फोक्सवैगन टी-रॉक की सभी 1000 इंपोर्टेड यूनिट्स बिकी,अब इस साल भारत में नहीं मिलेगी ये कार
प्रकाशित: सितंबर 09, 2020 06:14 pm । भानु । फॉक्सवेगन टी- रॉक
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- मार्च में लॉकडाउन लगने से पहले 19.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, इंडिया) की कीमत पर किया गया था इसे लॉन्च
- केवल एक वेरिएंट में उपलब्ध इस कार को पूरी तरह से इंपोर्ट कराते हुए बेचा जा रहा था
- भारत में 2020 के लिए केवल 1000 यूनिट्स ही की गई थी अलॉट
- फोक्सवैगन 2021 तक इसे भारत में ही करेगी असेंबल
- 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ 7 स्पीड डीएसजी गियरबॉक्स के साथ की जा रही थी पेश
भारत में कोरोना वायरस के कारण मार्च के महीने में लगाए गए लॉकडाउन से ठीक पहले फोक्सवैगन (Volkswagen) ने यहां कॉम्पैक्ट एसयूवी टी-रॉक को लॉन्च किया था। भारत में इसे इंपोर्ट कराते हुए बेचा जा रहा था जो केवल एक वेरिएंट में ही उपलब्ध थी। अब जर्मन कारमेकर ने घोषणा की है कि टी-रॉक की भारतीय बाजार के लिए भेजी गई 1000 यूनिट्स की खेप बिक चुकी है और अब इस साल ये कार बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं होगी।
भारत में फोक्सवैगन टी-रॉक (Volkswagen T-Roc) की प्राइस 19.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, इंडिया) रखी गई थी। यूरोपियन कारों जैसी स्टाइलिंग लिए हुए इस एसयूवी में पैनोरमिक सनरूफ,17 इंच के अलॉय व्हील्स और ड्यूल चैंबर एलईडी हेडलैंप्स जैसे एक्सटीरियर फीचर्स दिए गए हैं। कंफर्ट फीचर्स के तौर पर फोक्सवैगन की इस इंपोर्टेड कार में ड्यूल जोन क्लाइमेट कंट्रोल,12.3 इंच वर्चुअल कॉकपिट,8 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और पावर एडजस्टेबल ड्राइवर सीट दिए गए हैं।
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टी-रॉक में केवल 1.5-लीटर 4-सिलेंडर टीएसआई पेट्रोल इंजन दिया गया है जो 150 पीएस की पावर और 250 एनएम का टॉर्क जरनेट करने में सक्षम है। इंजन के साथ इसमें 7-स्पीड डीएसजी (ड्यूल-क्लच ऑटोमैटिक) गियरबॉक्स दिया गया है। इसके इंजन में एक्टिव सिलेंडर टेक्नोलॉजी भी दी गई है जो फ्यूल एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए चार सिलेंडर में से दो को बंद कर देती है।
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भारत मेें फोक्सवैगन की इस प्रीमियम कार का मुकाबला जीप कंपास,स्कोडा कोडियाक और हुंडई ट्यूसॉन जैसी कारों से था। कंपनी ने अब टी-रॉक की बुकिंग लेना बंद कर दिया है और बची हुई यूनिट्स को जल्द ही ग्राहकों तक डिलेवर कर दिया जाएगा।
टी-रॉक को भारतीय बाजार से मिले अच्छे खासे रिस्पॉन्स को देखते हुए फोक्सवैगन अगले साल तक इसे यहीं असेेंबल करने का काम करेगी। हालांकि इस वक्त कंपनी का ध्यान टाइगन पर है जो कि कंपनी पहली मेड इन इंडिया मिनी एसयूवी होगी। टाइगन का मुकाबला हुंडई क्रेटा,किया सेल्टोस और अपकमिंग स्कोडा विजन आईएन से होगा।
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