टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर vs फोर्ड एंडेवर vs महिंद्रा अल्टुरस जी4 vs फॉक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस : हेडलैम्प परफॉरमेंस कम्पेरिज़न
प्रकाशित: जून 08, 2021 07:03 pm । cardekho । टोयोटा फॉर्च्यूनर
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हेडलैंप्स कारों में दिया जाने वाला बेहद जरूरी फीचर है। रिफ्लेक्टिव केसिंग में दिए जाने वाले सिंपल येलो बल्ब से लेकर लेज़र टेक्नोलॉजी तक हेडलैंप्स बेहद प्रेक्टिकल और सेफ फीचर के तौर पर उभर रहे हैं। यहां हमनें भारत में उपलब्ध फुल साइज एसयूवी कारों में दिए गए हेडलैंप्स के परफॉर्मेंस का टेस्ट लिया है जिनमें टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर, महिंद्रा अल्टुरस जी4, फोर्ड एंडेवर और फॉक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस जैसी फुल साइज़ एसयूवी को शामिल किया है। चलिए इन सभी कारों की लाइट्स की परफॉर्मेंस पर डालते हैं एक नजर:
यहां हम क्या मांप रहे हैं?
लक्स मीटर के जरिये हम हेडलैंप्स की रोशनी को चेक रहे हैं। आसान शब्दों में कहें तो हम अलग-अलग पॉइंट में इनकी लाइट इंटेंसिटी का पता लगा रहे हैं। इन पॉइंट के बारे में जानने के लिए हमनें कुछ दिलचस्प प्रॉप्स का भी इस्तेमाल किया है। लक्स रीडिंग से सीधा मतलब है कि हाई लक्स नंबर यानी कि आप ऑब्जेक्ट को बेहतर तरीके से स्पॉट कर पाएंगे। यहां देखें उदाहरण :
कंडीशन |
इल्युमिनेशन (लक्स) |
सनलाइट |
107527 |
फुल डेलाइट |
10752 |
फुल मून |
0.108 |
हम हेडलैंप्स का टेस्ट कहां कर रहे हैं?
-
हमनें हेडलैंप्स का टेस्ट डार्क रूम में आयोजित किया जिसमें टेस्ट एरिया की लंबाई 18 मीटर थी।
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रीडिंग को लक्स मीटर पर लिया गया था। लक्स मीटर को 21 इंच की ऊंचाई पर ट्राईपॉड पर माउंट किया गया था।
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एक ठेठ भारतीय सड़क को फिर से बनाया गया था जिसमें 5 मीटर के अंतराल पर अलग-अलग चीज़ों को रखा गया था।
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कार को अपनी लेन के ठीक सेंटर में रखा गया था।
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दूर की दीवार के हर फुट के वर्टिकल एक्सिस पर मार्किंग की हुई थी।
यह डायग्राम व्हीकल, कैमरा और प्रॉप्स की पोज़िशनिंग को समझने में आपकी मदद करेगा :-
स्नैपशॉट : कन्टेंडर
यहां देखें एसयूवीज और उनमें मिलने वाली हेडलैंप टेक्नोलॉजी
टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर :
लो बीम : एलईडी प्रोजेक्टर
हाई बीम : एलईडी प्रोजेक्टर
फॉग लैंप्स : व्हाइट एलईडी
फोर्ड एंडेवर
लो बम : ज़ेनन
हाई बीम : ज़ेनन
फॉग लैंप्स : येलो हैलोजन
फॉक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस
लो बीम : एलईडी प्रोजेक्टर
हाई बीम : एलईडी प्रोजेक्टर
फॉग लैंप्स : येलो हैलोजन
महिंद्रा अल्टुरस जी4
लो बीम : एचआईडी
हाई बीम: हैलोजन
फॉग लैंप्स : येलो हैलोजन
किस एसयूवी की सबसे चौड़ी लो बीम है?
नाइट ड्राइविंग करते वक्त बड़ी ध्यान से आपको साइड में भी देखना पड़ता है इसलिए हमनें इन कारों का लो बीम पर टेस्ट किया है जिसके नतीजे इस प्रकार रहे :-
निष्कर्ष :
-
एंडेवर या फॉर्च्यूनर कार को देर रात रोडट्रिप्स पर ले जाते समय आपको किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आएगी। कम संकीर्ण सड़कों पर भी इस गाड़ी के हेडलैंप्स की बीम अच्छे से फैलती है, ऐसे में ड्राइवर सीट से आगे का व्यू एकदम क्लियर दिख पाता है।
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टिग्वान की लो बीम ज्यादा बाएं तरफ जाती दिखाई पड़ती है। जगमग सड़कों पर आपको इस कार के साथ किसी तरह की कोई समस्या नहीं आएगी। हालांकि, कम लाइट वाली सड़कों पर ऑब्जेक्ट को देखने के लिए आपको हाई बीम पर स्विच करना पड़ सकता है। टिग्वान के हेडलैंप्स कार के आसपास के एरिया को अच्छी तरह से इल्युमिनेट करते हैं जिसके चलते पार्किंग करते समय और अंधेरे में यू-टर्न लेते समय किसी तरह की कोई समस्या नहीं आती है।
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चारों कारों में से अल्टुरस जी4 कार की येलो बीम सबसे कम फैलती है। जगमग सड़कों पर इस गाड़ी की लो बीम परफॉरमेंस ठीक ठाक लगती है, लेकिन इतनी ज्यादा दमदार नहीं लगती है।
इनसाइट :
टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर : सभी कारों में से इसकी लो बीम चौड़ी और सबसे 'व्हाइट' है। जब हम ऑब्जेक्ट से 5 मीटर से 10 मीटर पर मूव करते हैं तो लो बीम की तीव्रता बढ़ जाती है। टोयोटा की बीम सबसे ज्यादा पावरफुल है जब आपको 10 मीटर की दूरी पर रखी किसी चीज़ को देखना हो (93.2 लक्स बाएं तरफ और 97.2 लक्स दाएं तरफ)।
फोर्ड एंडेवर : इसके बीम की चौड़ाई फॉर्च्यूनर के बराबर है। इसकी लो बीम वर्टिकली ज्यादा बेहतर तरीके से फैलती है। आप तस्वीरों में आदमी, चाइल्ड कटआउट (पांच मीटर बाएं तरफ) और वॉक कर रहा आदमी (10 मीटर दाएं तरफ) देख सकते हैं। फॉर्च्यूनर की तरह ही इसकी भी तीव्रता दूरी के साथ-साथ बढ़ती जाती है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि एंडेवर में ऑब्जेक्ट दोनों साइड पर अच्छे से दिख पाते हैं। फोर्ड एंडेवर में लो बीम इंटेंसिटी बाएं और दाएं दोनों तरफ एक जैसी मिल पाती है।
फॉक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस : पांच मीटर पर बाएं तरफ इसमें सबसे तेज़ बीम (83.2 लक्स) मिल पाती है और 10 मीटर पर दूसरी सबसे पावरफुल बीम (64.8 लक्स) मिल पाती है। इस कम्पेरिज़न में इस गाड़ी में दाएं तरफ इल्युमिनेशन ना के बराबर देखने को मिला।
महिंद्रा अल्टुरस जी4 : पॉइंट ऑफ मेज़रमेंट के दौरान इल्युमिनेशन सबसे ज्यादा था। तस्वीरों में देखें कैसे कुत्ते का केवल आधा हिस्सा (पांच मीटर पर दाएं तरफ) रोशन हो रहा है। वहीं, आदमी और चाइल्ड कटआउट के दूर का एरिया (पांच मीटर पर बाएं तरफ) इतनी अच्छी तरह से नहीं रोशन हो रहा है।
कौनसी एसयूवी कार में आगे की रोड सबसे अच्छी तरह से दिखती है?
निष्कर्ष :
फॉर्च्यूनर और एंडेवर की लो बीम सबसे अच्छी तरह से जलती है। इसमें बेहतर लाइटिंग और अपग्रेड की जरूरत बिलकुल भी नहीं लगती है। इन दोनों एसयूवीज में से फॉर्च्यूनर लेजेंडर की बीम ज्यादा तेज़ है।
टिग्वान की लो बीम बेहद पावरफुल है, लेकिन यह पांच मीटर तक ही सही लगती है। जैसा कि हमनें पिछले टेस्ट में देखा है, इस लाइट का एंगल व्हीकल के नज़दीक ही लगता है ऐसे में रोड पर ज्यादा लाइट के लिए आपको हाई बीम पर स्विच करने की जरूरत पड़ सकती है। यदि आप व्हाइट एलईडी स्ट्रीट लाइट्स में ड्राइव कर रहे हैं तो भी आपको इसकी जरूरत पड़ सकती है।
महिंद्रा अल्टूरस जी4 की बीम स्पॉटलाइट की तरह लगती है। ड्राइविंग के दौरान इसमें आपको बार बार हाई बीम का इस्तेमाल करने या फिर बिना लाइट वाली सड़कों पर ट्रेवलिंग के दौरान तेज़ रोशनी वाली लाइट की जरूरत पड़ सकती है।
लो बीम (इंटेंसिटी) |
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फॉर्च्यूनर |
एंडेवर |
अल्टुरस |
टिग्वान ऑलस्पेस |
5 मीटर |
434.3 |
385.1 |
357.8 |
718.4 |
10 मीटर |
283.5 |
290.7 |
210.3 |
4.1 |
इनसाइट :
-
फॉक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस: टेस्ट में सबसे ज्यादा रीडिंग पांच मीटर पर (718.4 लक्स) इस कार को मिली है। अफसोस की बात है कि 10 मीटर (4.1 लक्स) पर इसकी तीव्रता लगभग ना के बराबर थी।
-
टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर : 5 और 10 मीटर पर इसकी बीम सेंटर पर दूसरी सबसे ज्यादा पावरफुल थी।
-
फोर्ड एंडेवर : एंडेवर में टेस्ट के दौरान दूरी बढ़ने के साथ-साथ बीम की इंटेंसिटी 100 लक्स से कम होती जा रही थी।
-
महिंद्रा अल्टुरस जी4 : इसमें पांच मीटर पर इल्युमिनेशन सबसे कम देखने को मिला।
कौनसी एसयूवी कार की सबसे चौड़ी हाई बीम है?
ट्रेवलिंग के दौरान कम लाइट वाली सड़कों पर आपको हाई बीम को जलाने की आवश्यकता होगी। चाहे जंक्शन पर कार को स्पॉट करने की बात हो या फिर रोड पर घूम रहे जानवर या फिर किसी व्यक्ति को देखने की बात हो हाई बीम जलाने की जरूरत पड़ती है। इस मामले में कौनसी एसयूवी सबसे अच्छी साबित हुई, यहां देखें :-
निष्कर्ष :
सभी कारों में से फॉर्च्यूनर लेजेंडर की हाई बीम सबसे अच्छी है। स्ट्रॉन्ग बीम, चौड़े बीम और अच्छी ऊंचाई के साथ यह गाड़ी इस टेस्ट को कम्फर्टेबल तरीके से जीत लेती है।
एंडेवर की हाई बीम दोनों एजेज पर यूनिफार्म लाइटिंग दिखाती है और इस मामले में यह दूसरे स्थान पर आती है। यह बिना लाइट वाले हाइवे पर जलाने के हिसाब से बेहद ब्राइट है।
यदि आप बिना लाइट वाली सड़कों पर बार बार ट्रेवल करते हैं तो ऐसे में आपको अल्टुरस और टिग्वान ऑलस्पेस दोनों कारों में ब्राइट और चौड़ी हाई बीम की जरूरत पड़ेगी।
किसकी हाई बीम ज्यादा ऊंचाई और दूरी तक पहुंचती है?
पिछले टेस्ट में हमनें देखा था कि सबसे स्ट्रॉन्ग और ऊंचाई तक पहुंचने वाली हाई बीम से ही आप दूर तक सड़क की साइड में खड़े बिना टेललाइट्स वाले ट्रेलर्स और ओवरहेड साइन बोर्ड देख सकते हैं।
निष्कर्ष
आपके घुटने की ऊंचाई तक देखने में तो आपको किसी कार की हाई बीम से किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी। इसके बाद सबसे अच्छी विजिबिलिटी आपको फॉर्च्यूनर और अल्टुरस में मिलेगी।
इनसाइट
फोर्ड एंडेवर: दो और तीन फीट तक इसकी इंटेसिटी काफी जबरदस्त है। इसलिए आप उपर दी गई एंडेवर की फोटो में एक ब्राइट हॉटस्पॉट भी देख सकते हैं। मगर 5 से 6 फीट की दूरी तक जहां इसकी सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है वहां ये उतना अच्छा परफॉर्म नहीं करती है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर: लेजेंडर की बीम तीन से 4 फीट की दूरी तक तो फोकस्ड रहती है मगर जैसे ही ऊंचाई बढ़ती है ये एंडेवर से ज्यादा बेहतर हो जाती है।
महिंद्रा अल्टुरस जी4: 5 फीट तक की दूरी से अल्टुरस की लाइट इंटेसिटी बेहतर हो जाती है। वहीं 8 फीट तक इसकी इंटेंसिटी फॉर्च्यूनर जितनी हो जाती है।
फोक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस: दो से तीन फीट की ऊंचाई तक इसकी लाइट काफी जगमग रहती है इसके कुछ फीट बाद इसकी इंटेसिटी धीरे धीरे कम होने लगती है।
हाई बीम (फैलाव) |
||||
|
फॉर्च्यूनर |
एंडेवर |
अल्टुरस |
टिग्वान ऑलस्पेस |
2फीट |
211.5 |
249.3 |
127.7 |
226.7 |
3फीट |
324.6 |
413.2 |
162.7 |
130.5 |
4फीट |
242.3 |
217.8 |
154.2 |
88.2 |
5फीट |
80.7 |
90.5 |
114.2 |
30.4 |
6फीट |
39.4 |
32.6 |
67.3 |
14.5 |
7फीट |
28.6 |
11.7 |
32.7 |
5.6 |
8फीट |
15.9 |
8.2 |
16 |
2.9 |
क्या फॉगलैंप सही में आते हैं काम?
मई मॉर्डन कारों में फॉगलैंप का फीचर दिया ही नहीं जा रहा है। क्या ये सच में काफी काम आते हैं और क्या इनके होने या ना होने से फर्क पड़ता है?
निष्कर्ष
इन सभी कारों में से फॉक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस के फॉगलैंप्स सबसे ज्यादा पावरफुल है। ये कार की लो बीम जो कि पहले से काफी चौड़ाई तक फैलती है उसे और भी ज्यादा फैलाने में मदद करते हैं।
सभी व्हीकल्स में हमनें देखा कि फॉगलैंप्स, लो बीम की इंटेसिटी को 5 मीटर तक और ज्यादा तेज कर देते हैं। लाइट के इस एक्सट्रा सोर्स से यकीनन फायदा तो होता ही है।
लो बीम+फॉग लैंप |
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|
फॉर्च्यूनर |
एंडेवर |
अल्टुरस |
टिग्वान ऑलस्पेस |
||||
|
बिना फॉगलैंप्स के |
फॉगलैंप्स के साथ |
बिना फॉगलैंप्स के |
फॉगलैंप्स के साथ |
बिना फॉगलैंप्स के |
फॉगलैंप्स के साथ |
बिना फॉगलैंप्स के |
फॉगलैंप्स के साथ |
लेफ्ट |
75.1 |
76.9 |
50.3 |
54.4 |
63.4 |
66.3 |
83.2 |
87.7 |
सेंटर |
434.3 |
441.3 |
385.1 |
395.2 |
357.8 |
366.6 |
718.4 |
730 |
राइट |
49 |
50.8 |
49.6 |
54.7 |
54.1 |
56.9 |
6.2 |
11.9 |
इनसाइट
इन कारों में दिए गए फॉगलैंप्स से 10 मीटर तक तो अच्छी विजिबिलिटी मिलती है। आप गाड़ी पार्क करने के दौरान फॉगलैंप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं वहीं ज्यादा अंधेरे वाले अंजान रास्तों पर भी ये बड़े काम आते हैं।
निष्कर्ष
लीडरबोर्ड
पहला स्थान:टोयोटा फॉर्च्यूनर
फॉर्च्यूनर की लो बीम सबसे ज्यादा पावरफुल और चौड़ी है जो कि एक विरला ही कॉम्बिनेशन है। इसकी बीम सबसे ज्यादा दुधिया रोशनी भी फैलाती है। हाई बीम पर भी दूसरी गाड़ियों के मुकाबले इसकी हाई बीम ज्यादा अच्छे से रोशनी देती है।
दूसरा स्थान: फोर्ड एंडेवर
यदि फोर्ड की लाइटें थोड़ी और ब्राइट होती तो ये जरूर फॉर्च्यूनर को पीछे छोड़ सकती थी। इसकी बीम फॉर्च्यूनर के मुकाबले थोड़ी अधिक ऊंचाई तक पहुंचती है। वहीं इसकी लो और हाई बीम अच्छे से जलती भी है।
तीसरा स्थान: फोक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस
फोेक्सवैगन टिग्वान ऑलस्पेस की बीम गाड़ी के आसपास मौजूद सभी ऑब्जेक्ट्स पर प्रकाश डालने के लिए काफी है। हालांकि इसकी लाइट की रोशनी सड़क पर ज्यादा फैलती है जो आगे तक ठीक से नहीं पहुंचती है इसलिए इस कंपेरिजन में ये टॉप स्पॉट हासिल नहीं कर पाई है।
चौथा स्थान महिंद्रा अल्टुरस जी4
महिंद्रा को अल्टुरस में दूधिया रोशनी देने वाली बीम का इस्तेमाल करना चाहिए था। इसकी लो बीम भी ज्यादा नहीं फैल पाती है वहीं हाई बीम भी ज्यादा पावरफुल नहीं है। ऊंचाई के मोर्चे पर इसकी हाई बीम की रीच अच्छी है। मगर ये चीज रूटीन ड्राइविंग में इतना काम नहीं आती है।