सरकारी आदेश के बाद अमेजन/फ्ल्पिकार्ट ने सीट बेल्ट क्लिप्स डमी की लिस्टिंग हटाई
संशोधित: सितंबर 09, 2022 03:27 pm | भानु
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टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु के बाद अब सीटबेल्ट्स के दुरूपयोग का विषय काफी चर्चा में आ चुका है। इस घटना के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी रियर सीट बेल्ट्स पहनने को अनिवार्य करने का ऐलान किया है। अब अमेजन/फिल्पकार्ट जैसे ई-काॅमर्स प्लेटफाॅर्म की लिस्टिंग से भी सरकारी आदेश के बाद उन प्रोडक्ट्स को हटा दिया गया है जो व्हीकल सीट बेल्ट अलार्म को डिसेबल कर सकते हैं।
क्यों खरीदते हैं लोग ऐसे प्रोडक्ट्स?
अपने कंफर्ट के लिए अक्सर लोग ऐसा करते हैं और उन्हें ये बिल्कुल अंदाजा नहीं होता है कि इसके दुषपरिणाम क्या हो सकते हैं। जब तक अपने साथ ना बीते तब तक लोगों को ये अंदाजा नहीं होता कि सीट बेल्ट ना पहनने से स्थिती कितनी बदल सकती है। कई लोग सीट बेल्ट के कारण कंफर्टेबल महसूस नहीं करते हैं। नतीजतन सीट बेल्ट अलार्म बार बार बजता रहता है और लोगों को फिर उससे भी परेशानी होने लगती है। ऐसे में लोग ड्यूप क्ल्प्सि यानी नकली क्ल्प्सि के इस्तेमाल से सीट बेल्ट वाॅर्निंग अलार्म को चकमा दे देते हैं।
कैसे काम करते हैं ऐसे प्रोडक्ट्स?
ये सीट बेल्ट टंग की ही एक डुप्लिकेट टंग होती है जो बकल के अंदर डाली जा सकती है। इसके लिए क्लिप में बेल्ट अटैच करना जरूरी नहीं है। ये डमी क्लिप बकल के अंदर चली जाती है जिससे सिस्टम को ऐसा लगता है कि पैसेंजर ने सीट बेल्ट पहन रखी है और फिर सीट बेल्ट अलार्म नहीं बजता है। ये सीट बेल्ट सिग्नल को निष्क्रिय कर देती है और अलार्म बंद हो जाता है।
चूंकि अब सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े कदम उठाए जा रहे हैं, ऐसे में काफी जल्द भारत में बेची जाने वाली सभी पैसेंजर कारों में रियर सीट बेल्ट अलार्म, 3 पाॅइन्ट सीट बेल्ट और 6 एयरबैग जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड दिए जाने शुरू हो सकते हैं। जल्द ही रियर सीट बेल्ट ना पहनने से चालान काटे जाने का नियम भी लागू किया जा सकता है। भारत में कार सेफ्टी को लेकर क्या है आपकी राय,कमेंट बाॅक्स में हमें जरूर बताएं।