किआ केरेंस 6000 किलोमीटर लाॅन्ग टर्म रिव्यू: पूरा घर शिफ्ट कर लिया इससे मैंने
Published On अगस्त 16, 2022 By nabeel for किया केरेंस
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पिछले कुछ महीनों से किआ केरेंस अपने स्पेस और प्रैक्टिकल नेचर की वजह से अपने आप को एक खास प्रोडक्ट साबित कर चुकी है। इसको टोयोटा इनोवा से कंपेयर करना भी गलत नहीं होगा। अब इसका अगला चैलेंज सामान लोड करने का होगा। मैं पुणे में अपना घर बदल रहा था और मुझे काफी सामान शिफ्ट करना था। मैं जानता था कि केरेंस में सेकंड और थर्ड रो सीट्स को फोल्ड डाउन किया जा सकता है तो मुझे इस बात की चिंता नही थी कि मैं सामान कैसे शिफ्ट करूंगा। मेरे पेरेंट्स चाहते थे कि मैं पैकर्स एंड मूवर्स के जरिए अपना सामान शिफ्ट करा लूं। मगर मुझे केरेंस पर पूरा भरोसा था।
जैसे ही नया घर फाइनल किया गया तो मैंने जो सबसे पहले चीजें मूव करनी थी उनकी एक लिस्ट तैयार की जो गैर जरूरी थी। इनमें स्केल माॅडल्स और कुछ दूसरे सामान थे जिन्हें मैने कार्डबॉक्स में डालकर पैक किया। इसके साथ ही मुझे मेरा बेड भी शिफ्ट करना था जो कि फोल्डिंग राॅड आइरन बैड था और इसके साथ एक मेट्रेस भी था। इस बजट में आने वाली दूसरी कारों या एमपीवी से मैं उम्मीद नहीं कर सकता था कि उनमें मैं अपना सामान ले जाउं। इसके लिए मुझे किसी पिकअप की ही जरूरत पड़ती। मगर केरेंस से मुझे काफी ज्यादा उम्मीदें थी। सभी सीटों को फोल्ड करने के बाद मैं अब अपना सामान लेकर चलने के लिए तैयार था।
मैंने बड़े बाॅक्स को आगे रखा और छोटे बाॅक्सेज को बीच वाली रो में एडजस्ट किया। इसके बाद मैंने इसमें 6 फीट लंबे और 5 फीट चैड़े मेरे मैट्रेस को भी फिट कर दिया जिसमें मुझे कोई दिक्कत नहीं आई। चूंकि इसके डोर काफी अच्छे से खुलते हैं इसलिए इसमें सामान रखने में भी मुझे कोई दिक्कत नहीं आई। बाॅक्सेज के सपोर्ट के चलते मुझे मैट्रेस को ज्यादा बेंड नहीं करना पड़ा और वो काफी सेफ तरीके से एडजस्ट हो गया। अब बारी थी बेड को रखने की। इसे पहले मैंने छोटे छोटे भागों में डिस असेंबल किया, मगर इसका फ्रेम काफी बड़ा था। केरेंस के केबिन में मेरा बैड आराम से आ गया जो ऐसा फिट हुआ कि काॅर्नर्स को टच करने की नौबत ही नहीं आई। केरेंस में लोडिंग काफी आसान रही और इसका पूरा श्रेय इसके पूरी चैड़ाई से खुलने वाले डोर्स और उनके साइज एवं बड़े बूट स्पेस को जाता है। पहले मेरे साथी केरेंस से उतना इंप्रेस नहीं थे, मगर जैसे ही मैंने उन्हें इस बारे में बताया तो वो हैरान भी रहे और केरेंस के प्रति उनकी सोच भी बदल गई।
इसके अलावा अब मेरे पेरेंट्स को भी केरेंस की लोडिंग कैपेसिटी पर भरोसा हो चला। अब अगले चक्कर में मुझे इसमें गैस स्टोव, मिक्सर, माइक्रोवेव, कपड़े सुखाने का स्टैंड जैसी कई चीजें रखनी थी और इस बार मैं पूरी तरह से काॅन्फिडेंट था कि ये सब इसमें आ जाएगा। हालांकि इस बार मेरे साथ केरेंस में तीन और लोग सवार होने थे, इसलिए हमें सीट को फोल्ड नहीं करना था। हमनें छोटा मोटा सामान तो इसके बूट ट्रे के नीचे रख दिया और बड़े सामान को एक के ऊपर एक रखा और इसके बावजूद मुझे ड्राइव करते हुए पीछे का व्यू आराम से मिल रहा था और कार में अब भी कुछ सामान रखने के लिए स्पेस मौजूद था। इसके बाद एक और चक्कर में मैंनें कंप्यूटर टेबल भी इसमें बिना परेशानी के लोड कर दी।
तो कुल मिलाकर अपनी ऐसी प्रैक्टिकैलिटी के चलते केरेंस ने इस मोर्चे पर भी अपने आप को एक खास कार साबित किया। आखिरकार मुझे पैकर्स और मूवर्स को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ी। केरेंस में मेरे परिवार समेत मेरा सामान आसानी से मूव हो गया। एक बात ये भी है कि केरेंस ना सिर्फ काफी ज्यादा स्पेशियस है बल्कि ये काफी वर्सेटाइल कार है जिसके स्पेस को आप अपनी जरूरत के हिसाब ये यूज कर सकते हैं। किआ ने इसे रीक्रिएशनल व्हीकल ऐसे ही नहीं कहा है। अब अगली बार मैं इसे कैंपिंग के लिए ले जाने की भी सोच रहा हूं।
बता दूं कि 25 फरवरी 2022 को मुझे केरेंस मिली थी। जब ये कार मुझे मिली तब तक ये 2000 किलोमीटर ड्राइव की जा चुकी थी। अभी तक ये 8000 किलोमीटर ड्राइव की जा चुकी है। सिटी में फुल लोड के साथ इससे मुझे 12.5 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज मिला।