ब्राजील से शुरू होगा निसान किक्स का सफर, भारत में भी आनी है यह एसयूवी
संशोधित: अप्रैल 26, 2016 06:20 pm | raunak
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निसान नई ग्लोबल कॉम्पैक्ट एसयूवी/क्रॉसओवर किक्स से 3 मई 2016 को पर्दा हटाने जा रही है। इस बारे में कंपनी ने आधिकारिक घोषणा कर दी है। कार का वर्ल्ड डेब्यू ब्राजील से होगा। यह कार रियो में आयोजित होने वाले ओलंपिक-2016 की मशाल रैली का नेतृत्व भी करेगी। यह रैली ब्राजील के 300 से अधिक शहरों से गुजरेगी। किक्स को भारत में लॉन्च तो किया जाना है लेकिन यह किस रूप में यहां आएगी इसके बारे में कंपनी ने कुछ नहीं बताया है। माना जा रहा है कि फोर्ड ईकोस्पोर्ट की तरह यह भी सब 4 मीटर (चार मीटर से छोटी) होगी।
निसान किक्स को लेकर कहा जा रहा है कि यह रेनो-निसान के गठबंधन वाले ‘वी’ प्लेटफार्म पर बनेगी। इंटरनेशनल मार्केट में इसे निसान ज्यूक के नीचे पोजिशन किया जाएगा। भारत में इस प्लेटफार्म को घरेलू स्तर पर तैयार किया जा चुका है। निसान की माइक्रा, सनी, रेनो की पल्स और स्काला इसी प्लेटफॉर्म पर बनी हैं। सब 4-मीटर एसयूवी सेगमेंट में निसान की कोई भी कार मौजूद नहीं है।
कंपनी के पास कॉम्पैक्ट एसयूवी के तौर पर सिर्फ टेरानो मौजूद है। टेरानो, दरअसल रेनो डस्टर का ही बदला हुआ रूप है। कंपनी की माइक्रा हैचबैक रेंज और एसयूवी बिक्री के मामले मे पिछड़ी हुई हैं। ऐसे में निसान किक्स से उम्मीद की जा रही है कि यह भारतीय बाजार में कंपनी की बिक्री को बढ़ाने में सफल साबित हो सकती है। भारत में लॉन्च होने पर इसका मुकाबला मारूति सुज़ुकी विटारा ब्रेज़ा, फोर्ड ईकोस्पोर्ट, महिन्द्रा नूवोस्पोर्ट, टीयूवी-300 और आने वाली होंडा डब्ल्यूआर-वी, हुंडई कारलीनो और टाटा नेक्सन से होगा।
इंजन और गियर ट्रांसमिशन
किक्स के इंजन और गियरबॉक्स के बारे में निसान ने अभी कोई जानकारी नहीं दी है। अटकलें हैं कि इसमें रेनो का डीज़ल इंजन आ सकता है। भारतीय बाजार में उपलब्ध डस्टर और टेरानो में 1.5लीटर डीसीआई डीज़ल इंजन दिया गया है, जो क्रमशः 85 पीएस और 110 पीएस की पावर देते हैं। बात करें पेट्रोल इंजन की तो रेनो-निसान को चाहिये कि इसके लिए नया टर्बोचार्ज्ड इंजन तैयार करें। यहां फिलहाल फोर्ड ईकोस्पोर्ट में ही टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल (1.0 लीटर ईकोबूस्ट) इंजन मौजूद है।
साल के अंत तक विटारा ब्रेजा को भी 1.0 लीटर का बूस्टरजेट इंजन मिल जाएगा। इसके अलावा टाटा नेक्सन में भी 1.2 लीटर का टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन मिलेगा। मुकाबले को देखते हुए यह कहा जा सकता है किक्स में टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन देना निसान के लिए अच्छा कदम रहेगा।
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