होंडा सिटी vs होंडा एलिवेट : स्पेस व प्रेक्टिकेलिटी कंपेरिजन
प्रकाशित: अप्रैल 12, 2024 07:35 pm । स्तुति । होंडा सिटी
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होंडा ने एलिवेट एसयूवी के साथ कॉम्पिटिटिव कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में 2023 में एंट्री की थी। यह गाड़ी होंडा सिटी सेडान (पांचवी जरेशन) वाले प्लेटफार्म पर बेस्ड है और इन दोनों कारों में काफी सारी समानताएं हैं। यदि आप होंडा के किसी प्रीमियम मॉडल को खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो ऐसे में आप कंफ्यूज़ हो सकते हैं कि एलिवेट और सिटी सेडान में से किसे चुना जाए। यहां हमनें इन दोनों कारों का कंपेरिजन किया है जो इन दोनों कारों में से किसे चुना जाए इसका सही निर्णय लेने में आपकी मदद करेगा, तो चलिए इस पर नज़र डालते हैं आगे:
डिजाइन
डिजाइन के मामले में इन दोनों कारों में कोई बड़ा कम्पटीशन नज़र नहीं आता है। होंडा एलिवेट एसयूवी ऊंचे बॉडी स्टांस और दमदार प्रोफाइल के साथ अच्छी रोड प्रजेंस देती है। राइडिंग के लिए इसमें 17-इंच अलॉय व्हील्स लगे हुए हैं जिन पर चौड़े टायर चढ़े हुए हैं। हमारा मानना है कि इसमें आगे की तरफ दी गई बड़ी ग्रिल ज्यादा प्रीमियम हो सकती थी।
जबकि, होंडा सिटी सेडान कार लुक्स में काफी शार्प लगती है। इसमें 9-पीस एलईडी हेडलाइट, जेड-शेप्ड एलईडी टेललैंप्स और स्पोर्टी स्टाइलिंग वाला फ्रंट व रियर बंपर दिया गया है जो इसे स्पोर्टी लुक देता नज़र आता है।
बूट स्पेस
होंडा सिटी हमें इस बात की याद दिलाती है कि मार्केट में एसयूवी कारों के आने से पहले फैमिली रोड ट्रिप के लिए सेडान कारें क्यों ज्यादा पॉपुलर थी। पांचवी जनरेशन सिटी सेडान (506 लीटर) में एलिवेट के मुकाबले (458 लीटर) ज्यादा बूट स्पेस मिलता है।
हमारे लगेज टेस्ट में सिटी सेडान एलिवेट एसयूवी के मुकाबले ज्यादा बेहतर साबित हुई। हम सिटी और एलिवेट दोनों कारों में फुल-साइज सूटकेस, मीडियम साइज सूटकेस, कैरी-ऑन सूटकेस और दो डफल बैग्स रखने में सक्षम हो सके, इसके बावजूद भी इनमें बैकपैक को रखने के लिए स्पेस बचा हुआ था। सिटी सेडान में और बड़े बैग भी फिट किए जा सकते हैं। पांचवी जनरेशन सिटी का लगेज स्पेस काफी इम्प्रेसिव है।
एलिवेट कॉम्पैक्ट एसयूवी की रियर सीटों को जरूरत पड़ने पर 60:40 स्प्लिट फोल्ड भी किया जा सकता है, जो सिटी सेडान कार में करना संभव नहीं है।
केबिन
अब बात करते हैं इन दोनों होंडा कारों में क्या कुछ ख़ास मिलता है और इनमें से किस कार के केबिन में एंटर करना व बाहर निकलना ज्यादा आसान है। होंडा सिटी कार में लो सीटिंग पोज़िशन मिलती है जिसके चलते यह ज्यादा स्पोर्टी और एग्जीक्यूटिव एक्सपीरिएंस देती है। जबकि, होंडा एलिवेट कार की सीटों की पोज़िशनिंग काफी ऊंची है, ऐसे में बुजुर्गों के लिए इसके केबिन के अंदर जाना व बाहर निकलना काफी आसान रहता है। ऊंची ड्राइविंग पोज़िशन मिलने से इसमें सामने का क्लियर व्यू मिल पाता है जो नए ड्राइवर के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है।
इंटीरियर - फिट व फिनिश
20 लाख रुपये से कम प्राइस में आने वाली होंडा सिटी कार की इंटीरियर क्वालिटी काफी अच्छी है। इस गाड़ी में फीचर की बजाए केबिन की फिट व फिनिश क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान दिया गया है। होंडा सिटी सेडान कार में क्रीम लाइट कलर थीम दी गई है जिससे इसका केबिन काफी स्पेशियस नज़र आता है और इसमें लगे प्रीमियम मटीरियल पैसेंजर्स को काफी अच्छा एक्सपीरिएंस देते हैं।
जबकि, होंडा एलिवेट कार के केबिन में ज्यादा किसी प्रीमियम मटीरियल का इस्तेमाल नहीं किया गया है जैसी की उम्मीद इस कार से की जा रही थी। केबिन के अंदर इसमें ब्राउन और ब्लैक कलर थीम दी है, लेकिन इसके इंटीरियर में इस्तेमाल किया गया बड़ा ब्लैक प्लास्टिक इसे सिटी सेडान की तुलना में कम प्रीमियम फील देता है।
इन दोनों कारों में डैशबोर्ड की पैसेंजर साइड पर वुडन ट्रिम फिनिश दी गई है और इनकी ड्राइवर साइड भी एक जैसी है। हालांकि, इनके सेंट्रल कंसोल की डिज़ाइन एक दूसरे से अलग है। सिटी सेडान में इंफोटेनमेंट यूनिट के पास में एसी वेंट्स दिए गए हैं, जबकि एलिवेट में सेंट्रल एसी वेंट्स को फ्रीस्टैंडिंग डिस्प्ले के नीचे की तरफ पोज़िशन किया गया है। इन दोनों कारों के क्लाइमेट कंट्रोल पैनल्स भी एक दूसरे से अलग हैं, सिटी सेडान में क्लाइमेट कंट्रोल पैनल्स पर डायल्स दिए गए हैं, जबकि एलिवेट एसयूवी में क्लाइमेट कंट्रोल पैनल पर टॉगल मिलते हैं।
फीचर
होंडा एलिवेट और सिटी सेडान कार में कई दमदार कम्फर्ट फीचर्स दिए गए हैं, लेकिन इनमें प्रतिद्वंदियों के मुकाबले कोई 'वॉव' फैक्टर वाली चीज़ नहीं है। इन दोनों कारों में सेमी-डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, सनरूफ, लेन-वॉच कैमरा समेत कई एडीएएस (एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) फीचर्स दिए गए हैं, जिनमें ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग, लेन असिस्ट और अडेप्टिव हाई बीम शामिल है।
इन प्रीमियम कारों में 360-डिग्री कैमरा, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स और प्रीमियम ऑडियो सिस्टम जैसे फीचर का अभाव है। किसी भी फुल लोडेड टॉप वेरिएंट को खरीदते समय कारों में इन कंफर्ट फीचर्स मिलने की उम्मीद ग्राहक जरूर करते हैं।
सिटी सेडान में एलिवेट एसयूवी की तरह बड़ा और नया इंफोटेनमेंट सिस्टम नहीं दिया गया है, लेकिन इसमें वन-टच ऑटो अप-डाउन पावर विंडो जरूर दी गई है जो एसयूवी कार में केवल ड्राइवर साइड पर मिलती है। सिटी सेडान में बूट रिलीज़ के लिए स्प्रिंग रिलीज़ सिस्टम डेडिकेटेड बटन (की पर) के साथ दिया गया है जिसकी कमी एलिवेट में काफी खलती है।
कुल मिलाकर, एलिवेट और सिटी सेडान दोनों कारों में कई सारे प्रेक्टिकल फीचर्स मिलते हैं। हमें लगता है कि वेंटिलेटेड फ्रंट सीट और 360-डिग्री कैमरा (एसयूवी के लिए) जैसे फीचर्स होंडा इन कारों में जल्द शामिल कर सकती है।
केबिन प्रेक्टिकेलिटी
सिटी और एलिवेट कार के केबिन एर्गोनॉमिक्स काफी इम्प्रेसिव है। केबिन प्रेक्टिकेलिटी के मामले में एलिवेट कार सिटी सेडान के जैसी ही लगती है।
इन दोनों कारों में स्टोरेज के साथ फ्रंट आर्मरेस्ट मिलता है और इसके डोर पॉकेट भी काफी सुविधाजनक हैं। भले ही फ्रंट आर्मरेस्ट आगे की ओर नहीं खिसक सकते हैं, लेकिन इनके सेंट्रल कंसोल में स्लैट्स जैसे अतिरिक्त स्टोरेज डिज़ाइन एलिमेंट्स मौजूद हैं, जिनका उपयोग एवरेज साइज़ के स्मार्टफोन को रखने के लिए किया जा सकता है। दोनों ही कारों में टिल्ट व टेलीस्कोपिक एडजस्टेबल स्टीयरिंग व्हील दिया गया है जिससे ड्राइवर के लिए सही ड्राइविंग पोज़िशन को ढूंढना काफी आसान रहता है। यहां नई एलिवेट एसयूवी सिटी सेडान से ज्यादा बेहतर साबित होती है।
एलिवेट कार में दिया गया वायरलैस चार्जिंग पैड ना केवल इस्तेमाल करने में आसान है, बल्कि इसमें फ्रंट पर ऑन-ऑफ बटन भी दिया गया है। जबकि, कई दूसरी कारों में इसे कंट्रोल करने के लिए इंफोटेनमेंट यूनिट से सिस्टम सेटिंग पर जाना पड़ता है। वहीं, सिटी सेडान में वायरलैस चार्जर एक आफ्टरमार्केट एसेसरी की तरह मिलता है, इसकी डिज़ाइन ट्रे जैसी है और इसके नीचे की तरफ कप होल्डर्स भी दिए गए हैं।
एलिवेट और सिटी दोनों कारों में फ्रंट पर 12 वोल्ट सॉकेट और 2 यूएसबी पोर्ट (टाइप-सी नहीं) दिए गए हैं। एलिवेट एसयूवी में रियर साइड पर भी 12 वोल्ट सॉकेट दिया गया है, जबकि सिटी सेडान में दो सॉकेट मिलते हैं जो संभवतः उन लोगों के लिए सही है जो ट्रेवलिंग के दौरान अपने काम के लिए लैपटॉप को चार्ज करना चाहते हैं। हमारा मानना है कि रियर पैसेंजर के लिए इसमें यूएसबी पोर्ट के लिए ज्यादा एडवांस चार्जिग ऑप्शन दिया जाना चाहिए था।
रियर सीट स्पेस व एक्सपीरिएंस
इस मामले में भी होंडा एलिवेट कार सिटी सेडान के जैसी नज़र आती है, हालांकि इन दोनों के केबिन में अंतर यहां साफ तौर पर नज़र आता है। एलिवेट एसयूवी में पर्याप्त लेगरूम, हेडरूम और नीरूम के साथ ऊंची सीटिंग पोज़िशन मिलती है, जबकि होंडा सिटी सेडान में रियर सनशेड (मैनुअल) के साथ पीछे की तरफ रिलैक्स सीटें दी गई है, जो लंबी यात्रा के दौरान काफी आरामदायक साबित होती है। एलिवेट कार में मिडल पैसेंजर के लिए हेडरेस्ट और 3-पॉइंट सीटबेल्ट नहीं दी गई है, जबकि यह दोनों फीचर सिटी सेडान में मौजूद हैं।
स्टोरेज और प्रेक्टिकेलिटी के मामले में यह दोनों कारें एक जैसी हैं। इनमें एक जैसी स्टाइल वाले रियर एसी वेंट्स, कपहोल्डर्स के साथ फोल्ड आउट सेंटर आर्मरेस्ट, स्पेशियस डोर पॉकेट और फ्रंट सीटों के बैकरेस्ट में स्मार्टफोन और वॉलेट को रखने के लिए क्लेवर पॉकेट दी गई है। एलिवेट और सिटी दोनों ही कारों में रियर साइड की विंडो पर सनशेड की सुविधा नहीं दी गई है।
परफॉर्मेंस
एलिवेट और सिटी सेडान दोनों कारों में 1.5-लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन (121 पीएस/145 एनएम) दिया गया है जिसके साथ 6-स्पीड मैनुअल और 7-स्पीड सीवीटी ऑटोमेटिक गियरबॉक्स (पैडल शिफ्टर्स के साथ) की चॉइस मिलती है। होंडा की आई-वीटेक टेक्नोलॉजी सीवीटी ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ स्मूद ड्राइव एक्सपीरिएंस देती है।
इन दोनों कारों को साथ-साथ चलाने पर हमनें पाया कि एलिवेट एसयूवी की तुलना में सिटी सेडान ज्यादा स्मूद ड्राइव एक्सपीरिएंस देती है। ईको मोड पर सिटी सेडान काफी फ़ास्ट लगती है, जिसके लिए बटन हमारे द्वारा टेस्ट किए गए सीवीटी वेरिएंट में ड्राइव सिलेक्टर के ठीक पास में दिया गया है।
हमनें इन दोनों कारों की परफॉर्मेंस और माइलेज का पता लगाने के लिए इनका रियल वर्ल्ड टेस्ट भी किया जिसके नतीजे कुछ इस प्रकार रहे:
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होंडा सिटी सीवीटी |
होंडा एलिवेट सीवीटी |
सिटी माइलेज (टेस्टेड) |
16.28 किमी/लीटर |
12.60 किमी/लीटर |
हाइवे माइलेज (टेस्टेड) |
20.62 किमी/लीटर |
16.41 किमी/लीटर |
0-100 किमी/घंटे (एसेलेरेशन) |
10.94 सेकंड |
12.35 सेकंड |
100-0 किमी/घंटे (ब्रेकिंग) |
41.88 मीटर |
37.98 मीटर |
राइड व कंफर्ट
इन दोनों कारों को एक ही प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है, लेकिन इनके ड्राइविंग बिहेवियर में काफी अंतर है। होंडा सिटी हाइवे पर 100 से ज्यादा की स्पीड पर अच्छा ख़ासा राइड कंफर्ट देती है। यह गाड़ी छोटे-मोटे गड्ढों को आसानी से पार कर लेती है और ड्राइवर को स्टेबल महसूस करवाती है। लेकिन, उभरे हुए गड्ढों और ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर से गुजरना हो तो इसमें झटके जरूर महसूस होते हैं।
जबकि, होंडा एलिवेट एसयूवी ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर भी काफी अच्छी राइड्स देती है। इसकी सस्पेंशन क्वालिटी काफी अच्छी है और इसमें ज्यादा ग्राउंड क्लियरेंस भी मिलता है जिसके चलते यह ख़राब सड़कों को भी आसानी से पार कर लेती है। हालांकि, शहर में ड्राइविंग के दौरान यह सिटी सेडान के मुकाबले इतनी दमदार साबित नहीं होती है, लेकिन कुल मिलाकर इसकी राइड क्वालिटी काफी अच्छी है।
निष्कर्ष
होंडा सिटी और एलिवेट दोनों कारों की अपनी-अपनी खूबियां और खामियां हैं। जहां होंडा सिटी कार डिज़ाइन, केबिन क्वालिटी और ड्राइव एक्सपीरिएंस के मामले में ज्यादा रिफाइंड लगती है, वहीं होंडा एलिवेट एसयूवी में ऊंची सीटिंग पोज़िशन, ज्यादा ग्राउंड क्लियरेंस और कई मॉडर्न फीचर्स का लाभ मिल पाता है।
इन दोनों कारों की प्राइस (सिटी हाइब्रिड को हटाकर) लगभग एक जैसी है। इनकी कीमत 11.5 लाख रुपये से शुरू होती है और 16 लाख रुपये (एक्स-शोरूम दिल्ली) तक जाती है। इनमें से कौनसी होंडा कार को चुना जाए, यह आपकी जरूरतों पर निर्भर करेगा।
यह भी देखेंः होंडा सिटी ऑन रोड प्राइस
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