कंपेरिज़न रिव्यू: महिंद्रा एक्सयूवी300 Vs फोर्ड ईकोस्पोर्ट Vs टाटा नेक्सन
Published On जून 18, 2019 By siddharth for महिंद्रा एक्सयूवी300
- 1 View
- Write a comment
भारत में कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट की लोकप्रियता काफी बढ़ती जा रही है। ग्राहकों के सामने इस सेगमेंट में काफी सारी कारों विकल्प मौजूद हैं। बड़े केबिन स्पेस के साथ-साथ इन कारों में काफी अच्छा बूट स्पेस मिलता है। इनका ग्राउंड क्लीयरेंस काफी अच्छा होता है, इससे ये कारें खराब सड़कों और गड्ढों को आराम से झेल लेती हैं।
कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में महिंद्रा एक्सयूवी300 हाल ही में पेश की गई एसयूवी कार है। यह कार प्रीमियम फीचर्स, स्पेस और शानदार इंजन परफॉर्मेंस के साथ आती है। कीमत की बात करें तो इसे एसयूवी सेगमेंट के लिहाज से किफायती माना जा सकता है। हमने महिंद्रा एक्सयूवी के पेट्रोल मॉडल की तुलना सेगमेंट की कुछ दूसरी कारों से की है। तो क्या रहे इस तुलना के नतीजे जानेंगे यहां:-
टेस्ट की गई कारें
पेट्रोल वेरिएंट |
महिंद्रा एक्सयूवी300 डब्ल्यू8 (ओ) वेरिएंट |
फोर्ड ईकोस्पोर्ट टाइटेनियम एमटी वेरिएंट |
टाटा नेक्सन एक्सजेड प्लस ड्यूल टोन वेरिएंट |
कीमत |
11.49 लाख रुपये |
9.56 लाख रुपये |
9.22 लाख रुपये |
-
महिंद्रा एक्सयूवी300 और फोर्ड ईकोस्पोर्ट के मुकाबले टाटा नेक्सन काफी सस्ते दामों पर उपलब्ध है। हालांकि, किफायती होने के चलते इसमें फीचर भी कम मिलते हैं।
-
फोर्ड ईकोस्पोर्ट और एक्सयूवी300 सेगमेंट की महंगी कारों में से एक है। इनकी कीमतों को वाजिब साबित करने के लिए दोनों कंपनियों ने इन कारों को अच्छे फीचर से लैस किया है।
एक्सटीरियर डिजाइन
-
साइज के मोर्चे पर तीनों कारें देखने में समान लगती हैं। इन्हें देखकर इनकी असली साइज का अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है।
|
एक्सयूवी300 |
ईकोस्पोर्ट |
नेक्सन |
लंबाई (एमएम) |
3995 |
3998 |
3994 |
चौड़ाई (एमएम) |
1821 |
1765 |
1811 |
ऊंचाई (एमएम) |
1627 |
1647 |
1607 |
व्हीलबेस (एमएम) |
2600 |
2519 |
2498 |
ग्राउंड क्लीयरेंस (एमएम) |
180 |
200 |
209 |
-
महिंद्रा एक्सयूवी300 की डिजाइन इसे एक परफैक्ट एसयूवी का लुक देने में बहुत मदद करती है। कार के हर कोने पर शार्प डिफाइनिंग लाइन के कारण कार को एक बॉक्सी लुक मिलता है।
-
कार में एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप दिए गए हैं जो हैडलैंप से जुड़ते हुए नीचे बंपर तक पहुंचते हैं। अनोखी स्टाइल वाले डीआरएल से एक्सयूवी300 का फ्रंट लुक काफी शानदार लगता है।
-
टाटा नेक्सन की एक्सटीरियर डिजाइन में ऐसी कोई बात नजर नहीं आतीे है जिससे इसे एक दमदार एसयूवी कहा जा सके। थ्री-टोन कलर पेंट के कारण भी इसके लुक पर एक नकारात्मक असर पड़ता है।
-
फोर्ड ईकोस्पोर्ट की डिजाइन को संतुलित कहा जा सकता है। ये नेक्सन की तरह मोटी नजर नहीं आती है और इसकी बिल्ड क्वालिटी महिंद्रा एक्सयूवी300 से काफी बेहतर है। दोनों कारों की तुलना में ये कार ज्यादा प्रीमियम और दमदार नजर आती है।
-
कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में फोर्ड ईकोस्पोर्ट इकलौती ऐसी कार है जिसमें रियर डोर पर अतिरिक्त टायर दिया गया है। ऐसे में यह पुराने समय की एसयूवी कारों की काफी याद दिलाती है। ईकोस्पोर्ट में रियर डोर के कारण लगेज को रखने और निकालने में भी काफी आसानी रहती है।
-
डिजाइन के मामले में ईकोस्पोर्ट और नेक्सन एसयूवी के मुकाबले क्रॉसओवर कारें ज्यादा लगती है। इन दोनों के मुकाबले एक्सयूवी300 का डिजाइन काफी अलग नजर आता है।
इंटीरियर डिजाइन
-
एक्सयूवी300 के केबिन में बैज कलर के प्लास्टिक और सीट कवर के कारण खुलेपन का अहसास होता है। नेक्सन में ब्लैक और ग्रे कलर का इंटीरियर दिया गया है वहीं, ईकोस्पोर्ट के इंटीरियर में ऑल ब्लैक थीम दी गई है। इन डार्क शेड्स के कारण दोनों कारों के केबिन और भी ज्यादा छोटे दिखाई देने लगते हैं।
-
एक्सयूवी300 के डैशबोर्ड का डिजाइन काफी सपाट है जिससे फ्रंट पैसेंजर को पैर रखने की ज्यादा जगह मिलती है। हालांकि, इस गाड़ी में ईकोस्पोर्ट और नेक्सन की तरह फ्लोटिंग सेंटर स्क्रीन नहीं दी गई है। मगर, एक्सयूवी300 का डैशबोर्ड अच्छे तरीके से फिट किया गया है जिसमें उच्च क्वालिटी के बटन दिए गए हैं।
-
ऑल ब्लैक इंटीरियर के साथ ईकोस्पोर्ट का डिजाइन काफी बिजी नजर आता है। इस वजह से कार की फ्रंट सीट पर बैठने के बाद जगह की कमी सी महसूस होने लगती है। इसके डैशबोर्ड का डिजाइन वैसे तो देखने में काफी आकर्षक लगता है। मगर, कहीं-कहीं पियानो ब्लैक कलर की ट्रिम का इस्तेमाल करने से डैशबोर्ड की शोभा खराब कर दी गई है।
-
टाटा नेक्सन में फ्लोटिंग सेंटर डिस्प्ले दी गई है। ये साइज में एक्सयूवी300 और ईकोस्पोर्ट की डिस्प्ले से थोड़ी छोटी है। मगर, इसमें क्रोम और सिल्वर कलर की ट्रिम के साथ हल्के ग्रे कलर की अपहोल्स्ट्री कार के इंटीरियर को प्रीमियम बनाने के लिहाज से अच्छी लगती है।
इंटीरियर स्पेस
-
ईकोस्पोर्ट की ऊंचाई के कारण इसका केबिन बड़ा नजर आता है। मगर केबिन की चौड़ाई कम होने से आपको कार में बैठने के बाद सिकुड़े जाने का अहसास भी होता है।
इंटीरियर का माप (फ्रंट) |
एक्सयूवी300 |
ईकोस्पोर्ट |
नेक्सन |
लेगरूम |
935-1110मिलीमीटर |
955-1105मिलीमीटर |
900-1050मिलीमीटर |
नी-रूम |
575-805मिलीमीटर |
635-825मिलीमीटर |
580-770मिलीमीटर |
सीट बेस लंबाई |
495मिलीमीटर |
495मिलीमीटर |
480मिलीमीटर |
सीट बेस चौड़ाई |
480मिलीमीटर |
495मिलीमीटर |
510मिलीमीटर |
सीट बेस ऊंचाई |
645मिलीमीटर |
610मिलीमीटर |
615मिलीमीटर |
हैडरूम (न्यूनतम -अधिकतम) |
885-975मिलीमीटर |
870-1005मिलीमीटर |
965-1020मिलीमीटर |
केबिन चौड़ाई |
1370मिलीमीटर |
1320मिलीमीटर |
1405मिलीमीटर |
-
एक्सयूवी300 के बड़े साइज का प्रभाव इसके केबिन में भी नजर आता है। हालांकि इसके चौड़े डोर सिल्स से कार में अंदर प्रवेश करना और इससे बाहर निकलना थोड़ा मुश्किल बना देते हैं।
-
टाटा नेक्सन में सीटों पर काफी कोमल कुशनिंग की गई है। डोर पैनल भी अपनी जगह पर ठीक से लगाए हैं जिसके कारण कार में पैैसेंजर को शोल्डर रूम की कमी महसूस नहीं होती है।
-
नेक्सन में सामने की तरफ झुके हुए डैशबोर्ड के कारण फ्रंट सीट पर नी-रूम की कमी महसूस होती है। वहीं, आगे की तरफ पैर रखने की जगह भी काफी कम लगती है।ईकोस्पोर्ट और एक्सयूवी300 में फ्रंट सीट पर आराम से पैरों को फैलाकर बैठा जा सकता है।
इंटीरियर माप (रियर) |
एक्सयूवी300 |
ईकोस्पोर्ट |
नेक्सन |
शोल्डर रूम |
1330 मिलीमीटर |
1225 मिलीमीटर |
1385 मिलीमीटर |
हैडरूम |
925 मिलीमीटर |
930 मिलीमीटर |
970 मिलीमीटर |
नी-रूम |
600-830 मिलीमीटर |
590-800 मिलीमीटर |
715-905 मिलीमीटर |
सीट बेस चौड़ाई |
1320 मिलीमीटर |
1230 मिलीमीटर |
1220 मिलीमीटर |
सीट बेस लंबाई |
445 मिलीमीटर |
480 मिलीमीटर |
510 मिलीमीटर |
सीट बेस ऊंचाई |
650 मिलीमीटर |
610 मिलीमीटर |
610 मिलीमीटर |
-
तीनों कारों की रियर सीट पर दो पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं। यदि यहां तीन पैसेंजर को बैठाया जाए तो उन्हें कंफर्ट से समझौता करना ही पड़ेगा।
-
ईकोस्पोर्ट में स्पेस की थोड़ी बहुत कमी जरूर लगती है लेकिन इसमें सिटिंग पोजिशन काफी अच्छी है। कार के अंदर प्रवेश करना और बाहर निकलना काफी आसान है। इसमें पैसेंजर को पर्याप्त मात्रा में नी-रूम और अंडरथाई सपोर्ट मिलता है।
-
एक्सयूवी300 और ईकोस्पोर्ट के मुकाबले टाटा नेक्सन की रियर सीट पर बैठने का सबसे अच्छा अनुभव प्राप्त होता है। नेक्सन इकलौती ऐसी एसयूवी कार है जिसमें रियर सीट पर ब्लोअर का फीचर दिया गया है।
-
महिंद्रा एक्सयूवी300 की रियर सीट पर बैठकर कंफर्ट मिलने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है। रूफ नीचे होने के कारण सिटिंग पोजिशन भी नीचे हो जाती है। इस कारण पैसेंजर को अपने घुटने अपने आप ऊपर की ओर हो जाते हैं जिसे एक कंफर्टेबल सिटिंग पोजिशन नहीं कहा जा सकता है। कुल मिलाकर एक्सयूवी300 की रियर सीट पर बैठकर लंबी यात्राओं पर जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इंटीरियर फीचर
-
महिंद्रा एक्सयूवी300 का इंटीरियर एक प्रीमियम अहसास कराता है। इसके इंटीरियर में इस्तेमाल किए गए प्लास्टिक की क्वालिटी से लेकर सीटों पर इस्तेमाल किए मैटिरियल काफी अच्छे हैं।
-
फोर्ड ईकोस्पोर्ट के इंटीरियर को साल 2018 में नया अपडेट मिला था। इसमें उच्च स्तर का प्लास्टिक और अच्छे से व्यवस्थित सेंट्रल कंट्रोल दिया गया है। दूसरी कारों के मुकाबले ईकोस्पोर्ट की बिल्ड क्वालिटी भी अच्छी है।
-
टाटा नेक्सन का इंटीरियर मॉर्डन और स्टाइलिश होने के बावजूद प्रीमियम नजर नहीं आता है। हालांकि, मैटेरियल की क्वालिटी इतनी खराब नहीं है मगर, इसका इंटीरियर एक्सयूवी300 और ईकोस्पोर्ट का मुकाबला नहीं कर सकता है।
-
महिंद्रा एक्सयूवी300 एक फीचर लोडेड कार है। इसमें बड़ी सनरूफ, लैदर अपहोलस्ट्री, एंड्रॉयड आॅटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी से लैस टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। इन सब के अलावा इसमें ड्यूल जोन क्लाइमेट कंट्रोल, स्टीयरिंग मोड और स्टीयरिंग पोजिशन इंडिकेटर जैसे सेगमेंट फर्स्ट फीचर दिए गए हैं।
-
एक्सयूवी300 इकलौती ऐसी कार है जिसमें रियर सीट पर बीच वाले पैसेंजर के लिए थ्री पॉइन्ट सीट बेल्ट और सेंटर हैडरेस्ट दिया गया है। सेफ्टी के लिहाज से इसमें 7 एयरबैग और चारों पहियों पर डिस्क ब्रेक भी दिए गए हैं।
-
फोर्ड ईकोस्पोर्ट में भी काफी अच्छे फीचर दिए गए हैं। इनमें 8 इंच फ्लोटिंग टचस्क्रीन, सनरूफ और रियर पार्किंग कैमरा शामिल हैं।
-
टाटा नेक्सन में सनरूफ का फीचर नहीं दिया गया है। ये फीचर नहीं देने के पीछे कंपनी अपनी ओर से कुछ तर्क भी दे चुकी है। नेक्सन की फीचर लिस्ट में एंड्रॉयड आॅटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी से लैस 6.5 इंच का फ्लोटिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल और 8 स्पीकर वाला हरमन कंपनी का साउंट सिस्टम दिया गया है।
-
नेक्सन के टचस्क्रीन की क्वालिटी उतनी अच्छी नहीं है जितनी एक्सयूवी300 और ईकोस्पोर्ट के स्क्रीन की है। रियर व्यू कैमरा का रिजॉल्यूशन भी इतना अच्छा नहीं है। सेंटर कंसोल का टेंबोर डोर डिजाइन दिखने में सुंदर लगता है मगर, इसका इस्तेमाल करने के लिए जगह की काफी कमी महसूस होती है। भले ही टाटा नेक्सन यहां काफी किफायती दामों पर मिलने वाली एसयूवी हो लेकिन, इसमें क्वालिटी मैटेरियल की काफी कमी लगती है।
परफॉर्मेंस
एक्सयूवी300 |
ईकोस्पोर्ट |
नेक्सन |
|
इंजन |
1197 सीसी |
1497 सीसी |
1198 सीसी |
पावर |
110 पीएस @ 5000 आरपीएम |
123 पीएस @ 6500 आरपीएम |
110 पीएस @ 5000 आरपीएम |
टॉर्क |
200 एनएम @ 2000-3500 आरपीएम |
150 एनएम @ 4500 आरपीएम |
170 एनएम @ 1750-4000 आरपीएम |
सिलेंडर |
3 |
3 |
3 |
गियरबॉक्स |
6-स्पीड मैनुअल |
5-स्पीड मैनुअल |
6-स्पीड मैनुअल |
-
ईकोस्पोर्ट में 1.5 लीटर—3 सिलेंडर इंजन दिया गया है। यह इंजन नेक्सन और एक्सयूवी300 के 1.2 लीटर इंजन से ज्यादा दमदार है।
-
ईकोस्पोर्ट के मुकाबले एक्सयूवी300 और नेक्सन के पेट्रोल इंजन टर्बोचार्ज्ड होने की वजह से ज्यादा टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है।
-
एक्सयूवी300 की इंजन स्पेसिफिकेशन के अनुसार इसे काफी तेज कार होने का दावा किया गया है।
|
एक्सयूवी300 |
ईकोस्पोर्ट |
नेक्सन |
0-100 किमी/प्रति/घंटे |
12.39 सेकंड |
12.12 सेकंड |
11.64 सेकंड |
30-80 किमी/प्रति/घंटे (थर्ड गियर) |
8.65 सेकंड |
10.2 सेकंड |
10.91 सेकंड |
40-100 किमी/प्रति/घंटे(चौथा गियर) |
14.11 सेकंड |
17.59 सेकंड |
19.09 सेकंड |
-
लेकिन, यह थ्योरी यहां बिल्कुल गलत साबित होती है। असल में एक्सयूवी300 को 0 से 100 किलोमीटर की रफ्तार हासिल करने में ईकोस्पोर्ट और नेक्सन के मुकाबले ज्यादा समय लगता है। इस मामले में टाटा नेक्सन यहां सबसे तेज कार साबित होती है।
-
हालांकि, तीसरे और चौथे गियर पर क्रमश: 30 से 80 किमी प्रति घंटे या 40 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने के मामले में एक्सयूवी300 काफी तेज कार है। इन परिस्थितियों में इसके इंजन से कार को काफी अच्छी टॉर्क और पावर हासिल होती है।
-
एक्सयूवी300 के इंजन से अच्छी टॉर्क मिलने का सीधा प्रभाव कार की परफॉर्मेंस पर पड़ता है। यह कार सिटी ड्राइविंग के लिहाज से काफी अच्छी साबित होती है। वहीं, अच्छी टॉर्क मिलने से हाइवे पर ओवरटेकिंग की प्रक्रिया भी आसान हो जाती है।
-
यहां नेक्सन दूसरी सबसे तेज कार साबित होती है। मगर, निचले गियरों पर यह एका-एक धीमी पड़ जाती है और 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार हासिल करने में कुछ सेकंड ज्यादा लेती है। हालांकि, इसका सीधा असर कार की फ्यूल एफिशिएंसी पर पड़ता है और माइलेज अच्छा हो जाता है।
-
नेक्सन यहां एकलौती ऐसी कार है जिसमें तीन अलग- अलग ड्राइविंग मोड दिए गए हैं। ईको मोड पर चलाने से कार से अच्छा माइलेज प्राप्त होता है।
-
फोर्ड ईकोस्पोर्ट का इंजन काफी स्मूद है। हालांकि, ये भी कुछ परिस्थितियों में धीमा पड़ जाता है।
-
ईकोस्पोर्ट को इंजन से पावर और टॉर्क लगातार मिलती रहती है, ऐसे में सिटी के भीड़-भाड़ वाले माहौल में भी कार को चलाने में आसानी रहती है।
|
एक्सयूवी300 |
ईकोस्पोर्ट |
नेक्सन |
100-0 किमी/प्रति/घंटा |
41.59 मीटर |
47.93 मीटर |
40.63 मीटर |
-
एक्सयूवी300 में चारों पहियों पर डिस्क ब्रेक होने के बावजूद इसे पूरी तरह रूकने में काफी समय लगता है। नेक्सन में चारों पहियों पर डिस्क ब्रेक नहीं होने के बावजूद इसकी ब्रेकिंग पावर ज्यादा अच्छी है।
माइलेज
|
एक्सयूवी300 |
ईकोस्पोर्ट |
नेक्सन |
माइलेज दावा |
17 किमी/प्रति/लीटर |
17 किमी/प्रति/लीटर |
17.88 किमी/प्रति/लीटर |
टेस्टिंग के दौरान प्राप्त माइलेज (सिटी) |
12.16 किमी/प्रति/लीटर |
12.74 किमी/प्रति/लीटर |
14.03 किमी/प्रति/लीटर |
टेस्टिंग के दौरान प्राप्त माइलेज (हाइवे) |
14.25 किमी/प्रति/लीटर |
17.59 किमी/प्रति/लीटर |
17.89 किमी/प्रति/लीटर |
-
यहां सभी कारों को लेकर उनकी कंपनियों द्वारा 17 किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज दावा किया गया है।
-
माइलेज टेस्ट में हमें टाटा नेक्सन से सिटी और हाइवे पर अच्छा माइलेज प्राप्त हुआ। हालांकि, इसे ईको मोड पर चलाने के बाद ही माइलेज के अच्छे आंकड़े प्राप्त होते हैं । ईको मोड पर चलाने से कार में टॉर्क और पावर कम हो जाती है और कार से अच्छा माइलेज प्राप्त होता है।
-
हाइवे पर माइलेज देने के मामले में महिंद्रा एक्सयूवी300 ने हमें काफी निराश किया। कार में 6-स्पीड गियरबॉक्स होने के चलते हमें माइलेज से जुड़ी काफी उम्मीदें थी।
-
हाइवे पर एक्सयूवी300 14.25 किमी प्रति लीटर का माइलेज देती है। 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में कार को अच्छी टॉर्क और पावर मिलती है। लिहाजा इसका सीधा असर कार के माइलेज पर पड़ता है। हालांकि कार को 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर दौड़ाया जाए तो ये गाड़ी थोड़ा बेहतर माइलेज दे सकती है।
-
माइलेज देने के मामले में फोर्ड ईकोस्पोर्ट तीनों में सबसे ऊपर है। अच्छा माइलेज प्राप्त करने के लिए इसे नेक्सन की तरह ईको मोड पर चलाने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। इसका इंजन काफी स्मूद है जो कार को एक सीमा तक ही पावर और टॉर्क जनरेट करके देता है। इससे ईंधन की खपत कम होती है और आपको बेहतर माइलेज मिलता है।
राइड और हैंडलिंग
-
अगर आप कार की राइड और हैंडलिंग को ज्यादा तवज्जो देतें है तो महिंद्रा एक्सयूवी300 आपको बेहद पसंद आएगी। इसके सस्पेंशन सिस्टम काफी अच्छे हैं जो किसी प्रकार की बाधा को केबिन के अंदर तक नहीं पहुंचने देते।
-
एक्सयूवी300 को तीव्र मोड़ों पर अच्छी खासी स्पीड में चलाने पर भी इसके पलटने की संभावना नहीं रहती है। कार का स्टीयरिंग भी इस्तेमाल में अच्छा है और राइड को आसान बनाता है।
-
एक्सयूवी300 में आपको स्टीयरिंग मोड के तीन विकल्प मिलते हैं। इनमें 'कंफर्ट' 'नॉर्मल' और 'स्पोर्ट' शामिल है। स्पोर्ट मोड पर स्टीयरिंग व्हील का वजन भारी हो जाता है जो काफी अनावश्यक लगता है।
-
दमदार इंजन और अच्छी राइड क्वालिटी के साथ आने वाली महिंद्रा एक्सयूवी300 को ड्राइवर के दृष्टिकोण से बेहतर एसयूवी कहा जा सकता है।
-
लॉन्च के बाद फोर्ड ईकोस्पोर्ट की राइड क्वालिटी को लेकर कंपनी के पास काफी शिकायतें पहुंची थी। इसके बाद साल 2017 में कंपनी ने इसके सस्पेंशन सिस्टम को बदल दिया। सस्पेंशन में बदलाव होने के बाद ईकोस्पोर्ट की हैडलिंग और राइड क्वालिटी का स्तर और भी गिर गया। फिर भी राइड और हैंडलिंग के लिहाज से इसे दूसरा स्थान दिया जाता है।
-
इन तीनों कारों में से फोर्ड ईकोस्पोर्ट की लंबाई काफी ज्यादा है। ऐसे में तीव्र मोड़ों पर तेज रफ्तार पर ये कार पलट भी सकती है। ऐसे में कंपनी ने इसके सस्पेंशन सिस्टम को काफी कठोर बनाया है और इसलिए गड्ढ़ों और खराब सड़कों पर कार उछाल ले ही लेती है।
-
टाटा नेक्सन की राडड क्वालिटी काफी अच्छी है मगर हैंडलिंग के मोर्चे पर ये पीछे रह जाती है। हालांकि, खराब सड़के और गड्ढे इसे बिल्कुल प्रभावित नहीं करते हैं। उछाल आने पर कार के सस्पेंशन सिस्टम से निकलने वाली आवाज को कार के केबिन तक सुना जा सकता है।
निष्कर्ष:
-
महिंद्रा एक्सयूवी300 एक पावरफुल, प्रीमियम फीचर से लैस, स्पोर्टी हैंडलिंग वाली कार है। मगर, कहीं ना कहीं इसमें कुछ कमियां भी मौजूद हैं।
-
एक्सयूवी300 में मिलने वाली प्रीमियम चीज़ों के लिए आपको कीमत भी ज्यादा चुकानी पड़ती है। जबकि कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में टाटा नेक्सन को पैसा वसूल कार कहा जा सकता है।
-
महिंद्रा एक्सयूवी300 की रियर सीटें ज्यादा आरामदायक नहीं है। इन पर सवार होकर लंबी यात्राओं पर नहीं निकला जा सकता है। वहीं, कार में सामान रखने के लिए जगह का भी काफी अभाव है। फोर्ड ईकोस्पोर्ट में प्रीमियम अहसास के साथ कंफर्टेबल सीट और अच्छा बूट स्पेस मिलता है।
-
एक्सयूवी300 को मेंटेंन करने के लिए भी आपकी जेब भारी होनी जरूरी है। इस कार का इंजन अच्छी परफॉर्मेंस देता है मगर इसका असर कार के माइलेज पर भी पड़ता है।
-
यदि आप फैमिली के हिसाब से एक कॉम्पैक्ट एसयूवी कार खरीदना चाहते हैं तो हम आपको टाटा नेक्सन लेने की सलाह देंगे। यदि आपके पास बजट की कोई कमी नहीं है और आप एक लग्जरी और प्रीमियम अहसास देने वाली कार चाहते हैं, तो फोर्ड ईकोस्पोर्ट आपके लिए बेहतर साबित होगी।
स्पष्टीकरण
-
मारुति विटारा ब्रेजा पेट्रोल वेरिएंट में उपलब्ध नहीं है। इसलिए हमने उसे इस तुलना में शामिल नहीं किया है।
-
इस तुलना में होंडा डब्ल्यूआर-वी को भी शामिल नहीं किया गया है। यह कार अपनी डिजाइन और बॉडी स्टाइल के कारण सेगमेंट से अलग किस्म की कार लगती है।