्ड के विश्वस्तरीय मैनुफैक्चरिंग हब के अलावा इसकी द्वारा दी जा रही सुविधाओं ने एक नया बेंचमार्क स्थापित किया है। यह केवल विश्वस्तरीय गुणवत्ता ही सुनिश्चित नहीं करता है बल्कि हमारे कार्बन फुटप्रिंट को भी कम करता है। उन्होंने कहा कि दस लाख व्हीकल और इंजन के निर्माण के माइल स्टोन को प्राप्त करना चेन्नई के 6,000 से अधिक मेहनती कर्मचारियों की मेहनत जुनून और समर्पण का नतीजा है।’
अमेरिकन आॅटोमेकर कंपनी फोर्ड का चेन्नई में स्थित प्लांट 350 एकड़ में फैला हुआ है। इस प्लांट में तीन कार ईकोस्पोर्ट, फिएस्टा और एंडेवर का निर्माण किया जाता हैै। इसके अलावा इंजन असेम्बल करने वाली यूनिट की स्थापना 2008 में की गई थी। असेम्बली लाइन की ओर से पेट्रोल और डीज़ल इंजन एक साथ डिजायन किए जा रहे हैं। इस अमेरिकन प्लांट की क्षमता 2 लाख व्हीकल और 3.4 लाख इंजन प्रतिवर्ष बनाने की है। चेन्न्ई यूनिट के अलावा फोर्ड ने साणंद, गुजरात में अपने नवीनतम निर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया है, जो कि इंजन पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है। इसके अलावा यहां फीगो और एस्पायर का निर्माण किया जाएगा। इन दोनों संयत्रों के अनुसार फोर्ड बड़ी संख्या में व्हीकल और इंजन का निर्यात 40 से अधिक देशों मे करेगा। जिसमें यूरोप, मिडिल ईस्ट, एशिया के कई देश और अफ्रीका शामिल हैं।
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