मारुति एस-क्रॉस 1.5 पेट्रोल ऑटोमैटिक: फर्स्ट ड्राइव रिव्यू
Published On अगस्त 31, 2020 By स्तुति for मारुति एस-क्रॉस
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मारुति ने हाल ही में एस-क्रॉस 2020 को भारत में लॉन्च किया है। इसमें कोई ज्यादा कॉस्मेटिक बदलाव नहीं किए गए हैं। ऐसे में लुक्स को लेकर यह पुराने मॉडल से मिलती-जुलती नज़र आती है। इस क्रॉसओवर कार में सबसे बड़ा बदलाव इंजन का किया गया है। अब कंपनी ने इस कार के साथ 1.3-लीटर डीजल इंजन देना बंद कर दिया है। इसकी जगह इसमें नया 1.5-लीटर बीएस6 पेट्रोल इंजन शामिल किया गया है। एस-क्रॉस में नए पेट्रोल इंजन के साथ ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन भी दिया गया है। क्या एस-क्रॉस का नया पेट्रोल इंजन और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स परफॉर्मेंस के मामले में पहले से दमदार साबित होगा? जानेंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू स्टोरी के जरिए:-
कार टेस्टेड
- नाम : एस-क्रॉस
- वेरिएंट : एल्फा
- पॉवरट्रेन : 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन स्मार्ट हाइब्रिड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (एटी) के साथ
- कीमत : 12.39 लाख रुपए (एक्स-शोरूम इंडिया)
लुक्स
नई एस-क्रॉस 2020 के एक्सटीरियर पर आपको कोई भी नए बदलाव देखने को नहीं मिलेंगे। यहां एकमात्र बदलाव केवल फ्रंट फेंडर्स से 'डीडीआईएस' बैजिंग को हटाने का किया गया है। यह गाड़ी अब भी दमदार क्रॉसओवर स्टाइलिंग के साथ आती है। अगर आप किसी बड़ी हैचबैक की चाहत रखते हैं जिसके लुक्स बेहद लुभाने वाले हों तो ऐसे में यह कार आपके लिए परफेक्ट हो सकती है। फ्रंट पर इसमें बड़े साइज़ की आकर्षक क्रोम ग्रिल लगी है, जिसके चलते इस कार को अच्छी रोड प्रेज़ेंस मिलती है।
इंटीरियर
इंटीरियर की बात करें तो यहां केवल दो ही चेंजेज किए गए हैं। पहला, इसमें मारुति का नया अपडेटेड स्मार्टप्ले स्टूडियो इंफोटेनमेंट सिस्टम डैशबोर्ड पर इंटीग्रेट किया गया है। इस स्क्रीन के कलरफुल ग्राफिक्स एस-क्रॉस के ऑल-ब्लैक केबिन से मैच करते बिलकुल भी नज़र नहीं आते हैं। इस डिस्प्ले के जरिये ट्रिप की जानकारी भी हासिल नहीं की जा सकती है। वहीं, मारुति के लाइनअप की दूसरी कारों (जैसे एस-प्रेसो और एक्सएल6) में यह सिस्टम ट्रिप इन्फॉर्मेशन देने में सक्षम है। नई एस-क्रॉस कार में लगा मल्टी-इन्फॉर्मेशन डिस्प्ले (एमआईडी) अब भी मोनोक्रोम यूनिट है। जबकि, मारुति के लाइनअप की कई सारी कारों में कलर्ड एमआईडी दी गई है। एस-क्रॉस, कंपनी की काफी महंगी कार है, लेकिन इसके बावजूद भी इसमें कलर्ड एमआईडी नहीं दी गई है।
बूट स्पेस
एस-क्रॉस में 353 लीटर का बूट स्पेस मिलता है जो सेगमेंट की दूसरी कारों के मुकाबले इतना ज्यादा नहीं है। हालांकि, शॉर्ट वीकेंड ट्रिप्स पर इसमें चार से पांच लगेज को आसानी से रखा जा सकता है। इसकी रियर सीट के रिक्लाइन एंगल को 1 पर सेट करने पर इसमें 375 लीटर का कार्गो स्पेस मिलता है। वहीं, रियर सीट्स को नीचे की तरफ 60 : 40 रेश्यो में स्प्लिट फोल्ड करने पर इस कार में 810 लीटर तक का लगेज स्पेस मिलता है।
इंजन व परफॉर्मेंस
यदि आप अर्टिगा, सियाज़ या फिर विटारा ब्रेज़ा का पेट्रोल वर्जन ड्राइव कर चुके हैं तो आपको इसका 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन एकदम जाना पहचाना लगेगा। यह इंजन 105 पीएस की पावर और 138 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। इन सभी कारों की तरह ही धीरे-धीरे स्पीड बढ़ने के साथ यह इंजन एकदम स्टेबल लगने लगता है। इसका रिफाइनमेंट लेवल भी बेहद अच्छा है। 3000 से कम आरपीएम पर इस कार में केबिन के अंदर इंजन की आवाज़ ना के बराबर सुनने को मिलती है।
एस क्रॉस में पेट्रोल इंजन के साथ 4-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर दिया गया है। यह इंजन सिटी ड्राइविंग के दौरान बेहद स्मूद राइड्स देने में सक्षम है। हालांकि, ओवरटेकिंग की स्थिति में आपको इस गाड़ी के साथ पहले से ही थोड़ी प्लानिंग करने की आवश्यकता जरूर होगी। यह गाड़ी स्मूद राइड्स तो देती है, लेकिन हार्ड थ्रॉटल लगाने पर इसे डाउनशिफ्ट करने में थोड़ा समय जरूर लगता है। हालांकि, सामने कोई व्हीकल आ जाए तो इसमें टॉर्क असिस्ट के साथ दी गई हानईब्रिड सिस्टम वाली मोटर हल्के से एक्सलरेशन के साथ गाड़ी को उससे पास कराते हुए आगे बढ़ा देती है।
इसके इंजन का शांत नेचर हाइवे पर भी देखने को मिलता है। यह गाड़ी 100 किलोमीटर/घंटे की स्पीड से पूरे दिन क्रूज़ कर सकती है। हालांकि, इस स्पीड तक पहुंचने में इसे थोड़ा समय जरूर लगता है। हमारे एक्सलरेशन टेस्ट में 0 से 100 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार को पकड़ने में एस-क्रॉस ने करीब 14.43 सेकंड का समय लिया।
एस क्रॉस में ट्रांसमिशन को 'एल' मोड में डालकर पहले गियर में या फिर '2' मार्क पर पोज़िशन करके सेकंड गियर में लॉक किया जा सकता है। लेकिन, ऐसे करने से इंजन की स्पीड काफी बढ़ जाती है जिसका असर कार की माइलेज पर भी पड़ता है। यदि आप हाइवे पर जल्दी से ओवरटेक करना चाहते हैं तो ऐसे में चौथे गियर को हटाने और तीसरे गियर को लगाने के लिए ओवरड्राइव बटन भी दबा सकते हैं।
इस 5-सीटर कार की ब्रेकिंग परफॉरमेंस भी काफी अच्छी है। इसे रुकने में ज्यादा समय नहीं लगता है। हमारे इमरजेंसी ब्रेकिंग टेस्ट में एस-क्रॉस ने 100 किलोमीटर/घंटे से 0 किलोमीटर/घंटे की स्पीड पर आने में करीब 54 मीटर की दूरी तय की।
राइड व हैंडलिंग
एस-क्रॉस एकदम कम्फर्टेबल राइड्स देने में सक्षम है, चाहे बात फिर निर्माणाधीन सड़कों पर राइड्स की ही क्यों ना हो। यह छोटे-मोटे गड्ढों को आसानी से पार कर लेती है। हालांकि, बड़े गड्ढों से गुज़रने पर इसमें आवाज़ केबिन के अंदर थोड़ी बहुत सुनने को जरूर मिलती है। हाइवे राइड्स के दौरान भी यह कार एकदम स्टेबल लगती है। इसके सस्पेंशन भी काफी अच्छे हैं जो फ्लैट और हमेशा एक जैसी राइड देते हैं।
मोड़ पर ड्राइव करते समय भी यह गाड़ी एकदम स्टेबल रहती है। टर्न लेते समय इसमें पैसेंजर्स का बॉडी रोल ज्यादा नहीं होता है। भीड़-भाड़ वाले इलाके में भी यह एसयूवी आसानी से आगे निकल जाती है। मोड़ पर इसका स्टीयरिंग व्हील एकदम स्थिर रहता है।
कुल मिलाकर, इसकी राइड और हैंडलिंग क्वॉलिटी बेहद दमदार है। ऐसे में यह बेहतरीन पैकेज साबित होता है। इसमें 180 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लियरेंस मिलता है।
सेफ्टी
पैसेंजर सुरक्षा के लिए एस-क्रॉस के सभी वेरिएंट्स में जरूरी सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। इसके सभी वेरिएंट्स के साथ ड्यूल फ्रंट एयरबैग्, ईबीडी के साथ एबीएस, आइएसोफिक्स चाइल्ड सीट एंकर और डिस्क ब्रेक्स जैसे फीचर्स मिलते हैं। वहीं, इसके टॉप मॉडल में इन फीचर्स के अलावा कोई भी अन्य फीचर्स नहीं दिए गए हैं। इसमें अतिरिक्त फीचर के तौर पर केवल ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ हिल होल्ड असिस्ट फीचर मिलता है। हमारे अनुसार मारुति, एस क्रॉस के टॉप वेरिएंट में कम से कम दो और एयरबैग शामिल कर सकती थी।
निष्कर्ष :
मारुति एस-क्रॉस पेट्रोल ऑटोमैटिक सिटी ड्राइविंग के हिसाब से परफेक्ट कार है। इस कार में लगा इंजन बेहद स्मूद है, साथ ही इसका रिफाइनमेंट लेवल भी काफी अच्छा है। ऐसे में सिटी में एक जगह से दूसरी जगह पर इस कार को ड्राइव करके बिना किसी परेशानी के आसानी से जाया जा सकता है। यह गाड़ी वीकेंड वेकेशन पर फ्रेंड्स के साथ जाने के लिए भी बेहद सही है। इसमें लगेज रखने के लिए अच्छी खासी जगह मिलती है। यदि आप स्मूद ड्राइविंग एक्सपीरिएंस चाहते हैं और कार की स्पेस को काफी तवज्जो देते हैं तो ऐसे में एस-क्रॉस आपके लिए परफेक्ट कार साबित हो सकती है।
जब आप अपनी ड्राइविंग में थोड़ी ज्यादा पावर डालने की कोशिश करते हैं तो ऐसे में यह गाड़ी थोड़ी फीकी पड़ती है। यह कार एक्सेलरेट करने के मामले में इतनी दमदार नहीं है। ऐसे में अगर आप रिलैक्स मूड में ड्राइव करना पसंद हैं तो यह कार आपके लिए अच्छी रहेगी। अगर आपका ज्यादा समय सिटी राइड्स में व्यतीत होता है तो ऐसे में इसके ऑटोमैटिक वर्जन को चुनना अच्छा ऑप्शन है। वहीं, हाइवे ड्राइविंग के लिए एस-क्रॉस का मैनुअल वर्जन ज्यादा बेहतर है।