फ ोर्ड कार
फोर्ड ने भारत में सन 1995 में दस्तक दी थी। देशभर में कंपनी तब से लेकर अब तक अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज़ को स्थापित करने और नए व मौजूदा ग्राहकों के लिए सेल्स व सर्विस सेंटर नटवर्क तैयार करने के लिए अरबों अमेरिकी डॉलर का निवेश कर चुकी है। कंपनी की सभी फैसिलिटीज़ न सिर्फ घरेलू बाजार के लिए इंजन और व्हीकल्स तैयार करती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसे एक्सपोर्ट भी करती है। चेन्नई, तमिल नाडू और सानंद (गुजरात) में स्थित फोर्ड की फैसिलिटीज़ में संयुक्त रूप से प्रति वर्ष 6.1 लाख इंजन और 4.4 लाख व्हीकल्स का उत्पादन करने की क्षमता है। फोर्ड के मौजूदा मॉडल्स जैसे फिगो, नई एस्पायर और ईकोस्पोर्ट को भारत से 40 अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एक्सपोर्ट किया जाता है। कंपनी ने हाल ही में बिक्री के बाद भी ग्राहकों को अच्छी सेवाएं देने के प्रति अपना ध्यान केंद्रित किया है। वर्तमान में भारत के 209 शहरों में फोर्ड के 376 सेल्स व सर्विस आउटलेट्स हैं। कंपनी ने हाल ही में भारतीय बाजार के लिए मिड-साइज़ एसयूवी तैयार करने के लिए महिंद्रा एन्ड महिंद्रा के साथ साझेदारी भी है। दोनों ही कंपनियां एक साथ मिलकर इलेक्ट्रिक व्हीकल तैयार करने पर भी काम कर रही हैं।
फोर्ड ब्रांड ने भारत में अपनी कारें उतारने की योजना बनाई है। फोर्ड ब्रांड को अपनी फोर्ड इकोस्पोर्ट 2050, फोर्ड एंडेवर, फोर्ड फिएस्टा हैचबैक, फोर्ड फोकस, मोंडे कारों के कारण जाना जाता है। भारत में फोर्ड ब्रांड की पहली कार एसयूवी सेगमेंट की हो सकती है।