फोर्स गुरखा एक्सट्रीम Vs एक्सप्लोरर : जानिए कौन है बेहतर
प्रकाशित: दिसंबर 21, 2018 04:17 pm । sonny
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फाॅर्स ने हाल ही में गुरखा सीरीज में एक और नई एसयूवी शामिल कर दी है। इसे गुरखा एक्सट्रीम नाम दिया गया है। यह एक थ्री-डोर एसयूवी है। कंपनी ने इसकी कीमत 12.99 लाख रुपये (एक्स शोरूम) रखी है। यह गुरखा सीरीज की टॉप वेरिएंट एसयूवी है। कंपनी ने इसे गुरखा एक्स्प्लोरर के ऊपर प्लेस किया है। वर्तमान में गुरखा एक्स्प्लोरर की कीमत 10.49 लाख रुपए है। एसयूवी के इन दोनों वेरिएंट्स में 2.5 लाख रुपये के अंतर को जानने के लिए आज हमनें दोनों कारों की तुलना की है।
आइये एक नज़र डाले दोनों कारों की स्पेसिफिकेशन पर :-
कद-काठी
एक्सट्रीम | एक्स्प्लोरर | |
लम्बाई | 3992 मिलीमीटर | 3992 मिलीमीटर |
चौड़ाई | 1820 मिलीमीटर | 1790 मिलीमीटर |
ऊँचाई | 2075 मिलीमीटर | 2055 मिलीमीटर |
व्हीलबेस | 2400 मिलीमीटर | 2400 मिलीमीटर |
फ्रंट ट्रैक | 1530 मिलीमीटर | 1490 मिलीमीटर |
रियर ट्रैक | 1480 मिलीमीटर | 1480 मिलीमीटर |
कद-काठी के लिहाज़ से दोनों कारों की लम्बाई, व्हीलबेस और रियर व्हील ट्रैक बराबर हैं। हालांकि गुरखा एक्सट्रीम की चौड़ाई एक्स्प्लोरर से 30 मिलीमीटर ज्यादा है। यह एक्स्प्लोरर से 20 मिलीमीटर ऊँची भी है।
इंजन और ट्रांसमिशन
मॉडल | एक्सट्रीम | एक्स्प्लोरर |
इंजन | 2.2 लीटर, 4 सिलेंडर, कॉमन रेल डीज़ल इंजन | 2.6-लीटर, 4 सिलेंडर, कॉमन रेल डीज़ल इंजन |
पावर | 140 पीएस | 85 पीएस |
टॉर्क | 321 एमएम | 230 एमएम |
गियरबॉक्स | 5-स्पीड मैनुअल | 5-स्पीड मैनुअल |
दोनों कारों में सबसे बड़ा अंतर इनमे मिलने वाले इंजन का है। जहां गुरखा एक्स्प्लोरर में बड़ा इंजन मिलता है, वहीं परफॉरमेंस के लिहाज़ से गुरखा एक्सट्रीम आगे है। कंपनी ने गुरखा एक्सट्रीम में मर्सिडीज़ बेंज का ओएम611 इंजन दिया है। यह इंजन एक्स्प्लोरर में मिलने वाले इंजन से 55 पीएस/91 एनएम का ज्यादा पावर और टॉर्क जनरेट करता है। दोनों इंजन 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से लैस है। हालांकि कंपनी ने एक्सट्रीम में बिलकुल नए गियरबॉक्स की पेशकश की है। दोनों कारों में तीन ड्राइविंग मोड : 4x2 हाई, 4x4 हाई और 4x4 लो मिलते है।
सस्पेंशन
सस्पेंशन | एक्सट्रीम | एक्स्प्लोरर |
फ्रंट | नॉन-इंडिपेंडेंट सस्पेंशन (मल्टी-लिंक पैनहार्ड रोड और कॉइल स्प्रिंग सस्पेंशन, हाइड्रोलिक टेलीस्कोपिक शॉक अब्सॉर्बर सस्पेंशन और एंटी-रोल बार के साथ) | इंडिपेंडेंट सस्पेंशन (स्ट्रट माउंटेड कॉइल स्प्रिंग, गैस चार्ज हाइड्रोलिक टेलीस्कोपिक शोक अब्सॉरबेर और एंटीरोल बार के साथ) |
रियर | मल्टी-लिंक पैनहार्ड रोड और कॉइल स्प्रिंग सस्पेंशन, हाइड्रोलिक टेलीस्कोपिक शॉक अब्सॉर्बर सस्पेंशन और एंटी-रोल बार के साथ | मल्टी-लिंक पैनहार्ड रोड और कॉइल स्प्रिंग सस्पेंशन, गैस चार्ज हाइड्रोलिक टेलीस्कोपिक शॉक अब्सॉर्बर सस्पेंशन और एंटी-रोल बार के साथ |
किसी कार में सस्पेंशन उसका एक महत्वपूर्ण पहलू है, ख़ास कर जब बात ऑफ-रोडर एसयूवी की हो। गुरखा एक्स्प्लोरर से विपरीत, एक्सट्रीम के फ्रंट में नॉन-इंडिपेंडेंट सस्पेंशन (रिजिड बार) दिए गए है। यह इसे ऐसी बाधाओं पर भी आसानी से चढ़ने में मदद करेंगे जहां गुरखा एक्स्प्लोरर जानें में असमर्थ है। हालांकि एक्सट्रीम का यह नया सस्पेंशन सेटअप इसकी ऑन-रोड परफॉरमेंस को कैसे प्रभावित करेगा, इसके बारे में अभी कुछ कहना मुश्किल है। दोनों वेरिएंट्स के रियर में एक-जैसा मल्टी लिंक सस्पेंशन सेटअप दिया गया है।
ऑफ-रोड क्षमता (डिज़ाइन के लिहाज़ से)
एक्सट्रीम | एक्स्प्लोरर | |
अप्प्रोच एंगल | 44° | 39° |
डिपार्चर एंगल | 40° | 27° |
रैंप ओवर एंगल | 30° | 24° |
लौ 4x4 (पहले गियर में) | 40° | 40° |
ग्राउंड क्लीयरेंस | 210 मिलीमीटर | 205 मिलीमीटर |
एक्सट्रीम और एक्सप्लोरर दोनों ही लैडर फ्रेम चेसिस पर बनी हैं और दोनों में 16 इंच के पहियें मिलते हैं। गुरखा एक्सट्रीम और एक्स्प्लोरर दोनों में पहले गियर पर 40 डिग्री का इंकलाइन एंगल मिलता है, लेकिन अपने ज्यादा अप्प्रोच, डिपार्चर और ब्रेक-ओवर एंगल (रैंप ओवर एंगल) के कारण गुरखा एक्सट्रीम, तीखे रास्तों पर चढ़ने की ज्यादा क्षमता रखती है। तीनों एंगल में यह अंतर एक्सट्रीम में मिलने वाले नए सस्पेंशन सेटअप के कारण हो सकता है। इसके अलावा, दोनों वेरिएंट्स में फ्रंट और रियर डिफरेंशियल लॉक की सुविधा भी मिलती है। दोनों में स्नोर्कल एयर इन्टेक भी मिलता है, जिससे इसे पानी में भी आसानी से चलाया जा सकता है।
ऊपर दी गयी तुलना से साफ़ है कि गुरखा एक्सट्रीम एक बेहतर ऑफ-रोडर एसयूवी है। ऐसे में एक्सट्रीम पर 2.5 लाख रुपए ज्यादा खर्च करना वाजिब लगता है। इसे ख़ास तौर पर एक्सट्रीम ऑफ-रोडिंग कंडीशन के लिए उपयोग किया जा सकता है।
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