टेस्ला रोडस्टर को लेकर इलोन मस्क का दावा,1.1 सेकंड में 0 से 96 किलोमीटर प्रति घंटे की पकड़ सकती है स्पीड!
प्रकाशित: मई 25, 2021 07:32 pm । भानु
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टेस्ला के सीईओ इलोन मस्क ट्विटर पर काफी सक्रीय रहते हैं और उनके ट्वीट्स भी दुनिया में काफी ज्यादा चर्चा का विषय बन जाते हैं। हाल ही में एक यूजर ने उनसे पूछा कि क्या टेस्ला रोडस्टर 0 से 96 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में माहिर है तो उसे मस्क की ओर से 'हां' में जवाब मिला। हालांकि मस्क ने इस हां के जवाब के साथ लिखा कि ऐसा रॉकेट थ्रस्टर ऑप्शन पैकेज के साथ ही मुमकिन हो सकता है। अगर ऐसा संभव है तो इस गाड़ी में हार्ट की बीमारी से जूझ रहा व्यक्ति तो बिल्कुल सवार नहीं हो सकता है।
बता दें कि इस समय दुनिया की सबसे तेज कार डॉज चैलेंजर एसआरटी डेमन है जिसे 0 से 96 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में 2.3 सेकंड्स का समय लगता है। इस स्पीड को हासिल करने में भी इस कार को उसके संकरे फ्रंट टायर,स्पेशल ईसीयू और स्पेशल फ्यूल मदद करते हैं। दूसरी तरफ बुगाती शिरॉन और टेस्ला की अपनी मॉडल एस परफॉर्मेंस जैसी कारें भी 2.4 सेकंड्स में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को छू सकती है।
टेस्ला रोडस्टर की स्पीड को लेकर जो दावा किया जा रहा है वो इसमें दी गई थ्रस्ट टेक्नोलॉजी के आधार पर किया जा रहा है। मगर कारों को अच्छी स्पीड पकड़ने में सबसे ज्यादा मदद उसके टायर करते हैं। भले ही आपकी गाड़ी में कितना भी पावरफुल इंजन क्यों ना हो मगर गाड़ी को सही मोमेंटम तो उसके टायर ही दिलाते हैं। मगर थ्रस्ट टेक्नोलॉजी इससे काफी अलग काम करती है।
ये टेक्नोलॉजी एयरोप्लेन,रॉकेट और मिसाइलों में इस्तेमाल की जाती है। इसमें मेमोंटेम हासिल करने के लिए ट्रैक्शन की कोई जरूरत नहीं होती है। थ्रस्ट टेक्नोलॉजी वाले व्हीकल्स में फोर्स जनरेशन के लिए कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि मोटर अथॉरिटी का कहना है कि टेस्ला रोडस्टर कंप्रेस्ड एयर के दम पर ऐसी स्पीड पाती है।
अब सवाल ये उठता है कि क्या इस तरह की टेक्नोलॉजी से लैस किसी कार को प्रोडक्शन फॉर्म में लाया जा सकता है। तो जवाब होगी नहीं! ऐसे व्हीकल्स सड़क पर चल रहे दूसरे व्हीकल्स और पब्लिक के लिए काफी घातक साबित हो सकते हैं। वहीं ऐसे व्हीकल्स को ड्राइव करना भी उतना आसान नहीं है।
तो इसका मतलब ये हुआ कि फिर इस तरह की कार हमें दौड़ती हुई भी नजर नहीं आएगी। बता दें कि टेस्ला इस व्हीकल पर काम तो कर रही है मगर वो किसी रनवे या ऑफ ट्रेक पर इसका केवल डेमोंस्ट्रेशन देकर ये बताएगी कि इस कंपनी में किसी तरह के प्रोडक्ट तैयार करने की काबीलियत है। वैसे भी टेस्ला के पोर्टफोलियो में मॉडल एस नाम से ऐसी ही धांसू कार मौजूद है जिसे 0 से 96 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड हासिल करने में महज 1.9 सेकंड का समय लगता है और ये दावा कंपनी द्वारा ही किया गया है।