• English
  • Login / Register

2022 टाटा टियागो सीएनजी: फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On फरवरी 02, 2022 By rohit for टाटा टियागो

  • 1 View
  • Write a comment

जनवरी 2020 में टाटा ने टियागो हैचबैक के फेसलिफ्ट मॉडल को लॉन्च किया था। दो साल के बाद इस मॉडल को एकबार फिर से अपडेट दिया गया है। इस बार मिले अपडेट के साथ ही टियागो में कुछ कॉस्मैटिक बदलाव किए गए हैं और सबसे बड़ा अपडेट फैक्ट्री फिटेड सीएनजी किट के तौर पर किया गया है। हालांकि सीएनजी सेगमेंट में टाटा ने काफी लेट एंट्री ली है, मगर कंपनी की पहली सीएनजी कार को खरीदने के कई सारे कारण है। चूंकि इस रिव्यु में हमने इसके सीएनजी स्पेसिफिकेशन पर ही ज्यादा फोकस रखा है, तो इसपर सबसे पहले डालिए नजर:

इंजन और परफॉर्मेंस

टाटा टियागो में 5 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और एएमटी गियरबॉक्स के साथ 1.2 लीटर 3 सिलेंडर पेट्रोल इंजन दिया गया है। हालांकि इसके सीएनजी वेरिएंट में केवल मैनुअल गियरबॉक्स की चॉइस ही दी गई है। जहां ये पेट्रोल मोड पर 86 पीएस की पावर और 113 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है तो वहीं सीएनजी मोड पर ये 73 पीएस की पावर और 95 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। सबसे खास बात ये है कि टाटा टियागो सीएनजी को आप सीधे सीएनजी मोड पर ड्राइव कर सकते हैं और ये फीचर आपको सेगमेंट की किसी दूसरी कार में नहीं मिलेगा। 

लोअर ट्यूनिंग होने के बावजूद टाटा ने इंजन की फील को दोनों मोड्स पर काफी अच्छे से मैनेज किया है। कार ड्राइव करते वक्त सीएनजी पावरट्रेन से आपको पेट्रोल जैसा ही रिफाइनमेंट लेवल मिलेगा। यदि आप ज्यादा गौर नहीं करेंगे तो आपको सीएनजी या पेट्रोल मोड पर ड्राइव करते वक्त ये कार एक जैसी ही लगेगी। वैसे टियागो के इंजन का रिफाइनमेंट लेवल शुरू से ही उतना खास नहीं रहा है और कंपनी को ज्यादा स्मूद रनिंग के लिए और इंजन की नॉइस को दबाने के लिए इसे और ज्यादा रिफाइन करने की जरूरत थी। 

यदि आप अक्सर सिटी में ही कार ड्राइव करते हैं तो आपको टियागो सीएनजी में पावर की कमी महसूस नहीं होगी। इसमें अच्छा खासा लो डाउन टॉर्क आपको मिल जाएगा। यहां तक कि गैप्स ढूंढते वक्त या ओवरटेकिंग के समय भी यदि आप सही गियर में ड्राइव कर रहे हैं तो आप बिना परेशानी के ये काम कर सकते हैं। सिटी में दूसरे और तीसरे गियर पर आपको काफी अच्छी पावर मिलती रहती है। जल्दी से ओवरटेकिंग के लिए आपको एक गियर डाउन करना पड़ेगा, मगर आसान शिफ्टिंग और हल्के क्लच के कारण बिना किसी ज्यादा प्रयास के ये काम इसमें आराम से हो जाते हैं। 

हालांकि सीएनजी मोड पर आपको और ज्यादा पंच की कमी महसूस हो सकती है। हालांकि ये चीज इसके पेट्रोल मॉडल में भी महसूस कर चुके हैं। हमारे द्वारा किए गए परफॉर्मेस टेस्ट में थर्ड गियर पर इसे 30 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में 1 सेकंड का समय लगा। एक सीएनजी कार से आप इससे ज्यादा उम्मीद नहीं कर सकते हैं। 

एक्सलरेशन

पेट्रोल मोड

सीएनजी मोड

अंतर

0-100किमी/घंटा

15.51सेकंड्स

17.28सेकंड्स

1.77सेकंड्स

30-40किमी/घंटा (थर्ड गियर)

12.76सेकंड्स

13.69सेकंड्स

0.93सेकंड्स

40-100किमी/घंटा (चौथा गियर)

22.33सेकंड्स (बीएस 4)

24.50सेकंड्स

2.17सेकंड्स

हाई आरपीएम पर सीएनजी मोड पर ये कार पेट्रोल मॉडल के मुकाबले एक्सलरेशन पावर में थोड़ी मात खा गई। मगर पेट्रोल मोड पर हाईवे ओवरटेकिंग के लिए इसमें अच्छी पावर मिली। ऐसे में हाई आरपीएम पर आप पेट्रोल मोड पर स्विच करें जिससे आपको एक्सलरेशन में बदलाव दिखाई दे जाएगा। 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर एक्सलरेट करते दोनों मोड्स पर अलग अलग पावर आउटपुट देखा गया है और इनमें 2 सेकंड का फर्क भी रहा। कुल मिलाकर वैसे तो आपको सीएनजी और पेट्रोल मोड पर इसे ड्राइव करते हुए कोई ज्यादा फर्क महसूस होगा नहीं और आपको ये भी पता नहीं चलेगा कि आप एक सीएनजी कार ड्राइव कर रहे हैं। 

रनिंग कॉस्ट, माइलेज और रेंज

हमारे इन हाउस टेस्ट में सिटी में टियागो सीएनजी ने 15.56 किलोमीटर प्रति किलोग्राम माइलेज रिटर्न दिया। हमनें इस इको फ्रेंडली कार को पुणे में ड्राइव किया जहां अभी सीएनजी की रेट 66 रुपये प्रति किलोग्राम चल रही है। इस फिगर के अनुसार इसकी रनिंग कॉस्ट 4.2 रुपये प्रति किलोग्राम निकली। यही टेस्ट हमनें पेट्रोल पावर्ड टियागो सीएनजी का भी किया जिसने हमें 15.12 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज दिया। पुणे में पेट्रोल की रेट 109 रुपये प्रति लीटर चल रही है। ऐसे में इसकी रनिंग कॉस्ट 7.2 रुपये प्रति किलोमीटर आई। साफ है कि टियागो सीएनजी का इस्तेमाल कर आप पूरे 3 रुपये प्रति किलोमीटर की बचत कर पाएंगे। 

पेट्रोल मॉडल के मुकाबले टाटा ने ​टियागो सीएनजी की प्राइस 90,000 रुपये ज्यादा रखी है। ऐसे में आपके द्वारा खर्च की जाने वाली इस एक्सट्रा कॉस्ट की भरपाई इसे 30,000 किलोमीटर ड्राइव करने के बाद पूरी हो पाएगी। इसके बाद ही आप उस 3 रुपये प्रति किलोमीटर की बचत का फायदा उठा पाएंगे। हालांकि इसमें भी एक समस्या है। 

​टाटा टियागो सीएनजी का फ्यूल टैंक साइज 60 लीटर है और इसमें 10.8 किलो गैस आप भरवा सकते हैं। 15.56 किलोमीटर प्रति लीटर के माइलेज के साथ आप फुल टैंक कराने के बाद 160 किलोमीटर तक ड्राइव कर सकते हैं। ऐसे में यदि आप इसे 50 किलोमीटर रोजाना ड्राइव करते हैं तो आपको हर तीसरे दिन सीएनजी भरवानी पड़ेगी और हर बार रीफिल कराने का खर्च 700 रुपये तक आएगा। इसके मुकाबले टाटा टियागो के पेट्रोल मॉडल में 35 लीटर का टैं​क दिया गया है जिसे फुल कराने के बाद आप 530 किलोमीटर तक ड्राइव कर सकते हैं। मगर इस कार की सबसे अच्छी बात ये है कि सीएनजी खत्म होने के बाद आप पूरी तरह से इसे पेट्रोल मोड पर भी ड्राइव कर सकते हैं। चूंकि भारत में अभी सीएनजी स्टेशनों की संख्या ज्यादा नहीं है, ऐसे में घंटो लाइन में लगने के बाद ही आप इसके सीएनजी टैंक को रीफिल करा सकेंगे। 

बूट स्पेस

सीएनजी किट होने से ये तो जाहिर है कि आपको रेगुलर मॉडल के मुकाबले इसमें अच्छा बूट स्पेस नहीं मिलेगा। टियागो के नॉन सीएनजी वेरिएंट्स में जहां 242 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है तो वहीं सीएनजी वेरिएंट में केवल लैपटॉप बैग रखने जितना ही स्पेस मिलता है। ये भी आप रियर सीट्स को फोल्ड करने के बाद सीएनजी टैंक के नीचे रख सकते हैं। वहीं स्पेयर व्हील निकालने के लिए भी आपको इसी तरह की जद्दोजहद करनी पड़ेगी। अच्छी बात ये है कि टाटा ने इसके साथ पंचर रिपेयर किट का फीचर भी दिया है। 

यदि आप मारुति की कोई सीएनजी कार लेते हैं तो आपको ज्यादा स्टोरेज कैपेसिटी मिलेगी क्योंकि कंपनी ने बड़े स्मार्ट तरीके से स्पेयर व्हील को वर्टिकली इसमें रखा है, वहीं सीएनजी भी बूट के अंदर काफी नीचे मौजूद है। ऐसे में बचे हुए एरिया में ओनर्स अपने डफल बैग और सॉफ्ट बैग्स रख सकते हैं। टाटा को भी ऐसा ही प्रयोग करना चाहिए था। 

राइड और हैंडलिंग 

हर टाटा कार की तरह टियागो की राइड क्वालिटी भी काफी अच्छी है। ये खराब सड़कों या गड्ढों का सामना आराम से कर लेती है और केबिन तक किसी तरह की परेशानी को पहुंचने नहीं देती है। सिटी में टूटी हुई सड़कों और स्पीड ब्रेकर्स से ये आराम से निपट लेती है। चूंकि बूट में सीएनजी टैंक होने से इसपर 100 किलो एक्सट्रा वजन बढ़ गया है उसका कुछ फील केबिन में आता है, मगर ये कार ड्राइव करते वक्त स्टेबल और कंफर्टेबल रहती है।

पहले की तरह टियागो की हैंडलिंग काफी अच्छी है और कॉर्नर्स पर भी ये काफी सेफ रहती है। हालांकि वजन बढ़ने से सीएनजी वेरिएंट को सिटी में थोड़े देखभाल कर हैंडल करना पड़ता है। 

लुक्स

2020 में जब टियागो को फेसलिफ्ट अपडेट दिया गया था तो इसका फ्रंट प्रोफाइल अल्ट्रोज की तरह शॉर्प रखा गया था और इसमें टाटा की ट्राय एरो डीटेलिंग भी दी गई थी। इस बार भी टाटा ने इस हैचबैक में काफी स्मार्टली क्रोम का इस्तेमाल किया है जिससे ये और भी प्रीमियम नजर आती है। 2022 टाटा टियागो में प्रोजेक्टर हेडलाइट्स और एलईडी डेटाइम रनिंग लैंप्स दिए गए हैं। इसबार इसमें एक मिड नाइट प्लम शेड कलर में भी पेश किया है जिससे डार्क एडिशन कमी पूरी होती दिखाई देती है। 

इसके साइड प्रोफाइल में केवल दो बदलाव किए गए हैं जिनमें डोर हैंडल्स पर क्रोम गार्निशिंग और नए 14 इंच के स्टाइलिश व्हील कवर शामिल हैं और ये स्टील व्हील्स अलॉय व्हील्स जैसे ही दिखाई देते हैं। बता दें कि टाटा टियागो के सीएनजी वेरिएंट्स में अलॉय व्हील्स नहीं दिए गए हैं। टाटा टियागो सीएनजी के रियर प्रोफाइल में भी थोड़े बहुत ही बदलाव किए गए हैं जहां बूट लिड पर  ‘आईसीएनजी’ की बैजिंग दी गई है और ये कार यहां से अपने सेगमेंट में सबसे बेहतर लुक्स वाली लगती है। 

इंटीरियर 

टाटा टियागो हमेशा से ही एक फीचर लोडेड कॉम्पैक्ट हैचबैक रही है। अभी तक टियागो में ब्लैक और ग्रे डैशबोर्ड लेआउट ही दिया जा रहा था। अब टाटा ने इसके एक्सजेड+ वेरिएंट में ड्युअल टोन ब्लैक और बेज केबिन सेटअप दे दिया है। इसके अलावा नई अपहोल्स्ट्री देकर भी इसके केबिन में बदलाव किए गए हैं। 

इसके इंटीरियर की बिल्ड और फिट एवं फिनिश क्वालिटी काफी इंप्रेसिव है। सीटों की पैडिंग काफी अच्छी है और लंबे सफर में भी ये काफी आरामदायक रहती है। इसके अलावा ड्राइवर के लिए हाइट एडजस्टेबल सीट दी गई है, वहीं पैसेंजर सीट काफी ऊंची मालूम पड़ती है और इसे हाइट के अनुसार एडजस्ट नहीं किया जा सकता है। ऐसे में ऊंचे कद के पैसेंजर्स को ऐसा महसूस होता है कि वो कार की सीट पर नहीं बल्कि कार के ऊंपर बैठे हैं।

रियर सीट्स भी काफी आरामदायक महसूस होती है। ये दो पैसेंजर्स के लिहाज से तो काफी अच्छी है, मगर सिटी में तीन पैसेंजर्स को एकसाथ बैठने में थोड़ी परेशानी महसूस हो सकती है। हालांकि रियर हेडरेस्ट्स नॉन एडजस्टेबल हैं, मगर वो अच्छा नेक सपोर्ट दे देते हैं। यदि टाटा यहां आर्मरेस्ट या मोबाइल चार्जिंग पोर्ट दे देती तो एक्सपीरियंस और बेहतर हो सकता था। 

प्रैक्टिकल फीचर्स के तौर पर इस कार में हैंडब्रेक के पास दो कपहोल्डर्स, एक कूल्ड ग्लवबॉक्स, फोन रखने के लिए स्पेस और डैशबोर्ड के ड्राइवर साइड वाले हिस्से पर कबी होल दिए गए हैं। इसमें मैप पॉकेट्स और चारों दरवाजों पर बॉटल होल्डर भी दिए गए हैं। हालांकि मैप पॉकेट्स थोड़े पतले हैं जिसमें पेपर या कपड़ा ही रखा जा सकता है।

फीचर और टेक्नोलॉजी

टियागो की फीचर लिस्ट काफी अच्छी है जिसमें 7 इंच टचस्क्रीन सिस्टम, एंड्रॉयड ऑटो एवं एपल कारप्ले कनेक्टिविटी, 4 स्पीकर्स और 4 ट्वीटर्स दिए गए हैं, इनका साउंड भी काफी अच्छा है। यदि आप वॉइस कमांड का अच्छे से इस्तेमाल करते हैं तो टाटा ने इसके लिए बड़ी अच्छी व्यवस्था की है। इसकी टचस्क्रीन पर रिवर्स कैमरा से आने वाली फुटेज देखी जा सकती है और यहां तक की डायनैमिक गाइडलाइंस भी आप देख सकते हैं। इसके अलावा इसमें स्टीयरिंग माउंटेड ऑडियो और कॉलिन्ग कंट्रोल्स, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल्स, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ओआरवीएम्स का फीचर भी दिया गया है। 

सेफ्टी

सेफ्टी के लिए इसमें टायर पंचर रिपेयर किट, डुअल फ्रंट एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, कॉर्नर स्टेबिलिटी कंट्रोल और रियर पार्किंग सेंसर जैसे फीचर्स दिए गए हैं। चूंकि ये एक सीएनजी कार है तो इसमें पैसेंजर सीट के पास फायर एक्सिटिंगुइशर का फीचर भी दिया गया है। इस कार की एक और खास बात ये है कि इसे ग्लोबल एनकैप से 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिल चुकी है।

निष्कर्ष

क्या ​टाटा टियागो सीएनजी आपके लिए एक परफेक्ट कार साबित होगी? यदि आप अपनी हैचबैक कार में अक्सर ज्यादा सामान लोड करके चलते हैं तो ये आपके लिए फिट नहीं बैठेगी। इसके अलावा इस कार में दो और समस्याएं हैं। पहली सीएनजी स्टेशनों पर लगने वाली लाइन और दूसरा पेट्रोल वेरिएंट्स के मुकाबले 90,000 रुपये ज्यादा कीमत जिसके बदले लोग कोई दूसरी प्रीमियम हैचबैक कार भी ले सकते हैं। आफ्टर मार्केट किट की प्राइस ही 50,000 रुपये तक पड़ जाती है मगर फैक्ट्री फिटेड सीएनजी किट का फिटमेंट थोड़ा प्रॉपर होता है। 

सीएनजी की अफोर्डेबिलिटी की जब बात आती है तो पेट्रोल मॉडल के मुकाबले आप 3 रुपये प्रति किलोमीटर खर्च करते हैं। वहीं सीएनजी मॉडल खरीदने की एक्सट्रा प्राइस को कवर करने में दो से ढाई साल का समय आपको लग जाएगा। एक अच्छी बात ये है कि टियागो सीएनजी को ड्राइव करते वक्त आपको पावर की कोई कमी महसूस नहीं होगी। इसके ड्राइविंग डायनैमिक्स,राइड कंफर्ट और फीचर लिस्ट पेट्रोल मॉडल जैसे ही हैं। यदि आप एक सीएनजी कार में ये सब चीजें ढूंढ रहे हैं तो टाटा टियागो सीएनजी आपके लिए परफैक्ट कार साबित होगी।

Published by
rohit

टाटा टियागो

वेरिएंट*एक्स-शोरूम कीमत नई दिल्ली
एक्सई (पेट्रोल)Rs.5 लाख*
एक्सटी ऑप्शन (पेट्रोल)Rs.5.85 लाख*
एक्सटी (पेट्रोल)Rs.6 लाख*
एक्सटी रिदम (पेट्रोल)Rs.6.40 लाख*
एक्सटीए एएमटी (पेट्रोल)Rs.6.55 लाख*
एक्सएम (पेट्रोल)Rs.5.70 लाख*
एक्सजेड प्लस (पेट्रोल)Rs.7 लाख*
एक्सजेड प्लस ऑप्शन (पेट्रोल)Rs.6.80 लाख*
एक्सजेडए प्लस ऑप्शन एएमटी (पेट्रोल)Rs.7.35 लाख*
एक्सजेड प्लस ड्यूल टोन (पेट्रोल)Rs.7.10 लाख*
एक्सजेडए प्लस एएमटी (पेट्रोल)Rs.7.55 लाख*
एक्सजेडए प्लस ड्यूल टोन एएमटी (पेट्रोल)Rs.7.65 लाख*
एक्सटी रिदम सीएनजी (सीएनजी)Rs.7.40 लाख*
एक्सई सीएनजी (सीएनजी)Rs.6 लाख*
एक्सटीए एएमटी सीएनजी (सीएनजी)Rs.7.65 लाख*
एक्सएम सीएनजी (सीएनजी)Rs.6.70 लाख*
एक्सटी सीएनजी (सीएनजी)Rs.7 लाख*
एक्सजेडए प्लस एएमटी सीएनजी (सीएनजी)Rs.8.65 लाख*
एक्सजेडए प्लस ड्यूल टोन एएमटी सीएनजी (सीएनजी)Rs.8.75 लाख*
एक्सजेड प्लस सीएनजी (सीएनजी)Rs.8 लाख*
एक्सजेड प्लस ड्यूल टोन सीएनजी (सीएनजी)Rs.8.10 लाख*

नई हैचबैक कारें

अपकमिंग कारें

पॉपुलर हैचबैक कारें

×
We need your सिटी to customize your experience