मारुति सियाज़ फर्स्ट ड्राइव रिव्यू
Published On जनवरी 20, 2020 By भानु for मारुति सियाज
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मिड-साइज़ सेडान सेगमेंट की कार खरीदने के लिए ग्राहकों के पास काफी सारी चॉइस है। इनमें होंडा सिटी, हुंडई वरना, टोयोटा यारिस, फोक्सवैगन वेंटो और रैपिड के साथ मारुति सुज़ुकी सियाज़ जैसी जानी-मानी कारों के नाम आते हैं।
मारुति ने सियाज़ सेडान को 2018 में अपडेट किया था। इस कार में काफी सारे नए फीचर्स जोड़े गए हैं। क्या इन तमाम अपडेट के बाद फिर से पेश की गई सियाज़ आपके लिए वैल्यू फॉर मनी कार साबित होती है, ये जानेंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू में:-
एक्सटीरियर
यदि आपको ये पता लगाना हो कि सियाज़ पहले से कितनी बदली है तो वो इसके सभी वेरिएंट को देखकर ही पता चल पाएगा। यहां हमने जो नई सियाज़ की तस्वीर दी है वो इसके टॉप लाइन वेरिएंट अल्फा की है। इसे देखकर कोई भी बता सकता है कि ये सियाज़ के पुराने मॉडल से काफी अलग है। जबकि इसके निचले वेरिएंट को देखकर पुरानी और नई सियाज़ में फर्क करना इतना आसान नहीं है।
2018 सियाज़ में नए ऑल एलईडी प्रोजेक्टर हेडलैंप के साथ एलईडी फॉगलैंप और टेललैंप का फीचर दिया गया है। इसके अलावा इसमें क्रोम फिनिशिंग वाले 16 इंच के अलॉय व्हील के साथ रियर बंपर को भी नया डिज़ाइन दिया गया है। हालांकि, कार के निचले वेरिएंट में केवल फ्रंट ग्रिल और बंपर को ही नई डिज़ाइन दी गई है, इसमें आपको ज्यादा बदलाव नजर नहीं आएंगे।
सियाज़ की नई चौड़ी ग्रिल, हेडलैंप से कनेक्ट होती है। फ्रंट को प्रीमियम लुक देने के लिए ग्रिल के नीचे क्रोम अंडरलाइनिंग की गई है। ये डिज़ाइन थोड़ा बहुत टाटा की 'हृयूमैनिटी लाइन' की याद दिलाता है। कार के बंपर को एक दमदार लुक देने के लिए यहां चौड़ी एयरडैम और फॉगलैंप पर सी-शेप की आउटलाइनिंग की गई है।
मारुति सुज़ुकी ने सियाज़ के अपडेट मॉडल के साइड और पिछले हिस्से पर बदलाव नहीं किए हैं। ऐसे में इसके पिछले हिस्से में एक स्पोर्टी बंपर की कमी महसूस होती है। यदि आप अपनी सियाज़ को स्पोर्टी लुक देने की ख्वाहिश रखते हैं तो आप एसेसरीज़ लिस्ट में दिए गए बॉडी किट और स्पॉयलर से इसे अलग बना सकते हैं।
कुल मिलाकर नई सियाज़ का डिज़ाइन पहले से ज्यादा अच्छा हो गया है। हालांकि इसके निचले वेरिएंट को देखकर तो लोग यहीं कहेंगे कि ये वही सियाज़ है, मगर टॉप वेरिएंट को देखकर ये कहा जा सकता है कि यह एक बदली हुई सियाज़ है।
कैसा है इसका इंटीरियर
नई सियाज़ के केबिन में दाखिल होते ही आपको अंदर का नज़ारा पहले जैसा ही लगेगा। क्योंकि कंपनी ने इसके केबिन में काफी कम बदलाव किए हैं। कार की ड्राइविंग सीट पर बैठते ही आपको क्लाइमेट कंट्रोल, पावर विंडो और बूट रीलिज़ को कंट्रोल करने के लिए बटन उसी जगह मिलेंगे जहां आप इनके होने की उम्मीद रखते हैं।
ड्राइविंग सीट पर बैठते ही आपको नई सियाज़ में दिए गए कुछ एक्स्ट्रा फीचर्स के बारे में भी पता चल जाएगा। इसके इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में ब्लू कलर की निडल वाले नए डायल्स और 4.2 इंच की कलर मल्टी इंफॉर्मेशन डिस्प्ले सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित करती है। इसकी एमआईडी स्क्रीन मारुति बलेनो की याद दिलाती है।
सियाज़ के अपडेट मॉडल में क्रूज कंट्रोल का फीचर दिया गया है, ऐसे में अब आपको स्टीयरिंग व्हील के राइट हैंड साइड वाला हिस्सा खाली नज़र नहीं आएगा, क्योंकि क्रूज कंट्रोल का बटन यहीं दिया गया है।
केबिन स्पेस की बात करें तो सियाज़ में आपको नीरूम की कोई कमी महसूस नहीं होगी। इसमें 6 फुट लंबे पैंसेंजर एक-दूसरे के आगे पीछे आराम से बैठ सकते हैं।
सफर को ज्यादा आरामदायक बनाने के लिए एडजस्टेबल हैडरेस्ट का फीचर दिया गया है, मगर यह फीचर केवल कार के दो टॉप लाइन वेरिएंट ज़ेटा और अल्फा में ही दिया गया है। इसके अलावा तेज धूप में ठंडक के लिए इन दोनों वेरिएंट में रियर सनशेड का फीचर भी दिया गया है।
मारुति की कारों में फ्लोर हंप को लेकर काफी समस्या आती है। लेकिन सियाज में ऐसा नहीं है। इसका फ्लोर हंप और विंडो लाइन ज्यादा ऊंची नहीं है। विंडो लाइन के नीचे फैब्रिक लैदर एल्बो पैड दिया गया है। अच्छी बात ये है कि इस कार में आपको हैडरूम और अंडरथाई सपोर्ट की कमी महसूस नहीं होगी।
सियाज़ के पिछले मॉडल की तरह नए मॉडल में भी फीचर्स की कोई कमी नहीं है। इसमें ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, 7.0 टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, रियर एसी वेंट्स और रिवर्स पार्किंग कैमरे का फीचर दिया गया है। केबिन को लग्जरी लुक देने के लिए इसमें लैदरेट अपहोल्स्ट्री, लैदर रैप्ड स्टीयरिंग व्हील के साथ फ्रंट और रियर आर्मरेस्ट जैसे फीचर्स दिए गए हैं। हालांकि, सियाज़ में सनरूफ फीचर देकर मारुति इसे और भी खास बना सकती थी मगर ऐसा हो नहीं पाया।
परफॉर्मेंस
सियाज़ के अपडेट मॉडल में सुज़ुकी की माइल्ड हायब्रिड टेक्नोलॉजी से लैस 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन दिया गया है। जैसे ही आप गाड़ी ऑन करते हैं तो एक हल्की सी गड़गड़ाहट के साथ इसका इंजन शुरू हो जाता है। कार को ड्राइव करते समय इसका इंजन काफी शांत रहता है।
कार में दिया गया नया इंजन 105 पीएस की पावर और 138 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। इसका पावर और टॉर्क फिगर पिछले मॉडल वाले 1.4 लीटर इंजन से क्रमश: 12.5 पीएस और 8 एनएम की ज्यादा पावर और टॉर्क जनरेट करता है।
सियाज़ के पिछले मॉडल की तरह ही नए मॉडल को चलाना काफी आसान है। जैसे ही आप क्लच छोड़ते हैं तो ये कार तुंरत रफ्तार पकड़ने लगती है। इसमें पावर और टॉर्क की कोई कमी महसूस नहीं होती है, जिससे बार-बार गियर बदलने की झंझट से भी छुटकारा मिल जाता है। कुल मिलाकर सिटी ड्राइविंग के लिहाज़ से सियाज़ एक अच्छी कार साबित होती है।
बात की जाए हाईवे की तो यहां भी सियाज़ अच्छा परफॉर्म करती है, मगर जल्दी से आप किसी दूसरे व्हीकल को ओवरटेक नहीं कर सकते हैं। वरना और सिटी जैसी कारों में भी यह समस्या सामने आती है।
यदि आप सियाज़ पेट्रोल लेना चाहते हैं तो इसके साथ 5-स्पीड मैनुअल और 4-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन दिया गया है। हम आपको मैनुअल गियरबॉक्स वाला वेरिएंट लेने की सलाह देंगे क्योंकि सियाज़ की परफॉर्मेंस ही इतनी अच्छी है कि इसमें बार बार गियर चेंज करने की जरूरत ही नहीं पड़ती है। इसके अलावा इसका गियर एक्शन भी काफी स्मूद है और क्लच भी काफी हल्का है। ऑटोमैटिक गियरबॉक्स होने से ड्राइवर को थोड़ी राहत जरूर मिलती है, मगर 2000 आरपीएम पर इसके ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिलता है।
क्या होती है एसएचवीएस टेक्नोलॉजी
सुज़ुकी ने अपनी माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी को पहली बार मारुति की इस पेट्रोल कार में पेश किया था। साथ ही कंपनी ने इसमें लिथियम आयन बैटरी भी दी है। स्टार्टर जनरेटर से लैस यह सिस्टम व्हीकल के न्यूट्रल होने पर इंजन को बंद कर देता है और दोबारा क्लच लगाते ही गाड़ी स्टार्ट हो जाती है। जैसा की हमने एस-क्रॉस में भी देखा था, इस सिस्टम के ज़रिए कार में फ्यूल की अच्छी खासी बचत होती है। कंपनी ने मारुति सुज़ुकी सियाज़ को लेकर 21.56 किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज का दावा किया है। मगर, हमारे द्वारा किए गए टेस्ट में हमें इसके ऑटोमैटिक वेरिएंट से 16.5 किलोमीटर लीटर का माइलेज प्राप्त हुआ, वहीं मैनुअल वेरिएंट से 18.5 किलोमीटर लीटर का माइलेज मिला।
राइड और हैंडलिंग
राइड क्वालिटी की बात करें तो सियाज़ चलाने में काफी आरामदायक है। इसके सस्पेंशन की ट्यूनिंग बदल दी गई है और इन्हें पहले से थोड़ा सॉफ्ट कर दिया गया है। बदहाल सड़कों पर भी इस कार का केबिन स्थिर रहता है। हाईवे पर तेज रफ्तार में भी यह कार स्थिर रहती है। हालांकि कार को 100 से ऊपर की स्पीड पर चलाते वक्त पीछे बैठने वाले पैसेंजर थोड़ा अस्थिर हो जाते हैं।
सियाज़ की हैंडलिंग भी काफी बेहतर है। सिटी में ड्राइव करते वक्त इसका स्टीयरिंग व्हील काफी हल्का महसूस होता है, वहीं हाईवे पर ये थोड़े भारी लगते हैं।
सेफ्टी
पैसेंजर सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए सियाज़ में ड्यूल फ्रंट एयरबैग, एंटी लॉक ब्रेक और आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड दिए गए हैं। इसके अलावा इस सेडान में ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के लिए सीटबेल्ट रिमाइंडर के साथ स्पीड वॉर्निंग अलर्ट का फीचर भी दिया गया है।
निष्कर्ष
नई सियाज़ में अब भी सनरूफ, 6 एयरबैग और टेलिस्कोपिक एडजस्टेबल स्टीयरिंग जैसे फीचर्स की कमी खलती है। इस गाड़ी में ऐसा कोई फीचर मौजूद नहीं है जिसे स्टैंडआउट कहा जाए। यदि आप ड्राइविंग के लिहाज़ से एक स्पोर्टी कार की खोज में हैं तो सियाज़ आपके लिए नहीं बनी है। इस कार के केबिन में कुछ पार्ट्स ऐसे हैं जो कि मारुति स्विफ्ट और डिज़ायर से लिए गए हैं। ऐसे में हमें लगता है कि इस प्राइस पॉइन्ट पर किसी सस्ती कार के पार्ट्स एक मिड साइज़ सेडान में होना जायज़ नहीं है। सियाज़ की खूबियों की बात करें तो इसमें स्पेस, राइड क्वालिटी जैसी बुनियादी बातों का अच्छे से ध्यान रखा गया है। एसएचवीएस की वजह से सियाज़ का पेट्रोल वेरिएंट काफी अच्छा माइलेज देता है जो कि शायद इस सेगमेंट की किसी अन्य कार से नहीं मिलता है। वहीं मिड साइज़ सेडान सेगमेंट में सियाज़ सबसे अफोर्डेबल कार है।
एक और सबसे अच्छी बात ये है कि सियाज़ के निचले वेरिएंट में भी कंपनी ने कुछ जरूरी फीचर्स दिए हैं। ऐसे में ये कार अपने प्राइस पॉइन्ट पर वैल्यू फॉर मनी साबित होती है।