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टाटा अल्ट्रोज : फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On जनवरी 07, 2020 By nabeel for टाटा अल्ट्रोज़ 2020-2023

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टाटा मोटर्स अपनी ब्रांंड न्यू प्रीमियम हैचबैक अल्ट्रोज को को लॉन्च कर चुकी है। इसे कंपनी के नए अल्फा आर्किटेक्चर प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है। इस कार का कंपेरिजन मारुति बलेनो और हुंडई एलीट आई20 जैसी पॉपुलर गाड़ियों से है। यह फीचर लोडेड कार है, जिसमें बीएस6 इंजन दिए गए हैं। इसका डिज़ाइन भी लोगों को काफी पसंद आएगा। हमें राजस्थान के जैसलमेर जिले में अल्ट्रोज को करीब से जानने का मौका मिला, जिसे हम इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू के ज़रिए आपके साथ शेयर कर रहे हैं। 

टाटा अल्ट्रोज: डिजाइन 

टाटा मोटर्स के डिजाइनरों ने अल्ट्रोज को एक आकर्षक कार बनाने में काफी मेहनत की है जो इसके डिज़ाइन में दिखती भी है। अल्ट्रोज को पहली बार देखने पर ​जो चीज़ सबसे ज्यादा ध्यान खींचती है वो हैं इसके उभरे हुए हेडलैंप और ग्रिल। इन दोनों एलिमेंट्स के कारण अल्ट्रोज का बोनट काफी दमदार नज़र आता है। 

अल्ट्रोज में एसयूवी कार की तरह चौड़े व्हील आर्क दिए गए हैं जिससे कार का साइड प्रोफाइल भी काफी आकर्षक और दमदार लगता है। इसके अलावा विंडो लाइन और ओआरवीएम को भी काफी अच्छे से व्यवस्थित किया गया है। इसकी रूफ पर ब्लैक कलर किया गया है।

अल्ट्रोज के पेट्रोल वेरिएंट में 195/55 आर16 ड्यूल टोन अलॉय व्हील दिए गए हैं, वहीं डीज़ल वेरिएंट में 185/60 आर16 ड्यूल टोन अलॉय व्हील दिए गए हैं। अल्ट्रोज में रियर डोर हैंडल को विंडो के बगल में पोजिशन किया गया है। 

अल्ट्रोज का पीछे वाला हिस्सा भी काफी आकर्षक है। कार के पीछे वाले बंपर के ऊपरी हिस्से में ब्लैक कलर का इस्तेमाल किया गया है जिसके कारण टेललैंप क्लस्टर नज़र नहीं आता है और इसकी बैकलाइटें तैरती हुई सी दिखाई देती है जो कि काफी आकर्षक लगती है। 

हमें कार के एक्सटीरियर पर थोड़ी बहुत खामियां भी नज़र आई। पहली तो ये कि इसके एक्सटीरियर में ब्लैक पैनल्स पर पियानो ब्लैक कलर का इस्तेमाल किया गया है जिसमें स्क्रैच का डर हमेशा बना रहेगा। कार रियर डोर हेंडल को सी-पिलर पर पोजिशन किया गया है, जिससे पहली बार में ये आपको दिखाई भी नहीं देंगे। 

अल्ट्रोज के टेललैंप में भी एलईडी लाइटों का फीचर मौजूद नहीं है। इन छोटी-मोटी खामियों के बावजूद अल्ट्रोज अपने सेगमेंट की सबसे चौड़ी कार है। यदि आपको एक ऐसी हैचबैक चाहिए जो सड़क पर चलती हुई दमदार दिखाई दे तो अल्ट्रोज में आपको ये खूबी नज़र आएगी। 

टाटा अल्ट्रोज: इंटीरियर 

टाटा अल्ट्रोज के फ्रंट और रियर डोर 90 डिग्री तक खुलते हैं जिससे इसके अंदर दाखिल होना और हर निकलना काफी आसान है। आने वाले समय में अल्फा एआरसी प्लेटफॉर्म पर तैयार की जाने वाली सभी कारों में ये खूबी नज़र आने वाली है। अल्ट्रोज में बैठने के बाद आप जैसे ही दरवाज़ा बंद करते हैं तो दरवाजा बंद होने की आवाज़ आपको यकीनन पसंद आएगी। 

अल्ट्रोज के इंटीरियर में आपको एक और चीज़ काफी पसंद आएगी वो है इसका स्टीयरिंग। यह फ्लैट बॉटम यूनिट है जिसे चारों ओर से प्रीमियम लैदर के साथ कवर किया गया है। स्टीयरिंग व्हील पर ऑडियो, इंफोटेनमेंट, कॉल्स, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और क्रूज़ कंट्रोल के लिए बटन दिए गए हैं। इस हैचबैक में इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के लिए 7 इंच की स्टाइलिश डिस्प्ले दी गई है, जिस पर म्यूज़िक, नेविगेशन डायरेक्शन और ड्राइव मोड की जानकारी मिलती है। 

प्रीमियम लुकिंग के लिए कार के डैशबोर्ड को काफी सारी लेयर्स में बांटा गया है। ग्रे कलर के पोर्शन पर सेंटर कंसोल दिया गया है जिसके नीचे एंबिएंट लाइटिंग का फीचर भी मौजूद है। इसके बाद नीचे वाले पोर्शन पर सिल्वर सैटिन कलर की फिनिशिंग की गई है और उसके ठीक नीचे वाले पोर्शन पर ग्रे प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है जो इतना आकर्षक नहीं लगता है। इसकी सीटों पर लाइट डार्क ग्रे फैब्रिक अपहोल्स्ट्री दी गई है जिसके बावजूद भी कार के केबिन में खुलेपन का अहसास होता है। 

टाटा अल्ट्रोज में टाटा नेक्सन की तरह 7 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। यह इंफोटेनमेंट सिस्टम एपल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो कनेक्टिविटी को सपोर्ट करता है। इसके कॉर्नर में क्लाइमेट कंट्रोल सेटिंग का ऑप्शन भी दिया गया है, इसके अलावा आप बटन से भी इसे कंट्रोल कर सकते हैं। आप चाहें तो वॉयस कमांड के ज़रिए क्लाइमेट सेटिंग भी चेंज कर सकते हैं। अल्ट्रोज में हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, ऑटोमैटिक हेडलैंप, रेन सेसिंग वायपर, रियर वायपर एवं वॉशर, 6-स्पीकर, ड्राइवर साइड पर ऑटो डाउन के साथ पावर विंडो और इंजन पुश बटन स्टार्ट/स्टॉप जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं। 

कार के ​केबिन में छिटपुट सामान रखने के लिए डोर पर अंब्रेला और बोटल होल्डर, दो कप होल्डर, सेंटर स्टोरेज स्पेस, स्टोरेज के साथ फ्रंट स्लाइडिंग आर्मरेस्ट और 15 लीटर का बड़ा सा कूल्ड ग्लव बॉक्स दिया गया है। 

कैसी हैं इसकी रियर सीट्स

टाटा अल्ट्रोज बाहर से काफी चौड़ी हैचबैक है, ऐसे में इसका फायदा केबिन के अंदर भी मिलता है। इसकी रियर सीट पर तीन पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं और यदि पीछे केवल दो ही पैसेंजर बैठते हैं तो उन्हें सेंटर आर्मरेस्ट का उपयोग करने की सुविधा भी मिलती है। कार की पिछली सीटों पर रियर एसी वेंट्स और 12 वोल्ट का चार्जिंग सॉकेट दिया गया है। एसी वेंट्स की प्लास्टिक क्वालिटी ज्यादा अच्छी नहीं है। वहीं, इस कार की रियर सीट्स पर यूएसबी पोर्ट की कमी भी महसूस होती है। 

स्पेस की बात करें तो ड्राइवर सीट के नीचे पैर रखने के लिए अच्छा खासा लेगरूम मिलता है। इसका नी-रूम स्पेस भी काफी अच्छा है, मगर लंबे पैसेंजर के लिए हेडरूम स्पेस इतना अच्छा नहीं है। लॉन्ग ड्राइव पर जाते समय आपको इसमें अंडर थाई सपोर्ट इतना अच्छा महसूस नहीं होगा, मगर सीटों पर दी गई सॉफ्ट कुशनिंग आपको कंफर्ट का अहसास कराती रहेगी। इसके अलावा कार की सभी विंडो से बाहर की अच्छी विज़िबिलिटी मिलती है। 

सेफ्टी

टाटा अल्ट्रोज में ड्यूल फ्रंट एयरबैग, एबीएस एवं ईबीडी, कॉर्नरिंग स्टेबिलिटी कंट्रोल, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट और रियर पार्किंग सेंसर जैसे सेफ्टी फीचर्स सभी वेरिएंट में मिलेंगे। टाटा ने अपनी कुछ नई कारों की बिल्ट क्वालिटी में काफी सुधार किए हैं जो आपको अल्ट्रोज में भी नज़र आएंगे। 

बूट स्पेस

होंडा जैज़ के बाद प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में टाटा अल्ट्रोज दूसरी सबसे ज्यादा बूट स्पेस (345 लीटर) वाली कार है। इसका बूट फ्लोर भी काफी बड़ा है जिसमें बड़े-बड़े सूटकेस रखे जा सकते हैं। चूंकि अल्ट्रोज में 60:40 के अनुपात में बांटी जा सकने वाली रियर सीट नहीं दी गई है ऐसे में आपको बूट स्पेस बढ़ाने के लिए इसकी रियर सीट्स को फोल्ड ही करना होगा जिसके बाद आपको 665 लीटर का बूट स्पेस मिलेगा। 

इंजन और परफॉर्मेंस

टाटा अल्ट्रोज में दो बीएस6 इंजन का ऑप्शन दिया गया है। पेट्रोल यूनिट के तौर पर इसमें 1.2 लीटर 3 सिलेंडर इंजन दिया गया है, वहीं यह कार 1.5 लीटर 4 सिलेंडर डीज़ल इंजन में भी उपलब्ध होगी। इन दोनों इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है। 

टाटा अल्ट्रोज में टियागो वाला ही पेट्रोल इंजन दिया गया है, मगर इसे बीएस6 नॉर्म्स के अनुसार अपग्रेड करने के लिए वीवीटी वेरिएबल वॉल्व टाइमिंग सिस्टम और नए एक्जॉस्ट को शामिल किया गया है। इंजन के रिफाइन होने के बावजूद इसमें कुछ खास फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि पावर डिलिवरी काफी स्मूद हुई है। ऐसे में सिटी में अल्ट्रोज का पेट्रोल वेरिएंट चलाने में काफी स्मूद लगता है। 

 

कुल मिलाकर सिटी में ड्राइविंग के लिहाज़ से इसका पेट्रोल वेरिएंट काफी अच्छा है जो कि भारी ट्रैफिक में भी आपको कंफर्ट की कोई कमी नहीं आने देगा। 

ज्यादा आरपीएम पर इसका पेट्रोल इंजन थोड़ा धीमा पड़ जाता है और आप इसे स्पोर्टी मोड में चलाने का मज़ा नहीं ले पाते हैं। जल्दी से ओवरटेक करने के लिए आपको एक-दो  गियर डाउन करने पड़ते हैं। इसका गियरबॉक्स भी इस्तेमाल करने में थोड़ा ढीला लगता है। 

शायद टाटा अल्ट्रोज पहली ऐसी अफोर्डेबल कार है जिसमें इंजन स्टार्ट/स्टॉप का फीचर दिया गया है। फ्यूल एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए आप अल्ट्रोज को ईको मोड पर भी चला सकतेे हैं। हालांकि, इस गाड़ी के माइलेज फिगर को लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी हाथ नहीं लगी है। 

डीज़ल वेरिएंट में कम आरपीएम पर भी कार को अच्छी खासी टॉर्क मिल जाती है जिससे ओवरटेकिंग आसान बनती है। डीज़ल इंजन काफी शोर करता है जिसका साउंड केबिन के अंदर तक सुनाई देता है। 3000 आरपीएम के बाद इसमें पावर की थोड़ी कमी महसूस होने लगती है। पेट्रोल वेरिएंट के मुकाबले डीज़ल वेरिएंट में गियर शिफ्टिंग थोड़ी आसान लगती है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि आपको इंजन से थोड़ा अच्छा परफॉर्मेंस चाहिए तो हम आपको इसका डीज़ल वेरिएंट लेने की सलाह देंगे। 


अल्ट्रोज में एक और पसंद आने वाली चीज़ इस कार की ग्रिप, हैंडलिंग और सस्पेंशन सेटअप है। कार के चलते समय उसके नीचे क्या हो रहा है इसका अहसास पैसेंजर को केबिन के अंदर नहीं होगा। आसान भाषा में कहें तो गड्ढों और खराब सड़कों पर इसके सस्पेंशन आवाज़ नहीं करते हैं और आसानी से वापस सेट हो जाते हैं। 

कॉर्नर पर भी कार आराम से टर्न ले लेती है और कार के स्टीयरिंग से आपको अच्छा फीडबैक मिलता है। कुल मिलाकर प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में टाटा अल्ट्रोज के सस्पेंशन सिस्टम को सबसे अच्छा माना जा सकता है। इसके सस्पेंशन सिस्टम का अच्छी तरह से काम करने का श्रेय टाटा के नए अल्फा एआरसी प्लेटफॉर्म को जाता है जिसपर आने वाले समय में एक सेडान और एसयूवी भी तैयार की जाएगी। 

टाटा अल्ट्रोज के बारे में हमारी राय

प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में टाटा अल्ट्रोज अपने मुकाबले में मौजूद दूसरी कारों को टक्कर देने में कामयाब नहीं होती दिखाई देती है। इसके इंजन भी उतने पावरफुल नहीं है जितना कि उनसे उम्मीद की गई थी। हालांकि, हाईवे और सिटी ड्राइविंग के लिहाज़ से इसका डीज़ल वेरिएंट हमें थोड़ा पसंद आया। मगर, पावर और टॉर्क के लिहाज़ से इसका पेट्रोल वेरिएंट सिटी ड्राइविंग के लिहाज़ से ज्यादा अच्छा नहीं है। इसके दोनों टाइप के गियरबॉक्स की शिफ्ट क्वालिटी में सुधार की गुंजाइश भी लगती है। 

टाटा अल्ट्रोज में जो बातें हमें पसंद आई वो है इस कार की फीचर लिस्ट, केबिन स्पेस और अच्छी फिट और फिनि​शिंग। अल्फा आर्किटेक्चर प्लेटफॉर्म पर बने होने के कारण इस कार में कंफर्ट भी अच्छा मिलता है और हैंडलिंग भी काफी अच्छी है। हां, अगर अल्ट्रोज के लुक्स की बात करें तो ये सेगमेंट की सबसे अच्छी दिखने वाली कार कही जा सकती है। अल्ट्रोज की प्राइस 5.29 लाख रुपये से शुरू होती है जो 9.29 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती है। यह कार पांच वेरिएंट में उपलब्ध है जिनकी प्राइस इस प्रकार है:

 

पेट्रोल (कीमत)

डीजल (कीमत)

एक्सई

5.29 लाख रुपये

6.99 लाख रुपये

एक्सएम

6.15 लाख रुपये

7.75 लाख रुपये

एक्सटी

6.84 लाख रुपये

8.44 लाख रुपये

एक्सजेड

7.44 लाख रुपये

9.04 लाख रुपये

एक्सजेड (ओ)

7.69 लाख रुपये

9.29 लाख रुपये

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