मुंबई के कुछ नए एरिया में ड्राइव इन वैक्सीनेशन सर्विस का हुआ विस्तार, यहां कार में बैठे बैठे लगवा सकते हैं कोरोना का टीका
इस सप्ताह की शुरुआत में बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन बीएमसी ने शहर के दादर वेस्ट इलाके में स्थित कोहिनूर टावर की पार्किंग एरिया में सबसे पहला ड्राइव इन कोरोना वायरस वैक्सीनेशन सेंटर शुरू किया था। अब ऐसे ही दो और सेंटर्स नवी मुंबई के ग्रांड सेंट्रल और इन ऑर्बिट मॉल में भी खोले गए हैं। हमारी टीम के एक सदस्य अपने माता पिता को वैक्सीन लगवाने के लिए यहां पहुंचे और अपने अनुभव इस आर्टिकल के जरिए उन्होंने शेयर किए हैं। यदि आप भी मुंबई के रहने वाले हैं तो इस तरह के ड्राइव इन कोविड सेंटर्स के बारे में जान सकते हैं।
हमारे टीम मेंबर ने बताया कि उनके आगे केवल 15 अन्य कारें ही लाइन में थी और वहां वैक्सीनेशन की प्रक्रिया काफी जल्दी जल्दी और स्मूदली चल रही थी। वैक्सीनेशन के लिए आपको सबसे पहले सरकारी कोविन एप पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा और किसी एक ड्राइव इन सेंटर को चुनना होगा। वैक्सीनेशन कराने वाले दिन आप पार्किंग एरिया में जाकर नवी मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन से टोकन कलेक्ट कर अपनी बारी का इंतजार करें। हालांकि वहां वैक्सीनेशन तो नि:शुल्क हो रहा है मगर आपको आधा घंटे से ज्यादा गाड़ी खड़ी करने के लिए पार्किंग शुल्क देना पड़ सकता है।
बीएमसी की ओर से ग्रेटर मुंबई में ऐसे और भी वैक्सीनेशन केंद्र खोलने के आदेश दिए गए हैं। ये ड्राइव इन सेंटर्स ऐसी जगहों पर खोले जा रहे हैं जहां का पार्किंग एरिया खुला खुला हो।
फिलहाल महाराष्ट्र सरकार ज्यादा से ज्यादा ऐसे लोगों को वैक्सीन लगवा रही है जिन्होंने उसका एक भी डोज नहीं लगवाया है। चूंकि हमारे साथी के माता पिता पहला डोज लगवा चुके थे इसलिए उन्हें वहां से इस बार खाली हाथ लौटना पड़ा। जिस हिसाब से कोविड के केस देश में लगातार बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए इस तरह के ड्राइव इन सेंटर्स देश के अन्य हिस्सों में भी शुरू होने चाहिए।
मुंबई के कोहिनूर टावर पार्किंग एरिया में दो बूथ बनाए गए हैं जहां वैक्सीनेशन कराने के बाद करीब 100 व्हीकल्स ऑब्जर्वेशन के लिए रुक सकते हैं। यहां पिछले सोमवार से ही लोग अपनी अपनी कारों में वैक्सीनेशन के लिए आ रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में ये बात सामने आई थी कि पहले दिन ही करीब 400 लोगों का टीकाकरण यहां किया गया। यदि यहां ज्यादा वैक्सीनेशन की व्यवस्था होती तो करीब एक ही दिन में 5000 लोगों को भी वेक्सिनेट किया जा सकता है।
इस तरह मध्य प्रदेश टूरिज्म कॉर्पोरेशन की ओर से एक आउटडोर फैसिलिटी भोपाल में भी शुरू की गई है। ये होटल लेक व्यू अशोका में स्थित है जहां शाम 5 से 8 बजे के बीच 18 से ज्यादा उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है।
ऐसे ड्राइव इन वैक्सीनेशन सेंटर उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद हैं जो ज्यादा चल फिर पाने में असक्षम है। इससे अस्पतालों में एक दूसरे से वायरस फैलने के खतरे से भी लोग बच सकते हैं। वैसे भी भारत में अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं, ऐसे में ड्राइव इन वैक्सीनेशन सेंटर्स जैसी पहल लोगों को थोड़ा सेफ रख सकती है।
मगर ये ड्राइव इन वैक्सीनेशन सर्विस उन्हीं लोगों के लिए है जिनके पास कार है। कुल मिलाकर इस तरह की चीजें अस्पतालों पर से अधिक भार को कम ही कर रही हैं और ऐसे नए आइडिया आगे चलकर अस्पतालों पर से और भी बोझ को कम कर सकते हैं।
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Is this true. As j was thinking of taking my parents there
If there is no stock, why even advertise the fact and making people line up for nothing?
When we went to Seawoods Mall at around 4 they told us that there is no stock and to tomorrow, ie today. Nothing was there today too. The same story at inorbit.
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