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मारुति सुजुकी एक्सएल6: फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On दिसंबर 27, 2019 By nikhil for मारुति एक्सएल6 2019-2022

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मारुति सुजुकी ने 2019 की शुरुआत में अर्टिगा के नेक्स्ट-जनरेशन वर्ज़न को पेश किया था। पहले से ज्यादा फीचर्स, स्पेस और नई डिज़ाइन लिए अर्टिगा का यह मॉडल ग्राहकों का ध्यान अपनी ओर खींचने में कामयाब रहा। हालांकि, ज्यादा सीटिंग कैपेसिटी की चाह रखने वाले ऐसे ग्राहक जिन्हें इस नई अर्टिगा से कुछ और फीचर्स की उम्मीद थी, कंपनी उनके लिए एक और नया अपडेट 'मारुति एक्सएल6' के रूप में लेकर आ चुकी है। एक्सएल6, मारुति अर्टिगा का प्रीमियम वर्ज़न है और अपने नाम की तरह यह एक 6-सीटर एमपीवी है। मारुति के अनुसार एक्सएल6 फीचर्स, डिज़ाइन, कम्फर्ट और प्रीमियमनेस के मामले में आपको अर्टिगा से बेहतर एक्सपीरियंस देगी। चूँकि कंपनी इसे अपनी प्रीमियम कार केटेगरी में रखती है ऐसे में इसकी बिक्री नेक्सा डीलरशिप से की जा रही है। 

मारुति अर्टिगा की तुलना में एक्सएल6 ₹70,000 महंगी है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि क्या एक्सएल6 में मिलने वाली अतिरिक्त खूबियां इसकी ज्यादा कीमत को उचित ठहराती है? और क्या 7-सीटर अर्टिगा की जगह इस 6-सीटर मगर तथाकथित ज्यादा प्रीमियम कार को लेना सही होगा? आईये जानें:- 

डिज़ाइन

पहली ही नज़र में मारुति एक्सएल6 की डिज़ाइन आपको भा जाएगी। अर्टिगा से अलग एक्सएल6 का फ्रंट लुक काफी आकर्षक है। इसमें नई ग्रिल और अर्टिगा से बड़े हेडलमैप्स दिए गए हैं। ये क्वाड चैम्बर एलईडी हेडलैम्प्स है जिसके निचले हिस्से में एलईडी डे-टाइम रनिंग (डीआरएल) लैम्प्स दिए गए हैं। इसमें दोनो ओर की इन डीआरएल को जोड़ती हुई एक क्रोम स्लेट दी गई है जो कार की हैक्सागोनल ग्रिल को दो भागो में बांटती नज़र आती है। एक्सएल6 को किसी एसयूवी (SUV) की तरह स्पोर्टी स्टाइलिंग देने के लिए इसमें एलईडी फॉग लैम्प्स के चारो ओर ब्लैक क्लैडिंग और बम्पर के निचले हिस्से पर सिल्वर स्किड प्लेट दी गई है। मारुति ने एक्सएल6 में अर्टिगा के बराबर 180 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लीयरेंस दिया है। यदि जमीन से कार की ऊंचाई को थोड़ा और बढ़ाया जाता तो शायद इसका स्टान्स और ज्यादा एसयूवी की तरह लगता। बहरहाल, एक्सएल6 की फ्रंट डिज़ाइन अर्टिगा से अलग और बेहद अच्छी है और इसे शानदार रोड प्रजेंस देती है।

साइड से, एक्सएल6 और अर्टिगा की डिज़ाइन एक जैसी है। दोनों कारों में 185/65 आर15 कॉनफ्रीगुरेशन वाले अलॉय व्हील्स मिलते हैं। हालांकि, एक्सएक्स6 में व्हील्स पर और ओआरवीएम पर ब्लैक कलर फिनिशिंग, व्हील आर्च व डोर के नीचे की ओर ब्लैक क्लैडिंग तथा रूफरेल्स जैसे फीचर्स अतिरिक्त दिए गए हैं। इन एक्सटीरियर बदलावों के चलते एक्सएल6, अर्टिगा से 50 मिलीमीटर लंबी, 40 मिलीमीटर चौड़ी और 10 मिलीमीटर ऊंची है। हालांकि, कार के व्हीलबेस (2740 मिलीमीटर) में कोई अंतर नहीं है।

साइड की तरह एक्सएल6 की रियर डिज़ाइन भी अर्टिगा के जैसी ही है। हालांकि, इसके बम्पर की डिज़ाइन को मस्क्युलर रखा गया है। फ्रंट की तरह रियर में भी बम्पर पर ब्लैक क्लैडिंग और सिल्वर कलर की स्कीड प्लेट दी गई है। 

ओवरऑल, अर्टिगा का यह प्रीमियम वर्ज़न इसमें मिलने वाले कॉस्मेटिक बदलावों के चलते शानदार लगता है और रोड पर चलते समय भीड़ से अलग लगने में सक्षम है। 

इंटीरियर 

मारुति एक्सएल6 का केबिन अर्टिगा के जैसा ही है। इसे प्रीमियम और अपमार्केट फील देने के लिए कंपनी ने इसे ब्लैक कलर थीम, लैदर अपहोल्स्ट्री और मिडिल रो में बेंच सीट की जगह दो कैप्टन सीट्स के साथ पेश किया है। आईये शुरुआत करते हैं इसकी सेकंड-रो की सीटों से:-

जैसा कि हमने ऊपर भी बताया इसकी सेकंड रो में दो कैप्टन सीट्स दी गई है जो पैसेंजर को बेहतर कम्फर्ट प्रदान करती है। इन सीटों पर वे लोग भी आसानी से बैठ सकते हैं जिनकी कद-काठी बड़ी हैं। हालांकि, महिंद्रा मराज़ो की तुलना में हमने एक्सएल6 की इन कैप्टन सीट्स का बैक सपोर्ट उतना ज्यादा अच्छा नहीं लगा। इसके अलावा, सेकंड रो में पर्याप्त मात्रा में हेडरूम, लेगरूम और थाई-सपोर्ट मिलता हैं। हालांकि, 6 फुट से अधिक ऊंचाई वाले लोगो को थाई-सपोर्ट से जुड़ी मामूली शिकायत हो सकती हैं। इस मामले में यह रेनो लॉजी से बेहतर और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा के बराबर है। 

मिडिल रो की इन सीटों को पैसेंजर अपने कम्फर्ट अनुसार आगे-पीछे रेक्लाइन और स्लाइड कर सकते हैं जिससे लम्बी दूरी की यात्राओं में काफी सुविधा होती है। चूँकि इन सीटों में स्लाइडिंग फंक्शन भी दिया गया है इससे थर्ड रो में बैठे पैसेंजर के लेगरूम को भी बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा, दोनों सीटों पर आर्मरेस्ट और डोर पेनल पर सॉफ्ट लैदर मैटेरियल का इस्तमाल किया गया है जिससे कार की प्रीमियमनेस बढ़ जाती है। 

बात की जाए फीचर्स की तो, इसमें सेकंड-रो में रूफ माउंटेड एसी वेंट्स (ब्लोअर कंट्रोल के साथ), 12-वोल्ट का पावर सॉकेट और डोर्स में बोतल होल्डर मिलते हैं। चूँकि कंपनी इसे अपनी प्रीमियम कार कहती है ऐसे में हमारे अनुसार इसमें कप होल्डर, यूएसबी सॉकेट, वन-टच कंट्रोल्स विंडो और फोल्डिंग सन-ब्लाइंड्स जैसे फीचर्स भी दिए जाने चाहिए थे।  

अब बात करते हैं एक्सएल6 के थर्ड रो की, जहां दोनो पैसेंजर सीट्स पर एडजस्टेबल हेडरेस्ट मिलते हैं। इसकी थर्ड रो में जाने की लिए आपको इसकी सेकंड रो की सीट को आगे स्लाइड और फिर थोड़ा रेक्लाइन करना होगा क्योंकि इनमे टम्बल फोल्ड का फंक्शन नहीं दिया गया है। या अगर आपकी हाइट कम है तो आप इन दोनों कैप्टन सीटों की बीच वाली जगह से भी थर्ड रो में जा सकते हैं। मेरी हाइट 5'7" है और मैं थर्ड रो में पूरे कम्फर्ट के साथ बैठ सका। सिटी या छोटी राइड के लिए इसकी थर्ड रो काफी आरामदायक है। हालांकि, लम्बी दूरी की यात्राओं में आपको अपनी कम्फर्ट पोज़िशन ढूंढने के लिए सेकंड रो की सीट को थोड़ा आगे स्लाइड करना होगा ताकि आपको अच्छा नी-रूम मिल सकें। इसके अलावा, इसकी थर्ड रो की सीटों को भी पीछे की ओर रेक्लाइन किया जा सकता है जो सोने पर सुहागा से कम नहीं है। थर्ड रो के पैसेंजर के लिए इसमें बड़ा साइड ग्लास, साइड आर्मरेस्ट, कप होल्डर और 12-वॉल्ट का पावर सॉकेट भी मिलता है। 

एक्सएल6 में मिलने वाली ऑल-ब्लैक थीम अर्टिगा के ड्यूल-टोन बैज थीम से कहीं बेहतर लगती है। वहीं, डैशबोर्ड और डोर पैड्स पर मिलने वाले सिल्वर कलर एक्सेंट केबिन को प्रीमियम लुक देता है। कार का ब्लैक लैदर कवर्ड स्टीयरिंग व्हील और कनेक्टेड एसी वेंट्स किसी ऑडी कार की तरह लगते हैं। ओवरऑल, ये सब छोटी-मोटी चीज़े कार के इंटीरियर को अपमार्केट फील देती है। लेकिन गर्मियों के दिनों में एक्सएल6 के इंटीरियर का ब्लैक कलर आपके छक्के भी छुड़ा सकता हैं और इसकी वजह आप सब बखूबी समझते हैं। 

प्रैक्टिकल अप्रोच से भी एक्सएल6 का केबिन काफी अच्छा है। इसमें सेंटर कंसोल टनल पर कूल्ड कप होल्डर्स मिलते हैं जो आपकी ड्रिंक्स को ठंडा रखने का काम करेंगे। इन कप होल्डर्स के आगे एक छोटा स्टोरेज स्पेस भी मिलता है जहां आप अपना मोबाइल, वॉलेट या अन्य कोई छोटा मोटा सामान रख सकते हैं। इसके अलावा, फ्रंट डोर्स में भी बड़ी पॉकेट्स दी गई है जहां आप बोतल या मैगज़ीन वगर रख सकते हैं। कार के फ्रंट स्लाइडिंग आर्मरेस्ट में भी छोटा स्टोरेज स्पेस मिलता है। 

बात करें फीचर्स की तो, इसमें सुजुकी का स्मार्टप्ले स्टूडियो इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलता है जिसे इस्तमाल करना आसान है। आप एंड्रॉइड ऑटो या एप्पल कारप्ले फीचर के जरिए अपने स्मार्टफोन को कार के इस इंफोटेनमेंट से कनेक्ट कर सकते हैं। अर्टिगा में मिलने वाले फीचर्स के अलावा एक्सएल6 में क्रूज कंट्रोल, ऑटोमैटिक हेडलैंप और फॉलो-मी-होम फंक्शन जैसे प्रीमियम फीचर्स भी मिलते हैं। इसके अलावा, इसमें ऑटोमैटिक फोल्डेबल ओआरवीएम भी मिलते हैं जो इंजन स्टार्ट/ऑफ करते ही ऑटोमैटिकली ओपन/फोल्ड हो जाते हैं। कार के अन्य फीचर्स में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल्स, कलर मल्टी-इनफार्मेशन डिस्प्ले (एमआईडी), लैदर अपहोल्स्टरी, स्टीयरिंग माउंटेड ऑडियो कंट्रोल, पावर एडजस्टेबल ओआरवीएम, मैनुअल डे/नाईट आईआरवीएम, ड्राइवर साइड वन-टच विंडो आदि शामिल हैं। एक्सएल6 की एक अच्छी बात ये है कि इसमें रिवर्स पार्किंग कैमरा, ऑटोमैटिक हेडलैंप, ऑटो फोल्डिंग ओआरवीएम और लैदर अपहोल्स्टरी को छोड़कर अन्य सभी फीचर्स इसके सभी वैरिएंट्स में स्टैंडर्ड मिलेंगे।    

हालांकि प्रीमियम कार होने के नाते इसमें ऑटोमैटिक आईआरवीएम, रेन-सेंसिंग वाइपर्स, सभी पैसेंजर के लिए वन-टच विंडो, विंडो स्विच में बैकलाइट, साइड और कर्टेन एयरबैग्स जैसे फीचर्स की कमी महसूस होती है। बहरहाल, एक्सएल6 में सभी जरुरी फीचर्स का समावेश है व इसकी डिज़ाइन और सेकंड रो में मिलने वाली कैप्टन सीटें इसे प्रीमियम कोटा में एंट्री दिलाते है!

अर्टिगा की तरह एक्सएल6 में 209-लीटर का बूट स्पेस मिलता है जो कि एक छोटा सूटकेस और कुछ लैपटॉप बैग्स रखने के लिए पर्याप्त है। लगेज-ट्रे के नीचे भी स्टोरेज स्पेस मिलता है जहां आप छोटे बैग्स रख सकते हैं। एक्सएल6 की थर्ड-रो में 50:50 में फ्लैट फोल्ड होने वाली सीटें मिलती हैं जिसकी बदौलत बूट स्पेस को 550-लीटर तक बढ़ाया जा सकता है।  

लेकिन अर्टिगा के विपरीत इसमें सेकंड-रो में कैप्टन सीट्स मिलती हैं जिन्हें फोल्ड नहीं किया जा सकता है। ऐसे में यदि आप कोई बड़ा सामान जैसे वॉशिंग मशीन, फ्रिज, सरफेस बोर्ड आदि कार में ले जाना चाहते हैं तो शायद वो मुमकिन ना हो। 

सेफ्टी

मारुति ने एक्सएल6 के सभी वेरिएंट्स में ड्यूल एयरबैग, एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस), इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफोर्स डिस्ट्रीब्यूशन (ईबीडी), आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर और रिवर्स पार्किंग सेंसर जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड दिए हैं। इसके अलावा, कार के ऑटोमैटिक वेरिएंट के साथ हिल-होल्ड फंक्शन और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम फीचर भी दिए गए है।   

इंजन और परफॉर्मेंस

मारुति एक्सएल6 में 1.5-लीटर का बीएस6 पेट्रोल इंजन दिया गया है। जिसे एक माइल्ड-हाइब्रिड सिस्टम से जोड़ा गया है। ये हाइब्रिड सिस्टम लोड कंडीशन में कार को बूस्ट देता है। एक्सएल6 का यह इंजन 6000आरपीएम पर 105पीएस की अधिकतम पावर और 4400आरपीएम पर 138एनएम का अधिकतम टॉर्क देता है। पावर ट्रांसमिशन के लिए इसमें 5-स्पीड मैनुअल और 4-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है।

एक्सएल6 का ये 1.5-लीटर इंजन काफी रिफाईन है। अर्टिगा की तुलना में एक्सएल6 में फायरवॉल इंसुलेशन को बेहतर बनाया गया है जिसकी बदौलत कार का एन.वी.एच. स्तर बहुत कम हो गया है। केबिन में इंजन नॉइज़ सुनाई नहीं देती है और वाइब्रेशन भी बेहद कम महसूस होते हैं। एक चीज़ जो हमे एक्सएल6 में बेहद पसंद आई वो है इससे हाईवे पर क्रूज करना। बस इसे 80 किमी/घंटे तक की स्पीड पर ले जाएं और 5वें गियर में छोड़ दें और बस कार मक्खन की तरह मीलों की दूरी तक दौड़ती रहेगी। ट्रिपल डिजिट की स्पीड पर भी इंजन काफी स्मूथ लगता है।

एक बात जो हमे यहां खली वो ये कि जल्दी से स्पीड चेंज करने में एक्सएल6 में थोड़ी परेशानी महसूस होती है। ऐसे में आपको यदि ओवरटेक करने के लिए कार की स्पीड जल्दी से बढ़ानी है तो आपको एक गियर निचे शिफ्ट करना पड़ेगा। 

सिटी ट्रैफिक में भी इंजन की परफॉरमेंस काफी अच्छी है। बिना किसी परेशानी के आप 5वें गियर पर 40 किमी/घंटा की स्पीड पिक कर सकते हैं। लेकिन जल्दी से स्पीड बढ़ाने के लिए आपको डाउनशिफ्ट करना ही पड़ेगा।हालांकि, गियर बदलने में आपको कोई मुश्किल नहीं होगी क्योंकि इसका ट्रांसमिशन काफी स्मूथ है और गियरट्रेवल भी छोटा है।  

अगर आप बार-बार गियर बदलने की झंझट से बचना चाहते हैं तो 4-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर गियरबॉक्स वाला ऑटोमैटिक वैरिएंट ले सकते हैं। सिटी और हाईवे दोनों ही जगह यदि आप आराम से क्रूज करना चाहते हैं तो इसका ऑटोमैटिक गियरबॉक्स बेहद अच्छे से अपना काम करता है। इसमें बेहद स्मूथली और बिना किसी झटके के गियर्स ऑटोमेटिकली चेंज होते हैं। लेकिन मैनुअल गियरबॉक्स की तरह इसके साथ भी आपको तेज़ी से स्पीड बढ़ाने में थोड़ी दिक्कत होगी 

मारुति के अनुसार, एक्सएल6 मैनुअल गियरबॉक्स के साथ 19.01 किमी/लीटर और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ 17.99 किमी/लीटर का माइलेज निकालने की क्षमता रखती है। यही इंजन मारुति अर्टिगा में भी मिलता है और उसके माइलेज टेस्ट में हमें मैनुअल गियरबॉक्स के साथ सिटी में 13.4 किमी/लीटर और हाईवे पर 16 किमी/लीटर का माइलेज मिला था।     

राइड और हैंडलिंग

मारुति अर्टिगा की तुलना में एक्सएल6 का वजन 45किग्रा ज्यादा (मैनुअल: 1180 किग्रा, ऑटोमैटिक: 1190किग्रा) है।  इस ज्यादा वजन के कारण एक्सएल6 की राइड और हैंडलिंग अर्टिगा से थोड़ा अलग एक्सपीरियंस देती है। मारुति ने इस ज्यादा भार के चलते कार के फ्रंट सस्पेंशन को रिट्यून किया है। इस प्रीमियम एमपीवी के सस्पेंशन सॉफ्ट है जिससे ये छोटे-मोटे गड्डो और स्पीड ब्रेकर्स से आसानी से गुजर जाती है। लेकिन हाई स्पीड पर चलते समय यदि रोड लेवल में शार्प बदलाव, कोई गड्डा या ब्रेकर आता है तो सेकंड और थर्ड रो के पैसेंजर को हल्का-सा झटका जरूर महसूस होगा।

कार का केबिन इंसुलेशन कमाल का है और आपको अंदर की ओर रोड नॉइज़ सुनाई नहीं देगी। 

कार का स्टीयरिंग व्हील अच्छा फीडबैक देता है। हालांकि, सिटी में ये थोड़ा भारी लगता है लेकिन ये कोई कोई परेशानी पैदा करने वाली बात नहीं है। कार के लम्बे साइज के बावजूद भी मारुति ने बॉडी-रोल को बड़े अच्छे से कण्ट्रोल किया है जिसके चलते हाईवे पर लेन चेंज करने या लंबे मोड़ (कॉर्नरिंग) पर आपको कोई दिक्कत महसूस नहीं होगी। हमारे हिसाब से एक्सएल6 की एक मात्र चीज़ जहां सुधर की गुंजाईश महसूस होती है वो है इसकी ब्रेकिंग में। कार के ब्रेक पेडल ज्यादा फीडबैक नहीं देते हैं जिससे इमरजेंसी/हैवी ब्रेकिंग के समय कॉन्फिडेंस कम हो जाता है। 

निष्कर्ष

इस बात में कोई शक नहीं है कि एक्सएल6 हर मामले में अर्टिगा से प्रीमियम महसूस होती है। अर्टिगा की तुलना में कार के नए लुक, लेदर कवर्ड केबिन और सेकंड रो में कैप्टन सीटें केबिन-एक्सपीरियंस को बेहतर बना रहे है। साथ ही अब आप एक फीचर लोडेड पेट्रोल ऑटोमैटिक वैरिएंट भी खरीद सकेंगे। वहीं, अर्टिगा के पेट्रोल टॉप वेरिएंट के साथ केवल मैनुअल गियरबॉक्स ही मिलता है। 

अब बात करते हैं उन दो प्रश्नों की जो हमने रिव्यू शुरू करते समय पूछे थे। क्या अर्टिगा की तुलना में एक्सएल6 में मिलने वाली अतिरिक्त फीचर्स इसकी अधिक कीमत को सही ठहराते हैं? तो जवाब है पूरी तरह से नहीं, क्योंकि 70,000 रुपये की अधिक कीमत पर आपको इसमें एलईडी ऑटोमैटिक हेडलैम्प्स, क्रूज कंट्रोल, कैप्टन सीट्स, ऑटो फोल्डिंग विंग मिरर, एक्सटीरियर में ब्लैक एलिमेंट्स जैसे कई अतिरिक्त फीचर्स मिलते हैं। लेकिन हमारे अनुसार इसमें साइड और कर्टेन एयरबैग्स, रेन सेंसिंग वाइपर, ऑटो डिमिंग आईआरवीएम, रियर विंडो ब्लाइंड और सभी पावर विंडो में वन-टच अप/डाउन फंक्शन दिया जाना चाहिए था।  

क्या 7-सीटर अर्टिगा की जगह इस 6-सीटर एक्सएल6 लेना सही होगा? यदि आप एक प्रीमियम फॅमिली कार लेना चाहते हैं और इसके लिए थोड़ी ज्यादा कीमत दे सकते हैं तो आप अर्टिगा की जगह एक्सएल6 को चुनें। 

 
 
 
 
 
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nikhil

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