ऑडी ए4 रिव् यू: इस लग्जरी कार को कौनसी चीजें बनाती हैं स्पेशल?
Published On दिसंबर 21, 2023 By भानु for ऑडी ए4
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हम सब एक लग्जरी कार के मालिक बनने का सपना देखते हैं चाहे फिर वो खुद के लिए हो या फिर अपने माता पिता के लिए। आज से कुछ सालों पहले तक एक ठीक ठाक लग्जरी कार 30 लाख रुपये तक में आ जाया करती थी, जबकि आज ये 60 लाख रुपये तक आती है। ऐसे में एक सवाल मन में आता है कि क्या मुझे फिर टोयोटा फॉर्च्यूनर ही खरीद लेनी चाहिए। यदि फॉर्च्यूनर ना भी लें तो 30 लाख रुपये तक में आने वाली कारों में कुछ लग्जरी फीचर्स तो मिल ही जाते हैं। ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि फिर क्यों इतने पैसे खर्च किए जाए।
आज हम आपको बताएंगे एक रेगुलर कार के मुकाबले लग्जरी कार में कितना होता है अंतर और ये चीज जानेंगे हम ऑडी के लाइनअप में मौजूद भारत की सबसे अफोर्डेबल लग्जरी कार ऑडी ए4 के साथ।
लुक्स
अपने यूनीक शेप के कारण मॉडर्न कारें लोगों को काफी आकर्षित कर रही हैं। हालांकि ए4 काफी अलग कार है। ये आपसे अटेंशन नहीं चाहती बल्कि अपने आप में ये कार इतनी क्लासी है कि इसे इसकी जरूरत ही नहीं है। किसी भी कार को डिजाइन और शेप दिया जा सकता है, मगर इस लग्जरी कार में आपको क्वालिटी और शानदार क्वालिटी कंट्रोल नजर आएगा।
इसकी बॉडी काफी भारी भरकम है और इसके डोर हैंडल्स अपने आप बंद हो जाते हैं। इन दिनों एलईडी लाइटिंग काफी कॉमन है, मगर ऑडी में दी गई एलईटी लाइट का थ्रो और उसकी इंटेसिटी तारीफ के काबिल है। इसके टेललैंप का डिजाइन भी काफी अलग नजर आता है। हालांकि इसके व्हील्स को उस लेवल का नहीं माना जा सकता है जितने की दूसरे एलिमेंट्स हैं।
इसके पैनल्स की फिट और फिनिश क्वालिटी काफी अच्छी है। इसमें आपको कोई ज्यादा गैप और कोई कम गैप नजर ही नहीं आएंगे और इसके पैनल्स पूरी तरह से स्मूद हैं। ऐसी कमियां आपको मास मार्केट कारों में जरूर देखने को मिल जाएंगी, मगर हुंडई नहीं बल्कि मारुति और टाटा की कारों में ये चीज दिखाई देती हैं।
इंटीरियर
ए4 को इसके टेक्सचर, फिनिश और वेट पूरी तरह से एक प्रीमियम लग्जरी कार की कैटेगरी में लाकर खड़ा करती है। इसमें रिमोट कीलेस एंट्री,ऑटो फोल्डिंग ओआरवीएम दिए गए हैं और चूंकि ये सेडान कार है मगर फिर भी इसमें जेस्चर टेलगेट का फीचर दिया गया है। इसके डोर हैंडल्स पर लाइट दी गई है जो रात में काफी आकर्षक नजर आती हैं।
एक 3 स्टार होटल और एक 5 स्टार होटल के बीच क्या फर्क है? जबकि दोनों में ही बैड, पिलो, कैटल्स, टॉल्स और बाथरूम एसेसरीज मिलती है, मगर इनमें क्वालिटी का फर्क होता है। इसी तरह एक लग्जरी कार का केबिन किसी 5 स्टार होटल से कम नहीं होता है, वहीं मास मार्केट कारों के केबिन को 2 या 3 स्टार होटल कहा जा सकता है।
ऑडी ए4 के केबिन में उसकी क्वालिटी झलकती भी है। इसके पूरे डैशबोर्ड पर सॉफ्ट टच वाली कोटिंग दी गई है जो कि डोर पैड्स, हैंडल्स और यहां तक कि डोर पॉकेट्स तक जा रही है। इसके अलावा इसके स्टीयरिंग व्हील पर काफी शानदार क्वालिटी का लैदर कवर चढ़ा हुआ है। हालांकि सॉफ्ट टच और लैदर रैप्स आजकल काफी कॉमन हो गए हैं तो इसे कंपेयर करना ऐसा है जैसे अल्का याग्निक का गाना नेहा कक्कड़ गा रही हो।
इसमें पियानो ब्लैक फिनिशिंग भी देखी जा सकती है जो कि रेगुलर कारोंं के मुकाबले काफी डीप और टफ है।
फीचर्स
आपको एक 30 लाख रुपये तक की कार में भी काफी सारे फीचर्स मिल जाते हैं जिनमें वेंटिलेटेड सीट्स, पैनोरमिक सनरूफ और एडवांस्ड ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम शामिल हैं। ये फीचर्स शायद एक एंट्री लेवल लग्जरी कार में ना दिए गए हों, मगर जो ए4 में दिए गए हैं उनकी क्वालिटी और एक्सपीरियंस काफी अच्छी है।
ऑडी ए4 में टीवी जैसी क्लैरिटी के साथ 12.3 इंच एलईडी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया गया है। लेआउट, लॉजिक और मैप्स के इंटीग्रेशन एवं सभी रीड आउट्स काफी क्लीयर हैं। इसके साथ ही इसमें प्रीमियम ब्लैक थीम के साथ 10 इंच की टचस्क्रीन भी दी गई है। इसमें नए स्मार्टफोन इंटरफेस के जरिए इस्तेमाल करना अब ज्यादा आसान हो गया है।
इसकी किसी भी स्क्रीन में आपको कोई तकनीकी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसकी महिंद्रा और टाटा कारों की तरह कस्टमर्स पर बीटा टेस्टिंग नहीं की गई है जो कि अच्छी बात है।
इसके अलावा ए4 में 3 जोन क्लाइमेट कंट्रोल भी दिया गया है जिनमें से 2 फ्रंट और 1 रियर सीट के लिए है। इसके साथ ही इसमें 30 कलर एम्बिएंट लाइटिंग सिस्टम, एक सनरूफ, एक वायरलेस फोन चार्जर, पावर्ड फ्रंट सीट्स और सबवूफर के साथ शानदार बैंग और ओल्फ़सेन साउंड सिस्टम जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
इसके सेंटर आर्मरेस्ट को लॉक किया जा सकता है और इसे आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी पोजिशन पर एक्सटेंड कर कर सकते हैं। ओआरवीएम के लिए दिया गया ऑटो डिमिंग फीचर आपको पीछे से आ रहे वाहन की हाई बीम से डिस्टर्ब नहीं होने देता है।
रियर सीट
इसका रियर सीट एक्सपीरियंस का असर थोड़ा मिला जुला सा है। सीट बैक पॉकेट्स के नाम पर इसमें नेट्स दिए गए हैं और इसमें चार्जिंग पोर्ट्स भी नहीं दिए गए हैं, वहीं सीट बैक थोड़ा अपराइट महसूस होता है। हालांकि सीट का सपोर्ट, क्वालिटी और स्पेस अच्छा है। इसके अलावा इस लग्जरी कार में सनशेड्स, टेंपरेचर कंट्रोल और बड़ा सा आर्मरेस्ट भी दिया गया है।
इसका आर्मरेस्ट आपको काफी पसंद आएगा। यहां आपको फोन रखने के लिए सिक्योर स्टोरेज एरिया और कप होल्डर भी दिया गया है। आमतौर पर रेगुलर आर्मरेस्ट के बीच में कपहोल्डर्स लगे होते हैं तो उससे असुविधा हो जाती है, लेकिन यहां आपको ये समस्या नहीं आएगी। कंपनी द्वारा ऐसी छोटी छोटी बातों का ध्यान रखने से इसकी रियर सीट पर एक लग्जरी एक्सपीरियंस मिलता है।
बूट स्पेस
सेडान और बूट स्पेस का कॉम्बिनेशन तो एकदूजे के लिए ही बना है, जहां इस कैटेगरी की कारों में लगेज रखने के लिए काफी ज्यादा स्पेस मिल जाता है। हालांकि इस लग्जरी कार में फुल कारपेटेड फ्लोर दिया गया है, जिससे सामान की आवाज ही नहीं आती है। इसके बूट की ओपनिंग भी काफी कंट्रोल्ड है।
इंजन और परफॉर्मेंस
इसमें 2 लीटर 4 सिलेंडर टर्बो इंजन दिया गया है। ये काफी पावरफुल है जो 190 पीएस की पावर और 320 एनएम का टॉर्क डिलीवर करता है। इस इंजन के साथ 7 स्पीड ट्रांसमिशन दिया गया है और इसे 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में 7.3 सेकंड्स का समय लगता है।
इस इंजन की सबसे ज्यादा जो चीज प्रभावित करती है वो है इसका रिफाइनमेंट लेवल। ये इंजन ना केवल शांत है बल्कि ये बिल्कुल वाइब्रेट नहीं करता है। केबिन के अंदर आपको इस इंजन का शोर जरूर सुनाई देगा, भले ही फिर आप इसे चाहे सिटी या हाईवे पर ड्राइव कर रहे हों।
इसकी पावर डिलीवरी भी काफी स्मूद है। सिटी में इस कार को ड्राइव करने के लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है और किसी दूसरे वाहन को ओवरटेक करना तो और भी आसान है। एक्सलरेटर पर थोड़ा हार्ड पुश करने के बाद तो ये कार तेजी से आगे बढ़ती है। इसके इंजन का रिफाइनमेंट इसे रेगुलर कारों के मुकाबले थोड़ा बेहतर ड्राइविंग एक्सपीरियंस देने में मदद करता है।
राइड और हैंडलिंग
ऐसा माना जाता है कि या तो एक कार बंप्स के ऊपर से गुजरते वक्त आपको पूरा कंफर्ट दे या फिर उसकी हैंडलिंग अच्छी होनी चाहिए। ये दोनों ही क्वालिटी एक कार मेंं मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। मगर लग्जरी कारों ने ये मिथक तोड़ा है। अपने शानदार सस्पेंशन के रहते ऑडी ए4 एक बेहतर कंफर्ट देती है। भले की सड़क खराब हो या अच्छी, आपको झटके महसूस नहीं होंगे। जिस तरह से ये स्पीड ब्रेकर्स या बंप्स पर से गुजरती है उसके लिए इसकी तारीफ करना बनता है। इस कार में बैठने के बाद ये मालूम होता है कि सस्पेंशन कितने कंफर्टेबल होते हैं।
इसकी हैंडलिंग भी तारीफ की हकदार है। कॉर्नर्स पर स्पीड के दौरान ए4 बिल्कुल रास्ता नहीं भटकती है। इसके स्टीयरिंग काफी शार्प महसूस होते हैं और ये कार आराम से आपके कंट्रोल में रहती है। इसमें आपको कोई बॉडी रोल महसूस नहीं होगा और आप इसे हिल स्टेशन पर भी मजे से ड्राइव कर सकते हैं।
ऑडी ए4 कार को पार्क करना भी काफी आसान है। इसमें सेल्फ पार्किंग फीचर दिया गया है जिसके रहते आपको केवल पार्किंग स्पॉट ही ढूंढना पड़ता है, इसके बाद कुछ जरूरी स्टीयरिंग इनपुट्स देकर ये कार खुद ब खुद पार्क हो जाती है। कंफर्ट, हैंडलिंग और आसानी से पार्किंग कर पाने का बैलेंस इसे रेगुलर कार से अलग रखकर लग्जरी कार की कैटेगरी मेंं ला देता है।
क्या इतनी कीमत देकर लेनी चाहिए ये कार
इतना सबकुछ जान लेने के बाद जो सच्चाई है आपको उसका भी पता होना चाहिए। लग्जरी कारों, लग्जरी कपड़ों और लग्जरी घड़ियों के साथ जो होता है उनके साथ उनके ब्रांड की वैल्यू भी शामिल होकर आती है। जो ब्रांड्स लग्जरी प्रोडक्ट्स बनाते हैं वो ज्यादा पैसे भी मांगते हैं, क्योंकि उन्हें मालूम है उनके कस्टसर्म के पास इतने पैसे खर्च करने की क्षमता है। उनके लिए लग्जरी एक इच्छा होती है।
ऐसे में ऑडी, मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू के कस्टमर्स के लिए एक बात कही जा सकती है कि वो अपनी प्रोफेशनल और सोसायटी में बनी इमेज के साथ जाते हैं। इसलिए तो नामी बॉलीवुड स्टार, स्टॉक मार्केट या नामचीज बैंकर्स, वकील और सफल बिजनेसमैन लग्जरी कारें चलाना ही पसंद करते हैं, क्योंंकि उनके काम से ही उनकी पहचान है। कामयाब दिखने से उसका असर उनके बिजनेस पर भी पड़ता है।
कुल मिलाकर ये एक तरह से दिखावा है और इसमें "ए4", "3 सीरीज", "जीएलसी" या "क्यू5" लेने से कोई फर्क पैदा नहीं हो जाता है। ऐसे में किसी मीटिंग में जब ये सवाल पूछ लिया जाता है कि इन दिनों आप कौनसी कार ड्राइव कर रहे हैं तो आपको मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, लेक्सस, पोर्श का नाम तो लेना ही पड़ेगा।
निष्कर्ष
ऑडी ए4 के साथ कुछ दिन बिता लेने के बाद ये तो पता चल गया कि लग्जरी कारें कैसी होती है। उनकी कीमत उन्हें देखकर नहीं उनसे मिलने वाली फील से पता चलती है। इनकी केबिन क्वालिटी, फीचर एक्सपीरियंस, पेंट फिनिश और ड्राइविंग पैकेज इन्हें मास मार्केट कारों से अलग रखते हैं। एक लग्जरी कार लेने के बाद आपका समाज में स्टेटस बढ़ जाता है। ऑडी ए4 के लिए ये बात लागू भी होती है। ये एक ऐसी सेडान है जिसकी क्वालिटी की सराहना करते करते आप थकेंगे नहीं। यदि आप पहली बार कोई लग्जरी कार लेने जा रहे हैं तो ए4 एक परफैक्ट ऑप्शन है।