कोरोनाकाल में कार खरीदते समय क्या रहेगी भारतीय ग्राहकों की सोच, इस सर्वे में हुआ खुलासा
प्रकाशित: मई 26, 2020 04:47 pm । स्तुति
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ऑटो इंडस्ट्री के इतिहास में अप्रैल 2020 सबसे ज्यादा ख़राब महीने में रूप में देखा गया। करोनावायरस महामारी के कारण अप्रैल माह में कारों की बिक्री का आंकड़ा शून्य रहा। चूंकि अप्रैल महीने में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन पूरे प्रभाव में था, इसी के चलते अधिकतर कार खरीददार सोच-विचार कर रहे थे कि कैसे अपनी नई कार को घर लाया जाए। कारदेखो ने एक सर्वे में लोगों से कोरोनाकाल में कार खरीदने की प्राथमिकताओं को लेकर कुछ सवाल पूछे गए, तो क्या रहे इसके नतीजे ये हम जानेंगे यहां:-
सर्वे में कुल 1300 लोगों ने भाग लिया और सभी को उनके बजट के अनुसार तीन सेगमेंट 5 लाख से 12 लाख रुपए, 13 लाख से 30 लाख रुपए और 35 लाख से ज्यादा में बांटा गया। इस दौरान हमारे प्रश्न कुछ इस प्रकार थे:-
कोविड-19 ने आपके कार खरीदने के निर्णय को कैसे प्रभावित किया है?
यहां हमने यूजर्स के सामने चार ऑप्शन रखे थे जिनमें कोविड 19 के तुरंत बाद कार खरीदना, कुछ समय के लिए कार खरीदने की योजना को टालना, अभी कुछ डिसाइड नहीं और अन्य शामिल थे। इस सर्वे में लोगों ने सबसे ज्यादा किसे वोटिंग दी, ये जानिए यहां
कोविड-19 के बाद आप कार की टेस्ट ड्राइव कैसे लेना चाहेंगे ?
इस प्रश्न के लिए हमने डोरस्टेप टेस्ट ड्राइव, डीलरशिप विज़िट या फिर नो टेस्ट ड्राइव जैसे ऑप्शंस रखे थे। आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि कितने लोग नई कार खरीदने से पहले टेस्ट ड्राइव को स्किप करना चाहते थे।
कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए आप कारदेखो की तरह ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म में क्या नए फीचर्स चाहेंगे?
इस सर्वे से हमे पता चला कि कोविड-19 के बाद नए ग्राहकों के बीच ऑनलाइन कार की खरीददारी को सबसे ज्यादा प्रमुखता मिलेगी। लेकिन, कार की रिसर्च और यूज़र-फ्रेंडली डिटेल्स के लिए वे अपग्रेडेड ऑनलाइन पोर्टल चाहेंगे। सवाल के इस जवाब पर अधिकांश लोगों ने अपनी सबसे ज्यादा सहमति जताई।
कोविड-19 के बाद आप नई कारों में कौनसे फीचर्स चाहेंगे?
आपके और वायरस के बीच के संपर्क को ख़त्म करने में स्वच्छता और सेनिटाइज़ेशन अहम भूमिका निभाएंगे। ऐसे में कार में वायरस के खतरे को कम करने के लिए ग्राहक कौनसे फीचर्स चाहेंगे? यहां देखें
आपका पसंदीदा ट्रांसपोर्टेशन मोड क्या है?
जो लोग पहले पर्सनल कार खरीदना पसंद नहीं करते थे, वे खुद अब इसके पक्ष में नज़र आए। इसकी मुख्य वजह सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता है। यहां देखें अलग-अलग सेगमेंट में कितना अंतर रहा।
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