स्टेलांटिस और बीएमडब्ल्यू में हुआ करार, ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी के लिए मिलकर करेंगी काम
स्टेलांटिस ने कारों की ऑटोमेटिक टेक्नोलॉजी को डेवलप करने के लिए बीएमडब्ल्यू के साथ पार्टनरशिप की है। ये दोनों कंपनियां मिलकर एसटीएलए ऑटोड्राइव के तहत लेवल 2, लेवल 2+ और लेवल 3 ऑटोनॉमस ड्राइविंग कैपेबिलिटी को डेवलप करेंगी।
इससे पहले स्टेलांटिस ने अपने इलेक्ट्रिफिकेशन प्लान की डिटेल साझा की थी। कंपनी चार इलेक्ट्रिक प्लेटफार्मः एसटीएलए स्मॉल, एसटीएलए मिडियम, एसटीएलए लार्ज और एसटीएलए फ्रेम पर काम कर रही है जिन पर स्टेलांटिस के भविष्य में आने वाले इलेक्ट्रिक मॉडल्स बनेंगे। इसके अलावा कंपनी तीन टेक प्लेटफार्मः एसटीएलए ब्रेन, एसटीएलए स्मार्ट कॉकपिट और एसटीएलए ऑटोड्राइव पर भी काम कर रही है। ये टेक्नोलॉजी कंपनी के इन व्हीकल प्लेटफार्म में इस्तेमाल होगी। सभी प्लेटफार्म 2024 से फंक्शनल हो सकते हैं।
स्टेलांटिस और बीएमडब्ल्यू दोनों कंपनियां मिलकर एसटीएलए ऑटोड्राइव पर काम करेगी जिसमें इनका फोकस ऑटोनॉमस ड्राइविंग कैपेबिलिटी को बेहतर करना रहेगा।
एसटीएलएस ब्रेन नाम से पता चलता है कि यह गाड़ी का ब्रेन होगा। यह कार का ईसीयू होगा जो हाई-स्पीड इंटरनेट के जरिए क्लाउड से कनेक्टेड होगा। यह समय-समय पर कार के हार्डवेयर को ओटीए (ओवर-द-एयर) अपडेट देगा।
एसटीएलए र्स्स्मार्ट कॉकपिट प्लेटफार्म इंटीरियर यूजर एक्सपीरियंस के लिए होगा और यह देखेगा कि ऑनबोर्ड टेक्नोलॉजी के साथ पैसेंजर कैसे इंटरेक्ट होते हैं।
स्टेलांटिस भाविष्य में ई-कॉमर्स, नेविगेशन और अन्य इन-केबिन फीचर्स को भी इस पैकेज में शामिल कर सकती है। इस प्लान के लिए कंपनी 2025 तक करीब 2.56 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
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