हुंडई वरना एसएक्स (ओ) टर्बो-पेट्रोल मैनुअल: लॉन्ग टर्म रिव्यू
Published On फरवरी 29, 2024 By sonny for हुंडई वरना
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हुंडई वरना का टॉप मैनुअल वेरिएंट हमारे पास ऑफिस के कामकाज के लिए करीब दो महीने से है, और इस दौरान हमनें इसे सिटी व कई बार हाईवे पर ड्राइव किया। इस हुंडई कार के साथ कैसा रहा हमारा एक्सपीरियंस, ये आप जानेंगे आगेः
फीचर की भरमार
हुंडई वरना का सबसे बड़ा एडवांटेज ये है कि इसमें मुकाबले में मौजूद दूसरी कारों से ज्यादा टेक फीचर मिलते हैं, जिससे इसका केबिन एक्सपीरियंस काफी अच्छा और मॉडर्न फील देता है। हालांकि हर एक अच्छे फीचर के साथ कुछ ऐसी खामियां भी है जो केवल आपको इस सेडान कार के साथ समय बिताने पर ही पता चलेंगी।
वारलेस कनेक्टिविटी का अभाव
इसमें 10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है जो काफी अच्छे से काम करता है और इसमें बिल्ट-इन नेविगेशन सिस्टम भी मिलता है जो आपको रास्ता खोजने में मदद करता है और वहां तक आसानी से पहुंचा देता है। एम्बिएंट लाइटिंग स्ट्रिप्स के साथ इसका केबिन रात के समय काफी कूल लगता है। आप इसमें एंड्रॉइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन ये केवल केबल के साथ ही काम करते हैं। हुंडई ने इसमें पुराने टाइप का यूएसबी पोर्ट दिया है जो हमें पसंद नहीं आया। इसमें सेंट्रल कंसोल पर एक यूएसबी टाइप-सी पोर्ट भी दिया गया है लेकिन यह केवल चार्जिंग के लिए है। इसमें आपको सबसे ज्यादा निराशा तब होती है जब आप अपने फोन को चार्ज पर लगा देते हैं और आपको इसे रखने के लिए सही जगह नहीं मिलती है। ऐसे में आपके पास अपना फोन चार्ज लगाकर कप होल्डर में रखना ही बेस्ट ऑप्शन है।
स्विचेबल कंट्रोल पैनल - यह किसके लिए है?
नई वरना का दूसरा कूल फीचर एसी और मीडिया के लिए दिया गया स्विचेबल टच कंट्रोल पैनल है। आप बटन प्रेस करके इन दोनों फंक्शन पर स्विच कर सकते हैं। इसका ज्यादा प्रीमियम वर्जन आपको किया ईवी6 में मिलेगा। हालांकि इस फीचर का इस्तेमाल केवल फ्रंट पैसेंजर ही कर सकता है, जबकि ड्राइवर के लिए सभी मीडिया कंट्रोल्स स्टीयरिंग व्हील पर दिए गए हैं ताकि उसका ध्यान सड़क से अलग ना हो। हालांकि इन कंट्रोल्स के ऊपर की तरफ एक बड़ा टचस्क्रीन सिस्टम दिया गया है, ऐसे में कस्टमर इस स्विच के बजाए टचस्क्रीन पर ज्यादा इंगेज रहेंगे।
एक कैमरा
वरना में फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर दिया गया है, लेकिन इसमें केवल एक रियरव्यू कैमरा मिलता है। हालांकि बेहतर सेफ्टी के लिए इसमें एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) भी दिया गया है। मुझे ब्लाइंड स्पॉट मॉनिटरिंग सिस्टम और सेंसर काफी उपयोगी लगे, लेकिन मेरा मानना है कि हुंडई को इसमें कम से कम एक कैमरा व्यू और देना चाहिए था क्योंकि इस प्राइस रेंज वाली दूसरी एसयूवी कारों में 360 डिग्री कैमरा फीचर मिलता है, यहां तक कि होंडा सिटी में भी बाएं ओआरवीएम के नीचे ब्लाइंड व्यू कैमरा फीचर मिलता है।
एडीएएस
मुझे कुछ शिकायत इसके कोलिशन वार्निंग सिस्टम से भी रही। हालांकि इससे मेरे मन को कुछ शांति मिली लेकिन फिर भी इसमें कुछ सुधार की जरूरत महसूस होती है। इस सिस्टम ने कई बार तेजी से ब्रेक लगा दिए जबकि उस दौरान किसी से टक्कर होने की ऐसी कोई संभावनाएं नहीं थी। हुआ कुछ यूं कि जब हम ड्राइव कर रहे थे तब कई बार टू-व्हीलर वाले हमारे आगे से कट मारकर निकल रहे थे और कुछ समस्या हमें पार्किंग के दौरान भी महसूस हुई। आप चाहें तो इस सिस्टम को पूरी तरह से बंद कर सकते हैं, लेकिन अगर ऐसा ही करना है कि तो फिर इस टेक्नोलॉजी के लिए इसका टॉप वेरिएंट लेने की क्या जरूरत है।
हाईवे पर ज्यादा बेहतर
मुझे कुछ दिनों तक वरना टर्बो-पेट्रोल मैनुअल के माइलेज को लेकर शिकायत थी, क्योंकि तब मुझे इससे औसत माइलेज 10 किलोमीटर प्रति लीटर से कम मिल रहा था। हालांकि जब मैं 1.5-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन वाली वरना को लेकर हाईवे ड्राइव पर निकला तो इसने मुझे काफी इंप्रेस किया। हाईवे पर छठवें गियर में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड पर ‘नॉर्मल’ ड्राइव मोड पर ड्राइव करते हुए मुझे इसके सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर 20 किलोमीटर प्रति लीटर से ज्यादा का माइलेज दिखाई दे रहा था। हालांकि शहर में मैं कम रेव्स पर शिफ्ट करके भी 12 किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज तक पहुंच पाया जो पहले के 9.7 किलोमीटर प्रति लीटर से काफी अच्छा ही था।
हुंडई सेडान हाईवे पर ज्यादा आरामदायक महसूस होती है और इस दौरान इसके सस्पेंशन काफी स्मूद रहते है और ये सड़क के गड्ढों को आराम से झेल लेते हैं। हालांकि तेज स्पीड से किसी गड्ढे को पार करने पर आपको कुछ कंपन महसूस होगा। ये कार ओवरटेक करने के लिए तेजी से स्पीड पकड़ लेती है और ऐसे में आपको ओवरटेक करने के लिए ज्यादा प्लानिंग की जरूरत नहीं पड़ती है।
हालांकि इस मैनुअल वेरिएंट में एडीएएस के तहत अडेप्टिव क्रूज कंट्रोल और लैन डिर्पाचर असिस्ट जैसे फीचर का अभाव था, लेकिन लैन कीप असिस्ट के साथ रेगुलर क्रूज कंट्रोल के कॉम्बिनेशन ने ड्राइविंग को काफी आसान बना दिया था। इसके लैन कीप असिस्ट फीचर ने हाईवे पर लैन मार्किंग को अच्छे से समझा। यह आपको याद दिलाता रहता है कि आपके हाथ स्टीयरिंग पर नहीं है, लेकिन यह थोड़ा अंतराल भी आपके हाथों को आराम देने के लिए काफी है।
अगले महीने हम वरना से कुछ भारी सामान इधर-उधर भेजने का काम करेंगे और तब इसका रिस्पॉन्स कुछ बदल सकता है। हुंडई सेडान हमारे अगले टास्क पर कितनी खरी उतरेगी जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।
खूबियांः हाईवे पर अच्छा माइलेज, बेहतर ड्राइवर असिस्ट
कमियांः वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले का अभाव, केवल एक कैमरा व्यू
किस दिन मिली ये कारः 17 दिसंबर 2023
जिस दिन मिली तब तक कितने किलोमीटर की जा चुकी थी ड्राइव: 9,819 किलोमीटर
अब तक कितने किलोमीटर हो चुकी है ड्राइव: 12,125 किलोमीटर