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मर्सिडीज़ बेंज सी-क्लास फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On अप्रैल 27, 2020 By भानु for मर्सिडीज न्यू सी-क्लास 1997-2022

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मर्सिडीज़ बेंज ने अपडेट सी-क्लास को सितंबर 2018 में लॉन्च किया था। अब कंपनी ने इसके डीज़ल इंजन को बीएस6 नॉर्म्स पर अपग्रेड कर दिया गया है जो ना सिर्फ पहले से ज्यादा पावर देने में सक्षम है बल्कि ईको फ्रेंडली भी है। इन सबके अलावा क्या मर्सिडीज ने इस कार को और भी कुछ अपडेट दिए हैं? जानेंगे इस एक्सपर्ट रिव्यू के जरिए:

कैसा है एक्सटीरियर

जैसे ही आप मर्सिडीज सी-क्लास को पहली बार देखेंगे तो आपको ये समझ ही नहीं आएगा कि पहले के मुकाबले इसमें आखिर कहां-कहां बदलाव हुए हैं। इसके साइज़ में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यहां तक की हेडलैंप और टेललैंप के साइज़ और शेप में भी कोई फर्क नहीं आया है। 

हमने इस टेस्ट में सी-क्लास के सी 220 डी वेरिएंट का इस्तेमाल किया है जिसमें फुल एलईडी हेडलैंप दिए गए हैं। यह हेडलैंप इस सेडान के महंगे वेरिएंट सी 300 डी एएमजी लाइन वेरिएंट में दिए गए 'मल्टीबीम' एलईडी हेडलैंप से ज्यादा अच्छे दिखाई देते हैं। इनसे सी-क्लास को काफी दमदार लुक भी मिलता है और ये नए डिज़ाइन के बंपर के साथ काफी मैच करते हैं। सेंट्रल डैम का साइज़ बड़ा हो जाने के कारण और फॉक्स एयर वेंट्स को थोड़ा ऊपर कर देने से अब इसका फ्रंट भी पहले से काफी चौड़ा हो गया है। 

सी-क्लास के अपडेट मॉडल का साइड प्रोफाइल पिछले मॉडल जैसा ही लगता है। यहां केवल नए 17 इंच के अलॉय व्हील देकर एकमात्र बदलाव किया गया है। बता दें कि यह अलॉय व्हील भी अब स्टैंडर्ड कर दिए गए हैं। इसके टेललैंप में सी शेप लाइटिंग पैटर्न के साथ नए डिज़ाइन के ग्राफिक्स दिए गए हैं। इसके अलावा पहले की तरह इसके रियर बंपर पर क्रोम का इस्तेमाल किया गया है जिसकी लाइनिंग एग्जॉस्ट से कनेक्ट हो रही है। 

कुल मिलाकर बाहर से देखकर कोई भी सी-क्लास को छोटी एस-क्लास कह सकता है। अपडेट होने के बावजूद इसका क्लासी टच अब तक बरकरार है। 

इंटीरियर

अगर आप ये सोचते हैं कि ढेर सारा पैसा खर्च करने के बाद आपको सी-क्लास के रूप में एक बड़ी सी कार मिल रही है, जिसमें ज्यादा केबिन स्पेस होगा तो ऐसा सोचना गलत होगा। चीन की तरह भारत में सी-क्लास सेडान का लॉन्ग व्हीलबेस वर्जन उपलब्ध नहीं है, ऐसे में इसके इंडियन वर्जन में आपको कम केबिन स्पेस से ही समझौता करना पड़ेगा। 

यदि आप अपनी फैमिली के लिहाज़ से ये लग्जरी कार खरीद रहें तो हम आपको पहले से ही कुछ बातों से अवगत करा देते हैं। सी-क्लास एक ड्राइवर सेंट्रिक कार है। इसकी रियर सीट पर 6 फुट तक के पैसेंजर के लिए बैठने जितना ही स्पेस मिलता है। 

लेकिन, इसमें अंडर-थाई सपोर्ट की कमी महसूस होती है और डाइविंग रूफलाइन के चलते कम हेडरूम मिलता है। हालांकि, पैनोरमिक सनरूफ का फीचर होने से आपको बिल्कुल ऐसा महसूस नहीं होगा कि आपका सिर कार की छत के करीब है। कुल मिलाकर 5 फुट 10 इंच का पैसेंजर इसमें आराम से बैठ सकता है। यदि आप इससे ज्यादा लंबे हैं तो आपको इसकी सीटों पर थोड़ा पीछे होकर बैठना पड़ेेगा और आपको नी रूम और अंडरथाई सपोर्ट से समझौता करना पड़ेगा। 

फ्रंट सीटों की बात करें तो यहां आप काफी कंफर्टेबल होकर बैठ सकते हैं। माना कि यह मर्सिडीज़ की एंट्री लेवल कार है, मगर कंपनी ने इसके केबिन को काफी सोच समझकर डिज़ाइन किया है। इसमें सेंटर कंसोल और डैशबोर्ड पर फॉक्स वुड का इस्तेमाल किया गया है और पावर विंडो और एयर कॉन के स्विच की क्वालिटी भी काफी अच्छी है। ऐसे में केबिन में क्वालिटी का पूरा ध्यान रखते हुए मर्सिडीज़ ने इसमें कोई कमी नहीं छोड़ी है। यहां तक की इसके डोरपैड का निचला हिस्सा भी टच करने के लिहाज़ से काफी सॉफ्ट है। 

परफॉर्मेंस

मर्सिडीज सी-क्लास दो इंजन ऑप्शन: 2.0 लीटर पेट्रोल और 2.0 लीटर डीजल में उपलब्ध है। हमने इसके 220डी वेरिएंट को चलाकर देखा, इसमें 2.0 लीटर डीज़ल इंजन दिया गया है। यही इंजन मर्सिडीज़ ई-क्लास में भी दिया गया है। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि ई-क्लास का इंजन बीएस6 नॉर्म्स के अनुसार अपग्रेड नहीं है, जबकि सी-क्लास के इंजन को इन नॉर्म्स के अनुसार अपग्रेड कर दिया गया है। सी-क्लास का इंजन 194 पीएस की पावर और 400 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है, जिसके साथ 9-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया गया है। 

इंजन को ऑन करते ही सबसे पहली बात जो आप नोटिस करेंगे वो है इसका शांत स्वभाव, जबकि इससे पहले वाले मॉडल में दिया गया इंजन ऐसा नहीं था। सी-क्लास में नॉइस इंसुलेशन हमेशा से ही काफी शानदार रहा है जिससे इसमें बैठने का अपना अलग ही मज़ा है। 

मर्सिडीज़ बेंज सी 220 डी में आपको पावर की कभी कम महसूस नहीं होगी। इसके शिफ्ट्स भी आपको बताते रहेंगे कि आप एक परफेक्ट गियर में गाड़ी चला रहे हैं। 

यदि आप इसे आराम से चलाएंगे तो आपको गियरशिफ्ट्स पता ही नहीं चलेगा। वहीं ओवरटेकिंग के दौरान हल्का सा एक्सलरेट करते ही ये कार सरपट दूसरे व्हीकल को पीछे छोड़ देगी। आसान शब्दों में कहें तो ये आपके इशारों पर चल सकती है। हालांकि, यदि आप जल्दबाजी में इसके गियरबॉक्स का इस्तेमाल करते हैं तो आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पावर की कमी महसूस होने पर ढलान वाले रास्ते पर इसमें गियर डाउन करने का निर्णय लेना थोड़ा कठिन साबित हो जाता है, यदि आप हाईवे पर जल्दी से ओवरटेक करने की कोशिश करते हैं तो इसका गियरडाउन करने में कुछ सेकंड का समय लगता है। 

सी-क्लास को 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में केवल 7.9 सेकंड का समय लगता है। जबकि, कंपनी का कहना है कि इसे ऐसा करने में केवल 6.9 सेकंड लगते हैं। दूसरी तरफ 20 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में 5.02 सेकंड लगते हैं। हालांकि, ये सब आंकड़े इसे स्पोर्ट प्लस मोड पर चलाने के बाद ही हासिल होते हैं। स्पोर्ट प्लस मोड के अलावा इसमें ईको, कंफर्ट और स्पोर्ट मोड भी दिए गए हैं। इसमें एक इंडिविजुअल मोड भी दिया गया है जो इंजन, स्टीयरिंग और ईएसपी के बिहेवियर को बदलता रहता है। 

कंफर्ट और ईको मोड पर ड्राइव करते वक्त इस कार की परफॉर्मेंस में कुछ कमी महसूस हो सकती है। हमने इसमें दिए गए दूसरे मोड्स पर भी इसका रोल ऑन एक्सलरेशन टेस्ट किया। इस दौरान कंफर्ट मोड पर ड्राइव करते हुए इसे 20 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में 5.45 सेकंड का समय लगा, वहीं इसी मोर्चे पर ईको मोड में 5.81 सेकंड का समय लगा। इन दोनों मोड में से किसी एक को चुनना हो तो हमारी राय में आप इसे कंफर्ट मोड पर चलाएं क्योंकि इसमें ड्राइवेबिलिटी और परफॉर्मेंस का अच्छा तालमेल देखने को मिलता है। 

सिटी में इसका 2.0 लीटर इंजन 14.37 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देने में सक्षम है और हाईवे पर यह इंजन 21.40 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज आराम से दे देता है। बता दें कि माइलेज के ये आंकड़े हमें ईको मोड पर ड्राइव करते हुए मिले हैं जिसमें आप इंजन से ज्यादा अच्छी परफॉर्मेंस की उम्मीद ना रखें। 

सेफ्टी

सी-क्लास में बैठे पैसेंजर की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए इसमें 7 एयरबैग (ड्यूल फ्रंट, साइड, कर्टेन और ड्राइवर-नी), एंटी लॉक ब्रेकिंग (एबीएस) के साथ इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफोर्स डिस्ट्रीब्यूशन (ईबीडी) और आईएसओफिक्स चाइल्ड माउंट दिए गए हैं। सी-क्लास में पैदल चलने वालों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक्टिव बोनट का भी फीचर दिया गया है जो बोनट को उठा देता है। यदि कोई पैदल चल रहा शख्स गाड़ी से टकरा जाता है तो ये कार के बोनट को उठा देता है जिससे उसे ज्यादा चोट लगने से बचाया जा सकता है। इसमें पार्किंग असिस्ट का फीचर भी दिया गया है जो कार को आसानी से पार्क करने में मदद करता है। 

वेरिएंट्स

मर्सिडीज़ सी-क्लास तीन वेरिएंट सी 200, सी 200डी और सी 300डी में उपलब्ध है। सी-क्लास की कीमत 40 लाख रुपए से शुरू होती है जो कि 75 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली)  तक पहुंचती है।

निष्कर्ष

अपडेट के बाद सी-क्लास पहले से काफी अलग हो गई है। इसकी भारी भरकम बनावट और आलीशान एक्सटीरियर की बदौलत ये अपने सेगमेंट की सबसे शानदार कार मानी जा सकती है। इसका इंजन रिफाइन होने के बाद और भी अच्छा हो गया है। हालांकि इसकी प्राइस को देखते हुए इसमें 360 डिग्री कैमरा, वेंटिलेटेड सीट्स, इलेक्ट्रिक स्टीयरिंग कॉलम एडजस्ट जैसे फीचर्स की कमी महसूस होती है। 

Published by
भानु

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