जगुआर की लेटेस्ट एयर फिल्टर टेक्न ोलॉजी कोरोना वायरस को रोकने में है सक्षम
संशोधित: मार्च 17, 2021 10:38 am | सोनू | जगुआर आई- पेस
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- जगुआर लैंड रोवर की नई एयर फिल्टरेशन टेक्नोलॉजी पहले से 10 गुना ज्यादा बेहतर हुई है।
- यह 97 प्रतिशत बैक्टीरिया और वायरस को रोक सकती है।
- कोरोना वायरस को रोकने में यह 99.995 प्रतिशत तक कामयाब हुई।
जगुआर लैंड रोवर ने अपनी नई एयर प्यूरीफिकेशन टेक्नोलॉजी के टेस्ट रिजल्ट की जानकारी साझा की है। कंपनी की नई एयर फिल्टर टेक्नोलॉजी पहले से 10 गुना ज्यादा बेहतर है और यह 97 प्रतिशत तक बैक्टीरिया और वायरस को रोकने में सक्षम है। वहीं कोरोना वायरस को रोकने में यह टेक्नोलॉजी 99.995 प्रतिशत कामयाब हुई।
जगुआर लैंड रोवर अपनी सभी कारों में लगे मौजूदा पीएम2.5 फिल्टर से इस टेक्नोलॉजी को रिप्लेस करेगी। कंपनी ने अपने नए फिल्टर को नेनोई एक्स नाम दिया है जिसे पैनासोनिक के साथ मिलकर तैयार किया गया है।
इस फिल्टर टेक्नोलॉजी का दो अलग-अलग मेडिकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन ने टेस्ट किया था। जनरल टेस्ट में यह फिल्टर 30 मिनट के रि-सर्कुलेशन पीरियड में 97 प्रतिशत तक बैक्टीरिया और वायरस को रोकने में सक्षम रहा। दूसरा टेस्ट खासतौर पर कोरोना वायरस को लेकर हुआ था। यह टेस्ट दो घंटा से ज्यादा समय तक चला और इसमें यह फिल्टरेशन सिस्टम 99.995 प्रतिशत तक कोरोना वायरस को रोकने में कामयाब हुआ।
कंपनी के अनुसार उसकी नई नेनोई एक्स टेक्नोलॉजी उसके मौजूदा फिल्टर सिस्टम से 10 गुना ज्यादा बेहतर है। इस सिस्टम में हाइड्रॉक्सिल रेडिकल (ओएच) का इस्तेमाल हुआ है। यह आमतौर पर हवा को साफ करने के लिए होता है जबकि जगुआर लैंड रोवर ने इसका उपयोग कार के केबिन को स्वच्छ रखने के लिए किया है। हाइड्रॉक्सिल रेडिकल की बात करें तो यह वायरस और बैक्टीरिया को कार के केबिन में आने से रोक लेते है जिससे केबिन का वातावरण स्वच्छ रहता है।
जगुआर का कहना है कि यह नई टेक्नोलॉजी उसके सभी न्यू जनरेशन मॉडल में दी जाएगी, जिनमें आई-पेस, लैंड रोवर, डिस्कवरी और इवोक जैसी कारें शामिल हैं।
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