किया सेल्टोस Vs एमजी हेक्टर : पेट्रोल ऑटो कंपेरिजन रिव्यू
Published On जून 13, 2020 By स्तुति for किया सेल्टोस 2019-2023
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किया मोटर्स और एमजी मोटर्स भारत में दस्तक देनी वाली नई कार कंपनियां है। किया की 'सेल्टोस' और एमजी मोटर्स की 'हेक्टर' एसयूवी को देश में 2019 में लॉन्च किया गया था। दोनों ही गाड़ियों में दमदार टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इनकी प्राइस भी लगभग बराबर है। अब देखना ये होगा कि कौनसी एसयूवी रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करने के हिसाब से बेहतर साबित होती है। इसके लिए हमने इन दोनों कारों का कंपेरिजन किया है, जिसके नतीजे कुछ इस प्रकार रहे:-
कार टेस्टेड
किया सेल्टोस
- वेरिएंट: जीटीएक्स+ डीसीटी
- कीमत: 17.29 लाख रुपये (एक्स-शोरूम दिल्ली)
एमजी हेक्टर
- वेरिएंट: शार्प एटी
- कीमत: 17.43 लाख रुपये (एक्स-शोरूम दिल्ली)
इंजन व परफॉर्मेंस
इंजन |
किया सेल्टोस |
एमजी हेक्टर |
इंजन क्षमता |
1353 सीसी |
1451 सीसी |
अधिकतम पावर |
140 पीएस@ 6000 आरपीएम |
143 पीएस @ 5000 आरपीएम |
अधिकतम टॉर्क |
242 एनएम @ 1500-3200 आरपीएम |
250 एनएम @ 1600-3600 आरपीएम |
ट्रांसमिशन |
7-स्पीड डीसीटी |
6-स्पीड डीसीटी |
ऊपर दी गई टेबल पर गौर करें तो दोनों ही एसयूवीज में एक जैसे इंजन स्पेसिफिकेशन मिलते हैं। दोनों ही कारों में दिए गए इंजन परफॉर्मेंस के मामले में कैसे हैं, इसके बारे में हम जानेंगे यहां;-
सिटी में चलाने के हिसाब से किया सेल्टोस एकदम सही लगती है। इसमें लगा इंजन ऐसा लगता है कि मानो इस रिफाइन करके पेश किया गया हो। गाड़ी को आगे बढ़ाने के लिए इसमें ज्यादा थ्रॉटल लगाने की भी जरूरत नहीं पड़ती। स्टार्ट होते समय मामूली इनपुट डालने पर ही गाड़ी स्मूथली आगे बढ़ने लगती है। ऐसे में भीड़-भाड़ वाली सड़कों पर इसे ड्राइव करना बेहद आसान है। जल्दी ओवरटेक करने की स्थिति में भी इंजन के साथ पावर की कमी बिलकुल भी महसूस नहीं होती। ऐसे में इसमें गियर शिफ्ट करने की कम जरूरत पड़ती है। आप केवल इस गाड़ी की इंजन क्षमता से ही प्रभावित नहीं होंगे, बल्कि इसका माइलेज फिगर भी आपको इम्प्रेस करेगा। हमारे टेस्ट में इस कार ने 11.42 किलोमीटर/लीटर दिया जो हेक्टर के मुकाबले 3 किमी/ लीटर ज्यादा रहा।
वहीं हेक्टर के इंजन से अच्छा खासा बॉटम एंड टॉर्क मिल जाता है। हालांकि, सेल्टोस के मुकाबले इसमें जल्दी से ओवरटेकिंग करना इतना ज्यादा आसान नहीं रहता है। सेल्टोस की तुलना में हेक्टर अपने भारी वजन के चलते थोड़ी धीमी पड़ती है। इसमें ओवरटेक करने से पहले थोड़ी प्लानिंग करने की जरूरत पड़ती है।
हाइवे पर सेल्टोस का इंजन 100 से ज्यादा की स्पीड पर आसानी से क्रूज़ करता है। ऐसे में मामूली थ्रॉटल लगाकर ओवरटेक करना ड्राइवर के लिए काफी आसान हो जाता है। वहीं, हेक्टर का इंजन भी बिना किसी परेशानीs के 100 से ज्यादा की स्पीड को आसानी से पकड़ लेता है। लेकिन, अधिकतम स्पीड पर पहुंचने पर ऐसा लगता है कि इसका इंजन फड़फड़ा रहा है। ऐसे में हेक्टर के साथ ओवरटेक करने के लिए पहले से ही प्लानिंग करनी जरूरी है।
हाइवे पर ड्राइव करते समय सेल्टोस के केबिन में कम्फर्ट लेवल बरकरार रहता है। तेज़ रेस देने पर भी पैसेंजर्स को केबिन के अंदर इंजन के वाइब्रेशन बिलकुल भी महसूस नहीं होते। इंजन की आवाज़ केवल तब ही केबिन में सुनाई पड़ती है जब टैकोमीटर की सुईं हाफ रेंज को पार कर देती है। वहीं, हेक्टर की बात करें तो कम आरपीएम पर इस इंजन की आवाज़ एकदम कंट्रोल में रहती है। इंजन का साउंड केवल तब ही सुनाई पड़ता है जब टैकोमीटर की सुईं 3000 आरपीएम को पार कर देती है। कुल मिलाकर, इंजन की आवाज़ के मामले में सेल्टोस के केबिन का इन्स्युलेशन लेवल काफी अच्छा है। लेकिन, दोनों ही गाड़ियों के बीच इतना ज्यादा फर्क भी नहीं है।
किया की एसयूवी में लगा गियरबॉक्स बेहद अच्छा है। सिटी में ड्राइव करते समय यह सुनिश्चित करता है कि आप हमेशा एकदम सही गियर पर इसे ड्राइव कर रहे हों। हैवी ट्रैफिक के बावजूद भी यह कार एकदम स्मूथली आगे बढ़ जाती है और हल्का सा थ्रॉटल लगाने पर ही थोड़े से गैप से आगे निकल जाती है। इसके इंजन और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के बीच का तालमेल काफी अच्छा है और ये बेहद तेज़ी से स्पीड पिक कर लेती है। यदि आप हाइवे पर मामूली थ्रॉटल लगाते हैं तो गियरबॉक्स के जरिये गियर शिफ्ट करने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती।
वहीं, हेक्टर का गियरबॉक्स सेल्टोस से विपरीत है। मामूली थ्रॉटल लगाने पर गियरबॉक्स स्मूथली फंक्शन करता है। लेकिन, यदि आप गाडी को तेज़ स्पीड पर आगे बढ़ाने लगते हैं तो थोड़ी परेशानी आ सकती है। इसमें पावर डिलीवरी लगभग 3 सेकंड की देरी से होती है। ऐसे में ओवरटेक करना भी बेहद मुश्किल हो जाता है। इसके ट्रांसमिशन के अपशिफ्टस बेहद स्मूद हैं।
सेल्टोस में तीन ड्राइविंग मोड इको, नॉर्मल और स्पोर्ट मिलते हैं। ईको मोड थ्रॉटल रिस्पांस को थोड़ा स्लो कर देता है। लेकिन, इस मोड में ड्राइव करते समय गियरबॉक्स भी एकदम शांत लगता है। हालांकि, इसका मतलब यह भी नहीं है कि गाड़ी को ज्यादा पावर की आवश्यकता होती है। इस मोड में राइड्स के दौरान गियरशिफ्ट जल्दी हो जाता है, ऐसे में ईको मोड सिटी ड्राइविंग के लिहाज से काफी अच्छा है। वहीं, नॉर्मल मोड में भी गियरबॉक्स एकदम शांत रहता है। यह मोड हाइवे राइड्स के लिहाज से काफी अच्छा है। स्पोर्ट मोड में गाड़ी स्पोर्टी लगती है और काफी फास्ट रिस्पांस देती है।
हेक्टर में कोई भी ड्राइव मोड्स नहीं दिए गए हैं। हालांकि, इसमें ट्रांसमिशन के लिए स्पोर्ट्स मोड जरूर दिया गया है। लेकिन, इस मोड में सेल्टोस की तुलना में हेक्टर इतनी ज्यादा फ़ास्ट नहीं लगती। स्पोर्ट्स मोड में गाड़ी के इंजन की आवाज़ तेज़ हो जाती है।
कुल मिलाकर, सेल्टोस में लगा इंजन परफॉर्मेंस के मामले में काफी अच्छा साबित होता है। यह सिटी और हाइवे पर ड्राइविंग के लिहाज से बेहद अच्छा है। इसमें डीसीटी गियरबॉक्स लगा है जिससे गियर शिफ्ट काफी जल्दी हो जाते हैं। वहीं, हेक्टर जब अधिकतम स्पीड पर पहुंच जाती है तो काफी तेज़ आवाज़ करने लगती है और ऐसा लगता है कि मानो इसका इंजन फड़फड़ा रहा हो। लेकिन, इंजन की यह कमी इसके गियरबॉक्स के चलते ज्यादा हाईलाइट नहीं होती। दोनों ही कारों की तुलना करें तो सेल्टोस अच्छा माइलेज देने में सक्षम है।
राइड व हैंडलिंग
सिटी में अच्छी सड़कों पर चलाने के हिसाब से सेल्टोस कहीं ज्यादा बेहतर है। हालांकि, टूटी-फूटी सड़कों से गुज़रने पर इसमें राइड्स थोड़ी नॉइज़ी जरूर हो जाती है। यदि टूटी-फूटी सड़कों पर गाड़ी चलाते वक्त ड्राइवर सावधान नहीं रहे तो पैसेंजर्स के लिए राइड्स थोड़ी मुश्किल हो जाती हैं। शार्प गड्ढों के झटके केबिन के अंदर तक महसूस होते हैं और बड़े गड्ढों की आवाज़ भी केबिन के अंदर तक सुनाई पड़ती है। लेकिन, सेल्टोस के साथ अच्छी सड़कों पर अच्छी राइड क्वॉलिटी जरूर मिलती है चाहे फिर बात सिटी की हो या फिर हाइवे की।
वहीं, हेक्टर की बात करें तो ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर ड्राइव करते समय यह गाड़ी अच्छा रिस्पांस देती है। सिटी में यह गाड़ी रोड पर स्पीड ब्रेकर्स को आसानी से पार कर लेती है। इसकी राइड क्वालिटी काफी शांत लगती है, ऐसे में पैसेंजर्स को रोड की सतह का भी पता नहीं चल पाता। यदि आप इसे टूटी फूटी सड़कों पर चलाते हैं तो यह गाड़ी सेल्टोस के मुकाबले ज्यादा कम्फर्टेबल साबित होती है। रोज़ाना चलाने के हिसाब से भी यह बेहद अच्छी है। हाइवे पर भी हेक्टर रोड की सभी खामियों को दूर कर देती है। तेज़ स्पीड पर यह गाड़ी थोड़ी कमज़ोर लगती है। लेकिन, ये आपके कार ड्राइविंग के अनुभव को ख़राब नहीं होने देगी।
हेक्टर की राइड क्वालिटी बेहतर लगती है, जबकि सेल्टोस मोड़ पर एकदम स्टेबल लगती है और अच्छी राइड्स देती है। इसका स्टीयरिंग व्हील भी व्हील्स से एकदम कनेक्टेड लगता है। वहीं, हेक्टर में बॉडी रोल सेल्टोस के मुकाबले कहीं ज्यादा होता है। यदि आपको ड्राइव करना बेहद पसंद है तो आप सेल्टोस में बैठना ही पसंद करेंगे।
कुल मिलाकर, टूटी-फूटी सड़कों पर चलाने के हिसाब से हेक्टर बेहतर है। वहीं, सेल्टोस सीधी व बिना टूटी-फूटी सड़कों पर ड्राइव करने के हिसाब से अच्छी है।
इंटीरियर :
सेल्टोस की ड्राइवर साइड सीट से एंटर करने पर इसका इंटीरियर ज्यादा पसंद आएगा। इसकी सीटें काफी नीची हैं। जीटी लाइन वेरिएंट को ब्लैक इंटरियर के साथ पेश किया गया है। ऐसे में इसका केबिन स्पोर्टी लुक देता है। सेल्टोस में लंबी दूरी के सफर में बैठना बेहद कम्फर्टेबल रहता है। वहीं, हेक्टर में ड्राइवर साइड सीट से एंटर करने पर आप महसूस करेंगे कि यह गाड़ी काफी स्पेशियस है। इसके केबिन को डार्क कलर में पेश किया गया है। यह किसी ओल्ड-स्कूल एसयूवी की तरह लगती है। यदि आप बड़ी और स्पेशियस एसयूवी की तलाश कर रहे हैं तो हेक्टर को चुनना बेहतर विकल्प है।
सेल्टोस में स्क्रीन को हॉरिजोंटल पोज़िशन किया गया है। ऐसे में स्क्रीन को पास से देखने की जरूरत नहीं पड़ती। वहीं, हेक्टर की स्क्रीन काफी बड़ी है। इसकी स्क्रीन का साइज़ सेल्टोस के लगभग बराबर है, लेकिन इसके बावजूद भी यह स्क्रीन गाड़ी में ज्यादा स्पेस घेरती है।
किया की सेल्टोस में हेडअप डिस्प्ले दिया गया है जो स्पीड और नेविगेशन डायरेक्शन की जानकारी दिखाने में सक्षम है। इसमें वेन्टीलेटेड फ्रंट सीटें, वायरलैस चार्जर, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर 360 डिग्री कैमरे इंटीग्रेटेड डिस्प्ले दिया गया है। हेक्टर के मुकाबले सेल्टोस का केबिन पैसेंजर्स के उपयोग में लिए जाने के हिसाब से बेहद कम्फर्टेबल है। उदहारण के तौर पर, हेक्टर में बड़ी स्क्रीन दी गई लेकिन इसके आइकन बेहद छोटे हैं। ऐसे में स्क्रीन को ऑपरेट करने पर ज्यादा ध्यान देना पड़ता है। स्टीयरिंग व्हील पर इसमें स्विच गियर दिया गया है। स्टीयरिंग व्हील पर क्रूज़ कंट्रोल बटन और वॉल्यूम को अंदर की तरफ पोज़िशन किया गया है, ऐसे में इन्हे ऑपरेट करना थोड़ा मुश्किल होता है। वहीं, सेल्टोस में इन दोनों ही फीचर्स को बाहर की तरफ दिया गया है जिसके चलते इसे ऑपरेट आसान रहता है। हेक्टर की बड़ी खासियतों में पावर एडजस्टेबल फ्रंट पैसेंजर सीटें, सनरूफ के लिए वॉइस कमांड, ड्राइवर विंडो, पैनोरमिक सनरूफ और 360 डिग्री कैमरा जैसे फीचर्स शामिल हैं।
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रियर सीट्स
रियर साइड की सीटों की बात करें तो सेल्टोस लंबी दूरी के सफर के लिए कम्फर्टेबल साबित होती है। इसकी सीटें थोड़ी हार्ड हैं और अच्छा-ख़ासा अंडर थाई सपोर्ट भी देती हैं। पीछे की सीट्स पर इसमें विन्डोज़ पर मैनुअल सनब्लाइंड फीचर मिलता है। फ्रंट सीटों के नीचे की तरफ सेल्टोस में काफी स्पेस दी गई है, ऐसे में रियर पैसेंजर्स अपने पैरों को फैला कर भी बैठ सकते हैं।
वहीं, हेक्टर में ट्रांसमिशन टनल नहीं मिलता है। पैसेंजर्स को इसमें शोल्डर रूम पर्याप्त मिलता है, ऐसे में सेल्टोस के मुकाबले इस में रियर साइड पर तीन पैसेंजर्स कम्फर्टेबल पोज़िशन में बैठ पाते हैं। इसका पैनोरमिक सनरूफ फ्रंट सीट से शुरू होकर रियर साइड तक फैला हुआ है। ऐसे में हेक्टर के केबिन के अंदर बैठने पर एकदम फ्रेश अहसास मिलता है। सेल्टोस की तुलना में इसका केबिन स्पेशियस भी है।
निष्कर्ष :
कुल मिलाकर, यहां सेल्टोस एक बेहतरीन पैकेज साबित होती है। इस गाड़ी के इंजन व गियरबॉक्स का रिस्पांस काफी अच्छा है, ऐसे में यह अच्छा ड्राइविंग अनुभव भी देती है। रोज़ाना चलाने के हिसाब से किसी पेट्रोल एसयूवी को चुनना हो तो भी इसे चुना जा सकता है। इसमें कई दमदार फीचर्स दिए गए हैं जो बेहद काम के हैं। इस गाड़ी की केवल एक खामी है वो है ख़राब सड़कों पर इसकी बेकार राइड क्वालिटी। यदि आप किसी ऐसी एसयूवी को चाहते हैं जिसमें लंबी दूरी के सफर में चार पैसेंजर्स कम्फर्टेबल होकर बैठ सकें और जो फन-टू-ड्राइव लगे तो ऐसे में सेल्टोस को चुनना एक अच्छा ऑप्शन है।
वहीं, हेक्टर एक पुराने ज़माने की एसयूवी की तरह लगती है। इसमें केबिन के अंदर अच्छी-खासी स्पेस मिलती है। साथ ही यह पैनोरमिक सनरूफ फीचर से भी लैस है। इसमें लगे सस्पेंशन्स बेहद अच्छे हैं जो ख़राब सड़कों को आसानी से पार कर लेते हैं। इसमें रियर साइड पर तीन पैसेंजर्स कम्फर्टेबल होकर बैठ पाते हैं। यह एक अच्छी फैमिली कार है। यदि हमें ड्राइविंग क्षमता को लेकर यहां दोनों में से किसी एक कार को चुनने के लिए कहा जाए तो हम यहां किया की सेल्टोस एसयूवी को चुनेंगे।
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