टाटा अल्ट्रोज डीसीए ऑटोमैटिक: फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On अप्रैल 08, 2022 By भानु for टाटा अल्ट्रोज़

टाटा अल्ट्रोज शानदार फैमिली हैचबैक के तौर पर जानी जाती है। जितनी बार भी हमनें इसे ड्राइव किया उतनी बार ही इसकी राइड क्वालिटी, हैडलिंग और फीचर पैकेजिंग की सराहना हमनें की है। साथ ही इसकी प्राइसिंग को देखते हुए इसके लुक्स तो और भी शानदार नजर आते हैं। हालांकि इसमें छोटी मोटी खामियां भी मिली जिनमें पेट्रोल इंजन का औसत परफॉर्मेंस और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का विकल्प ना होना प्रमुख थे। लेकिन अब टाटा ने इसमें ड्युअल क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स देकर एक कमी को तो पूरा कर दिया है। टाटा अल्ट्रोज में नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन के साथ ड्युअल क्लच ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन दिया गया है। तो कैसा रहा हमारा ड्राइविंग एक्सपीरियंस और क्या आपको लेना चाहिए अल्ट्रोज का ये वेरिएंट, निष्कर्ष समेत पूरी जानकारी आगे देखें:

एक नए ट्रां​समिशन के अलावा टाटा ने इस हैचबैक में एक नए ब्लू कलर का ऑप्शन भी जोड़ दिया है। हमारे ओपिनियन में ये अल्ट्रोज को मिला अब तक का सबसे बेस्ट कलर ऑप्शन है। यदि आपको टाटा अल्ट्रोज का गोल्डन कलर काफी ज्यादा पसंद है तो ये चॉइस आपको इसके डीसीए वेरिएंट्स में नहीं मिलेगी। इसके अलावा ना तो इसकी फीचर लिस्ट में कोई बदलाव हुआ है और ना ही इसके स्पेस और प्रैक्टिकैलिटी में कोई फर्क आया है। यदि आप फिर भी इसकी इन डीटेल्स से वाकिफ नहीं है तो हमारे द्वारा किया गया टाटा अल्ट्रोज आईटर्बो का रिव्यू देख सकते हैं। आगे हम अल्ट्रोज डीसीए की ड्राइविंग डीटेल्स शेयर करने जा रहे हैं जिसपर डालिए एक नजर:

इंजन और परफॉर्मेंस

टाटा ने फिलहाल तो अल्ट्रोज में नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन के साथ ही ऑटोमैटिक गियरबॉक्स की पेशकश की है। इसका पावर और टॉर्क आउटपुट मैनुअल वर्जन के बराबर है जो 86 पीएस की पावर और 113 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। नया ट्रांसमिशन मिलने से अब इसका इंजन ज्यादा स्मूद और लैग फ्री कम्यूटर हो गया है। ये काफी स्मूद तरीके से स्पीड गेन करता है। इस डीसीटी गियरबॉक्स के गियर काफी जल्दी चेंज होते हैं और क्योंकि इंजन की शुरूआती पावर में थोड़ी कमी रहती, इसके बावजूद गियरबॉक्स में कोई जर्क महसूस नहीं होता है। यदि आप ट्रैफिक में काफी आराम से कार ड्राइव कर रहे हैं तो कब ये चौथे गियर पर पहुंच जाएगा इसका आपको बिल्कुल ही मालूम नहीं चलेगा। इसमें स्पीड बढ़ाने के लिए कभी कभी आप थ्रॉटल देंगे तो बिना स्पीड मोमेंटम खोए गियर तुंरत डाउन भी हो जाता है। हालांकि अचानक से हैवी थ्रॉटल इनपुट देने पर इसे लोअर गियर पर आने में थोड़ा वक्त लगता है, मगर इससे आपका ड्राइविंग एक्सपीरियंस बिल्कुल खराब नहीं होता है। 

इस ट्रांसमिशन की एक और सबसे अच्छी बात जो हमें महसूस हुई वो है इसका शिफ्ट लॉजिक। ये आपके कार को क्रूज यानी आराम से ड्राइव करने की स्थिति को भांप लेता है और जल्दी गियर ऊपर होने लग जाते हैं ताकी आप रिलेक्स मैनर में ड्राइव कर सकें। वहीं ओवरटेकिंग के दौरान ये आपको लोअर गियर होल्ड करते हुए बेहतर एक्सलरेशन में मदद भी करता है। 

आप चाहें तो मैनुअली गियर शिफ्ट भी कर सकतें है और शिफ्ट्स को अपने तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं। मगर रूटीन ड्राइविंग में ऐसी चीजों की आपको कम ही जरूरत पड़ती है। टाटा ने इस ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ कार की फ्यूल एफिशिएंसी 18.18 किलोमीटर प्रति लीटर बताई है जो मैनुअल मॉडल से महज 1 किलोमीटर प्रति लीटर ही कम है। मगर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से मिलने वाले आराम के लिए आप इतनी कुर्बानी तो दे ही सकते हैं। 

इस ड्राइ​व ए​क्सपीरियंस में यदि किसी पॉइन्ट पर कोई कमी नजर आई तो वो इसके इंजन से जुड़ी है। ये अब भी उतना रिफाइंड नहीं लगता है और पावर डिलीवरी भी काफी फ्लैट रहती है। ऐसे में यदि आप अल्ट्रोज डीसीएस से स्पोर्टी ड्राइविंग एक्सपीरियंस और क्विक ए​क्सलरेशन की उम्मीद करते हैं तो गियरबॉक्स एक सही गियर पर शिफ्ट हो जाएगा, मगर इंजन से आपको वो पावर नहीं मिलेगी। ये चीज आपको खासतौर पर हाईवे ड्राइविंग के दौरान काफी महसूस होगी। आराम से ड्राइव करते वक्त तो अल्ट्रोज का ये वेरिएंट काफी अच्छा एक्सपीरियंस देता है, मगर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ऊपर ओवरटेकिंग के दौरान इंजन कुछ समय लेता है। मैनुअल और टर्बो पेट्रोल वेरिएंट्स की तरह इसमें कोई ड्राइव मोड्स नहीं दिए गए हैं। और यही क्वालिटी इस कार के टर्बो पेट्रोल वेरिएंट को इससे एक स्टेप ऊपर रखती है। इसके टर्बो पेट्रोल इंजन की पावर तो शानदार है ही, वहीं ज्यादा आरपीएम पर गाड़ी का मोमेंटम बरकरार रखने के लिए इंजन अच्छी खासी पावर डिलीवर करता रहता है। ये गियरबॉक्स 200 एनएम तक की टॉर्क निकाल सकता है, इसका मतलब ये हुआ कि टर्बो अल्ट्रोज के साथ भी ये काफी अच्छे से काम कर सकता है। यही कारण है कि कंपनी ने सबसे पहले ये गियरबॉक्स नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल मॉडल के साथ पेश किया है। 

वेरिएंट्स, प्राइस और कंपेरिजन

टाटा अल्ट्रोज डीसीए 5 वेरिएंट्स: एक्सएमए+, एक्सटीए, एक्सजेडए, एक्सजेडए ओ, और एक्सजेडए+ में उपलब्ध है। एक्सटीए और एक्सजेडए+ में आप इसका डार्क एडिशन भी चुन सकते हैं। इन सभी वेरिएंट्स को लेने के लिए आपको मैनुअल मॉडल के मुकाबले 1.07 लाख रुपये ज्यादा खर्च करने होंगे। 

टाटा अल्ट्रोज डीसीए प्राइस (एक्स-शोरूम)

एक्सएमए+

8.1 लाख रुपये

एक्सटीए

8.6 लाख रुपये

एक्सटीए डार्क

9.06 लाख रुपये

एक्सजेडए

9.1 लाख रुपये

एक्सजेडए(ऑप्शनल)

9.22 लाख रुपये

एक्सजेडए+

9.6 लाख रुपये

एक्सजेडए+ डार्क

9.9 लाख रुपये

टाटा अल्ट्रोज डीसीए को एक ऐसे सेगमेंट में उतारा गया है जिसमें आपको हर तरह के ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के ऑप्शंस मिल जाएंगे। प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट की बलेनो और ग्लैंजा में एएमटी गियरबॉक्स की चॉइस दी गई है इसलिए इनकी कीमत काफी कम है। दूसरी तरफ जल्द बंद होने जा रही फोक्सवैगन पोलो में टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया गया है, इसलिए ये सेगमेंट में काफी महंगी कार कहलाती है। आई20 और जैज में आपको सीवीटी गियरबॉक्स मिल जाएगा और आई20 टर्बो मॉडल में डीसीटी गियरबॉक्स दिया गया है। ये सारे गियरबॉक्स काफी महंगे साबित होते हैं। मगर अल्ट्रोज में नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन के साथ डीसीटी गियरबॉक्स दिया गया है। इसलिए इसकी प्राइस मुकाबले में मौजूद दूसरी कारों से कम है। वहीं मैनुअल मॉडल के मुकाबले एक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से मिलने वाले एक्सपीरियंस की एवज में 1 लाख रुपये ज्यादा कीमत चुकाना हमारी नजर में वाजिब है। 

निष्कर्ष

अपनी स्मूद और क्विक शिफ्ट्स के साथ अल्ट्रोज में दिया गया नया ड्युअल क्लच ट्रांसमिशन काफी अच्छा परफॉर्म करता नजर आता है। और चूंकि शिफ्ट लॉजिक की ट्यूनिंग भी काफी जबरदस्त है ऐसे में मैनुअल मॉडल के मुकाबले इसमें ड्राइव एक्सपीरियंस ज्यादा अच्छा मिलता है। मैनुअल वेरिएंट के मुकाबले टाटा ने डीसीए वेरिएंट्स की प्राइस 1.07 लाख रुपये ज्यादा रखी है जो बिना झंझट वाले ड्राइविंग एक्सपीरियंस को पाने के लिहाज से वाजिब लगती है। यदि आप रूटीन ड्राइविंग के लिए अल्ट्रोज खरीदने का मन बना रहे हैं तो हम आपको मैनुअल वेरिएंट के बजाए ये नया डीसीए मॉडल लेने की सलाह देंगे। हालांकि यदि आप स्पोर्टी ड्राइविंग के भी शौकीन है और अक्सर रोड ट्रिप्स पर जाते रहते हैं तो फिर आप टाटा अल्ट्रोज टर्बो डीसीए का इंतजार जरूर कीजिए जिसकी लॉन्चिंग की पूरी संभावना नजर आ रही है।

टाटा अल्ट्रोज़

वेरिएंट*एक्स-शोरूम कीमत नई दिल्ली
एक्सई प्लस डीजल (डीजल)Rs.8.15 लाख*
एक्सएम प्लस डीजल (डीजल)Rs.8.80 लाख*
एक्सएम प्लस एस डीज़ल (डीजल)Rs.9.25 लाख*
एक्सटी डीजल (डीजल)Rs.9.35 लाख*
एक्सजेड डीजल (डीजल)Rs.9.85 लाख*
एक्सजेड प्लस डीजल (डीजल)Rs.10.35 लाख*
एक्सजेड प्लस एस डीज़ल (डीजल)Rs.10.39 लाख*
एक्सजेड प्लस डार्क एडिशन डीजल (डीजल)Rs.10.50 लाख*
एक्सजेड प्लस एस डार्क एडिशन डीजल (डीजल)Rs.10.74 लाख*
एक्सई (पेट्रोल)Rs.6.60 लाख*
एक्सई प्लस (पेट्रोल)Rs.6.80 लाख*
एक्सएम प्लस (पेट्रोल)Rs.7.45 लाख*
एक्सएम प्लस एस (पेट्रोल)Rs.7.90 लाख*
एक्सटी (पेट्रोल)Rs.8 लाख*
एक्सटी डार्क एडिशन (पेट्रोल)Rs.8.36 लाख*
एक्सजेड (पेट्रोल)Rs.8.50 लाख*
एक्सएमए प्लस dct (पेट्रोल)Rs.8.55 लाख*
एक्सएमए प्लस एस dct (पेट्रोल)Rs.9 लाख*
एक्सजेड प्लस (पेट्रोल)Rs.9 लाख*
एक्सजेड प्लस os (पेट्रोल)Rs.9.56 लाख*
एक्सजेड प्लस एस (पेट्रोल)Rs.9.04 लाख*
एक्सटीए dct (पेट्रोल)Rs.9.10 लाख*
एक्सजेड टर्बो (पेट्रोल)Rs.9.10 लाख*
एक्सजेड प्लस डार्क एडिशन (पेट्रोल)Rs.9.20 लाख*
एक्सजेड प्लस एस डार्क एडिशन (पेट्रोल)Rs.9.44 लाख*
एक्सटीए डार्क एडिशन dct (पेट्रोल)Rs.9.46 लाख*
एक्सजेड प्लस एस टर्बो (पेट्रोल)Rs.9.64 लाख*
एक्सजेड प्लस टर्बो (पेट्रोल)Rs.9.60 लाख*
एक्सजेडए dct (पेट्रोल)Rs.9.60 लाख*
एक्सजेड प्लस एस टर्बो डार्क एडिशन (पेट्रोल)Rs.10 लाख*
एक्सजेड प्लस टर्बो डार्क एडिशन (पेट्रोल)Rs.9.80 लाख*
एक्सजेडए प्लस dct (पेट्रोल)Rs.10 लाख*
एक्सजेडए प्लस os (पेट्रोल)Rs.10.56 लाख*
एक्सजेडए प्लस एस dct (पेट्रोल)Rs.10 लाख*
एक्सजेडए प्लस डार्क एडिशन dct (पेट्रोल)Rs.10 लाख*
एक्सजेडए प्लस एस डार्क एडिशन dct (पेट्रोल)Rs.10.24 लाख*
एक्सई सीएनजी (सीएनजी)Rs.7.55 लाख*
एक्सजेड प्लस opt एस सीएनजी (सीएनजी)Rs.10.55 लाख*
एक्सएम प्लस सीएनजी (सीएनजी)Rs.8.40 लाख*
एक्सएम प्लस एस सीएनजी (सीएनजी)Rs.8.85 लाख*
एक्सजेड सीएनजी (सीएनजी)Rs.9.53 लाख*
एक्सजेड प्लस एस सीएनजी (सीएनजी)Rs.10 लाख*

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