कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स 1 अप्रैल से होंगे अनिवार्य - कौनसी कारें होंगी सबसे ज्यादा प्रभावित?
प्रकाशित: मार्च 09, 2021 11:30 am । स्तुति
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कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स 1 अप्रैल से होंगे अनिवार्य - कौनसी कारें होंगी सबसे ज्यादा प्रभावित?
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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने अब को-पैसेंजर एयरबैग को कारों में एक स्टैंडर्ड फिटमेंट बना दिया है।
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1 अप्रैल 2021 के बाद से बेची जाने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स दिए जाएंगे।
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बेचे जाने वाले मौजूदा मॉडल्स में 31 अगस्त से ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स होना अनिवार्य होगा।
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इस नए नियमों से प्रभावित कारों की कीमतों में भी जल्द ही बढ़ोतरी होगी।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नए नोटिफिकेशन में सरकार ने ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स को कारों में स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर देने की बात कही है। 1 अप्रैल 2021 के बाद बेची जाने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स दिए जाएंगे। वहीं, बिक्री के लिए उपलब्ध मौजूदा मॉडल्स को 31 अगस्त तक के लिए को-पैसेंजर एयरबैग फिट करवाने का मौका मिलेगा।
अभी तक सभी कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग स्टैंडर्ड होना जरूरी था। लेकिन, अब को-पैसेंजर एयरबैग स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर दिया जाना अनिवार्य हो गया है। सरकारी के अनुसार, यह सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है और यह सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी कमेटी के सुझावों पर भी आधारित है।
यह भी पढ़ें : टाटा सफारी एडवेंचर परसोना इमेज गैलरी: जानिए इस कार में क्या है खास
आपको बता दें कि अधिकतर एंट्री लेवल कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग्स स्टैंडर्ड दिए जाते हैं। इस लिस्ट में हुंडई सैंट्रो, मारुति ऑल्टो, मारुति इस-प्रेसो, मारुति वैगन आर, मारुति सेलेरियो, रेनॉल्ट क्विड, डैटसन रेडी-गो और महिंद्रा बोलेरो शामिल हैं। इन कारों के कई वेरिएंट्स (कई कारों के टॉप वेरिएंट) केवल एक ही एयरबैग के साथ आते हैं। इनमें और एयरबैग्स नहीं दिए गए हैं।
कुल मिलाकर, इन कारों की कीमतों में 10,000 रुपए से लेकर 15,000 रुपए तक का इजाफा हो सकता है। इन नए नियमों से कारों के बेस और मिड वेरिएंट्स सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। इसके अलावा स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स के तौर पर कारों में सीट बेल्ट रिमाइंडर, रियर पार्किंग सेंसर्स, स्पीड अलर्ट सिस्टम, प्री-टेंशन सीट बेल्ट और एबीएस भी मिलते हैं।
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कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स 1 अप्रैल से होंगे अनिवार्य - कौनसी कारें होंगी सबसे ज्यादा प्रभावित?
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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने अब को-पैसेंजर एयरबैग को कारों में एक स्टैंडर्ड फिटमेंट बना दिया है।
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1 अप्रैल 2021 के बाद से बेची जाने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स दिए जाएंगे।
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बेचे जाने वाले मौजूदा मॉडल्स में 31 अगस्त से ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स होना अनिवार्य होगा।
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इस नए नियमों से प्रभावित कारों की कीमतों में भी जल्द ही बढ़ोतरी होगी।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नए नोटिफिकेशन में सरकार ने ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स को कारों में स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर देने की बात कही है। 1 अप्रैल 2021 के बाद बेची जाने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स दिए जाएंगे। वहीं, बिक्री के लिए उपलब्ध मौजूदा मॉडल्स को 31 अगस्त तक के लिए को-पैसेंजर एयरबैग फिट करवाने का मौका मिलेगा।
अभी तक सभी कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग स्टैंडर्ड होना जरूरी था। लेकिन, अब को-पैसेंजर एयरबैग स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर दिया जाना अनिवार्य हो गया है। सरकारी के अनुसार, यह सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है और यह सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी कमेटी के सुझावों पर भी आधारित है।
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आपको बता दें कि अधिकतर एंट्री लेवल कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग्स स्टैंडर्ड दिए जाते हैं। इस लिस्ट में हुंडई सैंट्रो, मारुति ऑल्टो, मारुति इस-प्रेसो, मारुति वैगन आर, मारुति सेलेरियो, रेनॉल्ट क्विड, डैटसन रेडी-गो और महिंद्रा बोलेरो शामिल हैं। इन कारों के कई वेरिएंट्स (कई कारों के टॉप वेरिएंट) केवल एक ही एयरबैग के साथ आते हैं। इनमें और एयरबैग्स नहीं दिए गए हैं।
कुल मिलाकर, इन कारों की कीमतों में 10,000 रुपए से लेकर 15,000 रुपए तक का इजाफा हो सकता है। इन नए नियमों से कारों के बेस और मिड वेरिएंट्स सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। इसके अलावा स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स के तौर पर कारों में सीट बेल्ट रिमाइंडर, रियर पार्किंग सेंसर्स, स्पीड अलर्ट सिस्टम, प्री-टेंशन सीट बेल्ट और एबीएस भी मिलते हैं।
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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने अब को-पैसेंजर एयरबैग को कारों में एक स्टैंडर्ड फिटमेंट बना दिया है।
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1 अप्रैल 2021 के बाद से बेची जाने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स दिए जाएंगे।
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बेचे जाने वाले मौजूदा मॉडल्स में 31 अगस्त से ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स होना अनिवार्य होगा।
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इस नए नियमों से प्रभावित कारों की कीमतों में भी जल्द ही बढ़ोतरी होगी।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नए नोटिफिकेशन में सरकार ने ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स को कारों में स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर देने की बात कही है। 1 अप्रैल 2021 के बाद बेची जाने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स दिए जाएंगे। वहीं, बिक्री के लिए उपलब्ध मौजूदा मॉडल्स को 31 अगस्त तक के लिए को-पैसेंजर एयरबैग फिट करवाने का मौका मिलेगा।
अभी तक सभी कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग स्टैंडर्ड होना जरूरी था। लेकिन, अब को-पैसेंजर एयरबैग स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर दिया जाना अनिवार्य हो गया है। सरकारी के अनुसार, यह सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है और यह सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी कमेटी के सुझावों पर भी आधारित है।
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आपको बता दें कि अधिकतर एंट्री लेवल कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग्स स्टैंडर्ड दिए जाते हैं। इस लिस्ट में हुंडई सैंट्रो, मारुति ऑल्टो, मारुति इस-प्रेसो, मारुति वैगन आर, मारुति सेलेरियो, रेनॉल्ट क्विड, डैटसन रेडी-गो और महिंद्रा बोलेरो शामिल हैं। इन कारों के कई वेरिएंट्स (कई कारों के टॉप वेरिएंट) केवल एक ही एयरबैग के साथ आते हैं। इनमें और एयरबैग्स नहीं दिए गए हैं।
कुल मिलाकर, इन कारों की कीमतों में 10,000 रुपए से लेकर 15,000 रुपए तक का इजाफा हो सकता है। इन नए नियमों से कारों के बेस और मिड वेरिएंट्स सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। इसके अलावा स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स के तौर पर कारों में सीट बेल्ट रिमाइंडर, रियर पार्किंग सेंसर्स, स्पीड अलर्ट सिस्टम, प्री-टेंशन सीट बेल्ट और एबीएस भी मिलते हैं।
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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने अब को-पैसेंजर एयरबैग को कारों में एक स्टैंडर्ड फिटमेंट बना दिया है।
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1 अप्रैल 2021 के बाद से बेची जाने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स दिए जाएंगे।
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बेचे जाने वाले मौजूदा मॉडल्स में 31 अगस्त से ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स होना अनिवार्य होगा।
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इस नए नियमों से प्रभावित कारों की कीमतों में भी जल्द ही बढ़ोतरी होगी।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नए नोटिफिकेशन में सरकार ने ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स को कारों में स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर देने की बात कही है। 1 अप्रैल 2021 के बाद बेची जाने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स दिए जाएंगे। वहीं, बिक्री के लिए उपलब्ध मौजूदा मॉडल्स को 31 अगस्त तक के लिए को-पैसेंजर एयरबैग फिट करवाने का मौका मिलेगा।
अभी तक सभी कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग स्टैंडर्ड होना जरूरी था। लेकिन, अब को-पैसेंजर एयरबैग स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर दिया जाना अनिवार्य हो गया है। सरकारी के अनुसार, यह सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है और यह सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी कमेटी के सुझावों पर भी आधारित है।
यह भी पढ़ें : टाटा सफारी एडवेंचर परसोना इमेज गैलरी: जानिए इस कार में क्या है खास
आपको बता दें कि अधिकतर एंट्री लेवल कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग्स स्टैंडर्ड दिए जाते हैं। इस लिस्ट में हुंडई सैंट्रो, मारुति ऑल्टो, मारुति इस-प्रेसो, मारुति वैगन आर, मारुति सेलेरियो, रेनॉल्ट क्विड, डैटसन रेडी-गो और महिंद्रा बोलेरो शामिल हैं। इन कारों के कई वेरिएंट्स (कई कारों के टॉप वेरिएंट) केवल एक ही एयरबैग के साथ आते हैं। इनमें और एयरबैग्स नहीं दिए गए हैं।
कुल मिलाकर, इन कारों की कीमतों में 10,000 रुपए से लेकर 15,000 रुपए तक का इजाफा हो सकता है। इन नए नियमों से कारों के बेस और मिड वेरिएंट्स सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। इसके अलावा स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स के तौर पर कारों में सीट बेल्ट रिमाइंडर, रियर पार्किंग सेंसर्स, स्पीड अलर्ट सिस्टम, प्री-टेंशन सीट बेल्ट और एबीएस भी मिलते हैं।
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