कार ईएमआई मोराटोरियम के बारे में वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं

प्रकाशित: अप्रैल 01, 2020 08:41 pm । भानु

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EMI Moratorium

मोराटोरियम का मतलब क्या है? क्या यह अनिवार्य है या वैकल्पिक?

मोराटोरियम या अधिस्थगन को ईएमआई के भुगतान को स्थगित करने की अनुमति के रूप में माना जा सकता है। यह बिल्कुल भी अनिवार्य नहीं है और आप इसको विकल्प के रूप में चुन सकते हैं बशर्ते आपको लोन देने वाली कंपनी यह पेशकश कर रही हो तो। यदि आपने मोराटोरियम का विकल्प नहीं चुना है, तो यह माना जाता है कि आप हमेशा की तरह ईएमआई का भुगतान करेंगे। विकल्प चुनते समय यदि आप गलती से मोराटोरियम का चुनाव कर लेते हैं जो आप नहीं करना चाहते थे तो आप दोबारा ऑप्ट आउट यानी मोराटोरियम ना चुनने के विकल्प पर जा सकते हैं। 

कौन कौन से बैंक/ऋणदाता ने ऑटो लोन पर रोक लगा रखी है? क्या मेरा बैंक इसमें लिस्टेड है?

मोराटोरियम के तहत काफी सारे बैंक अपने ग्राहकों को ईएमआई चुकाने की मोहलत दे रहे हैं। यदि आपका लोन शुरू हो चुका है तो लोन देने वाला बैंक या फाइनेंस कंपनी की ओर से आपको मैसेज भी प्राप्त हो चुका होगा। 

ऑटोमोबाइल फाइनेंस से जुड़ी संस्थाओं ने भी ऑटो लोन पर मोराटोरियम की पेशकश की है। 

  • कुछ बैंकों ने ग्राहकों को ऑटोमैटिक मोराटोरियम की पेशकश की है। इसका मतलब यह है कि कोई भी व्यक्ति जो इसका लाभ नहीं उठाना चाहता है, उसे ऑप्ट आउट करने के लिए विशेष रूप से अपने फाइनेंसर के पास पहुंचना होगा। काफी सरकारी बैंक इस तरह की पेशकश कर रहे हैं। 
  • कुछ बैंको ने अपने सभी ग्राहकों के लिए 'ऑप्ट इन' मोराटोरियम की पेशकश की है। इसका मतलब है कि ग्राहक डिफ़ॉल्ट रूप से मोराटोरियम में शामिल नहीं होंगे। मोराटोरियम चाहने वालों को अप्रैल में अपनी ईएमआई माफ कराने से पहले अपने फाइनेंसर से प्राप्त लिंक पर क्लिक करते हुए दिशानिर्देशों के अनुसार इसके लिए ऑप्ट-इन करना होगा। एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक ये पेशकश कर रहे हैं। 

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  • कुछ बैंकों ने केवल ग्राहकों के एक विशेष सेगमेंट को "ऑप्ट-इन" मोराटोरियम की पेशकश की है। इसका मतलब है कि अप्रैल में काफी ग्राहकों को ईएमआई देनी होगी। जो ग्राहक अपनी ईएमआई देने में असमर्थ हैं, उन्हें तब एक ऑप्ट-इन सुविधा की पेशकश नहीं की जाएगी जब तक की वो खुद ना चाहें। एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक इसके उदाहरण हैं। 

देश की सबसे बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी महिंद्रा फाइनेंस ने भी अपने ग्राहकों के लिए मोराटोरियम की पेशकश की है। कुछ नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी द्वारा अभी इसपर फैसला नहीं किया गया है मगर, उम्मीद है कि 2 अप्रैल तक इसपर कोई घोषणा की जा सकती है। 

मैं मोराटोरियम के लिए किस तरह ऑप्ट इन और ऑप्ट आउट का चयन कर सकता हूं?

मेल एसएमएस पर आए दिशा निर्देशों का पालन करें

यदि मैं मोराटोरियम का विकल्प चुनता हूं तो कितना ब्याज लिया जाएगा? क्या आप एक उदाहरण साझा कर सकते हैं?

ब्याज लोन रीपेमेंट शिड्यूल के आधार पर वसूला जाता है। यहां, लोन का लंबित कार्यकाल मोराटोरियम के बाद वसूले जाने वाले ब्याज को निर्धारित करेगा। 

  • ये हैं उदाहरण
  • प्रिंसिपल अमाउंट: 5 लाख
  • ब्याज दर: 9%
  • लोन अवधि: 3 वर्ष
  • ईएमआई: 15,889 रुपये
  • अक्रुड इंटरेस्ट या उपार्जित ब्याज : 706 रुपये से लेकर 10,976 रुपये 

उपार्जित ब्याज या अक्रुड इंटरेस्ट आपकी बकाया मूल राशि में जुड़ जाएगा। इसे या तो ईएमआई को पहले की तरह यथावत रखते हुए और लोन पीरियड को बढ़ाकर (जो भी संभव हो) को समायोजित किया जा सकता है या निर्धारित अवधि के भीतर बकाया राशि का भुगतान करने के लिए ईएमआई को उपयुक्त रूप से बढ़ाया जा सकता है।

EMI Moratorium

मैंने होम लोन, पर्सनल लोन के साथ ऑटो लोन भी लिया है तो क्या मैं इन सबसे ऑप्ट इन का ऑप्शन चुन सकता हूं कि नहीं?

हां यह सभी तरह के लोन पर लागू है।

क्या मैं केवल एक महीने (अप्रैल) के लिए मोहलत मांग सकता हूं ताकि मई से ऑप्ट आउट करते हुए अपनी ईएमआई जारी रख सकूं?

अपने बैंक के साथ चर्चा करके, यह संभव है। पूरे तीन महीने का लाभ लेना अनिवार्य नहीं है।

क्या मोराटोरियम मेरे क्रेडिट स्कोर / रेटिंग को प्रभावित करेगी?

नहीं, यह किसी भी तरह से क्रेडिट स्कोर को प्रभावित नहीं करेगा। हालांकि, जून के बाद यदि आप भुगतान करने में असमर्थ होते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होगा। 

यदि मैंने मोराटोरियम ऑप्ट इन का विकल्प नहीं चुना हो और मेरे बैंक खाते में पर्याप्त राशि नहीं है तो क्या होगा?

यह एक नियमित मिस्ड ईएमआई के रूप में गिना जाएगा। लोन के नियमों और शर्तों के अनुसार जुर्माना लगाया जाएगा।

क्या मुझे मोराटोरियम के लिए वाकई ऑप्ट इन करना चाहिए?

यदि आप एक वेतनभोगी व्यक्ति हैं और आपकी आय प्रभावित नहीं हुई है, तो अनुसूची के अनुसार ईएमआई का भुगतान करें। मोराटोरियम  ऑप्टन इन करने से ईएमआई बढ़ेगी और लोन चुकाने का पीरियड भी स्वत: ही बढ़ जाएगा। 

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