मर्सिडीज-बेंज ई-क्लासः जानिए साल दर साल कितना बदलती गई ये कार
प्रकाशित: अप्रैल 28, 2023 07:33 pm । cardekho । मर्सिडीज ई-क्लास 2021-2024
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पूरी दुनिया में मर्सिडीज-बेंज के लाइनअप में मौजूद ई-क्लास सेडान सबसे बेस्ट सेलिंग मॉडल है। हाल ही में इस जर्मन लग्जरी कारमेकर ने इस सेडान के जनरेशन 6 मॉडल से पर्दा उठाया है जो भारत में 2024 के मध्य तक लॉन्च की जाएगी। इस आर्टिकल के जरिए आप जानेंगे आखिर जनरेशन दर जनरेशन कितना बदली ये कारः
सबसे पहले कब हुई लॉन्च?
मर्सिडीज-बेंज ई-क्लास जैसे मॉडल्स 1940 से ही तैयार करती आ रही है मगर 1993 में इसे ‘ई-क्लास‘ नाम दिया गया।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद ई-क्लास का प्रोडक्शन शुरू किया गया था। 1926 में दो ब्रांड्सः डायमलर और ब्रेंज का गठबंधन हुआ और डायमलर बेंज एजी नाम से एक कंपनी तैयार हुई जो आज मर्सिडीज-बेंज कहलाती है। इसके बाद 1947 में पहली बार ई-क्लास को लॉन्च किया गया जो विश्व युद्ध के बाद तैयार की गई कंपनी की पहली पैसेंजर कार थी।
मर्सिडीज की भारत में कैसे हुई शुरूआत
1994 में मर्सिडीज-बेंज भारतीय बाजार में प्रवेश करने वाली पहली लग्जरी कारमेकर थी जिसने टाटा मोटर्स के साथ गठबंधन किया। तब इनके जॉइन्ट वेंचर को टेल्को नाम मिला था। इनके पोर्टफोलियो में सबसे पहले ई-क्लास मॉडल 124 शामिल हुआ जिसे टाटा के पुणे प्लांट में तैयार किया गया था। उस समय इसकी कीमत 20 लाख रुपये एक्सशोरूम रखी गई थी। भारतीय मार्केट में मर्सिडीज-बेंज के लिए शुरूआती दौर मुश्किल रहा था मगर जल्द ही इंडियन लग्जरी कार मार्केट में कंपनी ने अपना दबदबा कायम कर लिया। इसके बाद ना तो कंपनी ने पीछे मुड़कर देखा और ना ही इस सेडान ने।
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मॉडल सीरीज 123ः सेडान लाइनअप को पॉपुलर बनाया इसने
1976 में ई-क्लास को पॉपुलर बनाने में मॉडल सीरीज 123 का अहम योगदान रहा। 10 साल तक चले इसके प्रोडक्शन के दौरान मर्सिडीज ने इसकी 27 लाख यूनिट तैयार की जो ‘ई-क्लास‘ के किसी जनरेशन मॉडल के लिए सबसे बड़ा आंकड़ा था। कस्टमर्स के बीच काफी जल्दी ये नाम इतना पॉपुलर हो गया कि लॉन्च के बाद पहले ही साल में तैयार हुई इसकी सभी यूनिट्स बिक गई। यही नहीं कई कस्टमर्स को अपनी ई-क्लास पाने के लिए एक साल लंबा इंतजार भी करना पड़ा।
मॉडल सीरीज 123 कंपनी का पहला ऐसा मॉडल भी था जो अलग अलग बॉडी स्टाइल में पेश किया गया जिनमें एस्टेट 1977, कूपे और लॉन्ग व्हीलबेस लिमोजिन (7 और 8 सीटर कॉन्फिग्रेशन के साथ) शामिल है। तब इसमें 9 तरह के इंजन का ऑप्शन दिया गया था जिनमें से सबसे ज्यादा आउटपुट देने वाला इंजन 177 पीएस की पावर देता था।
मर्सिडीज-बेंज ने इसमें क्रूज कंट्रोल ऑप्शनल एक्सट्रा के तौर पर, एबीएस और ड्राइवर साइड एयरबैग दिया गया था। 1982 से इसमें पावर असिस्टेड स्टीयरिंग स्टैंडर्ड दिया जाने लगा।
मॉडल सीरीज 124ः इसी से मिली ‘ई-क्लास‘ को अपनी पहचान और भारत में बनी एक फेमस क्लासिक कार
कंपनी ने मॉडल सीरीज की मैन्युफैक्चरिंग साल 1984 से लेकर 1997 के बीच की और असल में 1993 वो साल था जब इस कार को ‘ई-क्लास‘ नाम दिया गया। इसे 4 तरह की बॉडी स्टाइलः सलूंस (लॉन्ग व्हीलबेस वर्जन समेत),कूपे,एस्टेट और कैब्रले में पेश किया गया।
लॉन्च के समय मॉडल सीरीज 124 में कई तरह के पावरट्रेन ऑप्शंस दिए गए और सबसे ज्यादा पावर आउटपुट देने वाला पावरट्रेन 190 पीएस की पावर देता था। इसके बाद 500 ई में पहली बार इस सेडान में 8 सिलेंडर इंजन दिया गया जो 326 हॉर्सपावर का था। 1993 में मर्सिडीज-बेंज और एएमजी के कोलेबोरेशन के अंतर्गत पहला हाई परफॉर्मेंस प्रोडक्ट भी उतारा गया जो ई 60 एएमजी थी जिसका पावर आउटपुट 381 पीएस था।
मॉडल सीरीज 124 में टेक्नोलॉजी की भी कोई कमी नहीं थी और इसमें 3 स्टेज डायनैमिक हैंडलिंग कंट्रोल सिस्टम, ऑटोमैटिक लॉकिन्ग डिफ्रेंशियल,एक्सलरेशन स्किड कंट्रोल और 4 मैटिक 4 व्हील ड्राइव सिस्टम जैसे फीचर्स दिए गए थे। इसके अलावा मर्सिडीज-बेंज ने इसमें एबीएस,ड्राइवर साइड एयरबैग और सेंट्रल लॉकिन्ग स्टैंडर्ड रखी थी।
1993 से ई-क्लास नाम दिया जाना शुरू किया गया और उस दौरान कंपनी के सेडान लाइनअप में नई सी क्लास और एस क्लास भी शामिल की गई। इसने कुल बिक्री के मामले में अपने पिछले जनरेशन मॉडल के 27 लाख यूनिट के आंकड़ों का रिकॉर्ड 50,000 यूनिट्स से तोड़ा।
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मॉडल सीरीज़ 210 : नई डिज़ाइन के साथ हुई पेश
मर्सिडीज़ ने सेकंड जनरेशन ई-क्लास को 1995 में लॉन्च किया था। इस गाड़ी में पहली बार एलिप्टिकल ट्विन हेडलाइट्स दी गई थी जो इसे फोर-आई लुक दे रही थी। वहीं, इसके एस्टेट वर्जन (लॉन्ग बॉडी वर्जन) को एक साल बाद उतारा गया था। इसे 7-सीटर कार बनाने के लिए इसमें पीछे की तरफ फेसिंग वाली अतिरिक्त बेंच सीटें जोड़ी गई थी, साथ ही इसमें थ्री-पॉइंट सीटबेल्ट फीचर भी दिया गया था। कंपनी ने सेडान कार के इस वर्जन को कूपे या कैब्रियोलेट अवतार में नहीं उतारा था।
इसमें कई सारे पेट्रोल और डीजल इंजन ऑप्शंस (एएमजी वेरिएंट्स समेत) दिए गए थे। इसके परफॉरमेंस वेरिएंट्स में लगा इंजन 354 पीएस की पावर जनरेट करता था। इंजन के साथ इसमें 5-स्पीड ऑटोमेटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन दिया गया था। 210 सीरीज में कई टेक्नोलॉजिकल अपडेट दिए गए थे जिनमें कॉमन रेल डायरेक्ट इंजेक्शन और तीन वॉल्व प्रति सिलेंडर के साथ वी-इंजन मॉडल सीरीज शामिल थी।
210 सीरीज के साथ मर्सिडीज़ बेंज ने ई-क्लास कार का नया वेरिएंट लाइनअप - क्लासिक, एलिगेंस, अवंतगार्डे और एएमजी पेश किया था। इसमें कई सारे कॉस्मेटिक बदलाव और फीचर एडिशन नज़र आए थे। कंपनी ने इस वर्जन में कई सारे नए फीचर्स ऑटोमेटिक रेंज एडजस्टमेंट के साथ ज़ेनन हेडलाइट्स, 16 इंच के अलॉय व्हील्स, एपीएस नेविगेशन सिस्टम और हीटेड व वेन्टीलेटेड सीटें (ऑप्शनल एक्ट्रा) शामिल किए थे। सुरक्षा के लिए इसमें इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम, ट्रैक्शन कंट्रोल, साइड एयरबैग और रेन सेंसर जैसे नए फीचर्स भी जोड़े गए थे।
मॉडल सीरीज 211 : ज्यादा मॉडर्न 210
मर्सिडीज़ बेंज ने तीसरी जनरेशन ई-क्लास को 2002 में लॉन्च किया था। इस गाड़ी में ट्विन हेडलाइट लुक मिलना बरकरार था। तीसरी जनरेशन ई-क्लास सलून और एस्टेट वर्जन में उपलब्ध थी।
यह गाड़ी अपने पिछले जनरेशन मॉडल से काफी हद तक मिलती जुलती थी, लेकिन इसमें कुछ अतिरिक्त कंफर्ट व सेफ्टी फीचर्स जरूर जोड़े गए थे। तीसरी जनरेशन ई-क्लास अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहली कार थी जिसमें अडेप्टिव हेडलाइट्स दी गई थी। यह फीचर इसमें पांच अलग-अलग लाइटिंग फंक्शन के साथ ऑप्शनल एक्ट्रा के तौर पर भी दिया गया था। इसके अलावा इसमें ऑटोमैटिक टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, रेडियो, कई सारे एयरबैग और ऑटोमैटिक चाइल्ड सीट रिकग्निशन जैसे नए फीचर्स भी शामिल किए गए थे।
पिछले जनरेशन वर्जन की तरह ही तीसरी जनरेशन ई-क्लास में कई सारे पावरट्रेन ऑप्शंस (6 और 8-सिलेंडर पेट्रोल इंजन समेत) दिए गए थे। 2022 में लॉन्च की गई मर्सिडीज़ की सबसे महंगी कार ई55 एमजी में 476 पीएस की पावर जनरेट करने वाली मोटर लगी हुई थी। इसके बाद कंपनी ने 2006 में सबसे पावरफुल ई-क्लास को उतारा था। इसमें 6.2-लीटर वी8 इंजन दिया गया था जो 514 पीएस की पावर जनरेट करता था। इस इंजन के साथ इसमें 7-स्पीड डीसीटी ऑटोमेटिक गियरबॉक्स दिया गया था।
मॉडल सीरीज 212 : "ट्विन हेडलाइट" डिज़ाइन ट्विस्ट के साथ
मर्सिडीज़ बेंज ने 2009 में लॉन्च हुई चौथी जनरेशन ई-क्लास में भी ट्विन हेडलाइट डिज़ाइन दी थी, लेकिन हेडलाइट को कुछ नए मॉडिफिकेशन के साथ इसमें पेश किया गया था। इसका चौथा जनरेशन मॉडल लुक्स में ज्यादा शार्प नज़र आता था और इसमें ग्रिल पर क्रोम आउटलाइन भी दी गई थी। कंपनी ने इस गाड़ी को चार बॉडी स्टाइल सलून, एस्टेट, कूपे और कैब्रियोलेट में पेश किया था। इसके 2-डोर मॉडल को दुनिया की सबसे एरोडायनेमिक एफिशिएंट प्रोडक्शन कार का दर्जा दिया गया था, जबकि 'सलून' केटेगरी का सबसे एरोडायनामिक एफिशिएंट मॉडल था।
मर्सिडीज़ ने चौथी जनरेशन ई-क्लास में कई सारे इंजन ऑप्शंस दिए थे। इसके ई 63 एएमजी वर्जन (525 पीएस) को 2009 में उतारा गया था। कंपनी ने ई-क्लास के इस वर्जन में फ्यूल कंज़म्प्शन को 23 प्रतिशत तक कम करके इसे ज्यादा फ्यूल एफिशिएंट बना दिया था, साथ ही इसमें फ्यूल की बचत करने वाले कई सारे टेक्नोलॉजी फीचर्स भी दिए गए थे जिनमें आइडल-इंजन स्टार्ट/स्टॉप शामिल था। 2011 में मर्सिडीज़ बेंज ने ई300 हाइब्रिड और ई400 हाइब्रिड के रूप में अपनी पहली डीजल-हाइब्रिड कार उतारी थी। वहीं, 2013 में चौथी जनरेशन ई-क्लास के ई63 एएमजी एस 4मैटिक वर्जन को लॉन्च किया गया था जिसमें 585 पीएस पावर जनरेट करने वाली मोटर (ऑल-व्हील ड्राइवट्रेन के साथ) लगी हुई थी। चौथी जनरेशन ई-क्लास दुनिया की पहली कार थी जिसमें 9-स्पीड ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन ऑप्शन दिया गया था।
पिछले जनरेशन वर्जन के मुकाबले इसमें ड्राइवर ड्राउजीनैस अलर्ट (स्टैंडर्ड फीचर), हाई-बीम असिस्ट, ब्लाइंड-स्पॉट असिस्ट, ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग और लेन कीपिंग असिस्ट (ऑप्शनल एक्स्ट्रा के रूप में) जैसे फीचर्स शामिल किए थे। इसका इंफोटेनमेंट सॉफ्टवेयर युनिवर्सल कनेक्टिविटी को सपोर्ट करता था जिससे ड्राइविंग करते समय गाड़ी में दो मर्सिडीज-बेंज ऐप - "मर्सिडीज-बेंज रेडियो" और "सर्विस मर्सिडीज-बेंज" का उपयोग आसानी से किया जा सकता था।
मॉडल सीरीज़ 2013 : सबसे बेस्ट
मर्सिडीज़ ने 2016 में पांचवी जनरेशन ई-क्लास को कूपे और कैब्रियोलेट समेत कई सारे बॉडी टाइप ऑप्शंस में पेश किया था। इसमें लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस फीचर्स दिए गए थे, साथ ही इसमें कई दमदार सेफ्टी फीचर्स भी शामिल किए थे। यह गाड़ी भारतीय शोरूम्स (फेसलिफ्ट अवतार में 2021 में पेश की गई) में 75 लाख रुपए से 88 लाख रुपए के बीच की प्राइस रेंज (एक्स-शोरूम दिल्ली) में अभी भी उपलब्ध है। 2010 में कंपनी ने इस सेडान के लॉन्ग-व्हीलबेस वर्जन को चीन में उतारा था। चीन के अलावा भारत इकलौता ऐसा देश था जिसमें ई-क्लास के लॉन्ग-व्हीलबेस वर्जन को पेश किया गया था।
इस गाड़ी में दूसरी कार से कम्युनिकेट करने के लिए क्लाउड कनेक्टिविटी फीचर्स दिए गए है। इसमें एनएफसी डिजिटल की के तौर पर, रिमोट पार्किंग असिस्ट, स्पीड लिमिट असिस्ट, ब्रेक असिस्ट और लेन चेंज असिस्ट जैसे फीचर्स भी मिलते हैं। यह सेडान कार ड्यूल 12.3-इंच डिस्प्ले (एक इंफोटेनमेंट और दूसरा इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के लिए) 64-कलर एम्बिएंट लाइटिंग, स्टीयरिंग माउंटेड टच बेस्ड कंट्रोल और एलईडी हेडलाइट्स जैसे फीचर्स के साथ आती है।
यह गाड़ी कई सारे इंजन ऑप्शंस, प्लग-इन हाइब्रिड वर्जन और एएमजी वर्जन में उपलब्ध है। इसके एएमजी वर्जन में 612 पीएस पावर जनरेट करने वाली मोटर लगी हुई है। इंजन के साथ इसमें 9-स्पीड ऑटोमेटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है।
मॉडल सीरीज़ 214 : सबसे ज्यादा मॉडर्न ई-क्लास
मर्सिडीज़ बेंज ने छठी जनरेशन ई-क्लास (मॉडल सीरीज़ 214) से अप्रैल 2023 में पर्दा उठाया है। इसमें फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन थीम अपनाई गई है, साथ ही इसमें कई दमदार फीचर्स भी दिए गए है। नई ई-क्लास की एक्सटीरियर व इंटीरियर डिज़ाइन मेबैक और सातवीं जनरेशन एस-क्लास का कॉम्बिनेशन लगती है। यह कंपनी के लाइनअप में उन कुछ मॉडल्स में से एक है जिनमें आईसीई इंजन मिलता है।
छठी जनरेशन ई-क्लास में एलईडी हेडलाइट्स के लिए कर्वी क्लस्टर और एलईडी टेललाइट्स पर ट्राय-एरो डिज़ाइन मिलती है। इसका इंटीरियर काफी सिंपल है। इसके केबिन का हाइलाइट फीचर ड्यूल-डिस्प्ले सेटअप (14.4-इंच टचस्क्रीन सिस्टम और 12.3-इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले के लिए) है। इसमें पैसेंजर साइड स्क्रीन भी दी गई है जो इसमें ऑप्शनल एक्ट्रा के तौर पर मिलती है। इसमें सेल्फी और वीडियो कैमरा ऐप, फोर-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल और एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) फ़ीचर भी दिया गया है।
मर्सिडीज़ नई ई-क्लास में पेट्रोल और डीजल इंजन ऑप्शंस (प्लग-इन हाइब्रिड वर्जन समेत) देगी। इस सेडान कार में इलेक्ट्रिक बूस्ट ऑप्शन भी दिया गया है। छठी जनरेशन ई-क्लास में रियर-व्हील स्टीयरिंग दी गई है। इसमें एयर सस्पेंशन भी मिलता है।
इनमें से ई-क्लास का कौनसा वर्जन आपका सबसे पसंदीदा है? हमें कमेंट सेक्शन में लिख कर बताएं।